Dard Bhari Shayari In Hindi Two Lines : मेरे साथ धोखा तो उन लोगो ने किया, जिन्होंने अपना होने का दावा सबसे ज्यादा किया था !! रोज एक नयी तकलीफ, रोज एक नया गम, न जाने कब एलान होगा की मर गए है हम !!
दिल की गहराईयों में झांक के देखा, तो लगा अकेला हु मै आज थोड़ा।।
हक़ीक़त जान लो जुदा होने से पहले,मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले।ये सोच लेना भुलाने से पहले,बहुत रोयी हैं ये आँखें मुस्कुराने से पहले।
न जाने क्यों हमें आँसू बहाना नहीं आता,न जाने क्यों हाल-ऐ-दिल बताना नहीं आता,क्यों सब दोस्त बिछड़ गए हमसे,शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता।
लोग मुन्तज़िर ही रहे कि हमें टूटा हुआ देखें,और हम थे कि दर्द सहते-सहते पत्थर के हो गए।
दिन हुआ है, तो रात भी होगी,मत हो उदास, उससे कभी बात भी होगी।वो प्यार है ही इतना प्यारा,ज़िंदगी रही तो मुलाकात भी होगी।
ना कर तू इतनी कोशिशे, मेरे दर्द को समझने की, पहले इश्क़ कर, फिर ज़ख्म खा, फिर लिख दवा मेरे दर्द की।
ना रोक कलम मुझे दर्द लिखने दे, आज तो दर्द रोयेगा या दर्द देने वाला..!!
रोज पिलाता हूँ एक जहर का प्याला उसे,एक दर्द जो दिल में है, मरता ही नहीं है।
लब तो मुस्कुराना सीख़ गए, जो नैना मुस्काए तो बात बने।
दर्द, ज़ख्म, सुकून नहीं है मेरी तरह इश्क़ का जूनून नहीं है मोहब्बत बहती है रगों में मेरी रगों में मेरी ख़ून नहीं
रोती हुई आँखे कभी झूठ नहीं बोलती क्योंकि, आँसू तभी आते हैं जब कोई अपना दर्द देता !!
मुझको तो दर्द-ए-दिल का मज़ा याद आ गया,तुम क्यों हुए उदास तुम्हें क्या याद आ गया?कहने को जिंदगी थी बहुत मुख्तसर मगर,कुछ यूँ बसर हुई कि खुदा याद आ गया।
माना मौसम भी बदलते है मगर धीरे – धीरे …. तेरे बदलने की रफ़्तार से तो हवाएं भी हैरान है …
वो तो अपना दर्द रो-रो कर सुनाते रहे, हमारी तन्हाइयों से भी आँख चुराते रहे, हमें ही मिल गया खिताब-ए-बेवफा क्योंकि, हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे.
जो सह रहा है,बस…वही जानता है, कि वो किस दर्द में है?
वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई,न जाने क्यों ये मोहब्बत अधूरी कर गई।अब हमे तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ,कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं तो पूरी हो गई।
हम अपने दर्द का शिकवा तुमसे कैसे करें, मोहब्बत तो हमने की है तुमतो बेक़ुसूर हो.
खाली पलके झुका देने सेनींद नही आती है जनाबसोते वो लोग है जिनके पासकिसी की यादें नहीं होती..!
ज़िन्दगी की हर शाम हसीन हो जाए….,अगर मेरी मोहब्बत मुझे नसीब हो जाये
मै और उसको भुला दूं , ये कैसी बातें करते हो फ़राज़ …….!!!सूरत तो फिर सूरत है वो नाम भी अच्छा लगता है ……..!!!
तुझे पाने की तमन्ना दिल से निकाल दी मैंने, मगर आँखों को तेरे इंतज़ार की आदत सी बन गयी है !
ना मेरा दिल बुरा था,ना उसमे कोई बुराई थी।बस नसीब का खेल है,क्योंकि किस्मत में जुदाई थी।
समय के एक तमाचे की देर है प्यारे,मेरी फकीरी भी क्या तेरी बादशाही भी क्या।
खुशियों से नाराज़ है मेरी ज़िन्दगीपल दो पल की मेहमान है मेरी ज़िन्दगीमेरे ज़ख्मों का इलाज कुछ नहींबस मुझसे ही परेशान है मेरी ज़िन्दगी
मेरी आँखों में अब भी चुभता हैतूने जो ख्वाब तोड़ डाला है
खामोशियाँ कर देतीं बयान तो अलग बात है,कुछ दर्द हैं जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते।
बदलें नही हैं हम मेरी भी कुछ अधूरी कहानी है, अब बुरे बन गए, ये सब अपनो की मेहरबानी है।
दिल के टुकड़े मजबूर करते है टेलीग्राम पे लिखने को वरना हकीकत मे कोई भी खुद का दर्द लिखकर खुश नही होता
देख कभी आ कर ये ला-महदूद फ़ज़ा तू भी मेरी तन्हाई में शामिल हो
जरूरी नहीं हर टूटा हुआ इंसान आपको रोता हुआ मिले,कुछ अपनी मुस्कान के पीछे लाखों दर्द छुपाए रखते हैं।
इंसान को इंसान धोखा नहीं देता,बल्कि इंसान को उसकी उम्मीदें धोखा दे जाती है,,जो वह दूसरों से रखता है।
करीब आयो या दूर जाओअगर सच्ची मोहब्बत की है तोउसे कम से कम एक बार तो निभाओ ।।
चांद तारे तो अपने बजट में नहीं आते , कभी फुर्सत निकालो तो तुम्हें पटना घुमाते हैं
ये दिल ही था दीवाना सा आवारा सा जो तुम पर आ गया,वरना हम जिंदगी दांव पर लगा या नहीं करते।
ये मोहब्बत है साहब मौत आजाएंगी मगर यादें नहीं जायेगी..!
