1866+ Fauji Shayari In Hindi | आर्मी शायरी

Fauji Shayari In Hindi , आर्मी शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: September 23, 2023 Post Updated at: August 26, 2024

Fauji Shayari In Hindi : अपना घर छोड़ कर, सरहद को अपना ठिकाना बना लिया,जान हथेली पर रखकर, देश की हिफाजत को अपना धर्म बना लिया.जय हिन्द मेरे जज्बातों से मेरा कलम इस कदर वाकिफ हो जाता हैं,मैं इश्क भी लिखना चाहूँ तो इन्कलाब लिखा जाता हैं.जय हिन्द

हमारे फौजी भाई क्या मिसाल रखते हैं ये छोटे से बटुए में पूरा परिवार और दिल में हिन्दुस्तान रखते हैं।

आम शक्श किसी के प्यार में आशिक़ बना फिरा घूमता है, और एक फौजी सिर्फ अपने वतन की महोब्बत का आशिक़ होता है।

🥶ठंड ऊनको 😎Lagti है जिनके🤒Karmo मे दाग💢 Hai, हम तो 🤠फौजी है हमारी तो👀 Aankho में भी 🔥आग है 😇

सर्दी, गर्मी या हो बरसात,हर मुश्किल से मुश्किल घड़ी मेंसरहद पर जागता है फौजी पूरी रात।सभी फौजी भाइयों को 15 अगस्त 2023 की हार्दिक बधाई

चीर के बहा दूं लहू दुश्मन के सीने का यही तो मजा है फौजी होकर जीने का जय हिन्द

मेरे दूर जाने का तुम गम न करना बस मेरे देश को हमेशा महफूज रखना.

बात ये हवाओ को बताएं रखना!!मेरा वतन रोशन होगा दीये जलाए रखा है!!मेहफ़ूज़ जिसे अपना लहू बहाकर!!दिल में उस तिरंगे को सदा बसाए रखना!!

दुश्मन की छाती पर तिरंगे को लहराऊंगा या तो फिर तिरंगे में लिपट कर आऊंगा

यदि अपना शौर्य सिद्ध करने से पूर्व मेरी मृत्यु आ जाए तो ये मेरी कसम है कि मैं मृत्यु को ही मार डालूँगा।

हमारी दिवाली में इस लिए जगमगाहट होती है क्योंकि सरहद पर कोई हमारे लिए अँधेरे में खड़ा है..

बाज़ी लगा देंगे अपनी जान की, जब बात चलेगी हिंदुस्तान की।

आर्मी तो हे देश की शानजिन्दादिली हे जिसकी पहचान।

लथ पथ थी खुन से खाया, फिर भी देश के काम आया।

उन सभी मां बाप को मेरा शत् शत् नमन, जिन्होंने दिया एक फौजी शेर को जनम।

वतन की मोहब्बत में, खुद को तपाये बैठे हैं, मरेंगे वतन के लिए, शर्त मौत से लगाये बैठे हैं..|

जो अब तक ना खोला वो खून नहीं पानी है, जो देश के काम ना आए वो बेकार जवानी है ।।

सरहद पर एक फौजी अपना वादा निभा रहा हैं,वो धरती माँ की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा हैं.जय हिन्द

कभी ठण्ड में ठिठुर कर देख लेनाकभी तपती धुप में जल के देख लेनाकैसे होती है हिफाजत मुल्क कीकभी शरहद पर चलकर देख लेना।जय हिन्द

आप पूरे देश को अपना परिवार समझते हैं। प्रत्येक सेना के जवान को स्वतंत्रता दिवस 2023 की घणी-घणी शुभकामनाएं।

इंडियन आर्मी की शान मेंपेश है देश की हर बेशकीमती चीज़..मगर वीरता का हर मेडल हैआर्मी के हर जवान को अजीज़..

