Chief Guest Welcome Shayari For Guest In Hindi : हार को जीत की एक दुआ मिल गई तप्त मौसम में एक हवा मिल गई आप आए श्रीमान जी यूं लगा जैसे तकलीफ को दवा मिल गई मीठी बातें और चेहरे पर मुस्कान ऐसे ही अतिथि हैं हमारी महफ़िल की शान
महफ़िल में चार चाँद लगाने के बावजूदजब तक न आप आए उजाला न हो सका
हमारे बीच में आए हुए हमारे मुख्य अतिथि उनका एक बार फिर से हार्दिक अभिनंदन।
महक उठा ये घर आंगन जब से आप पधारे हैं ऐसा एहसास होता है जन्मों से आप हमारे हैं
रूठ गयी थी किस्मत आपके जाने सेतक़दीर ने फिर साथ दिया है आपके आने से।
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक आती है आपके आने से…
किसी महफ़िल में बच जाए ऐसे इनके अंदाज नहींफूलों की तरह महकते हैं ये किसी परिचय के मोहताज नहीं
चार चांद लग जाता है आप के आने से मेरे आशियाने में Char chand lag jata hai aap ke aane se mere ashiyane me
तलाश जिसकी थी मुझेवो तुम पर आकर खत्म हुईबहुत अधूरी सी थी ज़िन्दगी मेरीतुम्हारे आने से ही पूरी हुई।
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं, क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं।
जो अच्छे और दिल के बड़े होते है,वो स्वागत के लिए खड़े होते है.
सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी,सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.
किसी खास के लिए मैंनेकबसे दिल की महफ़िल को सजाया है,धड़कने जिसका नाम ले रही हैवो अभी तक नहीं आया है.
आपका स्वागत करने हम सब मिलकर आये है,चेहरे पर मुस्कान और हाथों में फूलों की माला लाये है
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं,जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं.New Welcome Shayari
चाँदनी रात बड़ी देर के बाद आयी, ये मुलाक़ात बड़ी देर के बाद आयी। आज आये हैं वो मिलने मुद्दत के बाद, आज की रात बड़ी देर के बाद आयी।
हर तरह की बे-सर-ओ-सामानियों के बावजूदआज वो आया तो मुझ को अपना घर अच्छा लगाअहमद फ़राज़
दिलों में विश्वास पैदा करता है, हम सुब में कुछ आस पैदा करता है… मिटटी की बात तो अलग है, इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है|
तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा है, तुम्हारे बाद ये मौसम बहुत सताएगा।
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हमारा स्वागत नहीं करोगे,क्या हुआ अगर बिन बुलाये आये है.
हसरतों से हम आपकी राह सजातें है सपनों की दौलत हम आप पर लुटातें है ना कोई फूल है आज हमारे दामन में आपके आने पर हम पलकें बिछातें हैं
चाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में हैअक्स किस का है कि इतनी रौशनी पानी में हैफ़रहत एहसास
Aamir khan Family Corona Positive: क्या उनकी मम्मी को भी हो गया है कोरोना वायरस ?
दोस्तों आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।इस बार 2023 में भारत में 74वा गणतंत्र दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस…
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह कि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे, देखकर दिल उनको झूमने लगा सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे.
बके दिलों में हो सबके लिए प्यार,आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार,इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गमइस आयोजन का करें वेलकम.
जिन दोस्तों की वजह से मेरे चेहरे पर ख़ुशी है,उन दोस्तों का मेरे घर पर हमेशा स्वागत है.
बुझते हुए चराग़ फ़रोज़ाँ करेंगे हम, तुम आओगे तो जश्न-ए-चराग़ाँ करेंगे हम।
हार को जीत की इक दुआ मिल गई,तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई,आप आये श्रीमान जी यूँ लगाजैसे तकलीफों को कुछ दवा मिल गई.