दरिया की वुसअतों से उसे नापते नहीं तन्हाई कितनी गहरी है इक जाम भर के देख
हादसे इंसान के संग मसखरी करने लगे, लफ्ज कागज पर उतर जादूगरी करने लगे, कामयाबी जिसने पाई उनके घर बस गए, जिनके दिल टूटे वो आशिक शायरी करने लगे।
तू मेरे बिना ही खुश हैतो शिकायत कैसी,अब मैं तुझे खुश भी ना देखूंतो मोहब्बत कैसी!
जिनके दिल परचोट लगती है ना…वो लोग आँखों से कम और दिल सेज्यादा रोते है…।
💔💘फिर ऐसा हुआ कि सब्र की उंगली पकड़कर हम इतना चले की रास्ते हैरान रह गए💔💘
इतना शौक मत रखोइन इश्क की गलियों में जाने काकसम से रास्ता जाने का हैआने का नहीं💔
वो जिसे देखने को मेरी आँखें तरस गयी है वो जिसे मैंने अब तक नहीं देखा
दुख होता है बहुत ज्यादा मुझको जब अपनों का साथ अचानक टूट जाता है कुछ कर नहीं पाता कुछ कह नहीं पाता हर बार यह दिल अकेला रह जाता है
गुजर गए आज पास से अनजान बनकर गुजर गए जो दूर से हमें पहचान लिया करते थे मेरी रूह में न समाती तो भूल जाता था तुम इतना पास ना आती तो भूल जाता तुम्हें
जिन्दगी की राहों में मुस्कराते रहो हमेशा, उदास दिलों को हमदर्द तो मिलते हैं, हमसफ़र नहीं।
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है;जिसका रास्ता बहुत खराब है;मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा;दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।
तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में,दर्द हो तो समझ लेना रिश्ता अभी बाकी है।
गिरते हुए आँसूं कौन देखता है, झूठी मुस्कान के सब दीवाने है !!
दर्द तो तब होता हैं जबजब हमे किसी से प्यार हो औरउसके दिल में कोई और हो..!
❝ गुलाब तो टूट कर बिखर जाता है;पर खुशबु हवा में बरकरार रहती है;जाने वाले तो छोड़ के चले जाते हैं;पर एहसास तो दिलों में बरकरार रहते हैं। ❞
तुम्हारे करीब हम कुछ इस तरह आते गये तन्हाइयों के नजदीक, और नजदीक जाते गये।।
उस को भला कैसे कोई गुलाब दे।आने से जिसके खुद मौसम ही गुलाबी हो जाये।
तुझसे पहले भी कई जख्म थे सीने में मगर, अब के वह दर्द है दिल में कि रगें टूटती हैं💔
बात भी अधूरी है लफ्ज़ो के बिना,तो बताओ हम कैसे पूरे हो जाए तुम्हारे बिना.
शिकवा तो एक छेड़ है लेकिन हकीक़तन, तेरे सितम भी तेरी इनायत से कम नहीं
तुझ पर ज़रा भी ज़ोर होता मेरा ना रोते हम यूं तेरे लिए अगर हमारी जिंदगी में तेरे सिवा कोई और होता
बेशक नजरों से दूर हो,पर तुम मेरे सबसे करीब हो
मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे,एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे,,तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे।
किसी के चेहरे की खुशी को अपनी खुशी समझना शायद इसी का नाम मोहब्बत है…..
जरा सा भी नही पिघलता दिल तेरा,इतना क़ीमती पत्थर कहाँ से ख़रीदा है
साथ मांगा मिला नहीखुशी मांगी मिली नहीप्यार मांगा किस्मत में था नहीऔर दर्द बिन मांगे ही मिल गया।
वहम से भी अक्सर ख़त्म हो जाते है रिश्ते कसूर हर बार गलतियों का नहीं होता
तुम मयखाने चले गए पीने प्याले शराब के , क्या इतना भी नशा नहीं बचा अब मेरे शबाब में ?
आज मैंने परछाईं से पूछ ही लिया,क्यों चलती हो मेरे साथ?उसने भी हँसके कहा,दूसरा कौन है तेरे साथ।
दोस्तो इन आखों में भी थी कभी किसी हीर की तम्मना आज ये जालिम हुआ शक्स भी कभी रांझा हुआ करता था
किसी ने हँस कर बुलाया तो मर मिटे उस पर हमें किसी को परखने का फन नही आया…!!
चलते रहेंगे काफिले मेरे बाद भी यहाँ, एक सितारा टूट जाने से फलक तनहा नहीं होता।
तुम मयखाने चले गए पीने प्याले शराब के , क्या इतना भी नशा नहीं बचा अब मेरे शबाब में ?
याद कितनी खूबसूरत होती है ना, ना लड़ती है ना झगड़ती है , खामोशी से बस किसी का नाम लेकर, दिल में उतर जाया करती है !!
एक खूबसूरत एहसास बे आवाज हो गया,इश्क अब इश्क ना रहा जैसे रिवाज।
किसी को तुम इतनी आसानी से भी मत मिल जाओ की तुम्हें वो सस्ता समझ बैठे ।।
💔 💔 खामोशियाँ कर देतीं बयान तो अलग बात है, कुछ दर्द हैं जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते💔