Flirting Shayari For Beautiful Girl In Hindi : तेरे नाम की हम दिन रात आहें भरते हैं, कैसे कहें कि तुझको कितना प्यार करते हैं। जनाब जो इतना हसीन बनके आओगे, हम सँभलते रह जायेंगे, तुम फ़िरसे फिसलाओगे।
अपनी मोहब्बत कि खुशबू से नूर कर दे, जुदा न हो सकु इतना मगरुर कर दे, मेरे दिल मे बस जाए वफ़ा तेरी , किसी और को ना देखु मुझे इतना मजबूर कर दे..
मदहोश करती हैं बाते तेरी… गर कहतें हैं नशा इसको तो तलब मंजूर हैं हमे…
जिंदगी जहान है जियो हक से,प्यार छोड़ो, फ़्लर्ट करो सब से.
डूब के तेरी आँखों में पल भर के लिए, हसरत है तेरी हो जाने की हर पल के लिए।
मेरी साँसों पर नाम बस तुम्हारा है, मैं अगर खुश हूँ तो ये एहसान तुम्हारा है।
मेरे दिल से उसकी हर, गलती माफ हो जाती हैं ||जब वो मुस्कुरा के पूछती है, नाराज हो क्या ||
शान से हम तेरे दिल में रहेंगे, तेरी मोहब्बत पे जान निसार करेंगे, देख के जलेगी हमे दुनियाँ सारी, इस कदर बे-पनाह प्यार तुझे करेंगे.
क्यूँ ना हो उन्हें परवाह हमारी जो हम इतने बेपरवाह है, जरूरत ही नहीं साबित करने कि हम खुद ही गवाह है।
नहीं पसंद मोहब्बत में ज़रा सी भी मिलावट हमको,अग़र वो ख़्वाब भी देखे तो हमारे देखे
आंखों को अपनी बंद ना कर लू तो और क्या करूं….! आखिर देखना ही क्या….? उसे देखने के बाद…!!❤️
उड़ते आँचल में दिखती कमर को मैं छुपाना चाहता हूँ…! इज़ाज़त हो तो में तुम्हारे पल्लू में आलपिन लगाना चाहता हूँ…!
दिल पर आये हुए इल्जाम से पहचानते हैं,लोग अब मुझे तेरे नाम से पहचानते हैं।
यू तो दिल और नियत से तो साफ है हम, बस शब्दो में थोड़ी शरारत लिए फिरते है हम।
तुम मिल गई तो मुझ से नाराज है खुदा,कहता है कि तू अब कुछ माँगता नहीं है।
तेरी बाहो में सुबह तेरी ज़ुल्फो में रात करनी है तू इतनी खूबसूरत है मुझे ज़िन्दगी तेरे नाम करनी है।
बेवफ़ा तेरा चेहराभूल जाने क़ाबिल नहीं तू इतनी खूसूरत है मग़रदिल लगाने क़ाबिल नहीं।
कहाँ से लाऊँ वो लफ्ज़ जो सिर्फ तुझे सुनाई दे , दुनियाँ देखे अपने चाँद को मुझे बस तूही दिखाई दे ।
मैं फना हो गया उसकी एक झलक देखकरना जाने आइने पर हर रोज क्या गुजरती होगी
मेरे लफ़्ज़ों में क्या है!! तरह-तरह से एक बस तुम्हारा ज़िक़्र!!!
बस इतना है तुमसे कहना, हमेशा मेरे ही होक रहना.
सिर्फ एक ही बात सीखी इन हुस्न वालों से हमने, हसीन जिसकी जितनी अदा है वो उतना ही बेवफा है।
मुझे तो तुमसे नाराज़ होना भी नहीं आता, ना जाने तुमसे कितनी मोहब्बत कर बैठा हूँ मैं.
छोटी सी लिस्ट है मेरी ख़्वाहिशों की, पहले भी तुम और आख़िरी भी तुम।
तू सर से लेकर पाव तक खूबसूरत है मग़र तेरे दिल में वो बात नहीं जो मेरे दिल में है।
गुलाब जैसे सुर्ख गुलाब है होंठ उनके,नज़र भर देखते रहो तो खिलने लगते है।
तेरे दिल की महफिल सजाने आए थे, तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे! ये तो बता किस बात की सजा दी तूने ओ बेवफा। हम तो तेरे दर्द को अपना दर्द बनाने आए थे॥
गुरूर हुस्न पर इतना ही कर कि बुरा न लगे,,,, तू सिर्फ़ खुबसूरत लगे … ख़ुदा न लगे..
तेरे आंखो में कभी आंसू नहीं आने देंगे तू इतनी ख़ूबसूरत है तुझे दिल से नहीं जाने देंगे।
तेरे नाम की हम दिन रात आहें भरते है, कैसे कहें कि तुझको कितना प्यार करते है।
लत तेरी ही लगी है, नशा सरेआम होगा, हर लम्हा जिन्दगी का सिर्फ तेरे नाम होगा।
किन लफ्जों में लिखूँ मैं अपने इंतज़ार को तुम्हें, बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूंढ़ता है खामोशी से तुझे।
रब ना करे कि इश्क़ की कमी कभी किसी को सताये, लो कर लो जी भर के प्यार, हम तुम्हारे लिए ही है आये।
दीवानगी मे कुछ ऐसा कर जाएंगे। महोब्बत की सारी हदे पार कर जाएंगे, वादा है तुमसे दिल बनकर तुम धड़कोगे और सांस बनकर हम आएँगे।।
तुम्हारी मीठी बातों में इस कदर खो जाता हूँ,ख़्वाबों में ही सही तुम्हें अपनी बाँहों में पाता हूँ.
