1431+ Fursat Shayari In Hindi | फुरसत शायरी इन हिंदी

Fursat Shayari In Hindi , फुरसत शायरी इन हिंदी
Author: Quotes And Status Post Published at: October 2, 2023 Post Updated at: June 10, 2025

Fursat Shayari In Hindi : लम्हे नही मिलते ऐसे फुरसत के, किसी की शादी मे जा भी लिया करो, शायद किसी के नजरो से नजर मिल जाये, और जाने अनजाने मे प्यार ही हो जाये। तुम्हें जब कभी मिले फ़ुरसतें मेरे दिल से बोझ उतार दो,मैं बहुत दिनों से उदास हूँ मुझे कोई शाम उधार दो.

ये मायूस सफर और ये ग़मगीन शाम ~ मैं रुक तो जाऊं मगर कोई रोकता भी नहीं… ****************************************

दुआएँ माँ की पहुँचाने को मीलों मील जाती हैं कि जब परदेस जाने के लिए बेटा निकलता है

कब हँसा था जो ये कहते हो कि रोना होगा ~ हो के रहेगा मेरी क़िस्मत में जो होना होगा

औरों के लीए जीते थे, कीसी को कोई शीकायत न थी। अपने लीए जीने का क्या सोचा, सारा ज़माना दुश्मन हो गया…

“क्या गिला है तुम को, इतने बदगुमां क्यूं हो तुम को चाहा है, तुम से तो कुछ चाहा नही……..”

ख़त्म हो रहा हूँ अपने ही अन्दर, ~ तुम्हें इतना ज़्यादा कर लिया है…

इस भागदौड़ भरी जिंदगी मेंसभी को फुर्सत के कुछ पल मिले,अपनो के साथ प्यार बना रहेऔर खुशियों भरा कल मिले।

वो आज करते है नज़र अंदाज़ तो बुरा क्या मानू ~ टूट कर मोहब्बत भी तो सिर्फ़ मैंने की थी

तमाम लोगो का हाल जाना,तमाम लोगो से बात की,कभी फुरसत ही न मिल सकी,खुद से ही मुलाक़ात की.

तुम से सदियों की वफ़ाओं का कोई नाता न था ~ बस तुमसे मिलने की लकीरें थीं मेरे हाथों में!!!

कैसे मिले फुर्सत के पल,व्यस्त हर कोई है आजकल,जिंदगी में समस्याएं बढ़ रही हैनहीं है इनका कोई हल.

किस्मत से लड़ने में मजा आ रहा है । ~ ये मुझे जीतने नहीं देगी, और हार मैं मानुंगा नहीं…

🖤रास्ते मुश्किल है पर हम 👈 ❤️मंज़िल ज़रूर पायेंगे👈 🖤ये जो किस्मत अकड़ कर बैठी है 👈 ❤️इसे भी ज़रूर हरायेंगे🥰

♠ नसॅ Blushed On 9 जून🎂 ♠ Attitude “जन्म से” 😎 ♠ Fan Of वीर भगत सिंह 🔥 ♠ जिस तरह की Duniya उस तरह के हम ♠ Dharmo Rakshati Rakshit🔥

मैं खुश हूँ कि उसकी नफ़रत का अकेला वारिस हूँ ~ वरना मोहब्बत तो उसे कई लोगो से है!

😇Khwahish भले ही छोटी सी हो 💪 #लेकिन ☝️उसे Pura करने के लिए😇 💓Dil जिद्दी होना चाहिए😎

मेरे चेहरे की रौनक बढ़ गयी थी ~ मेरी आंखों में किसका रतजगा था

हमें फुरसत नहीं मिलती कभी आंसूबहाने से कई ग़म पास आबैठे तेरे एक दूर जाने से।।

मुझे तेरे सिवा कुछसोचने की फुरसत नहीं,ओर तुम कहते हो मैं भूल जाऊँ तुम्हें।

उसका इश्क़ भी चाँद जैसा था ~ जैसे पूरा हुवा तो घटने लगा

जिनको पकड़ा हाथ समझ कर ~ वो केवल दस्ताने निकले …

एक ही ख़्वाब ने सारी रात जगाया है, मैं ने हर करवट सोने की कोशिश की।

वो Online होकर भी मुझसे बातें नही करता, ~ इधर हम हिचकी आने पर भी Net On कर देते हैं

बदल जाओ वक़्त के साथ या वक़्त बदलना सीखो,मजबूरियों को मत कोसो, हर हाल में चलना सीखो!

हमेशा तैयारी के साथ रहना 💪 साहब मौसम और इंसान कब 👥 बदल जाये इसका कोई भरोसा नहीं🙏

की.. उनके पीछे भागने वाले बच्चे, अब मोबाइल की रौशनी में खुश रहते हैं…।”

हकीकत थी…ख्वाब था…या तुम थे… जो भी था…हम तो उसी में गुम थे….

हम तो यूँ ही आये थे तेरे दर पर रौनक देखने हमे क्या पता था तुम दीवाना बना दोगे

मुझे परहेज़ है, ज़ख्मों की नुमाइश से, ~ मेरे हमदर्द रहने दे, दिले-बीमार की बाते…

हादसों की गर्द से ख़ुद को बचाने के लिए माँ ! हम अपने साथ बस तेरी दुआ ले जायेंगे ****************************************

नज़रों में गिरना नहीं कभी किसी की … यार … ~ दौलत से , इज्जत बड़ी ….. मिले कहाँ हर बार .

तोड़ ले जाते हैं पत्तों को गुजरने वाले ~ इतनी नीची मेरे अहसास की डाली क्यों है!

क्यों जुड़ता है तू इस जहाँ से एक दिन ये गुजर ही जायेगा चाहे कितना भी समेट ले जहाँ मुट्ठी से फिसल ही जायेगा!!

