Farmer Shayari In Hindi : एक बार आकर देख कैसा, ह्रदय विदारक मंजर हैं, पसलियों से लग गयी हैं आंते, खेत अभी भी बंजर हैं. मुफ़्त की कोई चीज बाजार में नहीं मिलती, किसान के मरने की सुर्खियां अखबार में नहीं मिलती।
मर रहा सीमा पर जवान और खेतों में किसान,कैसे कह दूँ इस दुखी मन से कि मेरा भारत महान.
यू आसमा पे पहुच रही कीमते खाद्यान कीफिर भी बिना ऋण विदा हो सकी लाडली किसान की
कृषि विकास के लिए कार्य सही होना चाहिए, किसानों के ऊपर कभी राजनीति नही होना चाहिए.
दहेज़ क्या है उस बाप से पूछना जिसकी बेटी भी चली गई और खेत भी।
किस लोभ से “किसान” आज भी,लेते नही विश्राम हैं,घनघोर वर्षा में भीकरते निरंतर काम हैं.
सरकार जब किसानों को सताती है,तब जनता ऐसी सरकारों को हराती है |
होंटों को दबा कर अपने होंटों मेंतुझको बाहों में लपेट लूंगाफिर उठा कर तेरी टांगों कोतेरे जिस्म की आग सेक लूंगा।।
किस लोभ से “किसान” आज भी, लेते नही विश्राम हैंघनघोर वर्षा में भी करते निरंतर काम हैं
किसानों की तरक्की में जो अवरोध करेगा, किसान मरते दम तक उसका विरोध करेगा.
बळीराजा माझा लय इमानी, कष्टाने पिकवितो पीकपाणी.
कोई परेशान हैंसास-बहू के रिश्तो में,किसान परेशान हैं कर्ज की किश्तों में
खेतों में जब पानी कीजरुरत होती हे तबआसमान बरसता हे याफिर किसान की आंखे।
इज्ज़त और लट्ठ दोनो तैयार रखोजो जिसके लायक हो दे दिया करो।।
ये सिलसिला क्या यूँ ही चलता रहेगा, सियासत अपनी चालों से कब तक किसान को छलता रहेगा.
हमे खिलाने वाले वो किसान अन्नदाता ना जाने कितनी रात साल में कितनी बार भूखे सोते हैं।
घटाएँ उठती हैं बरसात होने लगती है,जब आँख भर के फ़लक को #किसान देखता है।
सोई सरकारों को किसान की ताकत दिखानी होगी,हर राज्य में किसान आन्दोलन की ज्योति जगानी होगी.
बाप से पंगा लेने से पहले सोच लेनामुझसे पंगा लिया तो तेरे पास कुछ नहीं रहनाहम झुका कर गांड भी मार देते हैंज़िंदगी भर फिर दर्द पड़ेगा सहना।।
किसान की समस्या खत्म नही होती,नेताओ के पास पैकेज अस्सी हैं,अंत में समस्या खत्म करने के लिए,किसान चुनता रस्सी हैं.
कागजो पर तो अदालते चलती है ! जाट तो रॉयल छोरे है फैसला ON THE SPOT करते हैं !
सच्ची दोस्ती बेजुबान होती है,ये तो आंखो से बयां होती है,दोस्ती में दर्द मिले तो क्या,दर्द में ही दोस्ती की पहचान होती है.
किसान# का सम्पूर्ण जीवन प्रकृति से #स्थायी सहयोग है.
खेत में सांप का खानदान में बाप का, घर में खाट का और दुनिया मे जाट का बड़ा महत्त्व है !
a दोस्ती वो नहीं जो जान देती है,दोस्ती वो नहीं जो मुस्कान देती है,सच्ची दोस्ती तो वो हैजो पानी में गिरा आंसू भी पहचान ले ती है.
“देश की प्रगति अधूरी। किसान के विकास के बिना नही होगी पूरी।”
मर रहा सीमा पर जवान और खेतों पर किसान,कैसे कह दूं इस दुखी मन से कि मेरा भारत महान।
किसान हैं वो जो अन्न प्रदान करते हैं, देश में खुशहाली बिखेरते हैं।
शिक्षित किसान सबसे ज्यादा ख़ुशहाल होते हैं.
किसान की समस्या खत्म नही होती,नेताओ के पास पैकेज अस्सी हैं,अंत में समस्या खत्म करने के लिए,किसान चुनता रस्सी हैं.
“किसान है हम अगर खिलाना जानते है तो खेलना भी जानते है।”
birthday =5 marchजाती= जाट (किसान 👨🌾)जिला= कुरुक्षेत्र (हरियाणा )देश = भारत 🇮🇳जय किसान 👨🌾किसान एकता जिंदाबादNo farmer 👨🌾no food🥘🥘
उम्मीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे,राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे,महक कम न हो कभी अपनी दोस्ती की,दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे.
गरीब किसान को हैरान देखा, जरूरतों से परेशान देखा, देश कैसा अनोखा है अन्नदाता ही भूखा है.
किसान होता है देश के भविष्य को खुशहाल बनाने वाला, जिसका योगदान हमेशा अमूल्य होता है। 👨🌾
गीत की जरुरत महफ़िल में होती है,प्यार की जरुरत हर दिल में होती है,बिना दोस्त के अधूरी है जिंदगी,क्योंकि दोस्त की जरुरत हर पल में होती है.
