Fool Shayari In Hindi : अब ये नन्हा फूल बिन माली सा लगता है, माई तेरे बिन सब कुछ खाली सा लगता है. बहारों की नजर में फूल और काँटे बराबर है, मोहब्बत क्या करेंगे दोस्त दुश्मन देखने वाले।
इन हसीनों से रस्म-ए-वफ़ा, और दिल लगाना सरासर भूल है, जिस दिन ये इकरार करें मोहब्बत का, समझ लेना उस दिन अप्रैल फूल है।
फूल सा नाजुक दिल होता हैं,इश्क़ में संभालना मुश्किल होता हैंं |
बन के गुलाब कांटे चुभा गया एक शख्स, हुआ चिराग तो घर ही जला गया एक शख्स, तमाम रंग मेरे और सारे ख्वाब मेरे, फ़साना था के अफसाना बना गया एक शख्स।
दिमाग वाले हो, पता करो कि आज ये अफवाह कौन फैला रहा है। Happy April Fool Day
हसरतें ना यूँ पाल कर रखिये !!जो मिला है उसे संभाल कर रखिये !!
उसने छूकर हाथों को फूल सा महका दिया,मोहब्बत भी क्या-क्या कमाल करती है |
मूर्खता के इस पावन पर्व और पवित्र त्यौहार पर !!मूर्खो के सरताज को तहे दिल से !!हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !!अप्रैल फूल मुबारक हो !!
आपकी तारीफ क्या करूँ, आपतो ‘ICE’ की तरह कूल हैं, आपको प्यार करना मेरी सबसे बड़ी भूल है, अब ज्यादा नाराज़ मत होना क्योंकि आज अप्रैल फूल है…
गुलाब का फूल बाग में खिल रहा है !!कमल का फूल तालाब में तैर रहा है !!जैस्मिन का फूल चमन में महक रहा है !!अप्रैल का फूल फोन में संदेश पढ़ रहा है !!
ऐसा दोस्ताना हमारा !!मैं कश्ती तू किनारा !!मैं धनुष तू तीर !!मैं पालक तू पनी !!मैं वर्षा तू बादल !!मैं मीट तू चावल !!मैं हॉट तू कूल !!मैं अप्रैल तू !!
आज सुबह से बहुत अजीब सा लग रहा था !!फिर जा कर याद आया कि मैंने तो तुम्हे मुबारकबाद ही नहीं दी !!लो अब सही !!
फूलों से खूबसूरत कोई नहीं, सागर से गहरा कोई नहीं, अब आपकी क्या तारीफ करूँ, दोस्त में आप जैसा नालायक कोई नहीं।
अब के हम बिछड़े तो शायद ख्वाबों में मिले,जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें |
काटों से गुज़र जाता हूँ दामन को बचा कर फूलो की सियासत से, मै बेगाना नहीं हूँ
आप बागों के सबसे हसीं गुल हैं, हम तो बस आपके कदमों की धूल हैं, अब ज्यादा गुरुर मत करना क्योंकि आज अप्रैल फूल है…
आज फर्स्ट अप्रिल हैं !!देखते हैं कौन हमे उल्लू बनाते हैं !!अन्जान बनकर हि सही, हम अपनी दोस्ती निभाते हैं !!
वो फूल नही, फूलों की टोकरी थी, वो सचमुच कमाल की छोकरी थी.
न किसी के दिल की हूँ आरजू,न किसी नजर की हूँ जुस्तजू,मैं वो फूल हूँ जो उदास हैंन बहार आये तो क्या करूँ |
आप बागों के सबसे हसीं गुल है !!हम तो बस आपके कदमों की धूल है !!अब ज्यादा गुरूर मत करना !!क्योंकि आज अप्रैल फूल है !!
फूल मधुमक्खी का सपना नहीं देखता यह खिलता है और मधुमक्खी आती है।
पागल हैं वो लोग जो 14 Feb को अपने प्यार इज़हार करते हैं !!मेरी मानो तो 1st अप्रैल को प्यार का इज़हार करो !!मान गई तो कूल वरना कह दो बहन जी April Fool !!
मूर्खता के इस पावन प्यारे पवित्र !!त्यौहार पर मूर्खों के सरताज को !!तहे दिल से हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !!!! शुभ अप्रेल फूल !!