अपना घर छोड़ कर, सरहद को अपना ठिकाना बना लिया,जान हथेली पर रखकर, देश की हिफाजत को अपना धर्म बना लिया.जय हिन्द

जिन्दगी जब तुझको समझा तो फिर मौत क्या चीज हे ए वतन तू ही बता की तुझसे बड़ी क्या चीज हे

तन की मोहब्ब्त में खुद को तपाए बैठे है, मरेंगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाए बैठे है।

मुझे दुःख है के मेरे पास एक ही जान है, इस देश पर न्योछावर करने के लिए। #Respect Indian Army

लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा, मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।

हमारे देश का झंडा हवा से नहीं बल्कि उन फौजियों की आखरी सांस से लहराता है जो देश के लिए शहीद हुए हैं।

हमारी दिवाली में रोशनी इसलिए हैं क्योंकि सरहद पर अँधेरे में कोई खड़ा हैं.

आसान कोनी फौजी कहलाना, रगो में जज्बातां की जगा लोहा भरना पड़ा करै. जय हिन्द

या तो मै तिरंगा गाड़ कै आऊंगा.या फेर तिरंगा मै लिपट कै आऊंगा.जय हिन्द

आज़ादी का जोश कभी कम ना होने देंगे, जब भी ज़रूरत पड़ेगी देश के लिए जान लुटा देंगे. क्योंकि भारत हमारा देश है, अब दोबारा इस पर कोई आंच ना आने देंगे |

बड़ा तप और बड़ी कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है, एक फौजी बनना इतना आसान थोड़ी होता है।

कश्मीर में सर्दी नहीं होती,मुंबई में गर्मी में नहीं होती,हम भी घर जाके हर त्यौहार मनाते,अगर हमारे जिस्म में यह वर्दी नहीं होती।

हर कोई जानता है की भारतीय सेना साहस का दूसरा नाम है। #जय हिन्द

क्यूं मरते हो यारो सनम के लिए!!ना देगी दुपट्टा कफन के लिए!!मरना है तो वतन के लिए मरो!!तिरंगा तो मिलेगा कफन के लिए!!

जो तुम्हारे लिए लाइफ टाइम एडवेंचर है वो हमारे लिए यहां रोज की रूटीन है। जय हिन्द

इन्सान फौजी तभी बनता है, जब वो देश के लिंए मरने को तैयार हो.!

जो खतरों से खेले उसे खिलाड़ी कहते हैं, जो जख्मी होने के बाद भी दुश्मन को मार गिराए उसे फौजी कहते हैं।

हमें उकसाया ना करो हम भारत के जवान हैंना रहेगा बांस ना रहेगी बांसुरी जो तुम्हारा पाकिस्तान है

जो पूरी रात जागते हैं जरूरी नहीं वो सिर्फ आशिक ही हो, वो देश पर मर मिटने वाला जवान भी हो सकता है…

कभी ठंड में ठिठुर के देख लेना, कभी तपती धूप में जल के देख लेना, कैसी होती है हिफाज़त मुल्क की, कभी सरहद पर चल के देख लेना.!

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा.!

अपने सारे गमों को भुलाकरवो खड़ा रहता है सरहद पर,तभी खुशियों से जीते हैं हम घर पर।Happy Independence Day to Soldiers

बाज़ी लगा देंगे अपनी जान की,जब बात चलेगी हिंदुस्तान की..!!

वो ज़िन्दगी क्या जिसमें देशभक्ति न हो,और वो मौत क्या जिसमें तिरंगा साथ न हो।

ये जो थोड़ा तुम्हें सुकून है,इस के पीछे वर्दीवालों का खून है।

शहीदों की चिताओं पर!!लगेंगे हर बरस मेले!!वतन पे मर मिटने वालों का!!बाकी यही निशांन होगा!!

