Emotional Shayari In Hindi On Life : खाव्ब देखना बंद करो और और खाव्ब को पूरा करने के लिए काम करना शुरू करो. जिस नजरिये आप इस दुनिया को देखते हो वो दुनिया आपको वैसी ही दिखने लग जाती है.
तेरी मुस्कान से सुधर जाती है तबीयत मेरी बताओ न तुम इश्क 💕 करती हो या ईलाज !
ज़िंदगी हर किसी को आजमाती है, जो संभल जाता है वो चमक जाता है.
मतलब से मिलने वाले मिलने का मतलब क्या जाने
अकेले ही काटना है मुझे ऐ जिन्दगी का सफर, यूँ पल-दो-पल साथ चलकर मेरी आदत खराब न करो..!!
वो भी एक वक्त था जब सबसे तेरी ही बातें होती थी,आज कोई तेरा नाम भी ले तो बात बदल देते है हम।
धीरे धीरे ढलते सूरज का सफ़र मेरा भी है शाम बताती है मुझे एक घर मेरा भी है
“महफूज रखता हूँ दिल में तेरे इश्क का फसाना आँखों से पढ लिया करो, क्या जरूरी है बताना।”
मेरी अधूरी कहानी पर खामोशियो का सिर्फ पहरा है, लगी चोट सीधा दिल पर इसलिए घाव ज्यादा गहरा है,
कुछ बातें लफ्ज़ो से बेहतर, खामोशियाँ बयाँ कर देती हैं मेरे दोस्त ।
“बहुत उदास है कोई तेरे जाने से, हो सके तो लौट आ किसी बहाने से, तू लाख खफा सही मगर एक बार तो देख, कोई टूट सा गया है तेरे दूर जाने से।”
मैं फुरसतें अपनी महफूज़ रखता हूँ,मुझे हर घड़ी तुम्हे सोचना होता है।।
एक मुकम्मल ज़िन्दगीखराब कर दीतेरे अधूरे इश्क़ ने।
नादान इनकी बातो का एतबार ना कर, भूलकर भी इन जालिमो से प्यार ना कर, वो क़यामत तलक तेरे पास ना आयेंगे, इनके आने का नादान तू इन्तजार ना कर!
हम खाली किताब थे, लोग आते गए और सबक छपता गया…! 💯
ठोकर ना लगा मुझे पत्थर नही हूँ मैं, हैरत से ना देख कोई मंज़र नही हूँ मैं, उनकी नज़र में मेरी कदर कुछ भी नही, मगर उनसे पूछो जिन्हें हासिल नही हूँ मैं.
क्या कहे, कैसे लोग इस दुनिया में रिश्तें को निभाते हैं, जो ख़ुद की जरा सी जुबान तक सम्भाल नहीं पाते हैं।
कल न हम होंगे न कोई गिला होगा, सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा, लम्हे हैं चलो हँसकर बिता दें, जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा.
मैं गिरूंगा तुम्हें उठाना पड़ेगा उठा कर जिगर से लगाना पड़ेगा मैंने माना मैं नहीं हूॅ तेरे काबिल मुझे अपने काबिल बनना पड़ेगा
एक एक करके सब जुदा हो जायेंगे मैं इंसान ही रहूँगा सब खुदा हो जायेंगे
बहुत अजीब हो गए हैं ये रिस्ते आज कल,सब फुरसत में हैं पर वक़्त किसी के पास नहीं..!!
किस्मत ही कुछ ऐसी थीकी चैन से जीने की हिम्मत न हुईजिसको चाहा वो मिला नहीजो मिला उससे मोहब्बत न हुई
“😎 जब छोटे मुड़कर जवाब देने लगे तो शांत हो जाना चाहिए लिहान रखना हैं या सम्मान बचाना है सोच लेना चाहिए. 😎”
जिसे फूल समझकर संभाल कर रखा उसी ने काटे चुभोएं हैं हमें
कांटो सी दिल में चुभती है तन्हाई, अंगारों सी सुलगती है तन्हाई, कोई आ कर हमको जरा हँसा दे, मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई।
जिस्म खुश रूह उदास लिए !!फिरते हो ये किस किस्म की !!मोहब्बत किए फिरते हो !!
