Compare Shayari In Hindi : जहाँ कदर न हो अपनी वहाँ जाना फ़िजूल है, चाहे किसी का घर हो चाहे किसी का दिल। खेल ताश का हो या जिंदगी का, अपना इक्का तब ही दिखाना जब सामने बादशाह हो।
कुछ लोग हमारी ज़िन्दगी में,बस हमारा जीना हराम करने आते हैं।
मेरा दिल कभी मुझसे यूं बात ना करता था,तेरे आने के बाद ये मुझे कुछ कहने लगा है ।
कैसे करू भरोसा गैरो के प्यार पर,अपने ही मजा लेते अपनो की हार पर।
जिंदगी के उस मुकाम पर आ गए हम जहां अगर रोना भी चाहूं तो हॅंसना पड़ता है ।
बड़े लोगों से मिलने में हमेशा फ़ासला रखना,जहाँ दरिया समुंदर से मिला दरिया नहीं रहता।
मिले तो best नहीं तो nextक्योकि आओ तो welcomeजाओ तो भीड़ कम।
बाप की दौलत पे घमंड करके क्या मजा,मजा तो तब है जब दौलत अपनी हो और फिकर बाप करे !
आज के समय में “minus” करना तोसबको बहुत जल्दी आ जाता हैलेकिन “plus” करके दिखाओतभी तुम सही होफिर वह “business” हो या “relations”
जीवन का वो ख़ूबसूरत रंग है प्यार, जब बदलते हैं मौसम, वो ख़ुदा का दुलार।
उजालों ✨ में तो मिल ही जाएगा कोई ना कोई,तलाश करनी है तो उसकी ☝️करोजो अंधेरों🌙 में तुम्हारा साथ दे
जो इश्क़ है मुझसे, तो तुम मुस्कान बन जाना में दाग बन जाऊं, तुम चाँद बन जाना
कुछ घटिया लोगों ने प्यार को बदनाम किया है,खुद के मतलब के लिए इश्क़ का गंदा नाम किया है।
ज्ञान का अहंकार सबसे घटिया क़िस्म का अहंकार है ।
मतलभी मोहब्बत बस थोड़े समय तक साथ चलती है,मतलब निकलते ही बीच में छोड़ भाग निकलती है।
कितने खुबसूरत हुआ करते थेबचपन के वो दिन,सिर्फ दो उंगलिया जुड़ने से,दोस्ती फिर से शुरु हो जाया करती थी।
अपना इरादा इतना मजबूत रखो की रिकॉर्ड आपके सामने कमजोर दिखाई पड़े।
माना की औरो के मुकाबले कुछ ज्यादा पाया नहीं मैंने, पर खुश हूँ की खुद को गिरा कर कुछ उठाया नहीं मैंने।
इक खिलौना जोगी से खो गया था बचपन मेंढूँडता फिरा उस को वो नगर नगर तन्हा
इज्जत एक महंगी चीज है,इसकी उम्मीद घटिया लोगो से मत करना ।
जो लोग खुद से प्यार करते है, वो दूसरों के दिल पर वार नहीं करते है !
हर परिवार में रोटी लाने की जिम्मेदारीपुरुष की होती है, लेकिन….उस रोटी में मिठास कैसे भरी जाए,यह काम एक स्त्री ही कर सकती है।
शरीफों की शराफत और हमारा,कमीनापन किसी को अच्छा,नहीं लगता।
रेगिस्तान भी हरे🍀 हो जाते है,जब अपने साथअपने भाई 👉💪🙎♂️खड़े हो जाते है…
पैदा ही उस घर में हुआ हूं जिसका ना तो खुन कमजोर है और ना दिल ।
ज़िन्दगी हो या व्हाट्सप्प, देखने वाले तो सिर्फ और सिर्फ स्टेटस देखते है।
टूटे खुवाब की तस्वीर कब पूरी होती हैचांद तारों के बीच भी दूरी होती हैदेना तो खुदा हमें सब कुछ चाहता हैपर उसकी भी कुछ मजबूरी होती है।
दुनिया से मिले धोखों ने मुझे बदलकर रख दिया वरना हम भी कभी शरीफ हुआ करते थे ।
ना पूछो कि मेरी मंजिल कहाँ हैअभी तो सफर का इरादा किया हैना हारूंगा हौंसला उम्र भरये मैंनें खुद से वादा किया है।
क्या बताऊँ मेरा हाल कैसा है, एक दिन गुज़रता है एक साल जैसा है, तड़पता हूँ इस कदर बेवफाई में उसकी, ये तन बनता जा रहा कंकाल जैसा है।
ऐटिटूड का वो नशा चढ़ा है मुझपर जो ना उतरेगा,शख़्सियत भले ही मिट जाए पर ये बन्दा किसी के आगे नहीं झुकेगा.
गलत का विरोध खुल,के कीजिये इतिहास टकराने,वालो का लिखा जाता है,तलवे चाटने वालो का नही।
हमारी हँसी मिटाने की कोशिस में,ना जाने कितनो का वजूद मिट गया.
बड़ी गुस्ताख है तेरी यादें इन्हें तमीज सिखा दो दस्तक भी नहीं देती और दिल में उतर आती हैं।
किसी अपने की तलाश नहीं अब, खुद ही से प्यार करने लगे हैं हम ।
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता कुछ रिश्तो का कोई तोल नहीं होता वैसे लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर पर कोई आप की तरह अनमोल नहीं होता ।
अगर आप कुछ करने में पहली बार असफल होते हैं तो उसे उस तरह कीजिए जैसे माँ ने बताया था।
अच्छे अच्छे अपने को देखकर खाते है झटके, क्योंकि अपना हरेक #Style है सबसे हटके !
