Chief Guest Welcome Shayari For Guest In Hindi : हार को जीत की एक दुआ मिल गई तप्त मौसम में एक हवा मिल गई आप आए श्रीमान जी यूं लगा जैसे तकलीफ को दवा मिल गई मीठी बातें और चेहरे पर मुस्कान ऐसे ही अतिथि हैं हमारी महफ़िल की शान
हार को जीत की इक दुआ मिल गई, तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई, आप आये श्रीमान जी यूँ लगा जैसे तकलीफों को कुछ दवा मिल गई.
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं, जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं।
मांगू और क्या मैं उस रब सेतुम्हारे आने से हर ख्वाहिश मुकम्मल हो गयी।
भावी मंच उद्घोषकों एक प्रेरकों को Gandhi Jayanti के अवसर पर सादर नमस्कार।आशा है आपको Swami Ji यू ट्यूब चैनल और healerbaba.com Website से भरपूर…
ये कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम से मेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से.
धन्य धन्य हुए आज तो हम, मिट गये सारे अन्धियारें,आँखों को बहुत सुकून आया, जो आप हमारे द्वार पधारें.
आपका स्वागत करने हम सब मिलकर आये है,चेहरे पर मुस्कान और हाथों में फूलों की माला लाये है.
जो दिल का हो ख़ूबसूरत,ख़ुदा ने ऐसे लोग कम बनाये हैं,जिन्हें ऐसा बनाया है खुदा ने,आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं…
कौन आया है कि निगाहों में चमक जाग उठी,दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी,किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आई,रूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी..
वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत हैकभी हम उन को कभी अपने घर को देखते हैंमिर्ज़ा ग़ालिब
आप आने का खबर तो दीजिए आपके स्वागत में हम अपनी पलके बिछा देंगे Aap ane ka khabar to dijiye aap ke swagat me ham apni pakke bichha denge
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तोआस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तोअंदलीब शादानी
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान, ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान.
पहली मुलाक़ात में थोड़ा डर लगता है,पर मुस्कुराकर शुरूआत हो तो अपना घर लगता है.
आपका स्वागत करने हम सब मिलकर आये है, चेहरे पर मुस्कान और हाथों में फूलों की माला लाये है।
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं,क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं.
आप आये श्री मान तो ऐसा लगा जैसे तकलीफों को दवा मिल गई।
मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान.Latest Welcome Shayari
गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चलेचले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चलेफ़ैज़ अहमद फ़ैज़
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरहकि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,देखकर दिल उनको झूमने लगासब के मन जैसे खिलखिलाने लगे.Swagat Shayari in Hindi
गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चलेचले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चलेफ़ैज़ अहमद फ़ैज़
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं, महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
कार्टून शायरी स्टेटस कोट्स Cartoon Shayari Status Quotes in Hindi for Whatsapp
हम धन्यवाद करें परमपिता परमात्मा का, सृष्टि का,
दिल को सुकून मिलता है मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक छा गई आपके आने से.
धन्य हो गए आंगन हमारे इनमे जो आप पधारे Dhanya ho gaye angan hamare iname jo aap padhare
खुशियां छा जाती है घर आंगन महक उठता है आप के आ जाने से Khushiya chha jati hai ghar angan maham uthata hai aap ke aa jane se
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक आती है आपके आने से…
हम सभी उस अलौकिक शक्ति, अदृश्य शक्ति को याद करें और धन्यवाद करें कि हमें यह सुंदर जीवन मिला है |
हमारे छोटे से आशियाने में आप जब चाहे आ सकते है आपका दिल से है वेलकम Hamare chhote ashiyane me aap jab chahe aa sakte hai apka dil se hai welcome
हमारी परंपरा रही है अतिथि सत्कार।
तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा हैतुम्हारे बा’द ये मौसम बहुत सताएगाबशीर बद्र
तुम्हारा आना एक खूबसूरत एहसास हैतुम साथ होतो हर पल खास है।
दिल को सुकून मिलता है मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक छा गई आपके आने से.
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी,दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी,किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आईरूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी.
