Child Shayari In Hindi : बचपन के दिन भी कितने अच्छे होते थे,तब दिल नहीं सिर्फ खिलौने टूटा करते थे. ना जाने वो बच्चा किस खिलौने से खेलता है, जो दिन भर बाजार में खिलौने बेचता है.
देश के ऊपर के कलंक को मिटाएं चलो मिल कर सब एक अच्छा काम करें सब मिल कर एक बच्चे को बाल मजदूरी से बचाएं
क्यों मायके की चौखट लांघते, आपने छुड़ा ली अपनी उंगली,मैं कल भी आपकी बेटी थी, आज भी और कल भी आपकी बेटी ही रहूंगी।
ये नंहे मुन्हे बाचे ही हैजो तुम्हे आईना दिखाते है – टीपू सुलतान
“💐👨👨👶 लेकर सौभाग्य और सुख संपति घर में आई है बिटिया रानीइस खास दिन की मुबारक हो आपको दीपों की तरह चमके बिटिया रानी 👨👨👶💐”
मेरा वजूद, मेरी पहचान, मेरी जिंदगी सब आपसे ही है पापा।
बचपन में माँ से मिले दो रूपए जितने सपने खरीद सकते थे, आज खुद के कमाए लाखों रूपए भी उतने सपने नहीं खरीद सकते।
मैं ‘गरीब’ हूँ’ यह कहकर किसी को पाप_कर्म में लिप्त नहीं होना चाहिए
कभी कंचे तो कभी लट्टू बचपन में खिलौने कम नहीं थे, पर बचपन के दिन काफी कम थे।
अभी तो हमको करनी है पढ़ाई , अभी मत कराओ मजदूरी और कमाई
बच्चों का दिल भी कितना साफ़ होता है सब खेलते एक साथ है धुप में, पर जलता कोई नहीं है।
आपकी खूबसूरत बेटी का इस दुनिया में स्वागत है पूरा जीवन खुशियों से भरा हो और क़ामयाबी कदम चूमे।
ये दो हाथ उठाकर रब सेयही दुआ मांगी हैकि मुझे फिर यही माँ का आंचलऔर यही माँ मिले
दोस्ती है हमारी जय और वीरू के जैसी, जिसने तोड़ने की कोशिश की उसकी ऐसी की तैसी।
जिंदगी की बड़ी से बड़ी तरक्कीकिसी काम की नहींअगर वो माँ का सहारा न बन सके
बचपन में पलकों का वजन ही इतना हलका होता है की आँख बंद करते ही नींद आ जाती है, अब पलकों पर आंसुओ का वजन इतना बढ़ गया है की नींद आना भारी हो गया है।
जमोत्सव का जश्न मनाओनगर नगर इक बात है गुंजीकिसी के इस जनम से बढ़ेगीदेखो जी शहर में अपार पूंजी
जिस दिन तुम मेरे जीवन में आए, मुझे पता था कि मेरा उद्देश्य क्या है। मेरे पास जो कुछ भी है उससे आपको प्यार और रक्षा करना।
दुनिया की कोई चीज ऐसी नहीं होगीजिसे खरीदा ना जा सकेलेकिन माँ की ममता ऐसी होती हैजो किसी कीमत में बाजार में नहीं मिलती
बच्चो को खिल-खिला देख, आज मुझे भी अपने बचपन की याद आ गयी !
घर परिवार छाई खुशियाँपरिजनों के चेहरे पर रौनक।नौ माह की तपस्या का फल पाकेआनंदित हो रहे जननी जनक।“नव संतान की शुभकामनाये”
पुरानी अलमारी से देख मुझे वो खूब मुस्कुराता है, ये बचपन वाला खिलौना मुझे बहुत सताता हैं.
