Dukh Shayari In Hindi : सफेद लिबास उसे बहुत पसंद था मगर, आज जो हम कफन में लिपटे हैं, तो वो रोता क्यों है !! कभी सोचा न था के वो मुझे तनहा कर जायेगा, जो अक्सर परेशां देख कर कहता था मैं हूँ ना !!
नज़र भर के तुमको देखा ही नहीं जितना भी देखा कम ही लगा खुदा से मैंने माँगा है तुम्हें और जितना भी माँगा कम ही लगा
❝राहों का ख़्याल है मुझे, मंज़िल का हिसाब नहीं रखता,अल्फ़ाज़ दिल से निकलते है, मैं कोई किताब नहीं रखता।❜❜
मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे,एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे,तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे.
तकता ही रहा मैं उस राह को,मगर उनका कभी आना ना हुआ.और उनकी यादों को जाना ना हुआ।
याद करने से किसी का दीदार नहीं होता यूं ही किसी को याद करना प्यार नहीं होता यादों में किसी की हम भी तड़पते हैं बस हम से दर्द का इजहार नहीं होता
आज तेरी याद हम सीने से लगा कर रोये,तन्हाई मैं तुझे हम पास बुला कर रोये,कई बार पुकारा इस दिल ने तुम्हें,और हर बार तुम्हें ना पाकर हम रोये.
जिस चांद को हजारों चाहने वाले होवो क्या समझेगा एक तारे की कमी।
एक बात समझाई है.जिंदगी में मुझेकभी कभी जिंदगी के तलाश में सामना मौत से भी हो जाता हैं
नफरत करनी है तोइस कदर करनाकी हम दुनिया से चले जाए परतेरी आँख मे आंसू ना आए..!
वफ़ादारी की राह में दिल हमारा टूट गया, तेरी बेवफ़ाई का सबक हमको सिखा गया। 😔💔
किस हक़ से माँगूँअपने हिस्से का वक़्त तुमसे…क्योंकि ना तो ये वक़्त मेरा है औरना तुम मेरे हो..।
💔 💔 वो जान गयी थी हमें Dard में मुस्कराने की आदत है, देती थी नया जख्म वो रोज मेरी ख़ुशी के लिए
ठोकर खाते हैं और मुस्कराते हैं,इस दिल को सब्र करना सिखाते हैं,हम दर्द लेकर भी लोगों को याद करते हैं,और लोग दर्द देकर भी लोगों को भूल जाते हैं.
आज फिर वही यादों का चित्रहार चला,कुछ पल तो रुका वो फिर उस पार चला।मैं रह गया इस पार बेक़रार कुछ उम्मीद लियें,वो कुछ और की उम्मीद में बेक़रार चला।
तुझे शिकायत है की मुझे बदल दिया वक़्त ने,कभी खुद से भी सवाल कर क्या तू वही है।
किसी को इश्क़ की अच्छाई ने मार डाला,किसी को इश्क़ की गहराई ने मार डाला,करके इश्क़ कोई ना बच सका,जो बच गया उसे तन्हाई ने मार डाला।
सतायेंगे, अगर हमारी मोहब्बत पसन्द न आये तो कह देना,हम आपकी जिंदगी से बहुत दूर चले जायेगे।
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम।अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।
दुखो का आसमान मुझ पर टूट पड़ा,जब तूने मुझे अकेला छोड़ दिया,दिल तेरे ही प्यार में फिर भी कूद पड़ा,लेकिन तूने हर बार मुझे इंकार कर दिया.
तेरी आंखें बता देती हैं !!बेवफाई के सारे राज !!अब छुपाए नही छुपते !!दिल के झूठे जज्बात !!
बहुत ही खूबसूरत शब्द लिखे थे,दुनिया में छोड़ने जैसा कुछ है तो,#दुसरों को नीचे दिखाना छोड़ दो.
कैसे भरोसा कर लिया मैंने उसके प्यार पर !!वह भी तो औरों की तरह ही मजा लेता है !!मुझे दूसरों की नजरों में गिरा कर !!
