City Shayari In Hindi : शहर और गाँव दोनों बदल गया हैं, इक ही घर में कई चूल्हा जल गया हैं. पूछा शहर का हाल तो वो मुस्कुरा दिए, चेहरे की उदासियों ने बाकी हाल बता दिए.
ए बारिश ज़रा थम के बरस,जब मेरा यार आ जाये तो जम के बरस,पहले न बरस की वो आ ना सके,फिर इतना बरस की वो जा ना सके।
हवाओं में ताजगी हर पल बचपना सा लगता है,सहारों से पहचान है अपनीमगर गाव अपना सा लगता है।
जिनके मिज़ाज़ दुनिया से अलग होते है, महफ़िलो में चर्चे उनके गज़ब होते है।
“ गाँव का संस्कार है,कितना भी तेज चलूँपर पाँव रूक जाता है,जब मंदिर, मस्जिद, चर्चऔर गुरूद्वारा देखूतो सिर झुक जाता है….!!
गाँव सी सादगी सहर में ना मिल पायेगीकिसी दर्द की दावा जहर में ना मिल पायेगी।
🤐प्यार कभी Caste और, 🙄Religion नहीं देखता, ☝️प्यार सिर्फ एक सच्चा और, ❤️Loyal दिल देखता हैं.
सुना है लोग उसे आंख भर के देखते हैं तो उसके शहर में कुछ दिन ठहर के देखते हैं – अहमद फ़राज़
मेरे इश्क का पहिया भी कुछ ऐसा अटक गया, किया जो इजहार का मैसेज वो तेरी शादी तक लटक गया। अलविदा प्रिये!
यदि आप बारिश में भीगने का मजा नही ले रहे हैंतो बारिश की शायरी पढ़ने का मजा लीजिए.
बहुत अकेले होते हैं वो लोग,जो खुद ही रूठ कर खुद ही मान जाते हैं. Bahut akele hote hain vah log jo khud hi Ruth kr khud hi man jate Hain.
पहली बारिश का नशा ही,कुछ अलग होता है,पलको को छूते ही,सीधा दिल पे असर होता है
हकिकत ना सही तुम ख़्वाब बन कर मिला करो, भटके मुसाफिर को चांदनी रात बनकर मिला करो!!
मेरे जीवन गी हर शामरेवे है थारे नाम,हिवड़े में भरी है खुशियांबस हर पल जपता रहता हूँ तेरा नाम।
अब उसकी मोहब्बत का नया दौर है जहां कल मैं था आज वहां कोई और है !
मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हुमें आजकल,वरना शौक तो आज भी हेबारिश में भीगने का।
Khuda करें ज़िन्दगी मे ये मुकाम आये,😇 तुझे भूल नेकी दूँवा करू लेकिन,🙏 हर दूँवा मे तेरा हीं नाम आये.😍
“ होती होंगी शहरों की शामे रंगीन,मेरे गांव की रातों में सुकून है…!!
“ गाँव में अनपढ़ हैऔर रूढ़िवादी है,मन के भाव कोसमझ ले इतने जज्बाती है….!!
ना जरुरत रखो सितारों की, ना जरुरत रखों फ़ालतू यारों की, एक दोस्त रखो हमारे जैसा, जो वाट लगा दे हजारों की।
तिरछी निगाहों से जो देखा उन्होंने, तो हम मदहोश हो चले, जब पता चला कि वो अलविदा कहने आए, तो हम बेहोश हो चले।
मतलब के शहर में चालाकियों के डेरे हैं, यहाँ वो लोग रहते हैं जो मेरे मुँह पर मेरे और तेरे मुँह पर तेरे हैं।
बनके सावन कहीं वो बरसते रहे इक घटाके लिए हम तरसते रहेआस्तीनों के सायेमें पाला जिन्हें,साँप बनकर वही रोज डसते रहे!
