Dard Bhari Shayari In Hindi Two Lines : मेरे साथ धोखा तो उन लोगो ने किया, जिन्होंने अपना होने का दावा सबसे ज्यादा किया था !! रोज एक नयी तकलीफ, रोज एक नया गम, न जाने कब एलान होगा की मर गए है हम !!
दर्द से हाथ न मिलाते तो और क्या करते,गम में आँसू न बहते तो और क्या करते।उसने मांगी थी हमसे रौशनी की दुआ,हम अपना दिल न जलाते तो और क्या करते।
नफरत करनी है तोइस कदर करनाकी हम दुनिया से चले जाए परतेरी आँख मे आंसू ना आए..!
काश तेरी याद़ों का खज़ाना बेच पाते हम..हमारी भी गिनती आज अमीरों में होती ।😟😟
❝ दर्द कितने हैं बता नहीं सकता,ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकता,आँखों से समझ सको तो समझ लो,आंसू गिरें हैं कितने ,गिना नहीं सकता … ❞
किससे पैमाने वफ़ा बाँध रही है बुलबुल, कल न पहचान सकेगी गुल-ए-तर की सूरत।
तुमने किसी और का हाथ थाम लियामुझे छोड़ कर ए बेवफा कुछ तोसोच लिया होता मेरे बारे मे
रोज एक नयी तकलीफ, रोज एक नया गम, न जाने कब एलान होगा की मर गए है हम !!
काश कोई होता जो गलेलगाकर हमसे पूछताक्या हुआ क्यू उदास बैठेहो. !!
तेरे हिसाब से अब और दिखाया न जाएगा ज़ख्म अब नासूर बन गए हैं ज़िन्दगी मुझसे अब दर्द-ए-दिल और लिखा न जाएगा !
किस दर्द को लिखते हो इतना डूब कर, एक नया दर्द दे दिया है उसने ये पूछकर!!!
वो क्यों नही समझते ‘अंजुम’ की दिल की दिल्लगी, वो बे-वजह मेरी बातों को हवा में उड़ाते क्यों हैं ।
खुद को हर बार झुका लेते थे हमउन्हें खुश करने के लिएअब हर बार वो समझते हैंकि गलती हमारी है🥺
एक दो ज़ख्म नहीं जिस्म है सारा छलनी, दर्द बेचारा परेशान है कहाँ से निकले
यू मेरी जान,ना मोहब्बत में दगा दे.आकर मेरे दर्द पे,प्यार का मलहम लगा दे.
ना तू मेरे साथ, ना मैं तेरे साथ एक दूसरे की कमी हमें बहुत सताएगी
हमें नही आता अपने दर्द का दिखावा करनाबस अकेले रोते हैं, और सो जाते हैं…
ऐ दर्द…कुछ तो Discount दे दे।हम तेरे रोज के Customer है।
देख कभी आ कर ये ला-महदूद फ़ज़ा तू भी मेरी तन्हाई में शामिल हो
शायद खुशी का दौर भी आ जाए एक दिन, ग़म भी तो मिल गये थे तमन्ना किये बगैर !!
ये चाहतों के सिलसिले और बेखुदी ज़रा ज़रा. वो मुख़्तसर सी ख्वाहिशें और आशिक़ी ज़रा ज़रा.
टूट गया अब दिल, बवाल क्या करे, खुद ही पसंद किया था, अब सवाल क्या करे।
गुस्से में आदमी बेकार की बातें तो करता है, पर कई बार दिल की बात भी कह जाता है
किसी के दर्द में वो भी अपने ग़मों की झलक पाता है, बूढ़ा, लाचार, इंसान अक्सर अकेला ही रह जाता है।।
कौन कहता है ये मोहबत की दुनिया है जब हमने इश्क़ किया तो देखा , ये मतलबी दुनिया है।।
कैसा अजीब रिश्ता है दिल आज भी धोके में है और धोकेबाज आज भी दिल मैं
जब भी मिले थोड़ी सी फुर्सत निकलकर अपने दिल की बात कह देना,हमें यूं खामोशी पर रिश्ते दिल में कभी जिंदा नहीं रहते।
💔 💔 अगर इश्क़ की गली में जा रहे हो तो, 💘 दिल टूटने से मत डरना💔 💔
छोड़ कर जाने वालों ने ये सिखाया, की आने वालों को औकात में रखना।
हाल पूछा न `खैरियत` पूछी, आज भी उसने मेरी हैसियत पूछी !!
इंतजार-ए-यार का, दर्द तुम क्या जानो, तुम ने तो हमेशा मुझे, वक़्त से पहले पाया है।
तुम्हारा साथ तसल्ली से चाहिए मुझको.. थकान ज़मानों की लम्हों में कब उतरती है..!!
नहीं करना अपने दर्द काकोई दिखावा मुझेबस अब अकेले रो लेंगे औररो के सो लेंगे..!
ज़िंदगी रही तो याद सिर्फ तुम्हे ही करते रहेंगे भूल गए तो समझ जाना अब हम ज़िंदा नही रहे।।
यहां पर मेरे दोस्त हर किसी को दरारों के बीच में से झांकने की आदत है,दरवाजा खोल दो तो कोई पूछने भी नहीं आएगा।
गलती से मिल जाते हो राह में हमें तुम कभी यूं लगता है,करीब से जिंदगी जा रही हो जैसे।
चाँद के रूप में आते ही नहीं तुम,गम की रातों मैं अज़ाब जनस बहार होता।
अब टूट गया दिल तो बवाल क्या करें,खुद ही किया था पसंद अब सवाल क्या करें!
