Dukh Shayari In Hindi : सफेद लिबास उसे बहुत पसंद था मगर, आज जो हम कफन में लिपटे हैं, तो वो रोता क्यों है !! कभी सोचा न था के वो मुझे तनहा कर जायेगा, जो अक्सर परेशां देख कर कहता था मैं हूँ ना !!
इतनी फिक्र ना किया करो हमारी,हम शर्म के मारे झुक जाएंगे,ज़िन्दगी में आगे ना बढ़ पाएंगे,बस तेरी ही गली में रुक जाएंगे.
मैं नहीं कहता, क्या तुमने किया है जो मौज़ूद हया हो, तो न आईना देखना
नसीबों से हारा मैं, तेरी मोहब्बत का मारा मैं, इस रूह में क्यों बसी हो ऐसी, तुझसे नाराजगी में भी बहुत रोया मैं।
वह सोचती होगी आराम से सो रहा हूं मैं !!उसे क्या पता उससे बिछड़ कर बहुत रो रहा हूं मैं !!
पराये धोखा दें तो इतना दर्द नहीं होता, अपने जब दें तो बर्दाश्त नहीं होता।
तुम से मोहब्बत है पूरी दुनिया को बताया हमने, बस एक तुझे ही बताना भूल गये।
जो नजर से गुजर जाया करते हैं,वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं,कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।
तेरे पास आना चाहता हूँ मै.तुझको अब दूर ना देखना चाहता हूँ मै.इस दर्द की तकलीफ सहा नहीं जाता.एक बार आजा तुझे पकड़ कर रोना चाहता हूँ मै.
मोहब्बत करनी है तो दर्द के जैसे करो, जिससे मोहब्बत हो जाती है, कमबख्त उसे छोड़ती ही नहीं।☹️
कभी जो कहते थे तुम्हे कभी ना रोने देंगे,आंसू भरी आंख लेकर तुझे कभी सोने देंगे,आखिर वहीं हमारी आंख का आंसू बन गए,जो कहते थे तुमको कभी खोने ना देंगे.
हम रूठे तो किसके भरोसे,कौन आएगा हमें मनाने के लिए।हो सकता है, तरस आ भी जाए आपको,पर दिल कहाँ से लाये..आप से रूठ जाने के लिए।
जिसे महसूस करने वाला चाहिए प्यार तो एक वेज़ुबां लव्ज़ है, #जिसे बोल
खामोशियाँ कर देतीं बयान तो अलग बात है,कुछ दर्द हैं जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते.
क बात सदा याद रखना दोस्त सुख मेंसब मिलते है, लेकिन दुख में सिर्फ भगवान मिलते है.
यूँ ना बर्बाद कर मुझेअब तो बाज़ आ दिल दुखाने सेमै तो सिर्फ इन्सान हूँ पत्थर भीटूट जाता है इतना आजमाने से ।
जरा सी लाइफ है, अरमान बहुत हैं,हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं,दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत है।
आधा ख्वाब, आधा इश्क़, आधी सी है बंदगी, मेरे हो…पर मेरे नही.. कैसी है ये जिंदगी…
कल रात वो शख्स मेरेखवाबो का भी काटल कर गयालोग कितना मुक़ाम रखते हैछोड़ जाने के बाद।
रोने की सजा न रुलाने की सजा है, ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है, हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू ! ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है !
मेरी मोहब्बत को मंजिल नहीं मिली तो क्या खुदा भी तो हर किसी को नहीं मिल पाता
ये वादा है हमारा ना छोड़ेंगे साथ तुम्हारा#जो गए तुम हमको भूल कर ले
दिल मेरा जो अगर रोया न होता;हमने भी आँखों को भिगोया न होता;दो पल की हँसी में छुपा लेता ग़मों को;ख़्वाब की हक़ीक़त को जो संजोया नहीं होता.
जरा सी गलतफहमी परन छोड़ो किसी अपने का दामनक्योंकि जिंदगी बीत जाती हैकिसी को अपना बनाने में
वही चेहरे की मुस्कानछीन लेता हैजिसे बता दिया जाएज़रूरी हो तुम..!
