Bollywood Shayari In Hindi : उफ़ यह संग -ऐ -मर्मर सा तराशा हुआ शफाफ बदन,देखने वाले तुझे ताज महल कहते है..!! खुद को मसरूफ समझते हो जरा एक बात भी सुन लो,जिस दिन हम हुए मसरूफ तुम्हें सिकवा बहुत होगा..!!
ये हक़िकत है इत्तेफाक नहीं हम जैसा होना कोई मजाक नही
❝ मैने तुमसे कितनी बार कहा है पुष्पा,मुझसे यह आँसू नही देखे जाते. ❞
❝ गर्मिये हसरत के नाकाम से जलते है,हम चिरगों की तरह शाम से जलते है,जब आता है तेरा नाम मेरे नाम के साथ,ना जानो क्यों लोग हमारे नाम से जलते है . ❞
दीवाने है आपके इस बात से इंकार नहीं, कैसे कहें कि हमें आपसे प्यार नही, कुछ तो कसूर है आपकी अदाओं का अकेले हम ही गुनेहगार नहीं।
जँहा से तुम्हारी बादशाही खत्म होती है, वहां से हमारी नवाबी शुरू होती हे….!!
“वो पसंद ही क्या? जिसको पसंद आने के लिए खुद को बदलना पड़े…”
बेशक बातें कम हो गई हैं,पर फिक्र हर पल रहती हैं तेरी…Beshak baatein kam ho gayi hain,Par fikra har pal rahti hain teri…
खून मे ऊबाल वो आज भी खानदानी है दुनिया हमारे शौक की नहीं, हमारे तेवर की दिवानी है!!
खून अभी वो ही है ना ही शोक बदले ना ही जूनून, सून लो फिर से रियासते गयी है रूतबा नही, रौब ओर खोफ आज भी वही है।
“तुम्हें लगता है कि गलत हूँ मैं, तो सही हो तुम…क्योंकि थोड़ा अलग हूँ मै…”
हम आज भी अपने हुनर में दम रखते है, छा जाते हैं रंग जब हम महफिल में कदम रखते है!!
कोई चाँद से मोहब्बत करता है,कोई सूरज से मोहब्बत करता है,हम उनसे मोहब्बत करते हैं,जो हमसे मोहब्बत करता है।
ज़िन्दगी मे मोहब्बत का होना ज़रूरी है,क्यूंकि मोहब्बत एक नई ज़िन्दगी दे जाती है,जब साथ किसी अपने का मिलता है,तो तन्हाई भी खुद को अकेला पाती है..!!
तेरी आंखों की नमकीन मस्तियांतेरी हंसी की बे परवाह गुस्ताखियांतेरी जुल्फों की लहरती अंगड़ाईया नहीं भूलूंगा मैंजब तक है जान, जब तक है जान
क़ैस जंगल में अकेला है मुझे जाने दोख़ूब गुज़रेगी जो मिल बैठेंगे दीवाने दोमियाँ दाद ख़ां सय्याह
समन्दर की तरह है अपनी पेहचान उप्पर से खामोश अंदर से तूफान .!!
