Fanaa Movie Shayari In Hindi : कहते है प्यार में नींद उड़ जाती है,कोई हमसे भी मोहब्बत करे,कम्बख्त नींद बहुत आती है. ऐसा लगा खुदा ने रख दिया हमारे दिल पे हाथ,लिया नाम हमारा उन्होंने कुछ ऐसी अदा के साथ.
भूल करके अगर हमसे कोई भूल हुई हो,तो भूल समझकर भुला देना,लेकिन भूलना सिर्फ भूल को,गलती से भी हमें न भुला देना…
दर्द से आँखे चार कर लेंगेहम भी इम्तिहान दे देंगेतेरी दोस्ती की खातिर ये दोस्तहम दुश्मनों से भी प्यार कर लेंगे.
तेरे दिले में मेरी साँसों को पनाह मिल जाए, तेरे इश्क़ में मेरी जान फ़ना हो जाए.,
हौशियारी ,तरकीब और धोखा तीनों मिल जाए तो लोग उसे जादू समझते है (धूम 3 )
अधूरी सांस थी, धड़कने अधूरी थी, अधूरे हम,मगर अब चाँद पूरा है फलक पे और अब पूरे है हम.
बेखुदी की ज़िंदगी हम जिया नहीं करते, जाम दूसरों से छीनकर हम पिया नही करते, उनको मोहब्बत है तोह आकर इज़हार करें., पीछे हम भी किसीका किया नहीं करते.,
ऐसा लगा खुदा ने रख दिया हमारे दिल पे हाथ लिया नाम हमारे उन्होने कुछ ऐसी अदा के साथ
काश मैं ऊन का गोला होताऔर उनकी ऊँगली में लिपटा होताकाश वो मेरा स्वेटर बना केगर्मियो में भी पहने रहती..
ना शहर देखो ना बिया बां देखोखुदा का इकलौता नामो निशान देखोबस आँखें उठाओं और रेहान देखो..
दर्द से आँखे चार कर लेंगे, हम भी इम्तिहान दे देंगे.....तेरी दोस्ती के खातिर ए दोस्त, हम दुश्मनो से भी प्यार कर लेंगे
हम चाहते है मोहब्बत हमें फ़ना कर दे, फ़ना भी ऐसे के जिस की कोई मिसाल न हो.,
बेखुदी की ज़िंदगी हम जिया नहीं करते, यूँ किसीका का जाम हम पिया नही करते, उनसे केहदो मोहब्बत का इज़हार आकर खुद करें, यूँ किसीका पीछा हम नहीं करते.,
तेरे दिल में मेरी साँसों को पनाह मिल जाए,तेरे इश्क़ में मेरी जान फ़ना हो जाए…
तेरे दिल में मेरी साँसों को पनाह मिल जाये......तेरे इश्क़ में मेरी जान फना हो जाये
अधूरी सांस थी, धड़कन अधूरी थी, अधूरे हम.....मगर अब चाँद पूरा है फलक पे, और पूरे है हम
अधूरी साँस थी,धड़कन अधूरी थी, अधूरे हम मगर अब चाँद पूरा है फलक पेऔर अब पुर है हम
कहते है प्यार में नींद उड़ जाती है, कोई हमसे भी मोहब्बत करे, कम्भख्त नींद बहुत आती है.,
तुम्हारी खूबसूरती ने खुदा से खत्ता करा दी, कहीं खुद से नज़र न लग जाये, युंकर तुम्हे नज़र न दी.,
अगर अँधा होता, तो दुनिया की सबसे हसीन चीज़ देख नहीं पाता.....आप
अधूरी साँस थी,धड़कन अधूरी थी, अधूरे हम …मगर अब चाँद पूरा है फलक पे …और अब पुर है हम
फ़ना के बाद इस दुनिया में कुछ बाक़ी नहीं रेहता, फ़क़त एक नाम अच्छा या बुरा मशहूर रेहता है.,
शराब पीने दे मस्जिद में बैठकर ग़ालिब.....या वो जगह दिखा दे जहाँ खुद ना हो
अधूरी साँस थी धड़कन अधूरी थी अधूरें हम, मगर अब चाँद पूरा हैं फलक पे और अब पूरे हैं हम.,
आग सूरज में होती है,जलना ज़मीन को पड़ता है,मोहब्बत निगाहें करती है,तड़पना दिल को पड़ता है.