कितने खुबसूरत हुआ करते थे बचपन के वो दिन सिर्फ दो उंगलिया जुड़ने से दोस्ती फिर से शुरु हो जाया करती थी
पूरी दुनिया मेंगलतियां निकालने वाले तोहजारों मिल जाएंगेलेकिनउन गलतियों को माफ करने वालीएक “माँ” ही होती है।
अब गम का पेहरा दुर हुआ, जीवन में खुशियों का आगमन हुआ, मुबारक हो आपके घर बेटा हुआ।
अपनी उम्र से अनजान वो बच्चा खेलने की उम्र में खिलौने बेच रहा था।
जितना भी AttiTude दिखाना है दिखा लो, मेरा गुरूर तोड़ने के लिए तुम जैसे 365 भी कम है.|
बच्चे की गलती परबच्चे को डांट करजो दिल ही दिल मेंजलती रहती हैवो माँ ही तो होती है
गले लगा कर चुम लो अपनी नन्ही सी जान को क्युकी वो हमेशा के लिए वो नन्ही परी नहीं रहने वाली..!
माँ का प्यार हासिल करना है तो उसके लायक बनो।
जब जिंदगी से कभी थक हार जाओ,तो माँ की गोद में सर रखकर सो जाना,अगले ही पल तुम्हें हिम्मत महसूस होगी।Love you MAA😚😘
मेरी ताकत, मेरी हिम्मत, मेरी शान हैं मेरे पापा।
“💐👨👨👶 बहुत दिनों बाद खुशियों का त्यौहार आया हैआपके घर एक नन्ना सा राजकुमार आया है 👨👨👶💐”
मेरा बचपन भी साथ ले आया गाँव से जब भी आ गया कोई
जो अपनी माँ से प्यार करना सीखता है वो कभी किसी का दिल नहीं तोड़ता।
कुछ नहीं चाहिए तुझ से ऐ मेरी उम्र-ए-रवाँ, मेरा बचपन मेरे जुगनू मेरी गुड़िया ला दे -नोशी गिलानी
वो बचपन ही था जब आँख मूँद कर हर बात पर विशवास कर लिया करते थे, आज बड़े होने पर कितना भी यक़ीन दिला लो किसी पर भरोसा नहीं होता।
पगली ब्लाक कर के तो चली गई, पर आज भी मेरे Whatsapp के स्टेटस पढ़ के ही सोती है.|
परिवार में नन्हा सदस्य आने पर बहुत-बहुत अभिनंदन और मेरी ओर से बालक को ढेर सारा आशीर्वाद।
तुम मेरी life की Sweetheart होतुम्हारी smile ही मेरी ताकत है,कैसे काटोगे केक बर्थडे का क्योंकितुम्हारे नन्हे हाथों में बड़ी नजाकत है।
“ तू मेरे कंधों पर सोता हुआबड़ा अच्छा लगता है,इतनी भोली सी सूरत हैतेरी, मेरा नन्हा-सा राजकुमार लगता है….!!!