आज तुम जिसके कद्र नहीं कर रहे हो ना 🖤 यकीन मानो आज भी उनके लिए दुआ मांगी जाती है.
हर कागज़ की किस्मत नहीं होती किताब हो जाना,कुछ कश्ती बनकर बारिशों में तैर जाते है !!
समझाते हैं लोग तुम्हें भूल जाऊ मैं उन्हें क्या पता तेरे गम जीने की वजह है मेरे
बदलते मौसम कीबात ना करें मैने तो इंसानोंको रंग बदलते देखा है !
मुमकिन नहीं मेरे इश्क़ की गहराई को नापना,तुम्हारी हसरत को अपना जुनून बनाया हैं मैंने..
जिनकी शक्लें खराब फ़िक्र वो करें, हम तो आईना थे और आईना ही रहेंगे
तूने मुझे दिल में एक झूला दिया है, क्या आप कभी भूलते हैं, इसलिए सुबह-शाम तेरी याद आती है। “मुझे आप की याद आती है।”
यूं तो बहुत सी बातें है इस दिल में:चंद लफ्जों में कह दूं मेरी आखिरी ख्वाहिश हो तुम…
अपने क़दमों के निशान मेरे रास्ते से हटा दो,कहीं ये ना हो कि मैं चलते चलते तेरे पास आ जाऊं।
ज़िंदगी में कुछ रिश्तेमिलते हैं तब ज़िंदगी बदल जाती है!और जब बिछड़ते हैंतब ज़िंदगी खत्म हो जाती है!!
हुस्न वालों के पीछे दीवाने चले आते हैंशमा के पीछे परवाने चले आते हैंतुम भी चली आना मेरे जनाजे के पीछेउसमे अपने तो क्या बेगाने भी चले आते हैं
सीख लिया है अब मैंने जिंदगी जीना। अब चाहे तू वापस आए या ना आए, कोई फर्क नहीं पड़ता।
वक़्त अच्छा ज़रूर आता है..पर कभी वक़्त पर नहीं आता…!!
दर्द तो तब ज्यादा होता है, जब अपना कोई हमारी हालत ना समझकर, हमे गलत समझते है ।।
हो सके तो मेरी मजबूरी समझना वरना बुरा सपना समझकर भूल जाना मुझे
जिस इंसान के लिए सब कुछ किया मैंने … और उसने दो पल में मुझे धोखा दे दिया … तो दुनिया से क्या उम्मीद रखे …
तेरी जुदाई में इस तरह हम तड़पते हैंकि जैसे टूटकर बादल घने बरसते हैं..!!
दिलों में खोट है, जुबान से प्यार करते है.. बहुत से लोग दुनिया में यही व्यापार करते है ।
“हर मुलाक़ात पे सीने से लगाने वाले कितने प्यारे हैं मुझे छोड़ के जाने वाले।”
अच्छाई एक न एक दिन अपना असर ज़रूर दिखाती है भले ही थोड़ा वक़्त ले ले~बस सब्र का दामन संभालकर रखें वक़्त आपका ही होगा~
मैने कभी किसी को खुद से दूर नही कियाबस जिस जिस का दिल भर गया,वो खुद ब खुद छोड़ कर चला गया…
“मन जब टूटता है तो लहर आंख के कोने में गिर जाती है, सीने में न जाने कितने आंसू दब जाते हैं।”
जितना गहरा रिश्ता, उतनी ज्यादा उम्मीद, और जितनी ज्यादा उम्मीद, उतनी ही गहरी चोट ।
टुटते हुवे तारे से भी तुझें मांगा हें ओर बता तुझसे कैसी मोहोबत करू…🙂🍁
खुशी में इंसान दूसरों को ढूंढता है और तन्हाई में खुद ढूंढता है ..! Khushi Me Insan Doosron Ko Dhoodhta Hai Aur Tanhai Me Khud Ko Dhoodhta Hai.