तुम🤔 लडको का एक 🙄अलग Swag हैं🤟 तुम्हारे look😎 पर नही तुम्हारे 🤓Attitude पे मरती हूं💥💥💥
न जाने अब मुलाकात हो न हो, जिंदगी में फिर बहार हो न हो, जाते-जाते मुस्कुरा दो कम से कम, दोबारा इस मुस्कराहट का दीदार हो न हो।
💋Romantic Couple 😝 🍰 Cake_cutting_10 Jan🍻 🤩Life_line_mom_dad 💞 😋My_Gf”_@Usename☺️ 👉Love U 💕 K 🥰 ❣️Dil का रिस्ता सबसे प्यारा है💜
माफ करना मुझे दूर तो जाना पड़ेगा, पास होकर भी तुम्हे अब भूल जाना पड़ेगा।
ज़िंदगी एक ऐसा सफर है, जिसकी राह ही इसकी मंजिल है !
“ गाँव में, पैसे से जेब हल्कीऔर दिल के बड़े होते है,गैरों के मुसीबत में भीअपनों की तरह खड़े होते है….!!
“ जहां कुदरत की अपनी छांव है,जिसे अपना कहसकूं वह अपना गांव है…!!
कुछ सही तो कुछ खराब कहते हैं, लोग हमें बिगड़ा हुआ नवाब कहते हैं|
कोई ना हमे पीसा चाहिये कोई न प्यार,आपान तो बरसातम चा क साथ पकोड़ा बणाणआळी मिल ज्या बस आपा तो राजी हां..
जरूरी नहीं हर रिश्ते कोमोहब्बत का नाम दिया जायेकुछ रिश्तो के जज्बातमोहब्बत से बढ़कर होते हैं 🌿!
कोई 😇है जो दुआ 🤲करता है,👍अपनों मे 😅मुझे भी गिना 🤝करता है,🔥🔥बोहत😇 खुशनसीब🤝 समझते है खुद को 😁हम,दूर रह 😅कर भी जब कोई 😜प्यार किया करता😌 है…🤝🤝
जद मन करै रुंख पै आवै,जद मन करै आकास में फुर सूं उड़ जावै।
पढ़ते क्या हो आँखों में मेरी कहानी, Attitude में रहना तो आदत है मेरी पुरानी।
एक सफ़र वो है जिस में,पाँव नहीं दिल दुखता है।– आगाह देहलवीEk Safar Wo Hain Jis Me,Paanv Nahi Dil Dukhata Hai.
बारिश की बूंदो में झलकती हेउसकी तस्वीरआज फिर भीग बैठे उसेपाने की चाहत में
प्यार की😍 भी अलग ही प्रथा 🌟है, पल भर में हो जाता💘 है उम्र भर के लिए.🥰
मेरा हर लम्हा चुराया आपने, आंखो को एक ख़्वाब देखाया आपने, हमें जिंदगी दी किसी और ने, पर प्यार में जीना सिखाया आपने!!
शहर मेरा शाम तक तक कमाता है ताकि रात को भूखे पेट सोना ना पड़े।
किताबों की पढाई में सहर जरुर बड़ा होगापर संस्कार तो आज भी गाँव के अच्छे है।
लबो से छू लूं जिस्म तेरा, सांसो में सांस जगा जाऊं, तू कहे अगर इक बार मुझे, मैं खुद ही तुझमें समा जाऊं!!
ना हमे है टेंसन ना फिकर,जहाँ जयपुर जिलावाले खड़े होते हैवहाँ matter हमेशा बड़े होते हैंवहाँ राजस्थानी भी खड़े होते हैं
गये😅 मर्द जो😜 खाये खटाई,☹️🤝गयी 😌औरत जो🤔 खाये मिठाई🙄🙄
दर्ज करो पते उनके सब ओहदों के साथ, न जाने कौन भूले या फिर याद आए कौन।
घर में छुपा है, बारिश में भीग जा,जिंदगी कैसे जीते है, अब सीख जा
चाहतों ❤️ने किया मुझ 🙄पे ऐसा असर😌जहाँ 🤔देखूं मैं😱 देखूं तुझे😇 हमसफ़रमेरी🤫 खामोशियाँ भी 😜जुबान बन गयी👍मेरी बेचैनियां😅 इश्क़ की❤️ दास्तान बन गयी🔥🔥
पूछा शहर का हाल तो वो मुस्कुरा दिए, चेहरे की उदासियों ने बाकी हाल बता दिए.
