Dogle Dost Shayari In Hindi : अब लोग वक्त के साथ बदल जाते हैं,सच्चे दोस्त भी अब मतलबी हो जाते हैं. कुछ की फितरत और कुछ की मजबूरी होती है,कुछ भी हो मतलबी होना ही गलत होता है.
✍✍✍✍ “तेरा बेमतलब का प्यार अब मतलबी सा लगता है।” ✍✍✍✍
दोस्त बनना तो दूसरों की मदद पूरी करने को,अगर अपना मतलब पूरा करना हो तो धंधा करना दोस्ती मत करना।
वक़्त के साथ लोग बदल रहे हैं, अब तो दोस्त भी मतलबी हो रहे हैं।
“ साजिशें रचने को आज़ाद हैतू मेरे दोस्त नज़रों से तोउसी दिन तुम उतार गए थेजब तुम्हारा मुखौटा उतरा था…!!
ये दुनिया बहुत स्वार्थी है, यहाँ कोई साथ नहीं देगा,फोकट का कफ़न तो यहाँ मिलता नही,,तो बिना मतलब के भला यहाँ साथ कौन देगा !
✍✍✍✍ “खुद अपनी कमियों को बताता नहीं कोई मतलब बगैर हाथ मिलाता नही कोई। करते तो सभी मोहब्बत हैं आपसे पर किसी का साथ निभाता नहीं कोई।।” ✍✍✍✍
अगर इस दुनिया में आराम की ज़िन्दगी जीनी है तो,दुसरो से किसी भी प्रकार की उम्मीद मत रखो,क्यों की यहाँ लोग साथ तो होते है,मगर साथ नहीं देते।
अगर तुम अपने पापा की “परी” हो, तो हम भी अपने बाप के “नवाब” है !
प्यासी ये निगाहें तरसती रहती है, तेरी याद मे अक़्सर बरसती रहती है। हम तेरे खयालों मे डूबे रहते है और, ये ज़ालिम दुनियां हम पर हंसती रहती है।
ज़रूरत पड़ने पर हर किसी को अपना बनाते है लोग,और जब ज़रूरत ना हो तो, उन्ही से पीछा छुड़ाते है लोग।
“ दो मिनट का मौन उन दोस्तोंके लिए जिन्हें लगता हैउनके धोखे से अनजान हैं हम…!!
जब दोस्त धोखा देते हैं,तो ज्ञानरुपी आँखे खुल जाती है.
सच बोलों हमेशा मुस्कुराकर,धोखा न देना दोस्त बनाकर।
इन मतलबी दोस्तों से अकेला ही अच्छा हूँ।
गुनगुनाना तो तकदीर में लिखा कर लाए थे, खिलखिलाना दोस्तों से तोहफ़े में मिल गया.
सरों को अपनी सच्चाईबताने में विरोध होता है,दोगले लोगों को तो अक्सर,धोखा देने का शौक होता है |
दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है, दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है, रूठ भी गऐ हम तो दिल पर मत लेना, क्योकि दोस्ती जरा सी नादान होती है.
मंदिर, जनेऊ, टीका ही हैं सर्वोपरि, रोजा पार्टी वाले भी बोल रहे हरि हरि।
कौन कहता है कि बराबरी में होती है दोस्ती, सच तो ये है कि दोस्ती में सब बराबर होते है।
✍✍✍✍ “छोड़ो सारी दुनिया को पीछे, दुनिया मतलबी है, में वफादार हूँ, आओ और प्यार करो मुझे!” ✍✍✍✍
जो कोई समझ न सके वो बात है हम,जो ढल के नई सुबह लाये वो रात हैं हम,छोड़ देते हैं लोग रिस्ते बनाकर यूँ ही,जो कभी न छूटे ऐसा साथ हैं हम.
तब दुश्मनों के दिल को बड़ा करार आता है, जब दो दोस्तों की दोस्ती के बीच दरार आता है !