जो तार से निकली है वो धुन सबने सुनी है, जो साज़ पर बीती है वो दर्द किस दिल को पता💔
कुछ तन्हाईयां बेवजह नहीं होती,कुछ दर्द आवाज़ छीन लिया करते हैं।
ज़िन्दगी ने मजबूर कर दिया,नहीं तो हम कभी बेहद मजबूत थे
कितना भी खुश रहने की कोशिश कर लो,जब कोई याद आता है तो बहुत रुलाता है।
अदाएं कातिल होती हैं !!आँखें नशीली होती हैं !!
हम अपने दर्द का शिकवा तुमसे कैसे करें, मोहब्बत तो हमने की है तुमतो बेक़ुसूर हो.
मीठा झूठ बोलने से अच्छा है,कड़वा सच बोला जाए, इससे आपको सच्चेदुश्मन जरूर मिलेंगे लेकिन ‘झूठे दोस्त’ नहीं।
हसरत थी सच्चा प्यार पाने की,मगर चल पडी आँधियां जमाने की।मेरा गम कोई ना समझ पाया,क्युँकी मेरी आदत थी सबको हसाने की।
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ,अपने दोस्त को क्या उपहार दूँ।कोई अच्छा सा फूल होता तो माली से मंगवाता,जो खुद गुलाब है, उसको क्या गुलाब दूँ।
बोलती है दोस्ती, चुप रहता है प्यार,हंसाती है दोस्ती, रुलाता है प्यार।मिलाती है दोस्ती, जुदा करता है प्यार,फिर क्यों दोस्ती छोड़कर लोग करते है प्यार।
उनकी एक नजर को तरसते रहेंगे, ये आंसू हर बार बरसते रहेंगे, कभी बीते थे कुछ पल उनके साथ, बस यही सोच कर हसते रहेंगे।
चलो आज जिंदगी ने एक बाततो सिखा दी,कि हम किसी के लिए हमेशाखास नहीं हो सकते..!!
सजाए थे जिसके साथ मैंने सपने वो अब किसी और का बिस्तर सजाती है
सुकून ऐ दिल के लिए# कभी हाल तो पूछ ही लिया #करो मालूम हमे भी है# कि हम आपके कुछ नहीं लगते|
सुना भी कुछ नही,कहा भी कुछ नही।पर ऐसे बिखरे हैं,जिंदगी की कश्मकश में।कि टूटा भी कुछ नही,और बचा भी कुछ नही।
तेरी यादों को पसंद आ गयी मेरी आँखों की नमी, हँसना चाहूँ भी तो रुला देती है तेरी कमी !!
❝कसूर तो बहुत किये थे ज़िन्दगी में,पर सज़ा वहाँ मिली जहाँ बेकुसूर थे हम।❜❜
कभी दर्द है तो दवा नहीं,जो दवा मिली तो शिफा नहीं।वो ज़ुल्म करते हैं इस तरह,जैसे मेरा कोई खुदा नहीं।
दुनिया बहुत मतलबी हैसाथ कोई क्या देगामुफ्त मे यहां कफ़न नहीं मिलतातो बिना गम के प्यार कौन देगा…।
किसी को दिल से चाहा ये गुनाह था मोहब्बत तबाह करती है ये सुना था छोड़ कर जाना आज कल रिवाज़ है या मैंने ही शख़्स ग़लत चुना था
जाने किस गली में छिपी है वो वफ़ा, हमने तो खो दिया है उसके लिए सारी दुनिया। 😔🌌
आपको पाकर अब खोना नही चाहते,इतना खुश होकरअब रोना नही चाहते, क्या आलम होगा आपसेमिलने का,आँखों में नींद है पर सोना नही चाहते।
फिर भी अकेला छोड़ दिया जान के लिए एक जमाने बाद ही सही पर लोगों को उनके प्यार का पैगाम दिखा दे एकदम आने बाद ही सही पर लोगों को उनके प्यार
शेर ओ शायरी तो बस दिल बनाने का जरिया है जनाबलफ्ज़ कागज पर उतारने से महबूब लोटा नहीं करते।
दर्द हल्का है, साँस भारी है,जिए जाने किस रस्म जारी है
कल रात को खोल कर देखी यादो की किताब..रो पड़े की क्या क्या खोया है हमने ऐ ज़िंदगी।
जितनी तमीज से लोगों ने मुझे उठाया था,उससे कहीं ज़्यादा बदसुलूकी से उन्होंने मुझे गिरा दिया।
दिल के टूटने से नही होती है आवाज़,आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़,गम का कभी भी हो सकता है आगाज़,और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास.