तापमान तो AC और कूलर वालोके लिए बढा है साहबखेत में किसान और सीमापर जवानतो आज भी वहीं है
माना गरीब हूं मैं बेटा किसान का मैं ही बनूंगा गौरव भारत महान का।
जब खेती अच्छी होती है, तो देश में प्यार बढ़ता है।
दीवार गिर जाती है किसान के कच्चे मकान कीदबंग्ग जमीन पर कब्जा कर लेते हैं बेजुबान की.#Kisan
मुल्क मे जो सब से ज्यादा परेशान है.उसी मेरे भाई का नाम किसान है.
भारत सरकार अगर किसानों के लिए कुछ करना चाहती हैं तो उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा और स्वास्थ की व्यवस्था कर दे.
देर शाम खेत से किसान घर नहीं आता है, तो बच्चों का मासूम दिल सहम जाता है.
“अगर सब अपनी चीजों पर हक़ दिखाते है तो किसान क्यों ना दिखाए।”
भगवान का सौदा करता हैं,इंसान की क़ीमत क्या जाने?जो “धान” की क़ीमत दे न सके,वो “जान ” की क़ीमत क्या जाने?
आसमान से तोड़ कर सितारा दिया है,आलम-ए-तन्हाई में एक शरारा दिया है,मेरी किस्मत भी नाज़ करती है मुझपे,खुदा ने दोस्त ही इतना प्यारा दिया है.
तेरी दोस्ती ने बहुत कुछ सीखा दिया,मेरी खामोश दुनिया को जैसे हँसा दिया,कर्ज़दार हूँ मैं खुदा का, जिस ने मुझेआप जैसे दोस्त से मिला दिया.
मत मारो गोलियो से मुझे,मैं पहले से एक दुखी इंसान हूँ,मेरी मौत कि वजह यही हैं,कि मैं पेशे से एक किसान हूँ।
यदि उसे अपने काम के लिए रॉयल्टी,माँगने का अधिकार था,वह दुनिया का पहला अमीर,किसान” होता।
चोद चोद के सुबह हो गईलंड पर पद गेस चबानेचूत फेर के गुफ़ा हो गएरे चोदने वाले ।।
जब किसान गरीबी की वजह से मरता है तो पूरा हिंदुस्तान भी मरता है
जो किसान अपने बच्चों कोबड़े शहर भेजता है,वो उन की खुशियों कोदिल पर पत्थर रखकर बेचता हैं.
किसान घर को भी चलाता है,अपने बच्चो को भी पढ़ता है.
करूनी सर्व संकटावरी मात, शेतकरी राबतो दिवसरात
खेती की खुशबू देश की खुशबू होती है। 🌾🇮🇳
मत मारो गोलियो से मुझे मैं पहले से एक दुखी इंसान हूँ, मेरी मौत कि वजह यही हैं कि मैं पेशे से एक किसान हूँ.
शेताच्या बांधावर बसून शेतीची कामं होत नाहीत आणि शेतकऱ्याच्या जन्माला आल्याशिवाय त्याची दुःखे कळत नाहीत!
किसान के लड़के ने अपने नाम के आगे “डाक्टर” जोड़ लिया, गाँव में हल ने कोने में पड़े-पड़े दम तोड़ दिया.
कहा रख दू अपने हिस्से की शराफ़तजहाँ देखूं वहां बेईमान ही खडे हैक्या खूब बढ़ रहा है वतन देखियेखेतों में बिल्डर सड़क पे किसान खड़े है
मैं चाहता हूँ तुझे अपने आगे झुकानाफिर चाहता हूं तुझे अच्छे से दबानामेरी चाहत की हद्दे तो देखोमैं चाहता हूं तुझे हर हाल में पाना।।
“किसानो के हालत जान लो रोटी की कीमत अपने आप समझ आएगी।”
भ्रष्टाचारी सरकारें सत्ता से भगाई जायेगी,किसानों की सोई हुई किस्मत जगाई जायेगी!
वो दिल क्या जो मिलने की दुआ न करे,तुम्हे भूल कर जियूं ये खुदा न करे,रहे तेरी दोस्ती मेरी ज़िन्दगी बन कर,ये बात और है ज़िन्दगी वफ़ा न करे.
गुनाह कर के सज़ा से डरते हैं,ज़हर पी के दवा से डरतें हैं,दुश्मनो के सितम का खौफ नहीं हमें,हम दोस्तों के खफा होने से डरते है.
हमें अपने पूरे जीवन में कभी-कभी डॉक्टर, वकील, इंजिनियर की जरूरत पड़ती हैं परन्तु हर दिन तीन टाइम हमें किसान की जरूरत पड़ती हैं.
आज फिर अखबार की खबर पढ़ दिल भर गया, एक किसान मौसम की मार से मर गया।
ख़ोल चेहरों पे चढ़ाने नहीं आते हमकोगांव के लोग हैं हम शहर में कम आते हैंं |
पूजा करतो मी जमीनीची, पुरखाची संपत्ती काळी माती, बिज पेरल्यावर उगवतं सोनं, धान्य भरघोस देते काळी धरणी!
गलती हो गई बाबा नशे में प्यार करग्या, सायद वो आपणा ए था जो ठंडा वार करग्या !
क्या दिखा नही वो खून तुम्हें,जहाँ धरती पुत्र का अंत हुआ,सच को ये सच नही मान रहा,लो आँखों से अँधा भक्त हुआ।
दिन बीत जाते है सुहानी यादें बनकर,बाते रह जाती है कहानी बनकर,पर दोस्त तो हमेशा दिल के करीब रहते है,कभी मुस्कान तो कभी, आँखों का पानी बनकर.
देशी दारू अर जाट की यारी का मजा ए अलग होवे स !
चीर देता है धरती का सीना, अपना पसीना बहा के, वो इंसान नहीं, देश का किसान है