Dosti Breakup Shayari In Hindi : दोस्त को रूठने पर हमेशा मनाना चाहिए क्योंकि, वो ही है जो हमारे सारे राज़ जानता है. तुझे याद है ना दोस्त,तेरे कई वादों में एक वादा उम्र भर साथ निभाने का भी था…!
दोस्ती कभी स्पेशल लोगो से नहीं होती, जिनसे दोस्ती हो जाती है, वाही लोग स्पेशल हो जाते है.
अब तू मुझपे एक एहसान कर दे मुझे तेरे लिए अनजान कर दे भूल जाऊं तुझे बिना आंसू बहाए मेरे लिए वो रास्ता आसान कर दे
क्या थी मजबूरी तेरी,जो रास्ते बदल लिए तुने,हर राज कह देने वाले,क्यों इतनी सी बात छुपा ली तुने।💔💔
तेरे साथ बिताए लम्हों का ख्वाब था हमें, वो ख्वाब तोड़ दिया अब बाकी सब धुंदला सा लगता है !
शायद कुछ ज्यादा ही हो गया था लगाव तुमसे, तभी तकलीफ हो रही है मुझे दूर जाने पर तुमसे।
तेरी बेवफाई नेकुछ इस तरह से दिल को तोड़ा हैकि कभी फिर दिल ना लगाने कीकसम खा कर खुद को जिंदा छोड़ा है!!
वफादारी का इनाम बेवफाई देते हैं सवाल करो तो हुज़ूर बस सफाई देते हैं
कुदरत का नियम है !!मित्र और चित्र दिल् से बनाओगे !!तो उनके रंग जरूर निखर आएंगे !!
गर हम दोस्त होते तो साथ होते,वो इश्क़ ही था,जिसने हमें जुदा किया
आँखों की गहराई को समझ नहीं पाते,होंठ है मगर कुछ हम कह नहीं पाते,अपने दिल की बात किस तरह कहें तुमसे,तुम वही हो जिनके बिना हम रह नहीं पाते.
मेरी बर्बादी पर तू कोई मलाल ना करना,#भूल जाना मेरा ख्याल ना, करना,#हम तेरी ख़ुशी के लिए कफ़न ओढ़ लेंगे, #पर तुम मेरी लाश ले कोई सवाल मत करना!
तुम्हारी राह में मिट्टी के घर नहीं आते,इसलिए तो तुम्हें हम नजर नहीं आते।
गलती भले किसी की भी रही हो यारा, रिश्ता तो हमारा ही था ना जो टूट गया।
हर वक्त मिलती रहती है मुझे अजांनी सी सजा मैं कैसे पुछु तकदीर से मेरा कसूर क्या है।
खो कर पता चलती हैकीमत किसी की..पास अगर हो तो अहसासकहाँ होता है..💔💔
रोने का गम वही जानता है जिसने किसी अपने बेहद करीबी को खोया हो.
दोस्त तो मिलने के बहुत मिल जाएंगे,पर तेरे जैसा दोस्त कभी नहीं मिलेगा…Dost toh milne ke bahut mil jaege,Par tere jaisa dost kabhi na milega…
कल रात #मैंने अपने सारे ग़म,#कमरे की दीवार पर लिख डाले,#बस फिर हम सोते रहे और दीवारे #रोती रही
बहक जाती है शराब भी,जब महकता है तेरा “शबाब”,उफ्फ़ …..तेरे गुलाबी होंठ हैं या तेरे होंठों जैसा गुलाब……!!!
छुपा दी खुशियां मेरे हिस्से की अब किसी और को खुश कर रहे हैं वो
मुझे 😲किसी के बदल😅 जाने का गम ❌नही,बस कोई 😲था जिस पर 😁खुद से ज्यादा भरोसा था….💯💯
इतना ऐतबार न कर, ऐ दिल किसी पर,समय आने पर सब बदल जाते हैं।
बात जो दिल में है उसे दबाया मत करो, दुश्मनी निभा कर मुझे अपना दोस्त मत बताया करो।
मोहब्बत के रंगों का नाम है दोस्तीबिखर के भी साथ रहने का नाम है दोस्ती
मैंने 😄सोचा था समझोगे 😌तुम मेरे हालात,😁लेकिन तुमनें 😅तो ख़्यालात ही 😔बदल दिए…..💔💔💔
सच्चे मित्र बुरे वक्त में भी छोड़ते नहीं हाथ है, सच्चे मित्र में होती यही ख़ास बात है.
कौन कहता है कि दोस्ती, यारी बर्बाद करती है, कोई निभाने बाला हो, तो दुनिया याद करती है।
कितनी झूठी होती है ये मोहब्बतें की कसमें, देखो ना तुम भी ज़िंदा हो और मै भी ज़िंदा हूँ।
यार अजब तेरे नखरेगज़ब तेरा स्टाइल हैंGa#D धोने की तमीज नहींहाथ में मोबाइल है।।
अपनी बेवफाई को तुम थोड़ा और आसान करते, जाने से पहले अगर तुम मुझसे एक मुलाकात करते।
किस्मत अगर धोखा दे जाएतो इंसान बर्दाश्त कर ले…लेकिन जब अपने ही धोखा दे जाएंतो फिर भरोसा किस पर किया जाए!!a
हमने ये नहीं कहा की उसके लिए कोई दुआ मांगेबस इतना कह्ते है की दुआ में कोई उन को न मांगे!!!
कुसूर ना तेरा था कसूर ना मेरा था ! कुसूर तो हमारी तकदीर का था, जिसने हमें मिलवाया मगर मिलाया नहीं !!
