Eid Mubarak Wishes In Hindi Shayari : उस से मिलना तो उसे ईद-मुबारक कहना !!ये भी कहना कि मिरी ईद मुबारक कर दे ! जो लोग गुज़रते हैं मुसलसल रह-ए-दिल से !!दिन ईद का उन को हो मुबारक तह-ए-दिल से !!
दिलों में प्यार जगाने को ईद आई है !!हँसो कि हँसने हँसाने को ईद आई है !!ईद मुबारक !!
हम ने तुझे देखा नहीं क्या ईद मनाएँ जिस ने तुझे देखा हो उसे ईद मुबारक
रमजान के खत्म होने के साथ ही!!ईद का त्योहार!!आपके जीवन को खुशियों से भर दे!!ईद मुबारक!!
दीपक में अगर नूर ना होता!!तन्हा दिल यूं मजबूर ना होता!!मैं आपको ईद मुबारक कहने ज़रूर आता!!अगर आपका घर इतना दूर ना होता!!
मेरे ज़हन में ऊपर वाले का नाम हमेशा रहेगा, जन्नत का दीदार भी तभी होगा जब जुबां पर रब का नाम रहेगा”। ईद मुबारक
सूरज की किरणें तारों की बहार;चाँद की चाँदनी अपनों का प्यार;हर घड़ी हो ख़ुशहाल;उसी तरह मुबारक हो आपको ईद का त्योहार.ईद मुबारक!
आज दिल में फिर से उनकी याद उभर आई है, क्योंकि मेरे दोस्तों आज फिर से ईद आई है।
सदा हस्ते रहो जैसे हस्ते है फूल !!दुनिया की सारे गम तुमे जाये भूल !!चारो तरफ फेलाओ खुशिओं के गीत !!ऐसी उम्मीद के साथ यार तुम्ह !!मुबारक हो ईद !!
अपने गमों की यूं नुमाइश न कर!!जो तुम्हारा है वो तुम्हारा होके रहेगा!!बस तू खुदा को याद करता रह!!
कई फ़ाक़ों में ईद आई है आज तू हो तो जान हम-आग़ोश
है ईद का दिन आज तो लग जाओ गले से जाते हो कहाँ जान मिरी आ के मुक़ाबिल
आज लेके आए हैं एक नजराना हैं यह दिल का फसाना !!सबको मुबारक हो यह ईद पूरी हो सारी आरजू आपकी !!
ईद को भी वो नहीं मिलते हैं मुझ से न मिलें इक बरस दिन की मुलाक़ात है ये भी न सही
ईद का चांद तुमने देखा लिया !!चांद की ईद हो गई !!
हर ख्वाहिश आपकी पूरी हो जाए, ऐ खुदा इतना रोशन कर दे मुकद्दर उनका, वो आमीन कहें उससे पहले, कुबूल उनकी हर दुआ हो जाए। हैप्पी ईद!
बादल से बादल मिलते है तो बारिश होती है दोस्त से दोस्त मिलते है तो ईद होती है
शहर ख़ाली है किसे ईद मुबारक कहिए चल दिए छोड़ के मक्का भी मदीना वाले
आसमां में नया चांद देखने हरगिज ना छत पर जाना, तुम्हें देखकर शहर में तारीख ईद की बदल जाएगी।
क्यों लिखूं मैं ईद पर शायरी!!जब खुद की तारीफें करना बुरी बात होती है!!ईद मुबारक!!
बड़े अनमोल है ये खून के रिश्ते !!इनको तू बेकार ना कर !!मेरा हिस्सा भी टू ले ले मेरे भाईघर के आगन में दिवार न कर !!
एक ही रिवाज, एक ही रसम, बस कुछ अंदाज बदल जाते है !!वरना एक ही है जिसे कुछ उपवास तो कुछ रमजान कहते है !!ईद मुबारक दोस्त
दुख और गम कभी भी किसी के करीब ना हो, ईद का ऐसा दिन हर एक इंसान के नसीब में हो”। ईद मुबारक
अगर हयात है देखेंगे एक दिन दीदार !!कि माह-ए-ईद भी आख़िर है इन महीनों में !!
उस से मिलना तो उसे ईद-मुबारक कहना !!ये भी कहना कि मिरी ईद मुबारक कर दे !
क्यों लिखूं मैं ईद पर शायरी, जब खुद की तारीफें करना बुरी बात होती है। ईद मुबारक!