उन रिश्तो से दूर हो जाना ही बेहतर हैजिन रिश्तो में प्यार खत्म हो गया है.!!
रोकना मेरी हसरत थी और जाना उसका शोक, वो अपना शोक पूरा कर गया, मेरी हसरते तोड़ कर।
नज़र की अपनी कोशिश थी ये दिल के अपने मसले थे वो मिलकर भी था मिला नहीं हाल कुछ ऐसे बदले थे
उस इंसान के करीब कभी मत जाना,जो आप से दूरियां चाहते हैं…,
इश्क़ के सपनों का, वो हर मीठा लम्हा !!गुजर गया, तेरा प्यार झूठा था !!वादे करके मुकर गया !!
तड़पाने वाले क्या जाने इंतज़ार क्या होता है वक़्त गुज़ारने वाले क्या जाने प्यार क्या होता है
हमें बदनाम करते हो बेवफाई हमारे नाम करते हो क्या करें तुमसे शिकायत तुम्हारी अजी आप तो कमाल करते हो
ये मजबूरियां हैं जो रुकने नही देतीमेरी खुद्दारियाँ मुझे झुकने नही देतीवक़्त की राख में दबा सुलग रहा हूँगमों की आंधियां मुझे बुझने नही देती।🌷🌷
मैने भी मुस्कुरा कर हर दर्द छुपा लिया,जब उसने कहा मैं चलता हूं,तुम अपना ख्याल रखना।
दिल में छुपी दर्द भरी बातें, आँसुओं की चाह आँखों में बस गई। मैं जीवन के पथ में अकेला हूँ मैं खुद को खोकर खुद को खो रहा हूं।
उदास कर देती है हर रोज ये शाम, ऐसा लगता है जैसे भूल रहा है कोई धीरे धीरे !
हर एक चेहरे को ज़ख़्मों का आईना न कहो, ये ज़िंदगी तो है रहमत इसे सज़ा न कहो।
कोई रास्ता नही दुआ के सिवाकोई सुनता नही खुदा के सिवामैने भी जिंदगी को करीब से देखा हैमुश्किल में कोई साथ नहीं देता आंसू के सिवा।
जो न मानो तो फिर तोल लेना तराजू के पलड़ों पर….तुम्हारे हुस्न से कई ज्यादा मेरा इश्क भारी है……….!
कभी ख़ुशी से ख़ुशी की तरफ नही देखा,तेरे जाने के बाद किसी और को नही देखा,तेरा इंतज़ार करना तो है लाज़िम,इसलिए कभी हमने घड़ी की तरफ नही देखा.
कोई खुशियों की चाह में रोया, कोई दुखों की पनाह में रोया, अजीब सिलसिला हैं ये ज़िंदगी का.. कोई भरोसे के लिए रोया, कोई भरोसा कर के रोया!!
मैं मानता हूँ खुद की गलतियां भी कम नहीं रही होंगी मगर बेकसूर उन्हें भी कहना मुनासिब नहीं…!!
अपनी मर्जी से कहाँ अपने !!सफ़र के हम है रुख़ हवाओ !!का जिधर का है उधर के हम है !!
“😎 रोज़ थोड़ा थोड़ा मरते हो,लोगो की अपना प्यार दैके, कभी तो पूरा जी लिया करो अपने आप से प्यार करके ।। 😎”
छत कहाँ थी नसीब में फुटपाथ ‘को जागीर समझ बैठे, गीले चावल में शक्कर क्या गिरी, बच्चे खीर समझ बैठे !!
अच्छा सुनो,चाँद तारे तोड़ लाना मेरे बस का नही,मैं तुम्हारे लिए झुमका लाऊंगा ।।
जब नसीबों में पत्थर लिखे हो तब मोहब्बत शीशों से किया नहीं करते