आए ठहरे और रवाना हो गए,ज़िंदगी क्या है, सफ़र की बात है।– हैदर अली जाफ़रीAaye Thahare Aur Rawana Ho Gaye,Zindagi Kya Hai, Safar Ki Baat Hai.
बारिश शराब-ए-अर्श है ये सोच कर ‘अदम’बारिश के सब हुरूफ़ को उल्टा के पी गया
साथ बारिश में लिए फिरते हो उस को ‘अंजुम’तुम ने इस शहर में क्या आग लगानी है कोई
ग़म-ए-बारिशे इसीलिए नहीं कि तुम चले गए,बल्कि इसलिए कि हम ख़ुद को भूल गए।
“ चन्द लम्हो का इश्क हम कभी करते नहीं हे हम गाँव के आशिक हे जो हर किसी पर मरते नहीं…!!
किनारे आकर मिलते है जिस तरह लहरों से कभी कभी, हम भी गाँव से उस तरह मिलते हैं।
मार्क जकरबर्ग और मुकेश अंबानी उ ज्यादा तोए ट्रेक्टर ट्रॉली आळा Busy होरया हैसार दिन तूड़ी ढोव
“ कुछ मजबूरियां होती हे साहब वरना यहाँ कौन अपने गाँव को छोड़कर शहर जाना चाहता हे…!!
“ जो कल तक टूटासा था वो जुड़ रहा है,अब हर परिंदा गाँवकी ओर मुड़ रहा है…!!
“ गाँव नाप आते थे पूरा नंगे पाँव,पैर जलने लगे जबसेडिग्री सेल्सियस समझ आया…!!
रस्ते कहाँ खत्म होते हैं जिंदगी के सफर में, मंजिल तो वही है जहां ख्वाहिशें थम जाएँ !
ये जयपुर है साहब –माना आज मौसम बड़ा सुहाना है,पर सबको काम पर ही जाना है.
गाँव की सड़क भी अब पकी होगईदेखते देखते गाँव भी अब सहर होगई
सही को सही और गलत को गलत बोलने की हिम्मत रखता हूँ, इसलिए आजकल रिश्ते कम रखता हूँ।
होती❌ नहीं है ❤️मोहब्बत सूरत 😌से,मोहब्बत♥️ तो दिल💘 से होती है,सूरत 😇उनकी खुद😅-ब-खुद लगती 👍है प्यारी,💘कदर 🤝जिनकी दिल💘 में होती है..😍😍
यकीन 👍करो तुम🙄 मुझ पर जो😅 जालिम हाथ उठ्येगा🤝त्रिया है👍 नागिन चरित्र 😜पड़ा दूंगी तो🤔 जह्नुम्म में जायेगा😅😅
जिनके पास सिक्के थे वोमज़े से भीगते रहे बारिश मेंजिनके पास नोट थेवो छत तलाशते हुए रह गए।
“ ढूंढ रहा हे मन मेरा आज फिर उन गलियों को जहा मेरा बचपन खेला करता था…!!!
यू ही हाथ थाम मेरा साथ निभाना, जिंदगी का सफर संग है तेरे बिताना!
एक तो ये रात और ऊपर से ये बरसादइक तो साथ नहीं हे तेरा और दर्द बेहिसाबकितनी अजीब सी हे ये बातमेरे ही बस में नहीं मेरे हालात
कस्टमर केयर आळी छोरी,म आपकी क्या सेवा कर सकती हूँ,Me- यार एक काम कर मेरी माँ पीहर गएड़ी है,दो दिन पोठा गेर द म्हारा
“ ख़ोल चेहरों पेचढ़ाने नहीं आते हमकोगांव के लोग हैंहम शहर में कम आते हैं…!!
“ बिना बुलाये आ जाते थे गांव में रोज मिलने ये परिंदे शहर के मसरूफ बड़े हे…!!
बहुत कुछ सिखाया जिंदगी के सफर अनजाने ने, वो किताबों में दर्ज था ही नहीं, जो पढ़ाया सबक जमाने ने !