इस ईद पर हाथ उठाकर मांग लो दुआ चैन और अमन की, इंसानियत मुबारक है मन में और घुला है प्यार फिजाओं में। ईद मुबारक!
ज़िन्दगी का हर पल खुशियों से कम न हो;आप का हर दिन ईद के दिन से कम न हो;ऐसा ईद का दिन आपको हमेशा नसीब हो;जिसमें कोई दुःख और कोई गम न हो!ईद मुबारक!
आसमान से चलकर चाँद आया है !!खुशी का माहौल हर दिल मे समाया है !!मुद्दत के बाद ईद का दिन आया है !!
जिस तरफ़ तू है उधर होंगी सभी की नज़रें ईद के चाँद का दीदार बहाना ही सही
जिंदगी का सफर बड़ा हसीन लगता है ये ईद का त्योहार बड़ा ही रंगीन लगता है..!
दीपक की रोशनी अगर न होता नूर, तन्हा ये दिल गर न होता मजबूर, ईद की मुबारक देने आपको हम खुद आ जाते, गर घर आपका इतना न होता दूर। हैप्पी ईद!
हिलाल-ए-ईद देखकर तेरा ख्याल आया, वो गर आसमां का चांद है तो तू है मेरा।
मौसम मस्त तो माहौल है जबरदस्त, ईद की तैयारियों में हर कोई है व्यस्त, सोचा फोन पर बधाई दें महबूब को, पर उस रूट की सभी लाइनें मिलीं व्यस्त।
खुदा इतनी खुशिया दे आपकों !!धरती पे लगे बारिश की तरह !!Eid Mubarak papa
या खुदा! अपनी रहमतों से सबके दिलों को नेक कर दे इस ईद पर मेरे मुल्क के लोगों को फिर से एक कर दे
दिलों में प्यार जगाने को ईद आई है हँसो कि हँसने हँसाने को ईद आई है
तू पास होता तो तुझे गले से लगाते, दूर हुए तो क्या, हम हर रस्म निभाएंगे, गले ना लग पाए तो क्या, मेसेज में ईद मुबारक जोरों-जोरों से चिल्लाएंगे।
सँभल सकी न तबीअ’त किसी तरह मेरी रहा न दिल पे मुझे इख़्तियार ईद के दिन
हर रात चांद तो दिन शान लेकर आए आपके लिए, यूं ही बरकरार रहे आपकी मुस्कुराहट खुदा ऐसा हर दिन लाए आपके लिए। ईद की ढेर सारी शुभकामनाएं!
ऐ चाँद उनको मेरा ये पैगाम देना !!खुशी का दिन और हंसी की शाम !!कहना जब देखे वो तुझे तो मेरी तरफ से !!उनको ईद मुबारक कहना !!
ईद के इस मुक्कदस मौके पर अल्लाह आप पर अपनी मेहर बरसाए और जिंदगी में आपकी खुशियां ही खुशियां अता फरमाए।
गुल को गुलसन मुबारक !!शायरी शायर को चांदनी चाँद को मुबारक !!प्यार करने वाले को उनका प्यारआपको ईद मुबारक !!
समय निकाल के इस ईद कुरान पढ़ो, दुनियां सुन्दर हो जाएगी और ईश्वर गैरों से भी मुहब्बत हो विचार। ईद मुबारक
तू आए तो मुझ को भी !!ईद का चाँद दिखाई दे !!
ईद के पाखंड ही सही, खौफ ने दीदार कर दी चांद का। aap sabhi ko eid mubarak
लगा लिया उन्हें सीने से जोश-ए-उल्फ़त में ग़रज़ कि आ ही गया मुझ को प्यार ईद के दिन
तमन्ना आपकी सब पूरी हो जाए, हो आपका मुकद्दर इतना रोशन की, आमीन कहने से पहले ही आपकी हर दुआ कबूल हो जाए..!
बादल से गर मिल जाएं बादल तो बारिश हो जाती है, दोस्तों से गर मुलाकात हो जाए तो हर दिन ईद हो जाती है। ईद की शुभकामनाएं दोस्तों!