आखिर कह ही डाला उसने एक दिन,इस कदर टूटे हो बिखर क्यों नही जाते..कब तक जिओगे ये दर्द भरी जिंदगी,किसी रात खामोशी से मर क्यों नही जाते..!
लोग अक्सर मोहब्बत को भुला देते हैं,कुछ लोग मोहब्बत में रुला देते हैं।अरे मोहब्बत करना तो गुलाबों से सीखो,जो खुद टूट कर दो दिलो को मिला देते है।
बहुत अंदर तक तोड़ डालता है,वह अश्क जो आंखों से बह नहीं पाता
मुस्कान है चेहरे पे ये दिल है सूख गया औरों से क्या शिकवे मैं खुद से रूठ गया
मुझे मिलने और बिछड़ने,में आफत नही होगी लेकिन,,मुझे भूलाने से कयामत होगी।
जिनके दिल परचोट लगती है ना…वो लोग आँखों से कमऔर दिल से ज्यादा रोते है…।
दर्द इतना था मेरे दिल में मैं बता ना सका,आंखों में आंसू है फिर भी गिराना पता चला गया।वह शख्स हमेशा के लिए पर,मैं अपने दिल की बात बता ना सका।
ना जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे में,सामने से ज्यादा तुझे तो चोरी चुपके देखना अच्छा लगता है हमें।
यह इश्क का जुआ हम भी,खेल चुके हैं दोस्त।रानी किसी और की हुई और,जोकर हम बन गए।
मौत आने तक न आये, अब जो आए हो तो हाय ज़िन्दगी मुश्किल ही थी, मरना भी मुश्किल हो गया
बहुत कुछ सिखाया जिंदगी के सफर ने अनजाने में,वो किताबों में दर्ज था ही नहीं,,जो पढ़ाया सबक जमाने ने।
दर्द मोहब्बत का ऐ दोस्त बहुत खूब होगा,न चुभेगा.. न दिखेगा.. बस महसूस होगा।
जरूरी नही तकलीफ होकिसी के बात से कभीकभी बात न होना भीतकलीफ देता है..!!
💔 💔 क्यों बयान करूँ अपने दर्द को? यहां सुनने वाले बहुत है, पर समझने वाला कोई नहीं…💔💘
अकेला उस को न छोड़ा जो घर से निकला वो हर इक बहाने से मैं उस सनम के साथ रहा
कोई तो बहाना दे ऐ ज़िंदगी, की जीने के लिए मजबूर हो जाऊँ !!
हमने प्यार नहीं इश्क नहीं इबादत की है; रस्मो से रिवाजो से बगावत की है;मांगा था हमने जिसे अपनी दुआओ में; उसी ने मुझसे जुदा होने की चाहत की है!!
❝ खो जाओ मुझ में तो मालूम हो कि दर्द क्या है?ये वो किस्सा है जो जुबान से बयाँ नही होता! ❞
हक़दार होता अगर मैं तेरी मोहब्बत का शौक़ न होता रातो को तनहा रहने का …
और भी कर देता है मेरे दर्द में इज़ाफ़ा, तेरे रहते हुए गैरों का दिलासा देना💔
क्यों मिलाया उससे जिसका हो नहीं सकता जिसका हूँ उसका मुझे होना नहीं था ऐ खुदा तूने ये कैसा मेल मिलाया जो है मेरा, मेरा होना नहीं था
प्यार सभी को जीना सिखा देता है, वफा के नाम पे मरना सिखा देता है, प्यार नहीं किया तो करके देख लो यार, जालिम हर दर्द सहना सिखा देता है ।
खाली मैं अंदर से टूटा हुआ क़िस्मत से और खुद से रूठ हुआ रूहानी ज़ख्म हैं दिखते नहीं मैं यादों से ज़ख्मों को सीता हुआ
गिरते हुए आँसूं कौन देखता है, झूठी मुस्कान के सब दीवाने है !!
जाने दुनियाँ मे ऐसा क्यू होता है, जो सब को खुशी देता वही रोता है, उमर भर जो साथ ना दे सके वही, ज़िंदगी का पहला प्यार क्यू होता है !
चेहरे पे हिजाब आँखों में शर्म तेरे हर किरदार की बात और हैं मुझे देखे तू मेरा ऐसा नसीब कहाँ सुना है तेरे चाहने वाले और हैं
कुछ नया नहीं था उनके लिए दिल तोड़ना अच्छा लगता था वो टूटे दिल के टुकड़ों को बड़े फ़ख्र से देखा करतें थे।
मैंने कभी किसी को आजमाया नही,जितना प्यार दिया उतना कभी पाया नही,किसी को हमारी भी कमी महसूस हो,शायद खुदा ने मुझे ऐसा बनाया नही।
गलत हुए अक्सर वो फैसले मेरे हक़ मैं जिन फैसलों के नीचे तेरे दस्तखत हुए।।
सुना दिए सभी किस्से हुए जो थे कभी नए कुछ ज़ख्म चाहिए चलो फिर इश्क़ करते हैं
हक़ीक़त जान लो जुदा होने से पहले,मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले।ये सोच लेना भुलाने से पहले,बहुत रोयी हैं ये आँखें मुस्कुराने से पहले।
मुझे लिख कर कही महफूज़ कर लोतुम्हारी यादाश्त से निकलता जा रहा हूँ मैं
बहुत दर्द होता है उस इंसान का याद आना, जो हमें गलती से भी याद नहीं करता।
खाली पलके झुका देने सेनींद नही आती है जनाबसोते वो लोग है जिनके पासकिसी की यादें नहीं होती..!
आपको पाकर अब खोना नही चाहते,इतना खुश होकर अब रोना नही चाहते, क्या आलम होगा आपसे मिलने का,आँखों में नींद है पर सोना नही चाहते।