Dard Bhari Shayari For Wife In Hindi : आँसू भी आते हैं औरदर्द भी छुपाना पड़ता हैये जिंदगी है साहब यहांजबरदस्ती भी मुस्कुराना पड़ता है। अदाएं कातिल होती हैंआँखें नशीली होती हैं,मोहब्बत में अक्सर होंठ सूखे होते हैंऔर आँखे गीली होती हैं।
हमारी गलतियों से कही टूट न जाना ,हमारी शरारत से कही रूठ न जाना …तुम्हारी चाहत ही हमारी जिंदगी हैं ,इस प्यारे से बंधन को भूल न जाना … ।।
जब से मेरी जिंदगी में तुम आई होतेरे आने के बादमुझे हर मुकाम मिला है…ऐसा लगता है कि किस्मत काये नशीला जाम बस मुझ ही को मिला है!!
सोचा था हर दर्द बताएंगेतुमसे मिलकरतुमने तो इतना भी नही पूछा कितुम खामोश क्यों हो…
लोग शोर से जाग उठते है,मुझे सोने नहीं देती तेरी ये खामोशी।
तुम ने चाहा ही नही, हालात बदल सकते थे,तेरे आसूं मेरी आंखों से निकल सकते थे,तुम तो ठहरे रहे झील के पानी की तरह,दरिया बनते तो बहुत दूर निकल सकते थे…
रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे,एक दर्द जो दिल में है मरता ही नहीं है।
दर्द बताऊँ कब ज़्यादा होता है,दोस्तों जब आपसे कोई झूट बोल रहा होऔर आपको सच पता हो..!
💔 💔 फिर कहीं से दर्द के सिक्के मिलेंगे, ये हथेली आज फिर खुजला रही है💔
नादान थे हम अपना हमदर्द जो उनको समझ बेठेचलते तो वो साथ हमारे थे मगरतालाश मैं किसी और के थे।।
आज तेरी याद को सीने से लगा कर हम रोये,हम तुझे तन्हाई में पास बुलाकर रोये,पाना तो बहुत चाहा था हर बार तुझे,पर हर बार तुझे न पाकर हम रोये।
कभी ना कभी वो मेरे बारे में सोचेगी जरूरकि हासिल होने की उम्मीद ना थीफिर भी मोहब्बत करता था
जुनून सवार था किसी के अंदर ज़िंदा रहने का..!नतीजा ये आया की हम अपने अंदर ही मर गये ..!!
इल्जाम तो लगा दूं, कि कातिल भी तुम्ही हो।मगर मासूम सा चेहरा है,यकीन कौन करेगा?
गुजर गए आज पास से अनजान बनकर गुजर गए जो दूर से हमें पहचान लिया करते थे मेरी रूह में न समाती तो भूल जाता था तुम इतना पास ना आती तो भूल जाता तुम्हें
जख्म जब मेरे सीने से बहार आयेंगे,आंसू भी मोती बनकर बिखर जायेंगे।ये न पूछों कि किसने कितना दर्द दिया है,वर्ना कई अपनो के चेहरे उतर जायेंगे।
इन आँखों में कभी हमारे आंसू आये न होते,अगर वो पीछे मुड़ कर मुस्कुराये न होते,उनके जाने के बाद यही गम रहेगा,के काश वो हमारी जिंदगी में आये न होते।
लोग कहते थे कीपत्थर दिल हूं मैंयकीन मानिएकुछ लोग इसे भी तोड़ गए💔
सब मिल गया आपको पाकर ,हमारा हर गम मिट गया आपको पाकर ….सवर गई है जिन्दगी हमारी हर लम्हे के साथ ,आपको अपनी जिन्दगी का हिस्सा बनाकर … ।।
शुक्र करो कि हम दर्द सहते हैं, लिखते नहीं,वरना कागजों पर लफ्जों के जनाज़े उठते।करो हर बार छोड़ेंगे तुमकोन ही ईंटें आम है न तेरे बस की बात है
सब दिखावे की बात है साहेब इश्क़ सच्चा होता तो शकल नहीं देखते लोग
नहीं चाहिए सोना चाँदी,नहीं चाहिए मोतियों के हार,चाहूँ तो बस इतना चाहूँ,मेरे साजन बस थोड़ा सा प्यार।
दर्द के साथ जीना सीख लिया,बहते आंसुओं को पीना सीख लिया।तेरे इश्क़ ने बहुत कुछ सिखा दिया,ज़िन्दगी की असलियत को दिखा दिया।
आंसू बहे तो एहसास होता है,दोस्ती के बिना जीवन कितना उदास होता है।उम्र हो आपकी चाँद जितनी लंबी,आप जैसा दोस्त कहाँ हर किसी के पास होता है।
धड़कन मेरी तुमसे है ,आशिकी मेरी तुमसे है …बताए तो कैसे बताए तुम को ,मेरी जिंदगी मेरी सासे तुमसे है … ।।
मुझे बहुत प्यारी है तुम्हारी दीहुई हर एक निशानी,अब चाहे वो दिल का दर्द हो याआँखों का पानी..!!