मेरी खामोशियाँ बेवजह नहीं जनाब छीन ली है आवाज़ मेरी दर्द के काफिलों ने
खुशियों के ख्वाब दिखानेवाले,तूने तो मेरी हंसी भी छीनली..!
जिस अपने से थी हमारी पूरी पहचान !!आजकल वही क्यों है हमारे दर्द से अनजान !!
मोहब्बत के भी कुछ अंदाज़ होते हैं,जगती आँखों के भी कुछ ख्वाब होते हैं,जरुरी नहीं के ग़म में आँसू ही निकले,मुस्कुराती आँखों में भी शैलाब होते हैं।
दुआ वो चिराग है जो गमो के अँधेरे रास्तो को, उम्मीदों से रोशन कर देती है,
पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है,फैलता जाता है फिर आँख के काजल की तरह।
क्यों बयान करूँ अपने दर्द को? यहां सुनने वाले बहुत है, पर समझने वाला कोई नहीं…💔💘
दिल में मेरे सर्द सा इक दर्द फिर आने लगा मेरा साया भी मुझे आज आजमाने लगा
वो नही आती पर अपनी निशानी भेज देती है,ख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देती है।उसकी यादों के पल कितने भी मीठे हैं,मगर कभी कभी आँखों में पानी भेज देती है।
ठुकरा के मेरी मोहब्बत मुझे तड़पाओ ना बहुत दूर रह लिया अब पास आ जाओ ना
मत करो मुझसे मोहब्बत इस क़दर दिल तोड़ने पर मैं मजबूर हूँ तुम अपने ही किये पर फिर पछताओगे वफादारी से मैं कोसों दूर हूँ
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता..!!
वो बात क्या करें जिसकी कोई खबर ना हो। वो दुआ क्या करें जिसका कोई असर ना हो। कैसे कह दे कि लग जाय हमारी उमर आपको। क्या पता अगले पल हमारी उमर ना हो।
मिलता भी नहीं तुम्हारे जैसे इस शहर मेंहमको क्या मालूम थाके तुम भी किसी और के हो।
मेरे दिल की राहतों का तू ज़रिया बन गयी है तेरी इश्क़ की मेरे दिल में कई ईद मन गयी है
करनी थी बहुत सी बाते,लेकिन शायद वक्त को नही था मंजूर,मुझे तो कर दिया जुदा उसने,लेकिन नही कर पायेगा तेरी यादो को मुझसे दू।
जख्म जब मेरे सीने से बहार आयेंगे,आंसू भी मोती बनकर बिखर जायेंगे।ये न पूछों कि किसने कितना दर्द दिया है,वर्ना कई अपनो के चेहरे उतर जायेंगे।
इश्क की कैसी बेबसी है !!आंखों में आंसू और लबों पर हंसी हैं !!
गीत लिखे भी तो ऐसे कि सुनाए ना गएजख्म यू लफ्जों में उतरे कि दिखाए ना गएऔर आज तक रखे है पछतावे की अलमारी मेंएक दो वादे जो दोनों से निभाए ना गए
मोहोबत कुछ ऐसी है ,किसी की यादे पहले सुकून और फिर जहर लगने लगती है।
बहुत उदास है कोई तेरे चुप हो जाने सेहो सके तो बात कर किसी बहाने सेतू लाख ख़फ़ा सही मगर इतना तो देखकोई टूट गया है तेरे रूठ जाने से ।
हमने अक्सर देखा है मर्द की सबसे पसंदीदा औरत उससे बात नही करती Hamne aksar dekha hai mard ki sabse pasndida aurat usase baat nahi karti
❝चलो माना कि हमे प्यार का इज़हार करना नहीं आता,जज़्बात ना समझ सको इतने नादान तो नहीं हो तुम।❜❜
तुझे पाने की कोशिश की बहुत मैंने लेकिन शायद मेरी कोशिश में कमी रह गई वह कहते थे तुम को कभी दुख ना देंगे उनके नाम कि मेरी आंखों में नमी
खत्म कर आया हूँ मैं उन लोगो से अपने रिश्ते, जिन्हे मैं सिर्फ काम के वक्त ही याद आया करता था।
फिर एक दिन बेचैन होकर वह मुझे सोचेगाजब एक दिन उसी की तरह उसे कोई और छोड़ेगा !!