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह,कि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,देखकर दिल उनको झूमने लगा,सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे…
उस ने वा’दा किया है आने कारंग देखो ग़रीब ख़ाने काजोश मलीहाबादी
रोली तिलक थाल मे, श्री फल लिया सजाये, स्वागत को श्री मान के, भेट दुशाला लाये..।।
तुम आ गए हो तो कुछ चाँदनी सी बातें होंज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता हैवसीम बरेलवी
जो दिल का हो ख़ूबसूरत,ख़ुदा ने ऐसे लोग कम बनाये हैं,जिन्हें ऐसा बनाया है खुदा ने,आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं…
हर गली अच्छी लगी हर एक घर अच्छा लगा, वो जो आया शहर में तो शहर भर अच्छा लगा।
अतिथि देवो भवः कहती ये भारत की धरा स्वागत करके आपका निभा रहे हैं परम्परा
ख़ुश-आमदीद वो आया हमारी चौखट परबहार जिस के क़दम का तवाफ़ करती हैख़ुश-आमदीद = स्वागततवाफ़ = चारों ओर घूमना
हमारे इस परिवार की ओर से विद्यालय की ओर से जैसा भी आप का कार्यक्रम हो उसकी ओर से, आप कर सकते हैं और शायरी बोल सकते हैं
दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से, महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों के आने से।
आप आए तो बहारों ने लुटाई ख़ुश्बूफूल तो फूल थे काँटों से भी आई ख़ुश्बूअज्ञात
सबके दिलों में सबके लिए प्यार होआने वाला हर पल खुशियों की बहार हो
हसरतो ने फिर से करवट बदली है, आप आये तो बलखा के बहारें आईं।
सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार,आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार,इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गमइस आयोजन का करें वेलकम.
कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम से मेरे घर में जैसे सूरज निकला है शाम से.
चाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में हैअक्स किस का है कि इतनी रौशनी पानी में हैफ़रहत एहसास
दिल को सुकून मिला है आपके मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक आती है आपके घर आने से ।
उसने वादा किया है आने का,रंग देखो गरीब खाने का.
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं,महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं,जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं.
दिलों में विश्वास पैदा करता है, हम सुब में कुछ आस पैदा करता है… मिटटी की बात तो अलग है, इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है|
भावी मंच उद्घोषकों एक प्रेरकों कोअवसर पर सादर नमस्कार।आशा है आपको Swami Ji यू ट्यूब चैनल और healerbaba.com Website से भरपूर मदद मिल रही है।एक…
चार चाँद लग गये हमारे इस पावन अवसर पर, आज आपके शुभागमन पर बढ़ी हमारी शान।
हार को जीत की एक दुआ मिल गईतपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई।आप आये श्री मान जी यू लगा,जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई.
ऐसा स्वागत कही हुई ही नहीं है,जैसी स्वागत मेरी प्यारी माँ करती है.
स्वीकार आमंत्रण किया, रखा हमारा मान, कैसे करे कृतज्ञता, स्वागत है श्री मान।
शब्दों का वजन तो बोलने के भाव से मिलता हैं,वैसे तो दरवाजे पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं,जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं
हार को जीत की एक दुआ मिल गई तपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई। आप आये श्री मान जी यू लगा, जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई।
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो, आस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो।
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं, वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं.
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगीतुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगीजाँ निसार अख़्तर
दिव्यत्वाची जेथ प्रचिती। तेथे माझे कर जुळती।। या बोरगावकारांच्या पंक्तीना सार्थ ठरवून, तद्वत दिव्यत्वाची प्रचीती करून देणारा हा अतिथी गण…
तुम्हारा ख्याल जब भी आता हैदिल तुन्हे अपने करीब पता हैबादल कितने भी काले क्यों ना होतुम्हारे आने से हर मौसम खिल जाता है।
हार को जीत की एक दुआ मिल गई तपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई। आप आये श्री मान जी यू लगा, जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई।
सजाई महफिल में भी लगती है कुछ कमी,आपके आने से मुक्कमल महफिल सजी.
फ्रेशेर्स के चेहरे की जो मुस्कान है,वही तो हमारे महफ़िल की शान है.