Ending Shayari In Hindi : ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर बार,करतल ध्वनि हो जाये तो हो जाये उपकार,बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति के बाद,तड़-तड़ वाली तालियाँ तब है कोई बात। वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है कभीहम उन को कभी अपने घर को देखते हैं।
दिन निकला हर दिन जैसा पर आज का दिन कुछ ख़ास हो अपने लिए तो जीते है रोज आज सबके भले की अरदास हो।
बड़ा दर्द देता है समझदारियों का बोझ… दिल कहता है टांग वही बस्ता निकल पढ़ने को तू फिर इक रोज।
ताउम्र तेरे साथ बीती रातों को फिर याद करेंगे, कह सकें अलविदा तुझसे इसलिए मेरे यार, आंसू का एक भी कतरा बहाए बिना बात करेंगे।
कुछ बयां कर देता हूंकुछ छूपा लेता हूंमै अपनी मुस्कान से हीखूद को मना लेता हूं।
मोहब्बत के गीत जुबां पर आने लगेअब उनके ख्वाब दिन रात सताए लगे!
ख़ुशी आपको तब ही मिलती है जब आप !जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं उसमे समानता हो !!
यादों की झड़ी सी है आंखों में छाईहो रही है आज आपकी विदाईहम करते है ईश्वर से प्रार्थनापूरी हो जीवन की हर कामना।
“दिलों में विश्वास पैदा करता है,मन में कुछ आस पैदा करता है,मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है,ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…”
दिन निकला हर दिन जैसापर आज का दिन कुछ ख़ास होअपने लिए तो जीते हैं रोजआज सबके भले की अरदास हो।
ब्लॉक करने से वो मजा कहा,जो मैसेज देख अनदेखा करने में मिलती हैं..Block karne se wo maja kaha,Jo message dekh undekha karne me milti hain..
“दिलों में विश्वास पैदा करता है,मन में कुछ आस पैदा करता है,मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है,ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…”
अपनी एक ज़मी, अपना एक आकाश पैदा कर,तू अपने लिए एक नया इतिहास पैदा कर…मांगने से कब मिली है ख़ुशी मेरे दोस्त,तू अपने हर कदम पर विश्वास पैदा कर।।
जब जरुरत थी परिवार की, मिल गयाजब जरुरत पड़ी प्यार की , मिल गयायूँ कहाँ सीनियर आपसे हैं यहांजब जरुरत पड़ी यार की, मिल गया
लेकिन !! ख़ुशी को दूसरों की नज़रों से देखना कितना कड़वा है।
“आँखों में आंसू और चेहरे पर नमी है, सांसो में अहले दिल में बेबसी है, पहले क्यों नहीं बताया यार, दरवाज़े में तेरी ऊँगली फसी है।”
सुनता हूँ मैं कि आज वो तशरीफ़ लाएँगेअल्लाह सच करे कहीं झूटी ख़बर न हो
आँख से दूर सही दिल से कहाँ जाएगाजाने वाले तू हमें याद बहुत आएगा – अलविदा ||
तिरछी निगाहों से जो देखा उन्होंने, तो हम मदहोश हो चले, जब पता चला कि वो अलविदा कहने आए, तो हम बेहोश हो चले।
जिंदगी जीने का सलीका आया हैचार कदम चले साथ तेरे तो जीने का हौसला आया
ज़िंदगी इतना भी मत सीखा, अब थोड़ा साथ भी दे दे..
ये नन्हे फुल तब महकते हैंजब खुदा की नीली छत्रियां तनती हैंइन नन्हे मुन्हे फरिश्तो क लिएजोरदार तालियाँ तो बनती हैं।
कॉलेज छूट जाने के बाद,कॉलेज के दिन और दोस्त बहुत याद आते हैं कभी कभी तो आँखों में खुशी के आँसू भी आ जाते हैं.
