Dua Shayari In Hindi : उनके साथ जीने का एक मौका दे दे ए खुदा, तेरे साथ तो हम मरने के बाद भी रह लेंगे ! दुआएँ मिल जाये यही काफी है, दवाए तो कीमत अदा करने पर मिल ही जाती है !
रब से आपकी खुशी मांगते हैं, दुआओं में आपकी हंसी मांगते हैं, सोचते हैं क्या मांगें आपसे, चलो उम्र भर की मोहब्बत मांगते हैं.
जिनकी आप कदर नहीं कर रहे है न,यकीन माने कुछ लोग उन्हें दुआओं में मांग रहे हैं।
तुम दुआ हो मेरी सदा के लिए, मै जिंदा हूँ तुम्हारी दुआ के लिए, कर लेना लाख शिकवे हमसे, मगर कभी खफा न होना खुदा के लिए।
ईश्वर से दुआ में उसकी सलामती मांग लुं, सुख मांग लुं या उनके लिए जिंदगी की हर खुशी मांग लुं।
रास्ता कैसा भी हो, सफर आसान सा लगता है, मुझे मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है..
जान तक देने की बात होती है यहाँ,पर यकीन मानिये, दुआ तक दिल से नही देते है लोग.
उल्फत-ए-यार में खुदा से और माँगू क्या, ये दुआ है कि तू दुआओं का मोहताज न हो.,
ख़ुशी मिली तो कई दर्द मुझसे रूठ गये, दुआ करो कि मैं फिर से उदास हो जाऊं.
जब बादलों में छाई अंधकारी रात हो,और तेरी दिल की धड़कन बिलकुल थम सी जाए।तो खुदा से दुआ मांग ले मेरे यार,कि सब गमों को उसने तेरे लिए लाए।
हार को जीत की इक दुआ मिल गई,तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई,आप आये श्रीमान जी यू लगा,जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई..!!
आज हमारे दिल से एक दुआ निकली है, उस दुआ में आपको अपना हमसफर बनाने की बात निकली है।
भले ही तू जाते-जाते मेरे दिल को इतने ज़ख़्म दे गयी, लेकिन फिर भी मेरे दिल के हर ज़ख़्म तुझे दुआ ही देंगे।
हमने ये तो नहीं कहा की,आपके लिए कोई दुआ ना मांगे,बस इतना कहते है की दुआ में,कोइ आपको ना मांगे।
मैंने हर दुआ में यही माँगा,उसकी हर दुआ कुबूल हो।
माँगा करेंगे अब से दुआ हिज्र-ए-यार की,आखिर को दुश्मनी है दुआ की असर के साथ।
ऐ ख़ुदा मेरे रिश्ते में कुछ ऐसी बात हो,मैं सोचूँ उसको और वो मेरे साथ हो,मेरी सारी ख़ुशियाँ मिल जाएं उसको,एक लम्हें के लिए भी अगर वो उदास हो..!!
हमने चाहा आपको अपने चाहे किसी और को, हमारी दुआ है की खुदा न करे तुम्हे चाहने वाला, कभी चाहे किसी और को।
मेरी दुआ तो यही है या रबहिंदुस्तान की सभी बेटियोंको वेह्शी दरिंदो से दूर रख
मुद्दते हो गई है खता करते हुएअब तो शर्म आती है दुआ करते हुए
करीब आ जा इस तरह कि मुझे भी कुछ ख़बर ना हो, तुझे पा के बस दुआ करुँ ख़त्म चाहत का ये सफ़र ना हो।
अपनी आगोश मैं एक रोज़ छुपा लो मुझको,गम-ऐ-दुनिया से आज बचा लो मुझको,उनको दिए है इशारो मैं इजाज़त मैंने,मांगने पर ना मिलूँ तो चुरा लो मुझको
“ सदा दूर रहो ग़म की परछाइयों से,सामना न हो कभी तन्हाइयों से,हर अरमान हर ख्वाब आपका पूरा हो ,यही दुआ है दिल की गहराइयों से…!!