इस कहानी को अधूरा छोड़ कर मेरे हंसते खेलते किरदार को गुमनाम कर गए…
लोग अक्सर मोहब्बत कोभुला देते हैं,कुछ लोग मोहब्बतमें रुला देते हैं, अरे
इन सांसो में तेरी यादे बस जाती हैं,जो याद न करूँ तो मेरी जान जाती है,मैं कैसे कह दूँ मोहब्बत नही है तुझसे,जब ये साँसे तुझसे जुड़ जाती हैं।
कभी कभी मैं सोचता हूँ कीउसके नजरों के सामनेमेरी मौत हो और मुझे छूनेका हक सिर्फ उसे हो..!
अपना बनाकर फिर कुछ दिन में !!बेगाना बना दिया !!भर गया दिल हमसे तो मजबूरी !!का बहाना बना दिया !!
कभी जज्बात तो कभी यादों को दफन करते हैं कभी आंसू तो कभी दर्द पिया करते हैं क्या खूब लगती थी खुदा ने हर रोज मर मर के जिया करते हैं
अपना बनाकर फिर कुछ दिन मेंबेगाना बना दिया,भर गया दिल हमसे तो मजबूरीका बहाना बना दिया।
दर्द के एहसास दिल से मर गए, जख्म अपने इतना असर कर गए।
हमने अपनी दुआओ में कभी नहीं माँगा तुम्हे, बेहतर यही होगा तुम भी न मानगो खुदा से हमे!!!
दर्द का कहर बस इतना सा है की आँख बोलने लगी आवाज़ रूठ गयी
❝तेरे दिल का मेरे दिल से, रिश्ता अजीब है,मीलों की दूरियां, और धड़कन करीब है।❜❜
अब तो गमो से दोस्ती हो गई है साहेब अब, चाहे गम हो या खुशी दोनों में मुस्कुराना पड़ता है।
हम हंसते तो हैं लेकिन सिर्फदूसरों को हंसाने के लिएवरना ज़ख्म तो इतने हैं किठीक से रोया भी नही जाता।
कैसे बयान करें आलम दिल की बेबसी का,वो क्या समझे दर्द आँखों की इस नमी का,उनके चाहने वाले इतने हो गए हैं अब,उन्हें कोई एहसास ही नहीं हमारी कमी का।
मेरी मोहब्बत को कभी खेल नहीं समझा,वरना खेल तो इतने खेले है मैंने कि कभी भी हारा नहीं”
जिंदगी में अपनों संग आराम मिले या ना मिले, हर कदम पर यहाँ अपनों से दर्द मिल जाता है।
कोई रास्ता नही दुआ के सिवा,कोई सुनता नही खुदा के सिवा।मैने भी ज़िंदगी को करीब से देखा है मेरे दोस्त,मुश्किल मे कोई साथ नही देता आँसू के सिवा।
बहुत कुछ बदला है मैंने अपने आप मेंलेकिन तुम्हें वो टूट कर चाहने कीआदत अब तक नहीं बदली…
ना किया कर अपने दर्द कोशायरी में बयान ऐ दिल,कुछ लोग टूट जाते हैंइसे अपनी दास्तान समझकर।
आते जाते रहा कर ए दर्द तू तो मेरा बचपन का साथी है💔
हर एक दिन बद से बदत्तर होता गयातब वक़्त हस्ता और मैं रोता गयामैं ख़ुशी की तलाश में जिसके क़रीब जातावो मुझसे उतना ही दूर होता गया
जब आख़िरी मुलाकात हो तो हंसकर देख लेना मुझे, क्या पताअगली बार तुम हमें कफन मेंदेखो और मुस्कुरा भी ना पाओ।