पूरे साल भर अब इस दिल से ईद का रास्ता नहीं तका जाता, अब तो वो किसी और बहाने से आकर गले लग जाएं।
जिंदगी का हर पल खुशियों से कम ना हो, आप का हर दिन ईद के दिन से कम ना हो, ऐसा ईद का दिन आपको हमेशा नसीब हो।
ज़िंदगी में कोई भी पल खुशियों से कम ना हो। अल्लाह के वचन आपको हमेशा सलामत क्यूकी, आपके बिना हमारा कोई काम न हो। आप सभी को ईद मुबारक”।
है ईद मय-कदे को चलो देखता है कौन !!शहद ओ शकर पे टूट पड़े रोज़ा-दार आज !!
ईद आए तुम न आए क्या मजा है ईद का !!ईद ही तो नाम है एक दूसरे की डीड का !!अपना तो किसी तरह कट जाएगा ये दिन !!तुम जिस से मिलो आज उसी को ईद मुबारक !!
हैप्पी ईद, सभी को इस स्पेशल दिन की ढेरों शुभकामनाएं, स्वस्थ रहें, खुश रहें व महफूज रहें।
सदा हँसते रहो जैसे हँसते हैं फूल दुनिया के सारे गम तुम जाओ भूल चारों तरफ फैलाओं खुशियों के गीत ऐसी उम्मीद के साथ यार तुम्हें मुबारक हो ईद।
जन्नत न मांगो ईद में, बल्कि ये दुनिया जन्नत सी खूबसूरत हो जाए, यही दुआ मांगो ईद में। ईद मुबारक!
ईद का चांद जो देखा तो तमन्ना लिपटी उन से तक़रीब-ए-मुलाक़ात का रिश्ता निकला
समय मिले ना मिले ज़हनों में नमाज़ रहेगी। जन्नत तभी आएगी जब लबों पर फ़िदा का नाम होगा। eid ki badhai
रात को नया चांद मुबारक!!चांद को चांदनी मुबारक!!फलक को सितारे मुबारक!!सितारों को बुलंदी मुबारक!!और आपको हमारी तरफ से ईद मुबारक!!
ईद का त्यौहार आया है खुशियां अपने संग लाया है खुदा ने दुनिया को महकाया है देखो फिर से ईद का त्यौहार आया है आप सभी को दिल से ईद मुबारक
खुशियां बांटकर ईद मनाएं, मीठी सेवईं खाकर गिले-शिकवे मिटाएं। ईद मुबारक!
वादों ही पे हर रोज़ मिरी जान न टालो है ईद का दिन अब तो गले हम को लगा लो
इश्क़-ए-मिज़्गाँ में हज़ारों ने गले कटवाए !!ईद-ए-क़ुर्बां में जो वो ले के छुरी बैठ गया !!
ये दुआ मांगते हैं हम ईद के दिन !!बाकी ना रहे आपका कोई गम ईद के दिन !!आपके आंगन में उतरे रोज खुशियों भरा चांद !!और महकता रहे फूलों का चमन ईद के दिन !!
दिए जलते और जगमगाते रहें; हम आपको इसी तरह याद आते रहें; जब तक जिंदगी है ये दुआ है हमारी; आप ईद के चांद की तरह जगमगाते रहें
ईद के बाद वो मिलने के लिए आए हैं ईद का चाँद नज़र आने लगा ईद के बाद
चांद से रोशन हो ये दुनिया सारी!!इबादत से भरा हो रोज़ा ये ज़माने का!!यही दुआ है उपर वाले से हमारी!!
दीपक में अगर नूर ना होता;तन्हा दिल यूँ मजबूर ना होता;मैं आपको “ईद मुबारक” कहने जरूर आता;अगर आपका घर इतना दूर ना होता.ईद मुबारक!
जिंदगी का उसकी पल खुशियों से कम ना हो, आप का उसका दिन ईद के दिन से कम ना हो, ऐसा ईद का दिन आपको हमेशा नसीब हो! ईद मुबारक
ऐ चांद, मिलो जो महबूब से तो उन्हें ईद मुबारक कहना, हम भी याद करते हैं उन्हें हर वक्त ये पैगाम देना।
चाँद से रोशन हो रमजान तुम्हारा !!इबादत से भरा हो रोजा तुम्हारा !!हर रोजा और नमाज कबूल हो तुम्हारी !!यही अल्लाह से है दुआ हमारी !!
चुपके से चांद की रोशनी छू जाए आपको !!धीरे से ये हवा कुछ कह जाए आपको !!दिल से जो चाहते हैं मांग लो खुदा से !!हम दुआ करते हैं मिल जाए वो आपको !!