चुप रहना ताक़त हैं मेरी कमज़ोरी नहीं, अकेले रहना आदत हैं मेरी मजबूरी नहीं…
शरीफ़ थे तो नहीं बोले, अगर थोड़े भी बेशर्म होते…बराबर की टक्कर देते
इतनी सी बात हवाओं को बताये रखनारौशनी होगी चिरागों को जलाये रखनालहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमनेऐसे तिरंगे को हमेशा दिल में बसाये रखना
मंज़िल नहीं मुझे तो राह से मिलना है दुनिया के साथ किसे जीना है मुझे तो भाईगिरी में जी कर शान से मरना है।
औरत पर हाँथ डालने वाले कीउँगलियाँ नही काटते ,काटते हैं उसका गला।।
ज़िन्दगी बहुत छोटी है इसे रूठे सनम को मनाने में बर्बाद ना करे दूसरी पटा ले समझे।
तेरे ख़्वाबों की मुसाफ़िरी में बिखरा दिल ये मेरा,कितना प्यार से तूने जीने का हुनर सिखाया है।
नज़रें भी वही और नज़ारे भी वही है खामोश फ़िज़ायों के इशारे भी वही है कहने को तो सब कुछ है मगर कुछ भी नहीं है
डार्लिंग अब तुम जल्दी से मान जाओ क्यूंकि अब रोज रोज शरीफ बनने का नाटक हमसे नहीं होता।
मोहब्बत रंग लाती हैं जब दिल से दिल मिलते हैं,मुश्किल तो यह है कि दिल बड़ी मुश्किल से मिलते है
जो तालाब पर चौकीदारी करते हैं वो समुंदर पर घंटा राज करेगे…
दादागिरी देखना चाहता है तो मिलना कभी मैदान में, तलवार भी तेरी होगी और टुकड़े भी तेरे ही होंगे।
किसी की धड़कनों के पीछे कोई बात होती हैहर दर्द के पीछे कोई याद होती हैआपको पता हो या ना होआपकी हँसी या खुशी के पीछे हमारी फ़रयाद होती है।
माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये,एक बार जी के तो देखो हमारे लिये,दिल की क्या औकात आपके सामने,हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये!
ज़िन्दगी के रास्तों पर जो थक कर बैठ जाएं,वही लोग तेरे पीछे खड़े होते हैं दोस्त बन कर।
रियासते तो आती जाती रहती हैं मगर बादशाही करना तो….आज भी लोग हमसे सीखते हैं!!
हम तो हद से गुजर गए थे तुम्हे चाहने में …. तुम्ही उलझे रहे हमे आजमाने में..
एक पल में जो आकर गुजर जाए,यह हवा का वह झोका है और कुछ नहीं,प्यार कहती है दुनिया जिसे,एक रंगीन धोखा है और कुछ नहीं..!!
दुसरो पे जलने वाले हम नहीं और हम पे जलने वाले लोग काम नहीं जैसे शेर की आहट जंगल हिला देती है वैसे ही हमारी एंट्री लोगो को उनकी औकात दिखा देती है।
जिस दिन अपुन का सिक्काबाजार में चल गयाकसम से रियासते सारीबरबाद हो जाएगी।
❤️मेरी नमकीन सी जिंदगी की मिठास हो तुम ❤️
है इख्तियार तेरा तो मोजज़ा कर दे वो सख्श मेरा नही उसे मेरा कर दे
उसे अपना बनाने की जिद में अपने भी पराये किये हमने
हम आपकी हर चीज़ से प्यार कर लेंगे,आपकी हर बात पर ऐतबार कर लेंगे,बस एक बार कह दो कि तुम सिर्फ मेरे हो,हम ज़िन्दगी भर आपका इंतज़ार कर लेंगे..!!
पहले पंडित को अपनी राशि दिखाना बाद मे हमें अपनी बदमाशी दिखाना
कौन कहता है मैं तेरी दो कौड़ी की धमकियों से डरता हूँ, बहार निकल कर देख आज भी सुनसान गलियों से गुजरता हूँ।
दुश्मन बोला महंगी पड़ेगी तुझे ये दुश्मनी, मैंने बोला सस्ती तो मैं शराब भी नहीं पीता।
शोर गुल मचाने से नाम नहीं बनता, काम ऐसा करो की ख़ामोशी भी अख़बारों में छप जाए।
कर जज्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम !हर दुश्मन को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बँटवाएंगे !!