अधूरी सांस थी धड़कन अधूरी थी अधूरें हम,मगर अब चाँद पूरा है फलक पे और अब पूरें हैं हम…
अधूरी साँस थी,धड़कन अधूरी थी, अधूरे हम मगर अब चाँद पूरा है फलक पे और अब पुर है हम
हम तो फना हो गए उनकी आँखे देखकर; ना जाने वो आइना कैसे देखते होंगे!
ना जागते हुए ख्वाब देखा करोंना चाहों उससे जिसे पा न सकोंप्यार कहाँ किसी का पूरा होता हैं,प्यार का पहला अक्षर अधूरा होता हैं…
ऐसा लगा खुदा ने रख दिया हमारे दिल पे हाथ, लिया नाम हमारे उन्होंने कुछ ऐसी ऐडा के साथ.,
उन्हें हुसमे शिकायत है कि हूम हर किसी को देख कर मुस्कुराते हैं,नासमझ है वो न समझे कि हमें तो हर चेहरे में वही नज़र आते हैं…
कहते है प्यार में नींद उड़ जाती हैं,कोई हमसे भी मोहब्बत करें,कमबख्त नींद बहुत आती हैं…
हमसे दूर जाओगे कैसेदिल से हमे भुलाओगे कैसेहम वो खूशबू है जो साँसों में बसते हैखुद की साँसों को रोक पाओगे कैसे..
दिल मिला है इश्क़ करने के लिए, बस इतना समझ लीजिये,एक से करना है या ग्यारह से, वो खुद ही तय कर लीजिये…
कभी कभी एक आदमी का सही, दूसरे का गलत हो सकता है
मरने वाले फ़ना भी पर्दा है, उठ सके गर तो ये हिजाब उठा.,
फूल हूँ गुलाब का चमेली का मत समझना आशिक हूँ आपका अपनी सहेली का मत समझना (फना )
ऐसा लगा खुदा ने रख दिया हमारे दिल पे हाथ लिया नाम हमारे उन्होने कुछ ऐसी अदा के साथ
दर्द से आँखें चार कर लेंगे, हम भी इम्तिहान दे देंगे, तेरी दोस्ती के खातिर ए दोस्त, हम दुश्मनों से भी प्यार कर लेंगे.,
तेरे दिल में मेरी साँसों को पनाह मिल जाए,तेरे इश्क़ में मेरी जान फना हो जाए.
बहुत मुश्किल लगता है उससे दूर रहना, जुदाई के सफ़र को कम करदे, जितना दूर चले गए वह मुझसे, उसे उतना करीब करदे.,
ऐसा लगा खुदा ने रख दिया हमारे दिल पे हाथ,लिया नाम हमारा उन्होंने कुछ ऐसी अदा के साथ.
फूल हूँ गुलाब का चमेली का मत समझनाआशिक हूँ आपका अपनी सहेली का मत समझना..
बैठी है होठों को सिकर, पछताएंगी आप.....इश्क़ जाग उठता है अक्सर, ऐसी ख़ामोशी के बाद
दर्द से आँखें चार कर लेंगे, हम भी इम्तिहान दे देंगे, तेरी दोस्ती की खातिर ऐ दोस्त, हम दुश्मनों से भी प्यार कर लेंगे.,
एगजाम तो बहुत होते है पर बाप एक ही होते है (3 idiots)
आग सूरज में होती है, जलना ज़मीन को पड़ता है.....मोहब्बत निगाहें करती है, तड़पना दिल को पड़ता है
ऐसा लगा खुद ने रख दिया हमारे दिल पे हाथ, लिया नाम हमारा उन्होंने कुछ ऐसी अदा के साथ
ए खुदा आज ये फ़ैसला करदे, उसे मेरा या मुझे उसका करदे, बहुत दुख सहे हे मैने, कोई खुशी अब तोह मुक़दर करदे,
हमसे दूर जाओगे कैसे,दिल से हूमें भुलाओगे कैसे….हम वो खुश्बू है जोसाँसों में बस्तें है,खुद की सासों को रोक पाओगे कैसे..