फूलों का बिछाना है जिंदगी यह सोच कर आए थे,कांटे छुपते ही जिंदगी तकलीफ सी देने लगी है |
मैं अगर फूल हूं तो तेरे बालों में क्यों नहीं,तू अगर तीर है तो मेरे कलेजे के पार हो |
आप आए तो बहारों ने लुटाई खुश्बू,फूल तो फूल थे काँटों से भी आई खुश्बू |
इश्क के फूल खिलते हैं तेरी खूबसूरत आंखों में, जहां देखे तू एक नजर वहां खुशबू बिखर जाए.
कोई आपके लिए फूल लाये, इसका इंतजार मत करो अपना ख़ुद का बगीचा लगाकर अपनी आत्मा को सजा लो
ख़ुशी से खिला रहता है फूल उसके चारो तरफ होते है शूल
आप तो गुलदस्ता का सबसे खुबसूरत फूल हैं हम तो बस आपके कदमो का धुल हैं
अपने किरदार को मौसम से बचाए रखना, लौट कर फूलों में वापस नहीं आती खुशबू.
आपके होठों पर सदा खिलता गुलाब रहे, आप जिन्हें चाहे वो सदा आपके पास रहे।
हम ने काँटों को भी नरमी से छुआ है अक्सरलोग बेदर्द हैं फूलों को मसल देते हैंं|
सारे शहर की खुशियाँ मैं तुम पर लुटा दूँ जिस रास्ते से तू गुजरे वहां फूल बिछा दूँ
अबके हम बिछड़े तो शायद ख्वाबो में मिलेजिस तरह सूखे फूल किताबो में मिले
जब तुम आईने के पास जाते हो !!तो आईना कहता है ब्यूटीफुल ब्यूटीफुल !!जब तुम आईने से दूर जाते हो !!तो आईना कहता है अप्रैल फूल अप्रैल फूल !!
हम जान छिड़कते हैं जिस फूल की ख़ुशबू परवो फूल भी कांटों के बिस्तर पे खिला होगा |माधव मधुकर
पगली तू गुलाब की फूल हैजिसे न तो मै तोड़ सकता हुन ही छोड़ सकता हु
सीने में दिलदिल में दर्द,दर्द में यकीन,यकीन में ख्याल,ख्याल में ख्वाब,ख्वाब में तस्वीर,तस्वीर में आप,इतना डरावना ख्वाब,बाप रे बाप।
हमने अप्रेल फूल मनाया !!तो उन को गुस्सा आया !!हमारा क्या कसूर !!जमाने का कसूर जिसने यह दस्तूर बनाया !!अप्रेल फूल मुबारक हो !!
फूल सबसे प्यारी चीजें हैं जिन्हें भगवान ने कभी बनाया है और एक आत्मा डालना भूल गए हैं
काश कोई मूर्खो की प्रतियोगिता होती !!तो पहला इनाम आपको ही जाता !!और जैसे ही आप इनाम लेने स्टेज पे जाते !!तो चीफ गेस्ट आपको सूंघ कर ही मर जाता !!
आने वाला कल तुम्हारा है, तुम्हारा थाऔर तुम्हारा रहेगा, पूछो क्यों?क्योंकि कल १ अप्रैल है।हैप्पी अप्रैल फूल डे।
वो तो ख़ुश-बू है हवाओं में बिखर जाएगामसअला फूल का है फूल किधर जाएगा |परवीन शाकिर
जा के कोई कह दे, शोलों से चिंगारी से फूल इस बार खिले हैं बड़ी तैयारी से बादशाहों से भी फेके हुए सिक्के ना लिए हमने खैरात भी मांगी है तो खुद्दारी से
पति ने पत्नी का हालचाल जानने के लिए टाइप किया, अब कैसा है सिरदर्द?लेकिन टाइप एरर हो गया और टाइप हो गया कैसी हो सिरदर्दपति तब से लापता
अब के हम बिछड़े तो शायद ख़्वाबों में मिलें जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें अहमद फ़राज़
अगर फुल है गुलाब 🌹 का तो उसे भेज दिया करो, और अगर महिना हो एप्रिल का तो फिर सभी को एप्रिल फुल Wish कर दिया करो 🙏…💐मुर्ख दिवस की हार्दिकशुभकामनाएं!💐
एक पागल था !!बिल्कुल पागल था !!एकदम पागल था !!पागलों का पागल था !!लेकिन घबराओ नहीं !!आपके सामने कुछ भी नहीं था !!