सच्ची मोहब्बत ज़िन्दगी में सिर्फ एक बार, होती है और जब होती है तो कोई भगवन, या खुदा उसे नाकामयाब नहीं होने देते।
घर जाते ही अपनी नजर उतार लेना…! हमने इश्क की नजरों से देखा है तुम्हें…!!
उन्होनें कहा तुम्हारी आंखें बहुत खूबसूरत हैं,हमने भी कह दिया तुम्हारे ख़्वाब जो देखती हैं
लम्हे लम्हे मैं बसी हैतुम्हारी यादों की महकयह बात और हैंमेरी नज़रों से दूर हो तुम…
तेरे हुस्न को परदे की जरुरत क्या हैकौन रहता है होश में तुझे देखने के बाद
तेरी आँखों में कुछ ऐसा नशा है… तुम दिल में , दिल आंखों में बसा है…
उड़ते आँचल में दिखती कमर को मैं छुपाना चाहता हूँइज़ाज़त हो तो में तुम्हारे पल्लू में आलपिन लगाना चाहता हूँ
तेरे ख्याल से ही एक रौनक आ जाती है दिल में। तुम रूबरू आओगे तो जाने क्या आलम होगा।।
आंसू तेरे निकले और आँखें मेरी हो,दिल तेरा धड़के और धड़कन मेरी हो,खुदा करे हमारी दोस्ती इतनी गहरी हो,की नौकरी तुम करो और सैलरी मेरी हो….
जो फ़ना हो जाऊं तेरी चाहत में तो ग़ुरूर ना करना……..!!ये असर नहीं तेरे इश्क़ का, मेरी दीवानगी का हुनर है………. !!
कभी यूँ भी आओ हमसे मिलने, कि ये दिल्लगी भूल जाओ, और बस दिल लगा बैठो।
कितनी मासूमियत है उनके चेहरे पर,सामने से ज्यादा उन्हें छुपकर देखना अच्छा लगता है।
ओये मेरी जान गुस्सा करेगी तो भी तेरे, पास ही आऊंगा क्योंकि तेरे बिना एक पल भी, रहने की अब आदत नहीं है मुझे।
धीरे से लबों पे आया एक सवाल हैतू ज्यादा खूबसूरत ये तेरा ख्याल है
अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं।
मुझसे अच्छा तो तेरे होंठों पर निखरा तिल है जब मुस्कुराती है तू दुनियाँ को नज़र आता है !
कोई तुम सा हो लेकिन किसी और का ना हो.
इज़हार से नहीं इंतज़ार से पता चलता है, मोहब्बत कितनी गहरी है, आप क्यों नहीं समझते, नहीं रहा जाता आपके बिन, अपना ख्याल रखा करो जान।
माना के सितारों से मोहब्बत है तुम्हें लेकिन , जुगनूओं का दिल दुखाया ना करो
आँखे खुलते ही तुझे सोचते है दिन की शुरुआत रोज़ कमाल की होती है।
ख्वाइश है बस तुम्हे पाने की और कोई हसरत नहीं इस दीवाने की शिक़वा तुम से नहीं खुदा से है क्या ज़रूरत थी तुम्हें इतना हसीन बनाने की।
उनसे कह दो कि नज़रें बा – खूब मिलाया करें, कभी कुछ पल मेरे पहलू में भी मुस्कुराया करें
बहक जाती है शराब भी, जब महकता है तेरा “शबाब”, उफ्फ़…! तेरे गुलाबी होंठ हैं या तेरे होंठों जैसा गुलाब…!!
हर लम्हा तेरी याद का पैगाम दे रहा है, अब तो तेरा इश्क़ मेरी जान ले रहा हैं.
मैंने वक्त के पहिये को, धीरे और तेज चलते देखा है, अरे तुम गैरो की बात करते हो, मैंने अपनों को बेवफा करते देखा है॥
2 दिलों की धड़कनों में साज होता है, सभी को अपनी मोहब्बत पर नाज होता है! प्यार में हर कोई नहीं होता बेवफा, बेवफ़ाई के पीछे भी कोई राज होता है।
काश !!! बचपन का चमत्कार फिर से हो जाएँ,कोई लड़की बिना मांगे गलों पर Kiss दे जाएँ।
वो तेरी कातिल मुस्कुराहट भी क्या जालिम थी,जो हमें खुद से दूर ले गयी
सुबह आँखे खुली तो समझ में आया, वो ख्वाब था जिसमें मैं तेरे साथ था.
रूठ कर कुछ और भी हसीन लगते हो,बस एहि सोच कर तुमको खफा रखा है
धड़कने मेरी बेचैन रहती है आजकल, क्योंकि तेरे बिना ये धड़कती कम और तड़पती ज्यादा है।
तुम्हे देखने की जो आदत पड़ी हैं न…. की हर चेहरा ही हमे अब तुमसा दिखता हैं…
जिंदगी में मेरी हंसी का राज तुम हो. मेरी हर ख़ुशी का नाम तुम हो. कर लूंगा में ज़माने से तुम्हारे लिए शिकवा. ज़माने की शिकवा का एहसास तुम हो
जरा जरा सा था पर था कमाल कावो तेरा मुस्कराना जो हम ले डूबा।
ढाया है खुदा ने हम दोनों पर जुल्म तुम्हें हुस्न देकर और मुझे इश्क देकर
जो कहीं का नहीं रहता वो कहाँ जाये, इश्क़ में दिल टूट जाए तो क्या किया जाये.
हमें सीने से लगाकर हमारी सारी कसक दूर कर दो, हम सिर्फ़ तुम्हारे हो जाए हमें इतना मजबूर कर दो।
ठहर सके जो लबों पे हमारे,हँसी के सिवा है मजाल किसकी।