जाने लागे जब वो छोड़ के दामन मेरा, टूटे हुए दिल ने एक हिमाक़त कर दी, सोचा था कि छुपा लेंगे ग़म अपना, मगर कमबख्त आँखों ने बगावत कर दी।
प्यार और शराब में छोटा सा फर्क हैं,लेकिन ये फर्क बहुत बड़ा हैं,प्यार दर्द देता हैं,शराब दर्द भुला देता हैं।
तुम्हारी तरह हम नही है यार टूट जाना आता है मगर किसी का दिल दुखाया नही Tumhari tarah ham nahi hai yaar tut jana aata hai magar kisi ka dil dukhaya nahi
प्यार था तुमसे चाहत भी थी,तुमसे की हुई शरारत भी थी,लेकिन शायद तुम ही मुझे समझ नहीं पाए,मोहब्बत थी लेकिन जाहिर ना किया शराफत थी मेरी.
डश रही है मुझे मेरी तन्हाई अपने साथ-साथ ले जाते तेरी यादों की परछाई
गुजारने को तो ये जिन्दगी तन्हा ही गुजार देंगेमेरे दोस्त लेकिन तकलीफ में होने का फायदा ही यही हैकी अपनों परायो में फर्क हो जाता है।
टूट जायेगी तुम्हारीजिद की आदत भी उस दिन,जब पता चलेगा कीयाद करने वाला अब याद बन गया।
दुख होता है बहुत ज्यादा मुझको,जब अपनों का साथ अचानक छूट जाता है,कुछ कर नहीं पाता कुछ कह नहीं पाता,हर बार ये दिल अकेला रह जाता है.
तेरे दीदार को निकलते है तारे,तेरी महक से छा जाती हैबहारे, तेरे साथ दिखते हैं कुछ ऐसे नजारे,अब तोचाँद भी तुझे छुप छुप के निहारे।
अगर मोहब्बत की हद नहीं कोई,तो दर्द का हिसाब क्यूँ रखूं।
जिनके याद में हम दीवाने हो गए,वो हमसे ही अनजाने हो गए,उसे तलाश है नए साथी की,क्योंकि उसकी नजर में हम पुराने हो गए।
दिल जब टूटता है तो आवाज़ नही आती,हर किसी को दोस्ती रास नहीं आती,यह तो अपने अपने नसीब की बात है,कोई भूलता ही नहीं और किसी को याद ही नही आती।
मत पूछना की दर्दकिस किस ने दिए,वरना कुछ अपनोंके सर भी झुक जाएंगे।
तेरी आंखें बता देती हैं, बेवफाई के सारे राज, अब छुपाए नही छुपते, दिल के झूठे जज्बात !!
नही चाहिए हमेकिसी की झूठी हमदर्दीहम खुश हैअपनी तकलीफों के साथ..!!
मोहब्बत का मेरे सफर आख़िरी है,ये कागज कलम ये गजल आख़िरी है,मैं फिर ना मिलूँगा कहीं ढूंढ लेना,तेरे दर्द का अब ये असर आख़िरी है।
दर्द से हाथ न मिलाते तो और क्या करते,गम में आँसू न बहते तो और क्या करते,उसने मांगी थी हमसे रौशनी की दुआ,हम अपना दिल न जलाते तो और क्या करते।
ही आपका पर किसी और को इजहार कर चुके थे तुम हमें तो बस आपकी मुस्कुराहट में जिंदा रखा वरना
सुनो जहा तुम नहीं होती हो वह मुस्कुराना भी अजीब लगता है
एक बात सिखाई है ताजुर्वे ने हमें, एक नया दर्द ही पुराने दर्द की दवा है।
जिस शहर में बातों से पहले !!रातें खत्म हुआ करती थी !!आज उस शहर में खामोशी का पहरा है..!!
दर्दे-दिल को उस दिन तुम जान जाओगे जिस दिन तुम्हारे साथ कोई, तुम सा बनेगा