काश के वो लौट आये मुझसे ये कहने,कि तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले।
रुलाने वाले वही हैजो कहते थेहँसते हुएबहुत अच्छे लगते हो
प्यार में भले ही जनून है, मगर दोस्ती में सुकून है,
अक्सर मोहब्बत में ऐसा होता है, एक बात करने के लिए तड़पता है, और दुसरा सुकून की नींद सोता है !
तोड़ेंगे गरूर इश्क का और खड़ी रहेगी मुहब्बत रास्ते पर
कब तक चलता रहेंगा ये सिलसिला,#ये सोचकर दिन गुजर जाया करते हैं।
कुछ कहते है दोस्ती बराबर वालो से करनी चाहिये,हम कहते है दोस्ती में कोई बराबरी नही करनी चाहि
जवानी में जनाजा उठने का मजा ही कुछ और है,इनके भी आसूं आ जाते है जिनको हमारा जीना अच्छा नहीं लगता.
आपकी हमारी दोस्ती सुरों का साज है, आप जैसे दोस्त पर हमें नाज है, अब चाहे कुछ भी हो जाये जिंदगी में, दोस्ती वैसे ही रहेगी जैसे आज है !
कुछ पैसे बचा कर रक्खे है मैने,ख्वाब टूटे तो दोस्तो के साथ शराब पियूंगा…!
हम वक्त गुजारने के लिए दोस्तों को नहीं रखतेदोस्तों के साथ रहने के लिए वक्त रखते हैं
अब क्यों आये हो मेरे दर पे अब क्यों सुनाते हो कहानी अपनी हर रिश्ता खत्म किया है आपने अब क्यों याद दिलाते हो नादानी अपनी…
सिलसिला आज भी वही जारी है तेरी याद मेरी नींदों पर भारी है
लम्हा लम्हा सांसें ख़तम हो रही हैं,ज़िंदगी मौत के पहलू में सो रही है,उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह,वो तो ज़माने को दिखाने के लिए रो रही है…
तेरी बेवफ़ाई ने दिल को बहुत रुलाया है,अब तू ही बता, ये कैसा प्यार निभाया है।
“कुछ-भी-कहो मगर Ek-Bar “धोखा” खाने के बाद…. किसी पर “यकीन-करना” मुश्किल होता है…!!!
तू चाँद मैं सितारा होता,#आसमान में एक आशिया हमारा होता।
अब बस इतनी सी दुआ है रब से,तू ख़ुश रहे, हम ख़ुशियों की तलाश में निकल गए।
जब वो लड़की मुझे पहलीबार देख कर मुस्कुराई थी,हम तो तभी समझ गये थे येलड़की हमे उम्र भर रुलायेगी।
कुछ लोग भरोसे के लिए रोते है,और कुछ लोग भरोसा करके रोते है।
बड़े ही अजीब हैं ये ज़िन्दगी के रास्तेअनजाने मोड़ पर कुछ लोग अपने बन जाते हैंमिलने की खुशी दें या न देंमगर बिछड़ने का ग़म ज़रूर दे जाते हैं
किस्मत ने जैसा चाहा वैसे ढल गए हम,बहुत संभल के चले फिर भी फिसल गए हम,किसी ने विश्वास तोडा तो किसी ने दिल,और लोगों को लगा की बदल गए हम.
मैं तुम पर अपनी जान भी लुटा दूँतुम मुझ से मुझ जैसी मोहब्बत तो करो.
कौन दूर कौन संग दिखा दिया है, दोस्त कौन दुश्मन कौन सभी ने रंग दिखा दिया है।
ख़ुद की सोच पे रहो जनाब,दुनिया अपकी ख़ोज में रहेंगी।
खामखा जाया किया वक़्त मेरा ,चाहता ही नहीं था मुझे दिल तेरा।
इतना भी क्या सस्ता होना ए-दर्दजिसे कुछ नहीं मिलता उसे तू मिलता है।
तेरी याद संभाली मैंने अच्छी आदतें ख़राब की पानी नहीं मैंने पिया उतना जितनी मैंने शराब पी
खामखा क्यू लिखा मेरे ज़िंदगी के पन्ने पे,बेहतर होता कि कोरा ही रहने देते।
मुझे ठुकराने वाले तुझे खुशी ना मिले मैं तड़पती हूँ रोजाना है तुझसे शिकवा गिले…
याद करते है हम यारो की दोस्ती, यादो से दिल भर जाता है, कल साथ जिया करते थे मिलकर, आज मिलाने को दिल तरस जाता है.
आज मै हूँ तो मेरी कदर नहीं हैमगर याद रखनाजिस दिन खोदोंगे मुझेउस दिन हँसते हुए भीरोदोंगे
जी लो इन पलों को हँसकर जनाब,फिर लौटकर दोस्ती के यह पुराने दिन नहीं आते…Jee lo in palo ko hashkar janab,Fir lautkar dosti ke yah purane din nhi aate…
वो मेरी कभी थी ही नहीं और मैं बेवजह उसे खोने से डरता रहा।
क्या खूब फ़रमाया है गांडुचार्य ने……“सपना” को सपने मे पेलकर “स्वपनदोष” हो गया !“सपना” की भी बच गई और हमे भी “संतोष” हो गया !!
बेवफा से पूछ रहा हूँ वफ़ा का मतलब पागलपन की हद तो देखो, इतनी ठोकर खा रहा हूँ ज़िन्दगी के क़र्ज़ चुका रहा हूँ ऐ खुदा मेरी तरफ अब तो देखो
पता तो मुझे भी था कि लोग बदल जाते हैं, पर मैंने तुम्हें उन लोगों में कभी गिना ही नहीं था !
तुम ताल्लुक तोडने का ज़िक्र किसी से भी ना करना हम लोंगों से कह देंगे कि तुम्हें फुरसत नहीं मिलती
मेरी तारीफ करो या मुझे बदनाम करोजो भी करना है छुप कर नहीं सरेआम करो