मीठी बात और चेहरे Par मुस्कान,ऐसे लोग ही Hai हमारी महफ़िल के शान।
आपके जाने पर हर तरफ सन्नाटा छायेगा ,आपको याद करके दिल भी उदास होगा,आपको हो न हो आपको याद करकेहमारा दिल जरूर उदास होगा
आई हैं बहारे, नाचे हम और तुम, पास आये खुशियाँ और दूर जाए ग़म। चारो तरफ नव बरस की खुशियाँ हैं छाई नव वर्ष 2023 की बहुत बहुत बधाई।
जाते-जाते आंसुओं की बरसात होगी, तेरे जाने के बाद फिर काली रात होगी, बिना छतरी लौटाए गर चली गई तुम, जा तेरे पूरे बदन में खुजली सारी रात होगी।
आई हैं बहारे, नाचे हम और तुम पास आये खुशियाँ और दूर जाए ग़म चारो तरफ नव बरस की खुशियाँ हैं छाई नव वर्ष 2023 की बहुत बहुत बधाई..!!!
आओ आज मुश्किलों को हारते है चलो आज दिन भर मुस्कुराते है
गया साल जाने वाला, आया नया साल हँसाने वाला, हम अकेले ना मनाएंगे नए साल की ख़ुशी हमे चाहियें साथी आपके जैसा साथ निभाने वाला नए साल की हार्दिक शुभकामनाए
उसे जाने की जल्दी थी सो मैं आँखों ही आँखों मेंजहाँ तक छोड़ सकता था वहाँ तक छोड़ आया हूँ
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं।
वास्तविकता आसान है। वो तो धोखा है जो कठिन काम है।
चढ़ गये जो हंसकर सूली, खाई जिन्होंने सीने पर गोली, हम उनको प्रणाम करते हैं, जो मिट गए देश के लिए, हम उनको सलाम करते हैं।
चुपचाप बैठ के नहीं थोड़ा सोर से होना चाहिए ,तालियों सीटियों का होना थोड़ा जोर से होना चाहिए।
“मंजिल उनिको मिलती ही जिनके सपनो मैँ जान होती है, पंखो से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है।”
गिरे हुए पैसों को तो सब उठाते है, पता नहीं ये लोग अपना ईमान कब उठाएंगे.
यार तेरी दोस्ती को सलाम है, अलविदा कहकर भी हंसा दिया, यह बस तेरी यारी का कमाल है।
गिरते गिरते संभल रहे हैं हम,हैं फ़र्ज़ चलना तो चल रहे हैं हम !!
न जाने अब मुलाकात हो न हो, जिंदगी में फिर बहार हो न हो, जाते-जाते मुस्कुरा दो कम से कम, दोबारा इस मुस्कराहट का दीदार हो न हो।
यही तो खासियत है ज़िंदगी की, वो भी कर्ज पड़ते है जो कभी लिए नहीं है..
उम्र बढ़ गई है पर दिल आज भी पुरानी यादों के पन्नों में स्कूल के दिन ही ढूंढता है।
तुम जमाने की बात करते हो, मेरा मुझ से भी फासला है बहुत.
ताउम्र बस एक यही सबक याद रखिये,Exam में अपनी नियत साफ़ रखिये।–UnknownTaaumr bas ek yahi sabak yaad rakhiye,Exam mein apni niyat saaf rakhiye.
इस दिल को थी जिससे सबसे ज्यादा आस, वही निकला सबसे ज्यादा धोखेबाज !!
बूझी शमा भी जल सकती है, तुफानो से कश्ती भी निकल सकती है| हो के मायूस यूँ ना अपने इरादे बदल, तेरी किस्मत भी कभी बदल सकती है||
सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी, सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.
