558+ Chahat Shayari In Hindi | चाहत शायरी हिंदी में

Chahat Shayari In Hindi , चाहत शायरी हिंदी में
Author: Quotes And Status Post Published at: September 16, 2023 Post Updated at: July 27, 2024

Chahat Shayari In Hindi : हर कोई पाने की ज़िद में हैं, शायद मुझे कोई आज़माने की ज़िद में है। जिसकी चाहत है मुझे बेइंतेहा वो मुझे भूल जाने की ज़िद में है। चिरागों से अगर अँधेरा दूर होता तो चांदनी की चाहत क्यूँ होती कट सकती अगर ये ज़िन्दगी अकेले तो साथी की जरूरत ही क्यूँ होती.

उन दो पंक्तियों में, मैंने अपनी पूरी कहानी लिख दी, मौत बड़ी पास से गुजरी, जिन्द़गी ने होंठों पर झूठी मुस्कुराहट रख दी.

कुछ तो है कहीं, ये जो थोड़ा प्यार-सा है,नशा है तेरा, चाहत या इक ख़ुमार-सा है.

लम्हे कुछ पुराणी लिख दूँ ! कुछ नटखटी तो कुछ शैतानी लिख दूँ ! इजाजत दे के देखिये !

एक चाहत थी, तेरे साथजीने की वरना, मोहब्बततो किसी से भी हो सकती थी.

मुस्कान आती है चेहरे पर हमारी,जब उनकी यादों में सिर्फ और सिर्फ हम होते है !!

दुख की शाम हो,या हो सुख का सवेरा,सबकुछ अच्छा लगता हैं,जब साथ हो तेरा…Dukh ki saam ho,Ya ho sukh ka sawera,Sabkuch accha lagta hain,Jab sath ho tera…

मिला करती है मचलकर रोज ही तू मुझसे रहता बेवक़्त फिर भी तेरा इंतज़ार-सा है..

हमे उनसे कोई शिकायत नहीं, शायद हमारी ही किसमत में चाहत नहीं, मेरी तक़दीर को लिखकर तो ऊपर वाला भी मुकर गया, पूछा तो कहा ये मेरी लिखावट नहीं…

कभी-कभी थक जाइये जब जीवन की भागदौड़ से तो खुद के लिए भी कुछ वक्त निकाल लीजिये !

मेरी चाहतें है जितनी वो बस काफ़ी है इश्क करना गर गलती है हमारी तो उसके लिए दिल से माफ़ी है।

तुम्हारी पसंद हमारी चाहत बन जाये तुम्हारी मुस्कुराहट दिल कि राहत बन ज़ाये ! खुदा खुशियो से इतना खुश कर दे आपको कि आपको खुश देख़ना हमारी आदत बन जाये !

कुछ तो है कहीं, ये जो थोड़ा प्यार-सा है नशा है तेरा, चाहत या इक ख़ुमार-सा है…

तेरे गुरूर को देख के तेरी तमन्ना भी छोड़ दी हमने,ज़रा हम भी तो देखे कौन चाहता है तुझे हमारी तरह।

चाहते तो हम बहुत ज्यादा है, पर पाते है जरूरत से आधा है.,

तुम हँसो तो खुशी मुझे होती हैं,तुम रूठो तो आंखे मेरी रोती हैं..Tum hasho toh khusi mujhe hoti hain,Tum rutho toh ankhe meri roti hain..

तुझे पाने की उम्मीद नहीं फिर भी इंतज़ार है !!चाहत अधूरी ही सही पर तेरे लिए बेशुमार है !!

मौत एक जीवन को समाप्त करता है, एक रिश्ते को नहीं.

ये ज़रूरी नहीं है की हर बात पर तुम मेरा कहा मानो, दहलीज पर रख दी है चाहत और अब आगे तुम जानो.,

इतनी चाहत की हमसे से के इंथा हो गए,वो मोहब्बत कर के फिर बेवफा हो गए,मैं तो बस चाहता रहा टूट कर उसै,बस यही तो 1 मुज से खाता हो गया..

रख भी सकता था नुमाइश में सजा कर मुझको,दर्द की तरह रखा जिसने छुपा कर मुझको.मेरी चाहत थी पसीने की कमाई जैसी,मुफ़लिसी में भी रखा उसने बचा कर मुझको.

