Dil Ki Shayari In Hindi : चलो दिल की अदला-बदली कर लें,तड़प क्या होती है समझ जाओगे। फिर नही बसते वो दिलजो एक बार उजड़ जाते हैं,कब्रे जितनी भी सजा लोपर जिन्दा कोई नही होता।
कुछ ठोकरों के बाद, नजाकत आ गयी मुझमे, अब दिल के मशवरों पे मैं भरोसा नहीं करत.,
“ इस टूटे दिल कोठोकर मार दूर किया तुमनेइसीलिए तेरी जिंदगी सेखुद को दूर किया हमने…!!
वक़्त सब को मिलता है ज़िन्दगी बदलने के लिए लेकिन ज़िन्दगी दुबारा नहीं मिलती वक़्त बदलने के लिए
हजारों ना-मुकम्मल हसरतों के बोझ तले,ऐ दिल तेरी हिम्मत है, जो तू धड़कता है।
“ वह हंसी बहुत कुछ कहती थी,पर अपने में ही रहती थी…!!
वे कितनी आसानी से हमारी कमजोरी भांप गए,अब दिल दुखाते वो है और मानते हम।
उनके हाथों ने छू लिया होगा मुझको,वरना पत्थर दिल कहाँ पिघलते हैं।
“ बदल गए सब लोगआहिस्ता-आहिस्ता,अब तो अपना भी हक़ बनता हैं..!!
दिल भी कितना नासमझ हैजो किसी के भी समझाने से नही समझता
काश यह दिल अपने बस मे होता,न किसी की याद आती,न किसी से प्यार होता।
तू मेरी सबसे खूबसूरत भूल हैं,तेरी हर खुशीऔर गम मुझे कबूल हैं..Tu meri sabse khubsurat bhool hain,Teri har khusi aur gam mujhe qabool hain…
मेरे दिल में मेल नहीं किसी के लिए, बस ये जला हुआ है मोहोब्बत की आग में।
चमक रहा है ख़ेमा-ए-रौशन दूर सितारे सा,दिल की कश्ती तैर रही है खुले समुंदर में।
जब निकले मेरा जनाजा तो खिड़की से झाक लेना बहुत महगा पड़ेगा पत्थर ही मार देना।
जुदा है औरों से मेरे दर्द की पहचान ज़ख्म तो दिखता नहीं, और तकलीफ बेइंतहा
दिल में हर बात आज भी वही हैज़ाहिर है तुझ पे मेरा हक़ नहीं हैदेखते देखते यु मंज़र बदल गयातू मेरा होकर भी मेरा नहीं है।
दिल रोया बहोत जो जख्म दिल ने खायी हैरोक रख्खा हु हर आवाज जो दिल टूटने से आई है।
अब जिसके जी में आये वही पाये रौशनी,हमने तो दिल जला कर सरेआम रख दिया।
कुछ लोग उस वक़्त ऐतबार तोड़ जाते है जब हम इन की वफादारी की मिशले दे रहे होते है
ना कोई समझता है, और ना कोई समझाता है, सबको बस दूसरों का मजाक उड़ाना आता है !
सो बार कहा दिल से भूल जा उसको सो बार कहा दिल ने तुम दिल से नहीं कहते।
“ कोई पागल हीमोहब्बत से नवाज़ेगा मुझेआप सब तो खैर‘समझदार’ नज़र आते हैं…!!!
इस छोटे से दिल में किस किस को जगह दूँ मैं,ग़म रहे, दम रहे, फरियाद रहे या तेरी याद।
सारी उम्र में एक पल भी आराम का न था, वो जो दिल मिला किसी काम का न था, कलियाँ खिल रही थी हर गुल था ताज़ा, मगर कोई भी फूल मेरे नाम का न था.,
ज़रा सी ज़िन्दगी है अरमान बोहोत है हमदर्द कोई नहीं इंसान बोहोत हैदिल के दर्द सुनाए तो किसको जो दिल के करीब है वो अनजान बोहोत है।
दिल की क़िताब में गुलाब उनका था रात की नींद में ख़्वाब उनका था कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा मर जाएंगे तुम्हारे बिना ये ज़वाब उनका था।
मेरी इबादत का कोई वक्त,मुकर्रर नही होता…तुम ख्यालों में आते हो..हम सजदे में बैठ जाते हैं
ज़िंदगी में आपकी एहमियत हम आपको बता नहीं सकते दिल में आपकी जगह हम आपको दिखा नहीं सकते कुछ रिश्ते बोहत अनमोल होते है इससे जयादा हम आपको समझा नहीं सकते ।
मानिंद-ए-शमां यूँ तो जले हैं तमाम उम्र, लेकिन हमारे दिल के अँधेरे न कम हुए।
दिल दुखाना अगर सवाब होता ना,तो मेरे सरे अपने जन्नती होते।
कौन कहता है आग से आग बुझती नहीं,हुज़ूर, दिल से ज़रा दिल लगाकर तो देखो।
तुम बसे हो मेरी निगाहों मेंआँखो से सूरत तुम्हारी मिटती नहींदिल से तुम्हारी यादें जाती नहीं
तेरे ख्वाब मेरी रातें बेहतर करती है, और मेरे दिल की बातें मेरी जुबां से ज्यादा मेरी आँखें बेहतर करती है।
अब जोगन कह लो यार मुझे, मैंने जोग उसी का पाला है…!! होठों पर उसके नाम की माला, मेरा यार हुआ मधुशाला है।
मुहब्बत नहीं है नाम सिर्फ पा लेने का,बिछड़ के भी अक्सर दिल धड़कते हैं साथ-साथ
न जाने वो छल-कपट,हर किसी के साथ सादगी से मिला।
“ अब ना कोई शिकवा नागिला ना कोई मलाल रहा,सितम तेरे भी बे-हिसाब रहेसब्र मेरा भी कमाल रहा….!!!