बचपन वो था जब खिलोने टूटने पर रोना आता था और जवानी वो है जब दिल टूटने पर भी रो नहीं पाते।
नया दिन, नया सवेरा मुबारक हो तुम्हें, हर मोड़ पे ख़ुशियों का बसेरा. 🎂🎂🎂
कभी कभी लगता हैलौट आए वो बचपन फिर से,औऱ भूल जाए खुदको पापा की गोद मे।
आज का दिन आपके जीवन का बहुत खास बने, ईश्वर करे वो आपको सभी दुखो से आजाद करे. 🎂🎂🎂
“माँ” यानी एक टफन ग्लासजो खुद तो टूट जाएगी,लेकिन अपनी संतान को बिखरने नहीं देगी।
देखा करो कभी अपनी माँ की आँखों में भी,ये वो आईना हैं जिसमें बच्चे कभी बूढ़े नही होते।
अमीर #गरीब के लिए कुछ भी कर_सकते हैं लेकिन उनके ऊपर से ‘हट’ नहीं सकते . ||
दुनिया मे उसे आने तो दोचैन से उसको जीने तो दोकरेगी वो भी ऊँचा नामआएगी दुनिया के काम
आपका यह प्रेम नव अंकुरजीवन सींचे प्यार संग।खिल खिलाये पूरा परिवारछाये उत्सव लाये उमंग।।“पुत्र रत्न प्राप्ति की बहुत बहुत बधाई”
घर में चार चांद लग गए, प्यारे से राजकुमार के शुभ कदम घर में पड़ गए।
"जो बाप की कदर करे वो कभी गरीब नहीं होता,और जिसने माँ की कदर कर ली वो कभी बदनसीब नहीं होता। "
माता पिता दुश्मन बन जाते हैं जब वो नन्हे हाथों से काम करवाते हैं
“💐👨👨👶 नन्हे कदम पड़ते ही दुख दूर हो गए, बरसों से रूके काम पूरे हो गए 👨👨👶💐”
जो छिप गए थे चंद रोज़ की ज़िंदगी कमाने, मौत ने ढूँढ लिया उनको मुफ़्लिसी के बहाने।
काग़ज़ की कश्ती थी पानी का किनारा था, खेलने की मस्ती थी ये दिल अवारा था। कहाँ आ गए इस समझदारी के दलदल में, वो नादान बचपन भी कितना प्यारा था।
“ बच्चे के हंसने और रोने के पीछे कोई स्वार्थ नहीं होता,नन्ही सी इस जान में बुराई का कोई निशां नहीं होता।बच्चे के जन्म पर आपको ढेरों शुभकामनाएं…!!
“ प्यारी बेटी जब मुस्कुराती है,घर की जमीं खुशियों से भर जाती है…!!
चले आओ कभी टूटी हुई चूड़ी के टुकड़े से, वो बचपन की तरह फिर से मोहब्बत नाप लेते हैं।
बहुत दिनों बाद खुशियों का त्यौहार आया है, मेरे घर एक नन्ना सा राजकुमार आया है.
झूठ बोलते थे फिर भी कितने सच्चे थे हमये उन दिनों की बात है जब बच्चे थे हम
पिता बनने के लिए धैर्य और प्रेम की बहुत आवश्य्कता होती है और अपने स्वार्थी रवैये का त्याग करना पड़ता है। -कैथरीन पल्सीफेर
#बच्चे को गोदी में सुलाना, उसे मखमल के झूले पर झुलाना, जब वो पापा बोलकर रोये, तो उसके लिए दौड़े चले जाना
प्रकृति का यह कैसा व्यवहारनारी ही नारी पर करती है अत्याचार
खेलते कम और कूदते ज्याद थे बचपन में, शायद वजह कंधो पर बोझ की कमी थी।
तेरी यादें, तेरी बातें, बस तेरे ही फसाने है, हाँ कबूल करते है, कि हम तेरे दीवाने है..❤️
एक नया बच्चा सभी चीजों की शुरुआत की तरह है-आश्चर्य, आशा, संभावनाओं का सपना।
वह व्यक्ति_गरीब नहीं होता है जिसके पास थोड़ा है, बल्कि वह व्यक्ति_गरीब होता हैं जो अधिक की ”इच्छा” करता हैं
ज़िन्दगी फिर न मुस्कराई कभी बचपन की तरह, मैंने मिटटी भी जमा ली खिलौने भी लेकर देखे।
मुबारक हो आपके घर मै प्यारी बच्ची आई है अपने संग मुस्कान ओर ढेर सारी खुशियां लाई है।
माँ का वो गालों को चूमना, बालों को सवारना, वो हर शरारत पर प्यार, वो हर गलती पर मारना, “अब वापस कभी लौट कर नहीं आएगा।”
ना मैसेज से ना जुबान से, ना गिफ्ट से ना पैगाम से’ आपको जन्मदिन मुबारक हो, सीधे दिल और जान से. 🎂🎂🎂
देर तक हँसता रहा उन पर हमारा बचपनाजब तजुर्बे आए थे संजीदा बनाने के लिए