अनपढ़ लोगो की वजह से ही हमारी मातृभाषा बची हुई हैं साहब वरना पढ़े हुए कुछ लोग तो राम राम बोलने में भी शरमाते हैं . जय भगवा राज
Dõstî 👬 में दोस्त dóst_का_ख़ुदा होता है, #महसूस तब होता है जब döst 👬 dòst_से_जुदा होता है
अगर मतलब ही पूरा करना था तो पहले ही बता देता,कम से कम लोगो की ढिंढोरा तो नहीं पीटता,में की मेरा दोस्त औरो की तरह मतलबी नहीं।
यदि रक्तपात ही अंतिम उपाय ना होता, तो क्या बाँसुरी बजाने वाला महाभारत होने देता..? जयश्रीकृष्णा।
“ हर तरह के लोग हैंइस दुनिया में कुछ आपके अच्छेदिल से साथ देंगे तो कुछबस अच्छे दिन में साथ देंगे…!!
सबके दिलों में धङकना ज़रूरी नहीं होता साहब.. कुछ लोगों की अांखों में खटकने का भी एक अलग मज़ा हैं
सच्चाई से विश्वास हट जाता है,दोगला इन्सान जब जुबान से पलट जाता है।
मतलबी लोगो की मीठी बात,सम्भाल कर रखे अपनी जज्बात.
कभी मोहब्बत का सीधाइजहार ना करते हैं..दोगले लोग अपनी बातघुमा फिरा कर करते हैं |
“ जताते कुछ औरबताते कुछ और हैअपने सगे करते कुछ और हैऔर दिखते कुछ और है…!!
मेरी मासूम नादानियों ने मुझे रूलाया है बहुत,दोगले यारों ने मेरा दिल दुखाया है बहुत।
दुनिया में सबको दरारों में से झांक ने की आदत है, दरवाजि खुले रख दो, कोई आस पास भी नहीं दिखेगा
"किसी शायर से तुम उसके राज़ ना पुछो...!! कल ख़ुद लिख देगा , बस आज ना पुछो...
वक़्त के आगे किसी का जोर नही मगर तेरा जैसा जिगरी दोस्त नही ।।
ना जाने अब क्या होगा ज़माने का, दोस्त का मक़सद मतलब होता है घर आने का।
पहले जो दोस्त जब मौका मिले तब मिलते थे,अब जब तक कोई काम न हो तब तक नहीं मिलते।
दोस्त बनकर जो धोखा दे,उससे बड़ा कोई दुश्मन नहीं हो सकता।
जहाँ कोई खास होता हैं वही विश्वास होता हैं, और जहाँ विश्वास होता हैं वहीं विश्वासघात होता हैं!!
सच्ची मित्रता के सबसे अच्छे गुणों में से एक है समझना और समझे जाना.
#वक्त की #यारी तो हर कोई करता है मेरे #दोस्त, मजा तो तब है जब #वक्त बदल जाये पर #यार ना बदले...!
करलो हम से #दोस्ती लड़ना #मुश्किल होगा, वरना लिखेंगे #इतिहास ऐसा पढना #मुश्किल होगा...!
ऐसे दोस्तों से दोस्ती रखिये जो आपकी परवाह करते हैं,मतलबी और इस्तेमाल करने वाले तो आपको ढूँढ ही लेंगे।
दोस्ती भी कितनी अजीब होती है,हसाती है तो रुलाती भी है,बस एक छोटा सा झगड़ा क्या हो जाए,सारी पुराणी गलतियां याद दिला देती है।
लोग ख़ुद पर विश्वास खोने लगे है,अब तो दोस्त भी मतलबी होने लगे है।
दोस्ती दर्द नहीं खुशियों की सौगात है,किसी अपने का ज़िंदगी भर का साथ है,ये तो दिलों का वो खूबसूरत एहसास है,जिसके दम से रौशन ये सारी कायनात है.