पहले मुझमें ज़रा खुलकर जी तो ले यूँ बेवजह फ़ना होने की बात न कर.,
कहते है प्यार में नींद उड़ जाती है,कोई हमसे भी मोहब्बत करे,कम्बख्त नींद बहुत आती है.
तेरे दिल में मेरी साँसों को पनाह मिल जाये......तेरे इश्क़ में मेरी जान फना हो जाये
आँखें तो प्यार में दिलकी ज़ुबान होती है, सच्ची चाहत तो सदा बेजुबान होती है, प्यार मे दर्द भी मिले तो क्या गबरना, सुना है दर्द से चाहत और जवान होती है.,
आग सूरज में होती हैं, जलना ज़मीन को पड़ता हैं,मोहब्बत निगाहें करती हैं, तड़पना दिल को पड़ता हैं…
बैठी है होठों को सीकर पछताएंगी आप,इश्क़ जाग उठता है अक्सर ऐसी खामोशी के बाद.
आग सूरज माईन होती है, जलना धरती को पड़ता है, ए मोहब्बत आँखें करती हैं, तड़पना दिल को पड़ता है.,
आग सूरज में होती है, जलना ज़मीन को पड़ता है …मोहब्बत निगाहें करती है, तड़पना दिल को पड़ता है
इंसान की ख्वाइश की कोई इंतेहा नही दो गाज़ ज़मीन चाहिए दो गाज़ कफ़न के बाद
हमसे दूर जाओगे कैसे,दिल से हूमें भुलाओगे कैसे….हम वो खुश्बू है जोसाँसों में बस्तें है,खुद की सासों को रोक पाओगे कैसे..
कहते है प्यार में नींद उध जाती है कोई हुंसे भी मोहब्बत करे कामभक्त नींद बहुत आती है
काश में ऊन का गोला होता, और उनकी उँगलियों में लिप्त होता.,
कहते है प्यार में नींद उड़ जाती है, कोई हमसे भी मोहब्बत करे....कमबख्त नींद बहुत आती है
हम आज जो फैसला करते है.....वही हमारे कल का फैसला करेगा
इंसान की ख्वाइश की कोई इन्तहा नहीं, दो गज़ ज़मीन चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद
हमसे दूर जाओगे कैसे, दिल से हमें भुलाओगे कैसे, हम हु खुशबु हैं जो साँसों में बसती हैं, खुदकी साँसों को रोक पाओगे कैसे.,
भूल करके अगर हमसे कोई भूल हुई हो, तोह भूल समझकर भुला देना, लेकिन भूलना सिर्फ भूल को, गलती से भी हम में न भुला देना.,
दीवाने है आपके इस बात से इंकार नहीं,कैसे कहें कि हमें आपसे प्यार नही,कुछ तोह कसूर है आपकी अदाओं काअकेले हम ही गुनेहगार नहीं…
पानी से प्यास ना भुजी तो मैखने की तरफ चल निकला सूचा शिकायत करूँ तेरी खुदा से पर खुदा भी तेरा आशिक़ निकला
ल करके अगर हुंसे कोई भूल हुई हो,तो भूल समझकर भुला देना …लेकिन भूलना सिर्फ़ भूल को,ग़लती से भी हम में ना भुला देना
आग सूरज में होती है, जलना ज़मीन को पड़ता है, मोहब्बत निग़ाहें करती है, तड़पना दिल को पड़ता है.,
पानी से प्यास नहीं बुझी तो मैखाने की तरफ चल निकला सोचा
हमसे दूर जाओगे कैसे,दिल से हमे भुलाओगे कैसे,हम वो खुशबू है जो साँसों में बसते हैखुद की साँसों को रोक पाओगे कैसे.