Dukh Shayari In Hindi : सफेद लिबास उसे बहुत पसंद था मगर, आज जो हम कफन में लिपटे हैं, तो वो रोता क्यों है !! कभी सोचा न था के वो मुझे तनहा कर जायेगा, जो अक्सर परेशां देख कर कहता था मैं हूँ ना !!
ना रोते हम यु तेर लिए अगर हमारी ज़िन्दगी मैं भी तेरे सिवा कोई और होता
तक़दीर के आईने में मेरी तस्वीर खो गई,आज हमेशा के लिए मेरी रूह सो गई।मोहब्बत करके क्या पाया मैंने,वो कल मेरी थी आज किसी और की हो गई।
इस जवानी से तो बचपन अच्छा थाजब कुछ बुरा लगता थावही रो देते थे अब तोरोने के लिए भी जगह ढूँढनी पड़ती है..।
इश्क़ में यार का किरदार मत पूछिएमरने वालों से खंजर की धार मत पूछिए
हर बात में आंसू बहाया नहीं करते, दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते, लोग मुट्ठी में नमक लेके घूमते है, दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते !
जाने दुनियाँ मे ऐसा क्यू होता है !!जो सब को खुशी देता वही रोता है !!उमर भर जो साथ ना दे सके वही !!ज़िंदगी का पहला प्यार क्यू होता है !!
मेरी बर्बादी पर तू कोई मलाल ना करना; भूल जाना मेरा ख्याल ना करना; हम तेरी ख़ुशी के लिए कफ़न ओढ़ लेंगे; पर तुम मेरी लाश ले कोई सवाल मत करना💔
कभी तुम पूछ लिया करना,कभी हम भी ज़िक्र कर लिया करेंगे।छुपाकर दिल के दर्द को,एक दूसरे की फ़िक्र कर लिया करेंगे।
एक जलते हुए फूल ने मुझे धीरे से कहा मैं तक गया था झूठी मोहब्बत का तोहफा बनते बनते
कभी कभी तुम ये किया करो छोड़ो मेरी शायरी दिल पढ़ लिया करो💔
खिले खिले नज़र आ रहे हो तुम्हें इंतज़ार पूरा हो गया क्या इतनी बेरुखी से बात कर रहे हो तुम्हें दूसरा प्यार हो गया क्या
को दिखाती है दिल को दुखाती है जैसा की नाम से उस बेवफा की याद आती है तुम्हें चाहते तो है पर जता नहीं पाते दिल में है कितना प्यार यह बता नहीं पाते तो आज
हंसते थे आपका हाथ थाम के चलते चलते कायरता निकल गया भक्तों का तो पता ही नहीं चला कितनी जल्दी निकल गया और आज मैं आपसे दूर पर है इस शहर में
चाह कर भी दूर न रहे पाओगे,रूठ करभीहमे मनाओगे, हम आपसे इश्क ही,कुछइस तरह करेंगे,आप चाह कर भीहमसे जुदा न रहे सकोगे।
ठुकरा के मेरी मोहब्बत !!मुझे तड़पाओ ना बहुत दूर रह लिया !!अब पास आ जाओ ना !!
मुझे आज भी तेरा वोइज़हार-ऐ-मोहब्ब्त सुनाई देता है..!आँखे बंध भी करू तो सिर्फ तू हीदिखाई देता है..!
कौन कहता है नफ़रतों में दर्द है मोहसिन,कुछ मोहब्बतें भी बड़ी दर्द नाक होती है.