काश एक दफा फिर वो दिन हसीन मिल जाए, चाहे कुछ दिन के लिए ही सही एक बार फिर से स्कूल के दिन मिल जाएं।
बता दो आज इन हवाओं को, जला कर रखो इन चिरागों को, लहू देकर जो ली आजादी, टूटने ना देना ऐसे प्रेम के धागों को।
ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर बार,करतल ध्वनि हो जाये तो हो जाये उपकार,बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति के बाद,तड़-तड़ वाली तालियाँ तब है कोई बात।
रोशनी होती है दीपक से वैसा आप सब में जोश भर दो। पावन किया दरबार को आपने दीप जला आगाज़ कर दो।
जीवन में सबसे बड़ी खुशी उस काम को करने में है जिसे लोग कहते है कि तुम नहीं कर सकते हो..!!
मीठी बात और चेहरे Par मुस्कान,ऐसे लोग ही Hai हमारी महफ़िल के शान।
“दिलों में विश्वास पैदा करता है, मन में कुछ आस पैदा करता है, मिटटी की तो कुछ बात ही अलग है, ईश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है…”
ग़र ख़ुद के साथ ज़ीना आ जायेटूटे हुओं के ज़ख्मो को सीना आ जायेहर पल बरसती है नियामतें कायनात कीबस हर दिन की मुबारक देना आ जाए
साथ रहकर तूने संभाला है इतना,अब अलविदा कह फिर कमजोर न बना देना।
वो आए घर Me हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है कभीहम उन Ko कभी अपने घर को देखते हैं।
अब मुमकिन न होगा वापसी का सफर, हम तो निकल चुके हैं आँख से आँसू की तरह !
आओ देश का सम्मान करें… शहीदों की शहादत याद करे एक बार फिर से राष्ट्र की कमान, हम हिंदुस्तानी अपने हाथ धरे, आओ स्वतंत्रता दिवस का मान करे
“दिल में कोई गम नहीं बातों में कोई दम नहीं, ये ग्रुप है नवाबो का यहाँ कोई किसीसे कम नहीं।”
सोलह प्रकार की सब्जियां, चावल, पुरी आते थे, बचपन में इस घर का खाना बड़े चाव से खाते थे।
सिर्फ हम ही थे उनके हर एक बात दिन और रातो मे, आज हमे भुलाकर फसाया है, उन्होंने किसी और को अपनी प्यारी प्यारी बातो में !
विदाई की घड़ी है, हर आंख नम पड़ी हैहर कामना हो पूरी आपकी यही शुभकामना हैतहे दिल से हमारी।
वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है कभीहम उन को कभी अपने घर को देखते हैं।
मुझे मेरे दिल से लड़ने दो,मुझे अभी पढ़ने दो।– hasuwriterMujhe mere dil se ladne do,Mujhe abhi padhne do.
देश भक्तों की बलिदान से स्वतन्त्र हुए है हम, कोई पूछे कौन हो, तो गर्व से कहेंगे, भारतीय है हम।
इम्तिहान समझकरसारे गम सहा करोशख़्सियत महक उठेगीबस खुश रहा करो।
काश एक दफा फिर स्कूल के दिन लौट आए, पक्का इस बार ना जाने का कोई बहाना नहीं बनाऊंगा।
मुबारक हो आपको नए वर्ष का महिना चमको तुम जैसे तारो का नगीना पतझड़ न आये आपकी जिन्दगी में यही है बस दोस्त अपने दिल कि तम्मना..!!!
काश हम पहले की तरह सच्चे हो जाते काश हम फिर से बच्चे हो जाते.
जीत की खातिर बस जुनून चाहिए,जिसमें उबाल हो एसा खून चाहिए |यह आसमां भी आएगा ज़मी पर,बस इरादों में जीत कि गुंज चाहिए ||
“ना जाने कब कोई अपना रूठ जाए, ना जाने कब कोई अश्क आँखों से छूट जाए, कुछ पल हमारे साथ भी मुस्कुरा लिया करो यारो, न जाने कब तुम्हारे दांत टूट जाए।”
ख्वाब झूठे ही सही, मगर तुमसे मुलाकात तो करवाते हैं.