कहने लगी है अब तो मेरी तन्हाई भी मुझसे, मुझसे ही कर लो मुहब्बत मैं तो बेवफ़ा भी नहीं

मिल जाए उलझनों से फुर्सत तो जरा सोचना,क्या सिर्फ फुरसतों मे याद करने तक का रिश्ता है हमसे।

सितम है लाश पर उस बेवफा का यह कहना कि आने का भी न किसी ने इन्तिजार किया

बुलंद रहे हमेशा आपके सितारे, टलती रहें आपकी सारी बलाएं, इसी दुआ के साथ आपको, जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ !

तू खो गया जब से कहीं, हमे तब से गम से फुर्सत नहीं मिलती।

ज़मीं किस की है ? आसमां किस का है? ~ वो न तेरी हुई तो मलाल किस का है?

मिले वो बन कर अजनबी तो हमें जमाने का चलन याद आ गया है!!!

रात को चाँदनी तो ओढ़ा दो, दिन की चादर अभी उतारी है।

दिल की उम्मीदों का हौंसला तो देखो, इंतजार उसीका है जिसको अहसास तक नहीं !

यह हमेशा याद रखना,एक अच्छे दिनों के लिए,बुरे दिनों से लड़ना पड़ता हैं..Yah hamesha yaad rakhna,Ek acche dino ke liye,Bure dino se ladna padta hain…

एक उमर गुज़ार आये तो महसूस हुआ ~ इस तरह तो जीने का इरादा ही नहीं था

No अभिमान😃 Give रिस्पेकट take रिस्पेकट😎 ऐसे ना देख पगली प्यार हो जाऐगा😉

भुट्टे सी हो गयी है ज़िंदगी अपनी, ~ लोग अपनी मर्ज़ी के मुताबिक़ भुंजते हैं

हुआ जो यह मन हलका तो उड़ने लगता है गर कहीं हो जाए भारी फिर बरसने लगता है!!!

उन्हे हम याद आते है मगर फुर्सत के लम्हों में, मगर ये बात ~ भी सच है की उन्हे फुर्सत नहीं मिलती..

हमे अपना इश्क तो एकतरफा और अधूरा ही पसन्द है पूरा होने पर तो आसमान का चाँद भी घटने लगता है!!! ****************************************

लफ़्ज़ों का कारीगर हूँ, दर्द तराशता हूँ… चीख़ भी निकल जाती है और शोर भी नहीं होता

सुनता नहीं है दिल मेरासिर्फ उसी पर मरता..अब तो फुर्सत में उसकीमुस्कान याद करता..

ज़िंदगी की जंग में ऐसा मुक़ाम आना चाहिए, ~ जीत ‘मिले’ या ‘हार’ शानदार होना चाहिए।।

यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता, मुझे गिरा के अगर तुम ,संभल सको तो चलो

अगर तू इत्तिफ़ाक़न मिल भी जाए, ~ तेरी फ़ुर्क़त के सदमे कम न होंगे

तू इक क़दम भी जो मेरी तरफ़ बढ़ा देता ~ मैं मंज़िलें तेरी दहलीज़ से मिला देता…

उड़ा दो सारी रंजिशें इन हवाओं में , ~ छोटी सी जिंदगी है , नफ़रत कब तक करोगे….. ???

👉जितना बदल सकते ☝️ 👉थे बदल लिया खुद को😇 👉अब जिसको तकलीफ है 👿 👉वो अपना रास्ता बदले 😎

किसका वास्ता देकर मैं रोकता उसे, ~ खुदा तक तो मेरा, बन चूका था वो…

यही दुआ करता हूँ खुदा से आपकी ज़िन्दगी में कोई गम न हो, जन्मदिन पर मिले हज़ारो खुशियां.. चाहे उनमे शामिल हम न हो।

मुद्दतों कायम रहा ‘दिलों’ में अपना डेरा, ~ हम जहाँ भी रहे अच्छे-खासे रहे…

यहाँ किसी को भी कुछ हस्ब-ऐ-आरजू ना मिला किसी को हम ना मिले और हमको तू ना मिला!!!

वो अनजान चला है,जन्नत पाऩे की खातिर ~ बेखबर को इत्तला कर दो,कि माँ-बाप घर पर ही है. ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

हुई सूरत न कुछ अपनी शिफ़ा की ~ दवा की मुद्दतों बरसों दुआ की

दिन रात मेहनत करकेकमा रहा हूं मैं दौलत..सुकून के पलों के लिएनहीं मिलती है फुरसत..

आपके तर्के-ताल्लुक के बावजूद, ~ आप ही हो मेरे ख्यालो-ख्वाब में.. ****************************************

तुम कुछ ना कर सकोगे मेरा मुझसे दुश्मनी करके ~ मोहब्बत कर लो मुझसे अगर मिटाना ही चाहते हो…

वक़्त के पंजे से बचकर कौन कहॉं गया है.. मिट्टी से पूछिये, सिकंदर कहा है…

उनको तो फुरसत नहीं,दीवारो तुम ही बात कर लो मुझसे।।

जिंदगी में खुश रहना है तोसमस्या के हल होना चाहिए,प्यार के लिए जिंदगी मेंफुर्सत का पल होना चाहिए.

बचपन में पैसे नहीं मिलते थे मगर खुदा क़सम फुर्सत सुकून और चैन बहुत मिलता था।

वही टूटी हुई कश्ती, वही पागल हवाएँ हैं ~ हमारे साथ दुनिया में नया कुछ भी नहीं होता ….

आप के बाद हर घड़ी हम नेआप के साथ ही गुज़ारी हैAap ke bad Har Ghadi HumneAapke sath hi Gujari hai

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