जिंदगी जीने के लिए हमारे साथ कोई मैनुअल नहीं आता पर माँ का साथ जरूर आता है।
भले ही हमने बड़े घराने में जन्म न लिया हो,लेकिन मेरी माँ ने मुझे नवाब बना रखा है।
जो सुधर जाए वो हम नहीं,और हमे कोई सुधार दे,इतना किसी में दम नहीं।
चले आओ कभी टूटी हुई चूड़ी के टुकड़े से,वो बचपन की तरह फिर से मोहब्बत नाप लेते हैं।
“राज तो हमारा हर जगह पे है। पसंद करने वालों के “दिल” में और नापसंद करने वालों के “दिमाग” में।”
ज़मीं पर रह कर आसमां को छूने की फितरत है मेरी,पर किसी को गिरा कर, ऊपर उठने का शौक़ नहीं मुझे।
सच्चे इंसान गलती कर सकते है पर किसी के साथ गलत नहीं कर सकते। True People Can Make Mistakes But Can’t Do Wrong To Anyone.
वो हमेशा कहती थी, जो हुआ अच्छे के लिए हुआ.. तो वो मुझे छोड़कर चली गई, क्या ये उसके भले के लिए था?
तिरे “इश्क़” की इंतिहा चाहता हूँ मिरी “सादगी” देख क्या चाहता हूँ
जो लोग खुद से प्यार करते है,वो दूसरों के दिल पर वार नहीं करते है.
अगर बर्दाश्त कर रहा हूं तो शरीफ मत समझना मुझे, तुझे बर्बाद भी कर सकता हूं ।
मौजूद तो हूँ मैं इस दुनिया की भीड़ में, अब तलाश अपने वजूद की कर रहा हूँ !
जो हमे समझ ही नहीं सका,उसे हक है हमें बुरा समझने का.
घटियापन अपना वो दिखाने लगा था,इश्क़ के नाम पर मेरे जिस्म को चाहने लगा था।जो करता था सच्चे प्यार की बातें,अपना असली चेहरा वो दिखाने लगा था।
याद रखें स्थिति सड़क पर चलो.. नहीं तो एक दिन आएगा जब सड़क पर गूंगे पत्थर भी सवाल पूछने लगेंगे।,
“हम खुद अपनी तकदीर लिखते हैं खुद की लिखावट को बदलना तो हमारी फितरत है हार को जीत में बदलकर हाथों की लकीर बदलते हैं।”
“छोटे खुद पर विश्वास रख फिर देखना एक दिन ऐसा आएगा की धड़ी दूसरे की होंगी पर वक्त तुम्हारा होगा।”
चाहे ओढ़ ले लाख लिबाज़ इज़्ज़तदारी के,घटियापन कभी छुपाए नहीं छुपता।
.दिल में ग़म भरा है, .जो तुम्हे दिल का अरमान देता था
अकेले चलने वाले लोग घंमडी नहीं होते वो बस अकेले ही काफी होते है !
मुहब्बत को जब लोग खुदा मानते है प्यार करने वालों को क्यों बुरा मानते है जब जमाना ही पत्थर दिल है फिर पथर से लोग क्यों दुआ मांगते है
हकीकत से… ख़्वाब तक….वहम से… गुमान तक….तलब से… नसीब तक…ये सारे मामले खुदा के हैं ….!!!
तेरी पीड़ा ने मुझे इतना सिखाया, कैसी है दुनिया, आखिर तूने मुझे दिखाया..
कुछ घटिया लोगो के वजह से ही औरत की,वफा भी बदनाम है और मर्द की मोहब्बत भी ।
लोगों ने यूं ही नीम के पेड़ कोकड़वा कहकर बदनाम कर रखा है।अगर गौर से देखो तो जिंदगी के तजुर्बे भीनीम के पेड़ से ज्यादा कड़वे होते हैं।
मुझे कभी किसी के साथ, Compare मत करना क्योंकि मुझे किसी और जैसा बनने में, कोई interest नहीं है ।
हर किसी की नज़र में आपबेदागी नहीं हो सकते,कोशिश कीजिये कि बस खुदकी नज़रों में आप पर दाग ना हो।
जिस व्यक्ति को आपके रिश्तों की कदर नहीं है उसके साथ खड़े होने से अकेले खड़े रहना अच्छा है यह अभिमान नहीं स्वाभिमान है।
हम कभी अपनी तारीफ के मोहताज हुआ,नही करते, अगर कोई कर दे अपनी तारीफ,तो उसे हम इनकार भी नही करते।
घटिया शब्द सुनने को तो बहुत बार सुना था,,मैंने पर मतलब तब जाना जब वो भरी महफि़ल में,,इशारा हमारी तरफ कर के चले गए।
इंसान का लिबाज ही महंगा हो गया है,आदमी आज भी दो कौड़ी का है।
इतना भी बुरा मत समझो हमें हमे दर्द सहने की आदत है दर्द देने की नहीं
वो बचपन भी क्या दिन थे मेरेन फ़िक्र कोई न दर्द कोईबस खेलो, खाओ, सो जाओबस इसके सिवा कुछ याद नही।
तू कल भी दिल में थी और आज भी है,बस कल तक favorite list मे थी,आज block list मे है।
मेरी खामोशी को कमज़ोरी ना समझ ऐ काफिर,गुमनाम समन्दर ही खौफ लाता है।