कोशिश करो कोई आपसे ना रूठे,जिंदगी में अपनों का साथ ना छूटे,दोस्ती कोई भी हो उसे ऐसा निभाओ,कि उस दोस्ती की डोर जिंदगी भर ना टूटे।
दोगले लोगो के बहुत ही नखरे है, वो ये नही देखते उनके सामने कौन खड़े है।
आपकी दोस्ती की एक नज़र चाहिए,दिल है बेघर उसे एक घर चाहिए,बस यूँही साथ चलते रहो ऐ दोस्त,यह दोस्ती हमें उम्र भर चाहिए.
वो दौर गया जब बेमतलब मिल लिया करते थे, अब तो दोस्त भी घर पर पॉलिसी बेचने आया करते हैं।
“ उन लोगों से सौगज दूरी बनाए रखोजो सिर्फ़ खुद कीपरवाह करते हैं…!!
दोस्त आपको इतना स्वार्थी होने से बचना चाहिए और दूसरों के बारे में भी सोचना चाहिए।
दोस्ती पर ऐतबार करने का दौर अब गुजर गया, अब हर कोई बेवक्त बदलने का हुनर सीख गया !
अच्छे दोस्त कभी मतलबी नही होते है और मतलबी लोग कभी अच्छे दोस्त नही होते है।
“ लोगों की हरकतों पेनज़र रखना सीखोशब्दों को शक्कर मेंघोला जा सकता हैकर्मों को नहीं…!!
मरने के बाद की गई तारीफ और दिल दुखाने के बाद मांगी गई माफी, दोनों का कोई महत्व नहीं होता है ...!!
झूठी दुनिया की बस इतनी सी कहानी है, आज तेरा दिन है तुझसे दोस्ती बढ़ानी है।
दोगले लोग जितना इज्जत देते है, उतनी ही तकलीफ भी देते है।
हम लोगों के सामने मुस्कुराते है, लोग इतने दोगले होते है कि हमे धोखा देकर ठुकराते है।
तेरी रुस्वाई से मुझे एक सबक मिला है दुश्मन भी इतना नहीं करता जितना तूने दोस्त बनके किया है।
इंसान की अच्छाई पर सब खामोश रहते हैं चर्चा अगर उसकी बुराई पर हो, तो गूॅगे भी बोल पङते हैं
एक मतलबी दोस्त हमेशा आपके अच्छे वक़्त पर आपके साथ बैठेगा,और एक सच्चा दोस्त बुरे वक़्त की बरसात में आपके साथ खड़ा रहेगा।
जलते हैं तो जलने दो, बुझना मेरा काम नही, जलाकर राख न कर दु, तो हिन्दु मेरा नाम नही।
मेरी सबसे बड़ी कमजोरी है कि में हर किसी को अपना समझ लेता हूं।
लोग ख़ुद पर विश्वास खोने लगे है,अब तो दोस्त भी दोगले होने लगे है
गाँधी जिस गीता को हाथ लेकर अहिंसा की बात करते, उसी गीता को सुनकर अर्जुन ने महाभारत युद्ध किया तो या तो हम गाँधी को नहीं समझे, या वो गीता को।
“ दिखावटी लोगों कीएक ही पहचान हैजहां जाते हैंनकारात्मकता फैलाते हैं…!!
हम मतलबी नहीं कि चाहने वालो को धोखा दे,बस हमें समझना हर किसी की बसकी बात नहीं।
कुछ वक़्त का इंतज़ार मिला मुझको,पर खुदा से बढकर यार मिला मुझको,न रही तमन्ना किसी जन्नत की मुझे,तेरी दोस्ती से वो प्यार मिला मुझको.
जिन्दगी जीने का कुछ ऐसा अंदाज रखों,मतलबी दोस्तों को नजरअंदाज रखों.
“ कोई ज़रुरत नहीं हैनकली दोस्तोंको बेनकाब करने कीवक़्त आने परवो खुद हीअपना नकाब उतार देंगे…!!