हमारी मौत भी एक जश्न होगा, प्यारा सा कोई नगमा गाया जायेगा, हंसते हुए अलविदा कहेंगे हम, रोता हुआ जमाना हमें विदा करेगा…

उस ने मुझे दर-अस्ल कभी चाहा ही नहीं था ख़ुद को दे कर ये भी धोका, देख लिया है

कुछ उलझे सवालो से डरता हे दिल जाने क्यों तन्हाई में बिखरता हे दिल किसी को पाने कि अब कोई चाहत न रही बस कुछ अपनों को खोने से डरता हे ये दिल

बहुत ध्यान से लगा था मैं लैपटॉप पर,पगली ने आ के बिच में एक किस दे दिया !!

चाहत बन गए हो तुम की आदत बन गए हो तुम, हर सांस में यू आते जाते हो, जैसे मेरी इबादत बन गए हो तुम !

प्यार करता हूँ कितना, ये लफ़्ज़ोंमें कैसे बयान करूँ;बस इतना कहना है की, रगों मेंबसे हो तुम !!

यूँ तो परेशानियां हज़ारों है इस जहाँ में !!लेकिन तुम्हारे जितना कोई तंग नहीं करता !!

कोई शर्त नहीं है कोई शिकायत नहीं है तुमसे,बस सीधी सी मुहब्बत है दीदार की चाहत है तुमसे।

“दिल की धड़कन रुक सी गई, सांसें मेरी थम सी गई ! पूछा हमने दिल के डॉक्टर से पता चला, कि सर्दी के कारण आपकी यादें दिल में जम सी गई।

मुझें तेरे लिए रोते,सिर्फ मेरे खुदा ने देखा हैं…Mujhe tere liye rote,Sirf mere khuda ne dekha hain…

दर्द की चाहत किसे होती है मेरे यारो।ये तो मोहब्बत के साथ मुफ़्त में मिलता है।।

इस दुनिया में बड़ा कौन नही बनना चाहता, पर सच कहूँ तो ! बड़ा वही बनता हैं जिनकी सोच बड़ी होती है।

अपनी चाहत का यूं पता देना  जब सामना हो तो मुस्कुरा देना  Apni chahat ka yoon pata dena  jab saamna ho to muskura dena

मौत भी टकराया न जाने कितने बार मुझसे, पर मैं तेरा दीवाना था किसी और पे कैसे मर सकता था.

अगर तुझे चाहने से मौत आये, तू मौत कुबूल है मुझे, तुझे चाहना फितरत है मेरी, तेरे बिना बीती हर शाम, लगती फ़िज़ूल है मुझे.

ज़िन्दगी में कुछ लम्हे खास बन गए मिले तो मुलाक़ात बन गए बिछड़े तो याद बन गए और जो दिल से न गए वो आप बन गए।

आज हम हैं, कल हमारी यादें होंगी, जब हम ना होंगे, तब हमारी बातें होंगी, कभी पलटो गे जिंदगी के ये पन्ने, तो शायद आप की आँखों से भी बरसातें होंगी.,

ना जाने ये दिल क्या चाहता है चाहत नहीं है फिर भी मगर न जाने उसके करीब क्यों आता है।

तेरी चाहतो पर मुझे ऐतबार है, इसलिए मुझे तुमसे खुद से ज्यादा प्यार है. Teri Chahato Par Mujhe Aetbar Hai,Isiliye Mujhe Tumase Khud Se Jyada Pyar Hai.

किसी दिन तेरी_नजरों से दूर हो जायेंगे हम, दूर फिजाओं में कहीं खो_जायेंगे हम, मेरी यादों से लिपट कर_रोने लगोगे, जब ज़मीन को ओढ़ कर सो_जायेंगे हम.!!

कैसे भूल जाऊँ मैं उसको, जो चाहता है इस कदर हथेली की मेहंदी में लिखा है उसने मेरा नाम छिपाकर.

अनजाने में तुझसे मुलाकात सी हो गयी, दोस्ती करने चले थे और तुझसे चाहत सी हो गयी, अपने वजूद में तुझे तलाश करते है, हमे तुमसे मोहब्बत सी हो गयी.,

“सब पूछते हैं मुझसे मोहब्बत है क्या, मुस्कुरा देता हूं मैं और याद आ जाती है माँ !

गुलाब की खुशबू भी फीकी लगती है,कौन सी खूशबू मुझमें बसा गई हो तुम।जिंदगी है क्या तेरी चाहत के सिवा,ये कैसा ख्वाब आंखों में दिखा गई हो तुम।।

दिल में चाहत का होना जरूरी है जनाब,याद तो उधार लेने-देने वाले भी करते हैं।

तुम्हे इतना पसंद करता है कम्बख्त दिल ए सनम, कि मेरी पहली और आखिरी आरजू बस तुम हो !

” नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं । कसूर तो उस चहेरे का है जो सोने नहीं देता है !

“चांद रोज छत पर आकर इतराता बहुत था ! कल रात मैंने भी उसे तेरी तस्वीर दिखा दी !

तेरे ख़त की इबारत की मैं स्याही बन गया होता, तो चाहत की डगर का मैं भी राही बन गया होता.,

तेरा ना मिलना मेरा नसीब हीसही लेकिन ऐ सनम मेरीक़िस्मत में लिखा है तुझे टूट के चाहना

तेरी चाहत मेरी आँखों में है, तेरी खुशबू मेरी सांसो में है। मेरे दिल को जो घायल कर जाए, ऐसी अदा सिर्फ तेरी बातो में है।।

अपनी चाहत को होठो पर सजाना चाहती हूँ, तू मिले या न मिले तुझे गुनगुनाना चाहती हूँ.,

एक मुलाक़ात नहीं तो एक दफा  बात तो हो,छोड़ो  मेरी  ख्वाहिश  भी  न बच्चो  जैसी है|

जिंदगी कितनी खूबसूरत होती हैअग्र तेरी चाहत अधोरी ना होतीकुछ उलजाने कुछ मजबुरियां होती बेशाकमगर प्यार में इतनी दूरियां ना होती..!!!

तेरा ज़िक्र तेरी फ़िक्र तेरा एहसास तेरा ख्याल, तू खुदा तो नहीं फिर हर जगह क्यों है।

तुम सिर्फ मेरे हो मेरे ही रहना वरना !!सारे दांत तोड़ कर हाथ में दे दूंगी !!

जरूरी नही तुम मेरा हर कहना मानो,दहलीज पर रख दी चाहत अब आगे तुम जानो।

अब नाराजगी खत्म कर दे, मौत से कह दो, वो बदल गया हे जिसके लिए, हम जिन्दा थे.

तमाम उम्र जो हमसे_बेरुखी की सबने, कफ़न में हम भी अजीज़ों से_मुँह छुपा के चले.!!

हमारी गलतियों से कही टूट न जाना, हमारी शरारत से कही रूठ न जाना, तुम्हारी चाहत ही हमारी जिंदगी हैं, इस प्यारे से बंधन को भूल न जाना.,

मेरी मोहब्बत की हद न पूछो,मैं दुनिया छोड़ सकता हूँ पर तुम्हे नहीं..Meri mohabbat ki hadd na pucho,Main duniya chod sakta hoon par tumhe nahi..

किसी के पैगाम को ज़रा प्यार से पढ़ा कीजिये, किसी की चाहत का एहसास किया कीजिये.,

हर पल उस से मिलने की चाहत क्यों होती है,  हर पल उसकी ज़रूरत क्यों होती है,  जिसे हम पा नहीं सकते,  खुदा जाने उसी से मोहब्बत क्यों होती है.

अभी नादाँ हु इश्क में जताऊ कैसे, प्यार कितना है तुमसे बताऊ कैसे, बहुत चाहत है दिल में तुम्हारे लिये, तुम ही कहो तुम्हें अपना बनाऊ कैसे.,

तुम समझते हो की मुझे जीने, की तलब हे, मगर मेतो जिन्दा इस आस में हु, की मरना कब हे.

तेरी चाहत मे हम जमाना भूल गये, किसी और को हम अपनाना भूल गये, तूम से मोहब्बत हे साारे जहान को बताया,बस एक तूझे ही बताना भूल गये.

हम तुमसे इसलिए मोहब्बत करते हैं ! की हमारा तो कोई नहीं, कम से कम तुम्हारा तो कोई हो !

अपनी चाहत को होठो पर सजाना चाहती हूँ,तू मिले या न मिले तुझे गुनगुनाना चाहती हूँ.

तेरी हर अदा मोहब्बत सी लगती है पल भर की जुदाई सदियों सी लगती है पता नहीं क्यों जिंदगी में हर पल तेरी जरुरत सी लगती है.

दौलत जो थी पास वफा की वो दौलत छोड़ दी हमने, देख के हाल चाहत का कि ये चाहत छोड़ दी हमने.,

“तू तोड़ दे वो कसम जो तूने खाई है, कभी कभी याद करने में क्या बुराई है, तुझे याद किये बिना रहा भी तो नही जाता, तूने दिल में जगह जो ऐसी बनाई है !

अपनी चाहत का इजहार कब करोगी,उम्र बीत रहा है प्यार कब करोगी.

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