मिजाज को बस तल्खियाँ ही रास आईं, हम ने कई बार मुस्कुरा कर देख लिया।
आँखो से नही जातीं अब तस्वीर तेरि ना जाती हैं, दिल से ये मोहब्बत तेरि तेरे पीहर जाने पर होता है यह एहसास मुझे अब तो जरूरत है पहले से ज्यादा तेरि !!
पहले उन्होंने दिल तोडा और फिर उम्मीदें,अब नज़र उनकी हमारा दम घोटने पे है
वो कह कर गया था मैं लौटकर आउंगा,मैं इंतजार ना करता तो क्या करता।वो झूठ भी बोल रहा था बड़े सलीके से,मैं एतबार ना करता तो क्या क्या करता।
“यूँ तो तमाम वजहें है धोखे कीपर सबसे निराले तेरे वादे थे”
मिलता भी नहीं तुम्हारे जैसे इस शहर मेंहमको क्या मालूम था के तुम भी किसी और के हो
हवाएं सरफरोश मेरा पता पूछती हैंशाम-ए-बसर मेरे निशां पूछती हैंइस ख़ुदग़र्ज़ से दिल की आह कीक्या कहूं के धड़कन वजह पूछती है ।
को दिखाती है दिल को दुखाती है जैसा की नाम से उस बेवफा की याद आती है तुम्हें चाहते तो है पर जता नहीं पाते दिल में है कितना प्यार यह बता नहीं पाते तो आज
तिश्नगी जम गई पत्थर की तरह होंठो पर, डूब कर भी तेरे दरिया से मैं प्यासा निकला।
मोहब्बत मेरी तुमसे है,शिकायत मेरी तुमसे है,बताऊ तो कैसे मैं बताऊ तुम को,मेरी जान मेरी साँसे तुमसे हैं।
दिल में है जो दर्द वो किसे बताएं !हँसते हुए ज़ख्म किसे दिखाएँ !!कहती है ये दुनिया हमे खुशनसीब !मगर नसीब की दास्तान किसे सुनाएँ !!
याद करते है तुम्हे तनहाई में,दिल डूबा है गमो की गहराई में।हमें मत धुन्ड़ना दुनिया की भीड़ में,हम मिलेंगे में तुम्हे तुम्हारी परछाई में।
उलझी शाम को पाने की ज़िद न करो,जो ना हो अपना उसे अपनाने की ज़िद न करो।इस समंदर में तूफ़ान बहुत आते है,इसके साहिल पर घर बनाने की ज़िद न करो।
हम गरीब लोग है किसी कोमोहब्बत के सिवा क्या देंगे,एक मुस्कराहट थीवो भी बेवफ़ा लोगो ने छीन ली..!
दर्द में हम तो अपने आसूंहंसते हंसते पी लेते हैं,जहर जुदाई का सीने में लेकर,हंसते हंसते जी लेते हैं।
पत्थर समझ कर पाँव से ठोकर लगा दी, अफसोस तेरी आँख ने परखा नहीं मुझे, क्या क्या उमीदें बांध कर आया था सामने, उसने तो आँख भर के भी देखा नहीं मुझे।
तू दर्द भी देता है, और मरहम भी करता है,तू ही जाने तू किसी मोहब्बत करता है।
वक्त के यह लम्हे भी कुछ अजीब से हैहमें लगता है इस दुनिया में हमबहुत खुशनसीब से हैं…कब वह दिन आएंगेजब आप और हम एक दूसरे के करीब होंगे!!
जिनको हमसे प्यार था उसने हमें जिंदा मार दिया, इसलिए मैं आज अपनी मोहब्बत से हार गया।
अजीब है मोह का खेल,जा मुझे नहीं खेलना,रूथ कोई और जाता है,टूटा हुआ कोई और है
इल्म नही था इश्क़ हो जाएगा तुमसे !जान जाती है तेरे रुठ जाने के बाद !!
तुझसे पहले भी कई जख्म थे सीने में मगर,अब के वह दर्द है दिल में कि रगें टूटती हैं।
रो रही हूँ एक मुद्दत से,हो गया था जो इश्क़ शिद्दत से,तजुर्बे है तभी तो कह रही हूँ,मौत अच्छी है इस मोहब्बत से.!