सब कुछ मांग लिया तुझको खुदा से मांगकर, उठते नहीं है हाथ मेरे इस दुआ के बाद।
ख़ुदा ने मुझे बस इतना सिखाया हैकि खुद से पहले आपके लिए दुआ करूँ
सर झुकाने की अदा भी कमल की होती हैसजदा ज़मीन पर होता हैऔर दुआ आसमान तक जाती है
मेरे भाई में बसती है मेरी जानउसके चेहरे पर बनी रहे मुस्कानखुदा से यही दुआ करते हैं किउसके पूरे सब हो जाएं अरमान।।
सर झुकाने की खूबसूरती भी, क्या कमाल की होती है, धरती पर सर रखा और, दुआ आसमान में कुबूल हो जाती हे।
जो लोग दुसरो को ✧ अपनी दुआओं म शामिल करते हैं ✧खुशियां सबसे पहले ✧ उन्ही के घर दस्तक देती हैं ✧
माँग लूँ तुझ से तुझी को कि सभी कुछ मिल जाए सौ सवालों से यही एक सवाल अच्छा है अमीर मीनाई
मेरी तलब था एक शख़्सवो जो नहीं मिला तो फिर,हाथ दुआ से यूँ गिराभूल गया सवाल भी।
दिल से मांगी है दुआ उम्मीद है कबूली जाएगी,आज मेहनत कर रहा हूँ कल किस्मत भी बदल जाएगी..!!
तेरे इख्तियार में क्या नहीं, मुझे इस तरह नवाज़ दे, यूं दुआएं मेरी कुबूल हों, कि मेरे लब पे कोई दुआ न हो।
गुनाह करके सजा से डरते है, जहर पी के दवा से डरते है, दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं, हम तो दोस्तों कि वफ़ा से डरते है।
सिर झुकाने की खूबसूरती भी क्या कमाल की होती है, धरती पर सिर रखा और दुआ आसमान में क़ुबूल हो जाती है.
हर ख़ुशी खुदा आप का मुक़द्दर कर देख़ुशी क फूल से आप का दामन भर देआप जिस दिन जिस लम्हे खुश होंखुदा उस लम्हे को 1000 बरस का कर दे
विश्वास और दुआ, दोनों आत्मा के लिए एक विटामिन की तरह हैं..
सुनते है कि मिल जाती है हर चीज दुआ सेवो क्यों नहीं मिलता जिसे माँगा था खुदा से।
तेरी मोहब्बत की तलब थीइसलिए हाथ फैला दिए,वरना हमने तो अपनीज़िन्दगी की भी दुआ नहीं माँगी।
जो दुआ मांगी हमने अपने रब से,वो सब हकीकत बनकर आ गयी है।तेरी खुशियों का साथ हमेशा रहे,और तेरी मुसीबतों का आगे हमने हाथ बढ़ाया है।
अगर रुक जाये मेरी धड़कन तो मौत न समझना, कई बार ऐसा हुआ है उसे याद करते करते.
दुआ तो दिल से मांगी जाती है,ज़ुबां से नहीं क़बूल तो उसकी भी होती है,जिस की ज़ुबान नहीं होती..!!
“ न जाने किसने पढ़ीहै मेरे हक़ में दुआआज तबियत मेंजरा आराम सा है…!!
जहां लोग अपने लिए खुशी मांगते है, वहां हम तेरी सलामती की दुआ करते है।
बस अफ़सोस हमें आजतक इस बात का ही रहता है की जिनके लिए हम दुआ माँगा करते थे, वो ही हमारे पीठ-पीछे किसी और से इश्क़ करते थे।
एक एहसास बिलकुल तेरी अदा का थाबाहर निकल कर देखा तो झोंका हवा का थाज़िन्दगी की हर मुश्किल से मैं टकरा गयासहारा मुझे बस तेरी दुआ का था
जब भी हाथ उठा कर दुआ मांगते हैं, तेरी ही खुशी बेइंतहा मांगते हैं.
हज़ार बार जो माँगा करो तो क्या हासिल,दुआ वही है जो दिल से कभी निकलती है..!!
दिल से दुआ है कि खुश रहो तुम,आये ना आस-पास ज़रा भी गम,इस जन्म में नहीं मिल पाए तो क्या,अगले जन्म में ज़रूर साथ रहेंगे हम.