शीशा टूटे और बिखर जाये वो बेहतर है,दरारें न जीने देती हैं न मरने देती हैं।
अब तो हाथों से लकीरें भी मिटी जाती हैं, उसे खोकर मेरे पास रहा कुछ भी नहीं💔💘
आज उस ने एक दर्द दिया तो मुझे याद आया,हमने ही दुआओं में उसके सारे दर्द माँगे थे।
न जाने किस तरह के हैं दुनिया के लोग भी, प्यार भी प्यार से करते हैं और बर्बाद भी प्यार से।
कुछ तो तरस खाओ मुझ परमुझे बस इतना बता दो,तुम्हे अब भी मेरी जरूरत हैं..या मैं अब बस तुम्हारी जरूरत हूँ
जिस पल दिल टूट जाए, वो पल बेवफ़ाई का है, ये इश्क़ हमें ख़ुदा बना देता है। 😔💔
कभी-कभी हम किसी के लिये,उतना जरुरी भी नही होते,जितना हम समझ लेते है।
प्यार मुहब्बत का सिला कुछ नहीं, एक दर्द के सिवा मिला कुछ नहीं, सारे अरमान जल कर ख़ाक हो गए, लोग फिर भी कहते हैं जला कुछ भी नहीं💔💘
कहने वाले तो कुछ भी कह देते हैं,कभी सोचा है..सुनने वाले पर क्या गुजरती है।
अगर तुम्हारे पास है वक़्त ही नहीं क्या करूँ मैं अपने हालात बताकर ये मेरी मोहब्बत एक तरफ़ा ही है क्या करूँ मैं अपने जज़्बात बताकर
उसकी पलकों से आँसू को चुरा रहे थे हम,उसके ग़मोको हंसींसे सजा रहे थे हम।जलाया उसी दिए ने मेरा हाथ जिसकी,बालो को हवासे बचा रहे थे हम।
हम गम में शोर नही करते, जबरदस्ती का किसी पर जोर नही करते, चाहे कितने भी दर्द हो मगर किसी को बोर नहीं करते।
ख़ामोशी को इख़्तियार कर लेना,अपने दिल को थोड़ा बेक़रार कर लेना,ज़िन्दगी का असली दर्द लेना हो तो,बस किसी से बेपनाह प्यार कर लेना।
मेरी हर शायरी मेरे दर्द को करेगी बंया ए गम तुम्हारी आँख ना भर जाएँ, कहीं पढ़ते पढ़ते।
आयी तजुर्बों से ये समझदारी हर किसी को अपना बनाया नहीं जाता अपने ज़ख्मों को अपने तक रखो हर किसी को हाल हाल-ए-दिल बताया नहीं जाता
मोहब्बत हाँथ में पहनी हुई चूड़ी के जैसी है !!संवारती है खनकती है खनक कर टूट जाती है !!
ये शायरी कुछ और नहींबेइंतहा इश्क है,तड़प उनकी उठती हैऔर दर्द लफ्जों में उतर आता है।
क्यों मिलाया उससे जिसका हो नहीं सकताजिसका हूँ उसका मुझे होना नहीं थाऐ खुदा तूने ये कैसा मेल मिलायाजो है मेरा, मेरा होना नहीं था
💔 💔 मोहब्बत ख़ूबसूरत होगी किसी और दुनिया में, 💘 इधर तो हम पर जो गुज़री है हम ही जानते हैं💔💘
उन लोगों का क्या हुआ होगा,जिनको मेरी तरह गम ने मारा होगा।किनारे पर खड़े लोग क्या जाने,डूबने वाले ने किस किस को पुकारा होगा।
आयी है यादें उसकी मिलने मुझसे आज फिर से उनको पन्हा दी ये गलती मेरी थी घर में मेरे बरकत थी जा जबतक साथ खुदा पर उसको खुदा बनाया फिर ये गलती मेरी थी
दिल में है जो दर्द वो किसे बताएं,हँसते हुए ज़ख्म को किसे दिखाए,कहती है ये दुनिया हमे खुशनसीब,मगर नसीब की दास्तान किसे सुनाएँ।
वो सिलसिले वो शौक वो ग़ुरबत न रही, फिर यूँ हुआ के दर्द में शिद्दत न रही, अपनी ज़िन्दगी में हो गए मसरूफ वो इतना, कि हम को याद करने की फुर्सत न रही।
क्या हुआ अगर दिल के बदले दिल नहीं मिला !!भगवान भी हर पूजा के बदले दर्शन नहीं देते !!
💔 💔 खामोशियाँ कर देतीं बयान तो अलग बात है, कुछ दर्द हैं जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते💔
फलक में अपनी जनन्तो के सितारे नहीं;हम उनके है, पर वो हमारे नहीं;छोटी सी नाव लेकर, उस समुंदर में उतर गए;जिसमे दूर-दूर तक किनारे नहीं.
तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे, खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे, अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो, तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।
मोहब्बत करना तो गुलाबों से सीखो,जो खुद टूट कर दो दिलो को मिला देते है।
हाले दिल वो प्यार से पूछने आए मेरी कमजोरी को वो परखने आए कौन क्या है कहना मुश्किल है लोग ऐसे-ऐसे मेरे सामने आए 💔
जन्हें मिल जाते हो हर मोड़ परनए नए हमसफरवो हम जैसे चाहने वालों की कीमतकभी नही पहचान सकते
जिंदगी में कभीबिछड़ना पड़े तो मेरी साँसों को भीले जाना…तेरे जाने के बाद मेरे पास इनकाकोई काम नहीं…
दुआ करना दम भी उसी दिन निकले, जिस दिन तेरे दिल से हम निकले💔
हम तो ख्वाबो की दुनिया में बस खोते गये, होश तो था फिर भी मदहोश होते गये, उस अजनबी चेहरे में क्या जादू था, न जाने क्यों हम उसके होते गये।
❝तेरी मोहोब्बत भी एक अजीब हादसा थी,मैं बच भी गया हूँ और ज़िंदा भी नहीं हूँ।❜❜
रोज़ उदास होते है हम,और रात गुजर जाती है,कहने को तो जी रहे है लेकिन,हर पल हर लम्हा सांस निकलती जाती है।
तकलीफ ये नहीं कि तुम्हें अज़ीज़ कोई और है,दर्द तब हुआ जब हम नजरंदाज किए गए।
नफरत बदसूरती से नहीं बदसूरत दिल से होती है, क्योंकि धोखा तो खूबसूरत चेहरे ही देते हैं !
यूँ तो हर दिल में एक दर्द नया होता है, बस बयान करने का अंदाज़ जुदा होता है, कुछ लोग दर्द आँखों से बहा लेते हैं, और किसी की हँसी में दर्द छुपा होता है।
ना जियो धर्मं के नाम पर#ना मरो धर्मं के नाम पर #इंसानियत ही है धर्मं
जिंदगी में हमें बहुत ही गम मिलें, लोग अच्छे और बुरे दोनों मिलें।
❝ज़रूरी तो नहीं, हर अहसास बयाँ करूँ,समझते हो ना, तो समझ जाओ बस।❜❜
कौन अब तेरे साथ रहेगा तूने अच्छे अच्छे मुहाफ़िज़ छोड़े हैं तूने जीते जागते दिल तोड़े जाना हमने टूटे हुए शीशे भी जोड़े हैं
अब हमारे पास रिश्ते को संभाले रखने की कोई वजह नही रही, हम पत्थर ही सही मगर मोम जैसे बनने की वजह नही रही।
तेरी याद आई तो थोड़ा उदास हो जाऊंगा,ज़िन्दगी से फिर एक बार निराश हो जाऊंगा,कभी सोचा भी ना था ऐसा भी होगा,तेरी ख़ुशी के लिए मै खुद को रूलाऊंगा.
होती है मुलाकात जुदाई से जुडी होती है वक्त मिले तो प्यार की किताब पढ़ लेना हर प्यार करने वाले की कहानी अधूरी होती है
कल देखा उसे तकिया खरीदते हुए,ज़ी में आया पूछ लू,मेरे हाथ में क्या दिक्कत थी।
ज़ख्म दे कर ना पूछ तू मेरे दर्द की शिद्दत, दर्द तो फिर दर्द है कम क्या ज्यादा क्या।
कमाल का जिगर रखते हैं कुछ लोग दर्द लिखते हैं और आह तक नहीं करते💔
दिल के सागर में लहरे उठाया ना करो,ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो, बहुत
जख़्म इतना गहरा हैं# इज़हार क्या करें।sabse dard bhari shayari
तुझे अपने इतने करीब रखूँगा मैं के तू हिज्र के नाम से भी डरेगी तुझे एक पल भी अकेला छोडूं ना कभी तेरी मेरी चिता भी साथ जलेगी
तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी,बस खुद से खफा हैं,जी रहे हैं बिन तमन्ना, शायद ये ही दर्द ए दिल की दवा हैं।
दिल में है जो दर्द वो दर्द किसे बताएं,हंसते हुए ये ज़ख्म किसे दिखाएँ,कहती है ये दुनिया हमे खुश नसीब,मगर इस नसीब की दास्ताँ किसे बताएं।
कितना दर्द देने के बावजूद भी हमने रिश्ता जोड़ा, उन्होंने इस बेदर्द सी दुनिया में हमें अकेला छोड़ा।
टूटा सा दिल, भींगीं आंखें , और बसी हो तुम दोनों में याद तुम्हारी खुशबु जैसी , बस गयी मेरी साँसों में