इस हसीनों से रस्में वफ़ा और दिल लगाना सरासर भूल हैं !!जिस दिन ये इन्कार करें मोहब्बत का समझ लेना !!उस दिन अप्रैल फूल हैं. हैप्पी अप्रैल फूल !!
जिन्दगी की जमी पर ताउम्र बरसे हंसी की फुहार,ठहाको की गूंज से, गमो को दूर से ही करिये नमस्कार,मुबारक हो आपको यह मुर्ख दिवस का त्यौहार।।
पतझड़ दूसरा वसंत है जब हर पत्ता एक फूल होता है।
लोग काँटों से बच के चलते हैं, मैं ने फूलों से ज़ख़्म खाए हैं.
आज के दिन हसलो और हसालो !!अपने दिल को बेतहाशा बहलालो !!अब जाओ भी किसी को ढूंढो !!और उसे अप्रैल फूल बनालो !!
इश्क ने गूथें थे जो गजरे नुकीले हो गए तेरे हाथों में तो ये कंगन भी ढीले हो गए फूल बेचारे अकेले रह गए है शाख पर गाँव की सब तितलियों के हाथ पीले हो गए
काश कोई मूर्खो की प्रतियोगिता होती !!तो पहला इनाम आपको ही जाता !!और जैसे ही आप इनाम लेने स्टेज पे जाते !!तो चीफ गेस्ट आपको सूंघ कर ही मर जाता !!
सीने में दिल दिल में दर्द, दर्द में यकीन, यकीन में ख्याल, ख्याल में ख्वाब, ख्वाब में तस्वीर, तस्वीर में आप, इतना डरावना ख्वाब, बाप रे बाप।
मेरी मानो तो 1 अप्रेल को प्रोपोस करो !!मान गई तो बड़िया, गुस्सा किया तो ‘अप्रेल फूल nn!! अप्रेल फूल की हार्दिक बधाई हो !!
गुलाब का फूल बागों में खिल रहा है चमेली का फूल,चमन में महक रहा है कमल का फूल पानी में तैर रहा हैऔर अप्रैल का फूल मेरा Message पढ़ रहा है।
फूल तो दो दिन बहारे जां फिज़ा दिखला गएहसरत उन गुंचों पे है जो बिन खिले मुरझा गए |ज़ौक़
फूल तो दो दिन बहारे जां फिज़ा दिखला गए हसरत उन गुंचों पे है जो बिन खिले मुरझा गए।
ऐसा दोस्ताना हमारा.. मैं कश्ती तू किनारा,में धनुष तू तीर, मैं मटर पनीर,मैं वर्षा तू बादल, मे राजमा तू चावल,मैं HOT 🔥 तू COOL,💧 मैं अप्रैल तू..?🤪
काटों से गुज़र जाता हूँ दामन को बचा करफूलो की सियासत से, मै बेगाना नहीं हूँ
फूलों से ज्यादा महक आएगी तुम्हारे हाथों से, किसी के रास्ते से काँटा हटाकर तो देखो।
संता बंता से : अप्रैल फूल मनाया? बंता : हाँ! संता : बीवी के साथ! मैंने उसको 3 बार तलाक दिया जब वोह रोने लगा तो हम बोला अप्रैल फूल, अप्रैल फूल…!
ये नर्म मिजाज़ी है कि फूल कुछ कहते नहींवरना कभी दिखलाइए कांटों को मसलकर
चंद सिक्कों में बिकता है यहाँ इंसान का ज़मीर !!कौन कहता है मेरे मुल्क में महंगाई बहुत है !!
अपनी यादों की ख़ुशबू भी हमसे छीन लोगे क्या? किताब-ए-दिल में अब ये सूखा गुलाब तो रहने दो.
पगली तू बगीचे की सबसे खुबसूरत गुलाब का फूल हैं और उस फूल में मेरी जान बसती हैं
स्वयं पर श्रद्धा करना सीखिए आत्मश्रद्धा के बल पर !!अपने पैरों पर खड़े हों और शक्तिशाली बनें !!
इस कदर हम आपको चाहते हैं !!कि दुनिया वाले देख के जल जाते हैं !!
दिल की किताब में गुलाब उनका था, रात की नींद में ख्वाब उनका था, कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा, मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था.,
मोहब्बत की नजर से किसी और को देखा नहीं मैंने,सूख गया तेरी गुलाब मगर फेका नहीं मैंने |