Compromise Shayari In Hindi : जिंदगी में इश्क़ करने सेक्यों डरे, दिल ही तो टूटेगा,जिंदगी में इतने समझौते किये हैइक और समझौता करे लेंगे। हम दोनों अपने गुस्से कोथोड़ा आराम करने देते है,दोनों ही गलत थे इसलिएचलो समझौता कर लेते है.
कितना होसियार है मेरा यार, तोहफे में घडी⏰तो दे दी लेकिन वक़्त नहीं।
“ऐसा नहीं कि दिल में तेरी तस्वीर नहीं थी, पर हाथो में तेरे नाम की लकीर नहीं थी.”
भले ही हमने बड़े घराने में जन्म न लिया हो,लेकिन मेरी माँ ने मुझे नवाब बना रखा है।
हम दोनों अपने गुस्से कोथोड़ा आराम करने देते है,दोनों ही गलत थे इसलिएचलो समझौता कर लेते है.
समझौता नहीं करनाअपनी खुद्दारी से,चाहे जान भी चली जाएँनिभाएंगे दोस्ती वफादारी से.
ये ना समझना कि खुशियों के ही तलबगार हैं हम…तुम अगर अश्क भी बेचो तो, उसके भी खरीददार हैं हम…!!
जिंदगी में गम के आँसू पीते है,रिश्ते तो समझौतो पर ही जीते है.
आप ही लोगों को सिखाते हैं कि वो आपसे कैसा व्यवहार करें।
दुश्मनों की अब किसे जरूरत है आपने ही काफी है दर्द देने के लिय़े
हर आहट पर तेरी ही तलाश है, इन आँखों को तेरी ही प्यास है..
“दूसरो में रूचि लेकर आप दो महीने में ही बहोत से दोस्त बना सकते हो और दूसरो को खुद में रूचि दिलवाकर आप दो साल में भी बहोत कम दोस्त बना सकोंगे।”
जो बेहतर होता है उसे ईनाम मिलता है, जो बेहतरीन होता है उसके नाम पर ईनाम होते हैं।
बदलते लोग, बदलते रिश्ते, और बदलता मौसम चाहे दिखाई ना दें, पर महसूस जरूर होते हैं।
नकली लोगों से बेहतर वो अजनबी होते हैं,को थोड़ी देर के लिए ही सही असली मुस्कान छोड़ जाते हैं।
ये दिल तुम्हें खोना चाहता नही, ये जिद करना भी जानता नही.
इस दुनिया में सबसे वजनदार चीज मतलब है, ये निकलते ही बड़े से बड़ा रिश्ता भी हल्का पड़ जाता है।
बदलना नहीं आता हमें मौसम की तरहहर एक रूप मैं तेरा इंतज़ार करता हूँ ना तुम समझ सको कयामत तककसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते है
“ऐसा जीवन जियो कि अगर कोई आपकी बुराई भी करे तो कोई उस पर विश्वास ना करे।”
मेरा Confidence समाजने Ke liye tumhe Over Confident होना Padega.
संभाल के खर्च करता हूँ खुद को दिनभर, हर शाम एक आईना मेरा हिसाब करता है
“यदि तुम 100 तक जिओगे तो मै 99 दिन जीना चाहूँगा, ताकि मै तुम्हारे बिना एक पल भी नहीं रह सकू।”
“अगर दो व्यक्ति के कभी लड़ाई न हो, तो समझ लेना की, रिश्ता मन से नहीं दिमाग से निभाया जा रहा हैं।”
हम खुद अपनी तकदीर लिखते हैं, खुद की लिखावट को बदलना तो,,, हमारी फितरत है हार को जीत में, बदलकर हाथों की लकीर बदलते हैं…
अभी तो इस बाज की असली उड़ान बाकी है अभी तो इस परिंदे का इम्तिहान बाकी है अभी अभी मैंने लांघा है समुंदरों को अभी तो पूरा आसमान बाकि है
दुनिया में सबसे बड़ी बात खुद को जानना है। – मिशेल डी मोंटेनग्यू
जो दुसर्यांना आधार देतो त्याला कोणीच आधार देत नाही.
ऐ जीन्दगी जा ढुंड॒ कोई खो गया है मुझ से.अगर वो ना मिला तो सुन तेरी भी जरुरत नही मुझे.
तुम मेरी जिद नही जो पूरी हो, तुम मेरी धड़कन हो जो जरूरी हो.
ना पेशी होगी, न गवाह होगा, अब जो भी हमसे उलझेगा बस सीधा तबाह होगा..
“जिंदगी में बस वो एक बार मेरी हो जाती, तो मैं सारी दुनिया की किताबों से बेवफाई का लफ्ज मिटा देत!”
ऐ बादल…! मेरी आँखें तुम रख लो.. कसम से बङी माहिर हैं बरसने में
“मुझमे खामीया बहुत सी होगी मगर, एक खूबी भी है मे कीसी से रीश्ता मतलब के लीये नही रखता.”
“सच्चे नाते की खूबसूरती एक दुसरे की गलतियों को बर्दाश्त करने में है क्योकि बिना कमी का कोई व्यक्ति तलाश करोगे तो अकेले रह जाओंगे।”
श्याम चलते चलते गर कहीं थक जाऊँ थाम लेना हाथ सहारा दे देना हारने लगुँ जब जीवन युध्द में संबल बन मेरी जीत दोबारा दे देना ।।जय श्री श्याम।। ————————-
“मै अपने अंदर के रावण को तो मार सकता हूँ परअपने अंदर के इमरान हाशमी को कभी नही मरनेदूंगा.”
जीवन में दर्द से समझौताकरने में ही फायदा है,थोड़ा वक़्त बीत जाएँ तो फर्क नहीं पड़तातकलीफ कम या ज्यादा है.