रौनक दमक उठती है नूर फैल जाता है जब महफ़िल में आप सा कोई कदम रखता हे।
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं, महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं।
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से.महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों (आप) के आने से,
जब आप आते है तो ढेरो खुशियां लाते है और हम धन्य हो जाते है Jab aap aate hai to dhero khushiya late hai aur ham dhanya ho jate hai
किसी का स्वागत के लिए घर का बड़ा होना जरूरी नहीं दिल बड़ा होना चाहिए Kisi ka swagat ke liye ghar ka bada hona jaruri nahi dil bada hona chahiye
अवकाशी मेघ दाटून आल्यावर आनंदाने बेभान होऊन नृत्य करणाऱ्या त्या मयुरासमान आतुर झालेला हा प्रेक्षकवृंद…
उस ने वा’दा किया है आने कारंग देखो ग़रीब ख़ाने काजोश मलीहाबादी
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगीतुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी
आशा है आप नीचे दी गई स्क्रिप्ट से अतिथि आगमन, दीप प्रज्वलन, स्वागत गीत, स्वागत संबोधन तब अच्छा मंच संचालन कर पाएंगे।
सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार, आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गम, इस आयोजन का करें वेलकम..।।
कौन आया है कि निगाहों में चमक जाग उठी,दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी,किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आई,रूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी..
सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार, आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार, इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गम इस आयोजन का करें वेलकम.
मीठी बातें और चेहरे पर मुस्कान ऐसे ही अतिथि हैं हमारी महफ़िल की शान
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं,महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
ये कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम से मेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से.
सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी, सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी.
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं, महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
ये कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम से मेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से..।।।।।।।
जो अच्छे और दिल के बड़े होते है, वो स्वागत के लिए खड़े होते है।
हमारे मुख्य अतिथि आ चुके हैं उनके आने पर मैं हार्दिक स्वागत करता हूं |
आप आये श्रीमान तो ऐसा लगातकलीफों को जैसे दवा मिल गई.
शुक्रिया तेरा तिरे आने से रौनक़ तो बढ़ीवर्ना ये महफ़िल-ए-जज़्बात अधूरी रहती
एक दूसरे का सम्मान करना कदर करना यह एक मानवीय मूल्य है जो हम लोग निभाते रहें।
हार में चाहनेवाले की दुआ मिल गई,गर्म मौसम में ठंडी हवा मिल गई,
हसरतो ने फिर से करवट बदली है, आप आये तो बलखा के बहारें आईं।
क्या आपको पता है किकौन है महफिल की शान?,यहाँ पर आये हुए हर मेहमान.
देर लगी आने में पर आप आए ज़रूरजो वादे आपने किए थे वह निभाए जरूर।
रोली तिलक थाल मे, श्री फल लिया सजाये, स्वागत को श्री मान के, भेट दुशाला लाये..।।
महक उठा ये आंगन जब से आप पधारे हैंएहसास होता है जैसा जन्मों से आप हमारे हैं
आपके आने से आज ये शाम खाश हो गई, सारे दिन की परेशानियाँ पल भर में ख़त्म हो गई।
नग़में वफ़ा के हर साज़ पर गा नहीं सकतेज़िंदग़ी में कभी आपको बुला नहीं सकते
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो आस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से, महफ़िल में रौनक आती है आपके आने से।
बड़े भाग्य हमारे जो आप हमारे घर पधारे Bade bhagya hamare jo aap hamare ghar padhare
आप आए तो बहारो ने लुटाई खुशबू फूल तो फूल कांटो में भी आई खुशबू Aap aaye to baharo ne lutai khushabu phool to phool kato me bhi aai khushab
मंच संचालन की महत्वपूर्ण कड़ी होती है। अतिथियों के सम्मान में आपके शब्द, शायरी। Chief Guest के आगमन पर आप की जोश और आत्मीयता भरी आवाज़।
ख़ुश-आमदीद वो आया हमारी चौखट पर, बहार जिस के क़दम का तवाफ़ करती है।।
फितरत बन चुकी है दिल-ए-बेकरार की अब तो आदत सी हो गई है आपके इंतजार की
ऐसा स्वागत कही हुई ही नहीं है, जैसी स्वागत मेरी प्यारी माँ करती है।
हर गली अच्छी लगी हर एक घर अच्छा लगावो जो आया शहर में तो शहर भर अच्छा लगा
हमारी परंपरा रही है अतिथि सत्कार।
हार को जीत की एक दुआ मिल गईतपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई।आप आये श्री मान जी यू लगा,जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई.
ऐसा स्वागत कही हुई ही नहीं है,जैसी स्वागत मेरी प्यारी माँ करती है.