जब दुआएं तूझे छू जाएंगी,तो खुदा तुझे नया सफर दिखाएगा।तू बुलंदी पाए, हर मंजिल को छू जाए,यही हैं मेरी दुआ, तेरी ख्वाहिशों की हकीकत बन जाए।
वो आ गए मिलने हमसे एक शाम तन्हाई मिटाने,और हम समझ बैठे इसे अपनी दुआओं का असर।
तेरे चेहरे की चमक सदा बनी रहेहंसी इन लबों पे हमेशा सजी रहेखुदा दूर रखे सारे ग़मो से तुझेखुशी तेरे दामन मैं सदा भरी रहे
चुपके से चाँद की रौशनी छू जाये आपकोधीरे से या हवा कुछ कह जाये आपको दिलसे जो चाहते हो मांग लो खुदा से हम दुआकरते हैं मिल जाये वो आपको।
वो दुआ मांगती थी उसकी ज़िन्दगी से मेरे चले जाने की, उसकी दुआ क़ुबूल हो, बस यही दुआ मैं मांगता रहा..
बस एक दुआ है खुदा से मै रहू या ना रहूँ तू हमेशा खुश रहे मेरे साथ भी मेरे बाद भी dua shayari, दुआ शायरी, दुआ पर शायरी
अगर तुझे चाहने से मौत आये तू मौत काबुल है मुझे तुझे चाहना फितरत है मेरी तेरे बिना बीती हर शाम लगती फ़िज़ूल है मुझे।
ना जाने किसने पढ़ी है मेरे हक़ में दुआ,आज तबियत में जरा आराम सा है.
मेरी हर सांस की यही दुआ है कितुम मुझे मिल जाओअब सांसों के खत्म होने से डर नहीं हैदुआ कबूल न होने का डर है
सलामती की दुआ शायरी मैं खुदा से हमेशा ये गुज़ारिश करता हूँ, तेरे चेहरे पर मुस्कान रहे यही सिफारिश करता हूँ..
खुदा से मांगी वो दुआ हो आप सदियों से किया वो इंतजार हो आप फिर क्यों दूरियाँ है दरमिया जबकि हमारे लिए हमारी जान हो आप
अगर तू मुझे मिल जाये तो कसम खुदा की मेरी हर एक दुआ पूरी हो जाये।
फूलों सी प्यारी सुबह हो तुम्हारी, इतनी सी दुआ बस कुबूल हो हमारी।
ख़ुदा तुझे खुशियों से ऐसे नवाज दें,कि आपकी लब पर कोई दुआ न आये.
किस कदर मुझको सताते हो तुम,भूल जाने पे भी याद आते हो तुम,जब भी खुदा से कुछ मांगता हु,मेरे दिल की दुआ बन जाते हो तुम..!!
हज़ार बार जो माँगा करो तो क्या हासिल,दुआ वही है जो दिल से कभी निकलती है..!!
दुआएँ मिल जाये यही काफी है, दवाएँ तो कीमत अदा करने पर मिल ही जाती है।
तेरी मोहब्बत की तलब थीइसलिए हाथ फैला दिए,वरना हमने तो अपनीज़िन्दगी की भी दुआ नहीं माँगी।
न जाने कितनी दुआओं का सहारा होगा,जब वो हमारा सिर्फ हमारा होगा.
एक तू मिल जाए मेरे लिए यही काफी है, हर सांस के साथ मैंने ये दुआ मांगी है.. जाने क्या कशिश है तेरी आँखों में, इन आँखों ने तेरी एक झलक मांगी है..
वो आ गए मिलने हमसे एक शाम तन्हाई मिटाने,और हम समझ बैठे इसे अपनी दुआओं का असर।
हमारे सब्र का इम्तिहान न लीजिये, हमारे दिल को यूँ सजा न दीजिये, जो आपके बिना जी न सके एक पल उन्हें और जीने की दुआ न दीजिये.
चाँद निकलेगा तो लोग दुआ मांगेंगेहम भी अपने मुकद्दर का लिखा मांगेंगेहम तलबगार नहीं दुनिया की दौलत केहम रब से सिर्फ आपकी वफ़ा मांगेंगे
जब भी मेरी जान आपकी याद आती हैं, तब मेरी जुबा पर बस आपकी बात आती हैं, बस ऊपर वाला आपको हर ख़ुशी दे, क्योकि मेरी खुशिया आपके साथ आती हैं.,