मेरी जिंदगी अधुरी है उसके बिना!!
धन्यवाद उन दोस्तों को जिनकी वजह से हमारे चेहरे पर हमेशा एक बड़ी से मुस्कान रहती हैं.
पतझड़ हुए बिना पेड़ पर नए पत्ते नहीं आते ! ठीक उसी तरह परेशानी और कठिनाई ! सहे बिना इंसान के अच्छे दिन नहीं आते !
दानी के दरबार में, आकर कोई ना हारा हैं। सांवरे की चैखटू तो, बेसहारों का सहारा है।। ।। जय श्री श्याम।। ————————-
ये मत समझना कि तेरे क़ाबिल नहीं हैं हम,तड़प रहे हैं वो आज भी जिन्हें हासिल नहीं हैं हम।
रिश्तों में भरोसा खत्म हो जाने पर बाकी कुछ नहीं रहता, यह वो कागज है जिसकी KARBON COPY नहीं होती।
खुशी आत्म-सम्मान का सर्वोच्च रूप है। एक व्यक्ति जो खुद को खुश रहने की अनुमति देता है, वह अपना स्वाभिमान दिखाता है। – मार्टी रुबिन
ख्वाहिशों के दाम ऊँचे हो सकते है लेकिन खुशियाँ महँगी नहीं होती।
जिद में आकर उनसे ताल्लुक तोड़ लिया हमने, अब सुकून उनको नहीं और बेकरार हम भी हैं…
लहरों को साहिल की दरकार नही होती, हौसलें बुलंद हो तो कोई दीवार नही होती जलते हुए चिराग ने आँधियों से ये कहा, उजाला देने वालों की कभी हार नही होती.।
इस छोटी सी जिन्दगी ने क्या-क्या सिखाया है? छोटी सी जिद ने किसी मासूम का दिल दुखाया है.
“पैसे का तो पता नहीं Pagli, पर कुछ जगह पर नाम ऐसा कमाया है की वहाँ Paisa नहीं मेरा Naam चलता है ।”
गर्लफ्रेंड को शौपिंग कराने के बाद जब वो “THANKS” कहती हैं, तो कसम से जख्म पर नमक छिड़कने का ऐहसास होता हैं.
हमेशा याद रखें कि आपको न केवल एक व्यक्ति होने का अधिकार है, बल्कि आत्म सम्मानित होना आपका एक दायित्व है। – एलेनोर रूजवेल्ट
“नाता वो नहीं जिसमें रोज बात हो, नाता वो भी नहीं, जिसमें रोज साथ हो, नाता तो वो है जिसमें, कितनी भी दूरियां में हमेशा उनकी याद हो।”
“कुंडली मे “शनी”, मन मे “मनी” ओर, Admin se “दुश्मनी” तीनो हानिकारक हे.!!!”
भले ही अपने ख़ास दोस्त कम है…पर जितने भी है nuclear bomb हैं,,
बिन तेरे बहुत कुछ सीखे है,पहले जिद करते थे… अब समझौते।
हुकूमत वहीं करता हैं जिसका दिलों पर राज होता हैं, वरना यूँ तो गली के मुर्गे के सर पर भी ताज होता हैं।
आयुष्यातल्या कोणत्याही क्षणी क्रोधाचे गुलाम बनू नका.
दुसरों की शर्तों पर सुल्तान बनने से, कई गुणा ज्यादा बेहतर है, अपनी ही मौज का फकीर बने रहना।
मिजाज़ में थोड़ी सख़्ती भी होनी चाहिये साहब,लोग पी जाते अगर समन्दर खारा न होता।
“मौत और मोहोब्बत तो बस नाम से बदनाम है ! असली दर्द तो ‘Slow Internet’ देता है !!”
कधी कधी हक्क मागून मिळत नाहीत. ते मिळवावे लागतात.
सोचने से कहाँ मिलते है तमन्नाओं के शहर, चलने की ज़िद भी जरुरी है मंजिल पाने के लिए।
जिद आसमान छूकर दिखायेगी, हकीकत मुझे मेरी औकात बताएगी.
“वो भी आधी रात को निकलता है और मैं भी फिर क्यों उसे “चाँद” और मुझे “आवारा” कहते हैं लोग ?”
कुत्ते भोंकते हे अपना वजूद बनाये रखने के लिये.. और लोगो की खामोशी हमारी मौजूदगी बया करती हे ।
यूँ तो उल्फत के तकाज़े बहुत हैं.. एक वो ज़ालिम बहुत हैं इक हम जिद्दी बहुत हैं..
दूसरों के प्रति गहरा सम्मान रखने की ओर पहला कदम स्वयं का सम्मान करना है। – एमी लेह मर्करी
जिन्दगी के सफर से, बस इतना ही सबक सीखा है । सहारा कोई कोई ही देता है, धक्का देने को हर शख्स तैयार बैठा है…!!
इंसान इस तरह से समझौता कर लेते है,महफ़िल में हँसते है, अकेले में रो लेते है.
काँच और रिश्ता दोनों ही बड़े नाजुक होते है, दोनों में सिर्फ़ एक ही फर्क़ है काँच गलती से टूट जाता है और रिश्ता गलतफहमीयों से।”
पनी काबिलियत पर गुरूर हम आज भी नहीं करते है, लिखा नही जो मुकद्दर में रब ने उसे पाने की जिद नही करते है.
इतनी लंबी उम्र मत माँग मेरे लिए,ऐसा ना हो की तुम भी छोड दो और मौत भी ना आऐ !!
जवानी की जिद भी खूबसूरत होती है,एक उम्र के बाद समझौता करना पड़ता है.