हम उसके चेहरे को कभी कभी रुख से उतार देते है,कभी कभी तो हम खुद को ही मार देते है।
मुस्कुराने से भी होता है दर्द-ए-दिल बयां,किसी को रोने की आदत हो ये जरूरी तो नहीं।
जाम पर जाम पीने से क्या फायदा ,शाम को पीके सुबह को उतर जाएगी …जरा दो घूट मेरे इश्क की पी कर तो देख ,तेरी सारी जिंदगी नशे में गुजर जायेगी … ।।
किसी को इश्क़ की अच्छाई ने मार डाला,किसी को इश्क़ की गहराई ने मार डाला,करके इश्क़ कोई ना बच सका,जो बच गया उसे तन्हाई ने मार डाला।
दगा देकर भी हंसते रहते हैं !ऐसे चेहरों के अब तो मौसम आए !!आजकल प्यार सरेआम बरसता है !हमारे पास धोखे खाकर कितने आए !!
कदर करना सीख लोक्योंकिना जिंदगी वापस आती है..ना जिंदगी में आये हुये लोग😥
अक्सर मोहब्बत उन्ही लोगो सेहोती है, जिन्हें पाना नामुमकिन होता है।
कफ़न न डालो मेरे चेहरे पर,मुझे आदत है गम में मुस्कुराने की।रूक जाओ आज की रात न दफनाओ,मेरी मौत से बनी है मुहूर्त उसके आने की।
दिलों में आग, लबो पे गुलाब रखते है,सब अपने चेहरों पे दोहरा नकाब रखते है।
दुनिया में कहां #वफा का सिला देते है लोगोअब तो #मोहब्बत की सजा देते हैं लोगपहले सजाते है #दिलो में चाहतों का #खबाबफिर #ऐतबार को आग लगा देते हैं लोग
मुद्दतो तक उसकी तलाश रख्खी,उसके दीदार की दिल में आस रख्खी।उम्मीद का दिया बुझने ना दिया,खुदा ने क्यों मेरी जिंदगी उदास रख्खी।
वो नाराज़ हैं हमसे कि हम कुछ लिखते नहीं, कहाँ से लफ़्ज़ जब हमको मिलाते नहीं,दर्द की जुबान होती तो बटा देते शायद, वो ज़ख्म कैसे दिखाते जो दिखाते नहीं।
ना मेरा दिल बुरा था,ना उसमे कोई बुराई थी।बस नसीब का खेल है,क्योंकि किस्मत में जुदाई थी।
❝ जब कभी तेरा नाम लेते हेंदिल से हम इन्तेकाम लेते हेंमेरी बरबादियों के अफसाने मेरे यारों का नाम लेते हें ❞
💔 💔 मेरी हर शायरी दिल के दर्द को करेगी बयाँ, 💘 तुम्हारी आँख ना भर आयें कहीं पढ़ते पढ़ते
कभी गम तो कभी वेबफाई मार गई,कभी उनकी याद आई तो जुदाई मार गई,जिसको हमने बेइन्तहा मोहब्बत की,आखिर में हमे उसी की वेबफाई मार गई।
इतना शौक मत रखोइन इश्क की गलियों में जाने काकसम से रास्ता जाने का हैआने का नहीं💔
अरमान था तेरे साथ जिंदगी बिताने का,शिकवा है खुद के खामोश रह जाने का।दीवानगी इस से बढकर और क्या होगी,आज भी इंतजार है तेरे आने का।
कभी कभी ये क्यों लगता है, कि तुम मेरी पूरी ज़िन्दगी हो, और मैं तुम्हारा लम्हा भी नहीं.
दर्द मोहब्बत का ऐ दोस्त बहुत खूब होगा, न चुभेगा.. न दिखेगा.. बस महसूस होगा।
हमारे बिन अधूरे तुम रहोगे। कभी चाहा किसी ने खुद तुम कहोगे। हम ना होंगे तो ये आलम ना होगा। मिलेंगे बहुत से पर हम सा कोई पगल ना होगा ।
💔 💔 ज़हर देता है कोई कोई दवा देता है, जो भी मिलता है मेरा दर्द बढ़ा देता है💔💘
आसान नहीं होता मुश्किलों से लड़ना !इंसान बनकर जिंदगी से भागना !!अकेले राह नहीं कटती है कभी !सब के नसीब में नहीं होता सच्चा साथ पाना !!
यूँ ना बर्बाद कर मुझे, अब तो बाज़ आ दिल दुखाने से मै तो सिर्फ इन्सान हूँ, पत्थर भी टूट जाता है, इतना आजमाने से। 💔