एक फौजी कितना भी बूढ़ा हो जाये, कहलाता जवान ही है।

सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ खींची लकीरों से,ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों से.जय हिन्द

वोक्या सफलहोगा , जोनिर्भर होगैरों पर, मंजिल तोउसको मिलतीहै , जोचलता होअपने पैरोंपर”

काँप उठा वो विशाल #पर्वत जबफौजी ने लगाई दहाड़।👮🏻‍♀️👮🦁

वतन की मोहब्बत में, खुद को तपाये बैठे हैंमरेंगे वतन के लिए, शर्त मौत से लगाये बैठे हैं।

वो ज़िन्दगी ही क्या जिसमे देशभक्ति ना हो,और वो मौत ही क्या जो तिरंगे में ना लिपटी हो।

वो लड़की बहुत खुश किस्मत होती है!!जिसकी शादी फौजी के साथ होती है!!

वतन की मोहब्बत में, खुद को तपाये बैठे हैं,मरेंगे वतन के लिए, शर्त मौत से लगाये बैठे हैं 🙏🇮🇳

सर्दी मास्टर और लैक्चरों के लिए बढ़ी सहाब,खेत में किसान और सीमा पर जवान तो आज भी वही है..!! -जय हिन्द

चढ़ गये जो हंसकर सूली, खाई जिन्होंने सीने पर गोली,हम उनको प्रणाम करते हैं, जो मिट गये देश पर हम सब उनको सलाम करते हैं..!! -जय हिन्द

तन की मोहब्बत में खुद को तपाए बैठे हैं, मरेंगे वतन के लिए ये शर्त लगाए बैठे हैं ।।

हम वतन के सिपाही है, तन मन धन सब देश के नाम लिख जाएंगे, जान तो क्या रूह भी देश के नाम कर जाएंगे।

वो #ज़िन्दगी ही क्या जिसमे #देशभक्ति ना हो।और वो #मौत ही क्या जो #तिरंगे में ना लिपटी हो।

वो #लड़की बहुत खुश किस्मत होती है।…जिसकी #शादी के #फौजी के साथ होती है।👮🏻‍♀️👮🦁

आ मेरी जमीन अफसोस नहींजो तेरे लिये १०० दर्द साहेमेहफूज रहे तेरी आन सदाचाहे जान ये मेरी रहे ना रहे।

वीर शहीद जो ओढ़ कर आये है कफ़न!!उनको देश और देशवासियों का शत-शत नमन!!

भारतीय सेना का एक लंबा और शानदार इतिहास है, जो दुश्मनों पर जीत से भरा है।

सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ खींची लकीरों से,ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों से.जय हिन्द

वतन हमारा मिसाल हे मोहब्बत कीतोड़ना हे दीवार नफ़रत कीमेरी खुश नसीबी हे मिली ज़िन्दगी इस चमन मेंभुला न सके कोई इसकी खुश्बू सातों जनम में।

लहू ना बहा दूँ जब तक चीर के सीना दुश्मन का..मजा ही नहीं आता है, फौजी होकर जीने का..

कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेनाकभी तपती धूप में जल के देख लेनाकैसे होती है वतन की हिफाजतकभी सरहद पर चल कर देख लेना

अपना लहू बहाकर वतन की सुरक्षा बढ़ाते है,इसलिए तो हम भारतीय फौजी कहलाते है।

मिलते नही जो हक वो लिए जाते हैं, है आजाद हम पर गुलाम किये जाते हैं, उन सिपाहियों को रात-दिन नमन करो, मौत के साए में जो जिए जाते हैं. जय हिन्द

हमारी रक्षा के लिए सिमा पर खड़े है ये ढाल बनकर ये रण में ऐसे लड़ते है जैसे दुश्मनों का काल बनकर !

वो ज़िन्दगी क्या जिसमेंदेश भक्ति न होऔर वो मौत क्या जिसमेंतिरंगा साथ न हो।

देश पर न्योछावर होने वालों के मजारों पर जुड़ेंगे हर बरस मेले,अपने वतन पे मरने वालों का यही बाकी निशां होगा।

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