जिन्हे आज तुम बदमाश मानते हो, वो कभी चिल्ले थे हमारे।
मेरे जो दोस्त है उनके लिए मैं ताक़त हूँ, और जो मेरे दुश्मन है उनके लिए मैं बहुत बड़ी आफत हूँ।
मैं किसी का कर्ज नहीं रखताएक सुनता हूं तो दो सुना भी देता हूं।
अधूरी सांस थी धड़कन अधूरी थी अधूरें हम,मगर अब चाँद पूरा है फलक पे और अब पूरें हैं हम…
बहुत दर्द देती है वो सजा, जो बिना खता के मिली हो।
❤️मेरी फूल सी फितरत तेरा काटेंदार वजूद, तो क्यों ना मिलकर हम गुलाब 🌹हो जाएं❤️
कितना भी तुम गले लगाओ लाख निभा लो यारी.. सुधर नहीं सकते है वो जिनकी फितरत में है गद्दारी!!
बुरा वक्त भी कमाल का हैं,जी कहने वाले भी,तू कहने लगते जाते हैं…Bura waqt bhi kamal ka hain,Ji kahne wale bhi,Tu kahne lag jate hain..
चलती हुई कहानियों के जवाब तो बहुत हैं मेरे पास लेकिन खत्म हुए किस्सों के लिए ख्वामोशी ही बेहतर है…
❝ एक दोस्त ने एक दोस्त को यूँ पीटा …तंन की शक्ति, मॅन की शाक्ति सेनोरित ❞
सब अपने से लगते है, लेकिन सिर्फ बातो से।
हमें अहमियत नहीं दी गयी, और हम जान तक दे रहे थे
न चाँद की चाहत, न तारों की फरमाइश,हर पल में हो तू मेरे साथ बस यही है मेरी ख्वाइश।
मोहब्बत का कोई मुकाम नही होता है,वो जो रास्ता होता हैं न वही खूबसूरत तमाम होता है।
थोड़ा संभल करबातकर रानीजितने तेरे पास कपडेनहीं होंगेउससे ज्यादा तो मैं रोजलफडे करता हु।
❝ दूर हमसे जी पाओगे कैसे,हुमको भूल पाओगे कैसे,हम हे खुश्बू जो साँसों में उतार जाए,खुद अपनी सांसो को रोक पाओगे कैसे.. ❞
थका हुं थोड़ा रुका नही हुं, कोई इज्ज़त पे वार करे इतना झुका नही हुं..
❝ चाहे मर हम जाए फिर भी मरहम लगाके जाएँगे …दोस्त के दिल से उतार के नही,दोस्त के दिल में उतार के जाएँगे ❞
हमसे एक वादा करो हमे रुलाओगे नही,हालात जो भी हों कभी हमे भुलाओगे नही,अपनी आँखों में छुपा कर रखोगे हमको,और फिर किसी को दिखाओगे नही।
कड़वे हैं इसीलिए तो जिंदा हैं. मीठे होते तो, अब तक दुनिया गटक गयी होती..
नफरत की भावना को भी बड़े प्यार से सहते है,ये देश नहीं मेरी जान है,जिसे हिन्दुस्तान कहते है।
क्या करोगे अब मेरे पास आकर. खो दिया है तुमने, मुझे बार-बार आज़मा कर…
न अपने साथ हूँ,ना तेरे पास हूँ,बस कुछ दिनों से,बस युही उदास हूँ।Na apne saath hoon,Na tere paas hoon,Bas kuch dino se,Bas yuhi udaas hoon…
जब हम चले तो साया भी अपना साथ न दे, जब तुम चलो जमीन चले आसमान चले, जब हम रुके तो साथ रुके शाम -ऐ -बेकसी, जब तुम रुको तो बहार रुके चांदनी रुके
तुम्हारे गालों पर एक तिल का पहरा भी जरूरी है, डर है की इस चहरे को किसी की नजर न लग जाए !!
❝ बचपन से आज तक इस शहर ने हर हक़ दिया …लेकिन देखो बात प्यार कीआई तो सौतेला कर दिया ❞
रियासत तो आती जातीरहती है मगरबादशाही करना तो लोगहमसे सिखे हैं।