हमेशा के लिए रख लो ना,पास मुझे अपने कोई पूछेतो बता देना, किरायेदार है दिल का।
“ मोहब्बत ख़ूबसूरतहोगी किसी और दुनियाँ में,इधर तो हम पर जोगुज़री है हम ही जानते हैं…!!
हमने किस्सा बहुत कहा दिल का,न सुना तुमने माजरा दिल का।
सच्चा प्यार भी उन्ही से होता हैं,जिनको पाने का कोई chance नहीं होता हैं..Saccha pyar bhi unhi se hota hain,Jinko paane ka koi chance nahi hota hain..
इश्क़ हारा है तो दिल थाम के क्यों बैठे हो, तुम तो हर बात पर कहते थे कोई बात नहीं.
सिर्फ लफ्ज़ नहीं ये दिलों की कहानी है…!! हमारी शायरी ही हमारे प्यार की निशानी है…!!!!
शहर-ए-एहसास में पथराव बहुत हैं मोहसिन,दिल को शीशे के झरोखों में सजाया न करो।
मेरी बहार-ओ-खिजान जिसके इख़्तियार में थी,मिजाज़ उस दिल-ए-बे-इख़्तियार का न मिला।
किसी को दिल दुखाने वाली बात न कहे,वक़्त गुज़र जाता है, बाते याद रहती है।
दिल एक है तो कई बार क्यों लगाया जाये,बस एक इश्क़ ही काफी है अगर निभाया जाये।
जब कोई ख्वाब अधुरा रह जाते हैं ,तब दिल के दर्द आंसु बनकर बाहर आते हैं..
वो मिली ऐसे जैसे कभी बिछड़ना ही नही,वो गयी ऐसे जैसे कभी मिला ही नही।
शराबी हो तो बस शराब से तालुक रखों नितेश उसकी आँखों मे डुबोगे तो बर्बाद हो जाओगे
खड़े-खड़े साहिल पर हमने शाम कर दी,अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी,ये भी न सोचा कैसे गुज़रेगी ज़िंदगी,बिना सोचे-समझे हर ख़ुशी आपके नाम कर दी…
उसने हौसला ही नहीं दिखाया मोहब्बत निभाने का और हम आज तक नसीब को दोष देते रहे।
👍आपकी सांसो की महक समाई हैं इस दिल में बस आप महकते रहना और ये दिल धड़कता रहेगा !!👍
“ बहुत रोई होगी वोखाली कागज देखकर,खत मे उसने पूछा थाजिन्दगी कैसे बीत रही है…!!
मैंने अपने दिल पर एहसान किया, दिल में उन्हें बसाकर नेक काम किया दिल लगाकर एक बेवफा से मैंने अपने दिल को ही परेशान किया।
साँसों में एक अंजाना-सा करार है,छायी मेरी ज़िन्दगी में बहार है।मेरा दिल है भरा महकते जज़्बातो से,क्यूंकि इसे तो तुमसे बहुत प्यार है।
आँसू नहीं हैं आँख में लेकिन तेरे बगैर,तूफान छुपे हुए हैं दिले-बेकरार में।
तुम हँसो तो खुशी मुझे होती हैं,तुम रूठो तो आंखे मेरी रोती हैं..Tum hasho toh khusi mujhe hoti hain,Tum rutho toh ankhe meri roti hain..
“ यह कह कर मेरा दुश्मनमुझे हँसता छोड़ गया,कि तेरे अपने ही बहुत हैंतुझे रुलाने के लिए…!!!
उतर जाते हैं कुछ लोग दिल में इस कदर, जिन्हें दिल से निकालो तो जान निकल जाती है.,
कितनी जल्दी थी उसको रूठ जाने की, आवाज़ तक न सुनी दिल के टूट जाने की।
काश उसे चाहने का अरमान न होता,मैं होश में रहते हुए अनजान न होता,ना प्यार होता किसी पत्थर दिल से हमको,या फिर कोई पत्थर दिल इंसान न होता।
अजीब दस्तूर है मुआशरे का भी,दिल लोगो के दुखते है, और माफ़ी अल्लाह से मांगते है
दिल लगाए दिन लगाए और फिर ज़िन्दगी लगाई, फिर मिला क्या मुझे तबाही और तन्हाई।
मेरे लबों का तबस्सुम तो सबने देख लिया,जो दिल पे बीत रही है वो कोई क्या जाने।
“ साथ मेरे बैठा थापर किसी और के करीब थावो अपना सा लगने वालाकिसी और का नसीब था…!!!
अगर मैं भी मिजाज़ से पत्थर होता,तो खुदा होता या तेरा दिल होता।
फिर वही दिल की गुज़ारिश, फिर वही उनका ग़ुरूर,फिर वही उनकी शरारत, फिर वही मेरा कुसूर।
धड़कनों को भी रास्ता दे दीजिये हुजूर,आप तो पूरे दिल पर कब्जा किये बैठे हैं।
“ है पिघलना ही नियति तोदेखो बर्फ भी पानी बनेरात का टूटा हुआ ताराभी फरिश्ता आसमानी बने…!!
“ जिस्म का दिल से अगर वास्ता नहीं होताक़सम खुदा की कोई हादसा नहीं होतावे लोग जायें कहाँ बोलिये खड़े हैं जो ,उस हद के बाद जहाँ रास्ता नहीं होता…!!
सौ बार कहा दिल से चल भुल भी जा उसको।हर बार कहा दिल ने तुम दिल से नही कहते।