2903+ Bichadne Ki Shayari In Hindi | अपनों से बिछड़ने की शायरी

Bichadne Ki Shayari In Hindi , अपनों से बिछड़ने की शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: September 11, 2023 Post Updated at: April 7, 2024

Bichadne Ki Shayari In Hindi : बिखरी नहीं हु में हमेशा निखरी हूँ,जब भी किसी से बिछ्ड़ी हु. वो कहता था तुम्हारी कसम,कभी न छोडूंगा तुम्हे,आज देखे हम अभी तक ज़िंदा है वाह,यार क्या झूठी कसम खाई थी तूने.

मुझे यक़ीन है वो राह देखता तो होगा, ~ मैं सोचता हूँ मगर सोचने से क्या होगा….

जुदाई की ओढनी ओढ़ कर चला गया प्यार मोहब्बत कर के छोड़ कर चला गया

मेरे हाथों की लकीरों में लिखा कुछ और है ~ मेरे दिल की धड़कनों का मशविरा कुछ और है …

मैंने शाहों की मोहब्बत का भरम तोड़ दिया मेरे कमरे में भी एक “ताजमहल” रखा हैं

यह दोस्ती भी हमारी अजीब सी गहरी है एक दूसरे की Typing Mistake को भी समझ जाते हैं ।

तेरे बिछड़ने के बाद क्या हुआ इसका तुझे कुछ भी पता नहीं, तेरा कुछ गया नहीं और मेरा कुछ बचा नहीं।

गुलाब, ख्वाब, दवा, ज़हर, जाम क्या क्या हैं में आ गया हु बता इंतज़ाम क्या क्या हैं

घर में अखबार भी अब किसी बुजुर्ग सा लगता है , जरूरत किसी को नहीं, जरूरी फिर भी है!

मेरी रूह तरसती है तेरी खुशबू के लिए , ~ तुम कहीं और जो महको तो बुरा लगता है

नशा कोई भी हो जान लेवा ही होता है, यकीन तब हुआ जब तेरी लत लगी…😘😘

जिसने हर दम मेरा साथ निभाया,हर मोड़ पर मुझे संभाला,मुझे जिंदगी जीना सिखाया,आज वो भाई जिंदगी से हार गयाभाई तुम बहुत याद आओगे….

नासेह ख़ता मुआफ़ सुनें क्या बहार में हम इख़्तियार में हैं न दिल इख़्तियार में

ये ही एक फर्क है तेरे और मेरेशहर की बारिश में, तेरे यहाँ ‘जाम’लगता है, मेरे यहाँ ‘जाम’ लगते हैं।

सोचा नहीं था जिंदगी में ऐसे भी फसाने होंगे, रोना भी जरूरी  होगा और आंसू भी छिपाने होंगे।

दुश्मनी ने सुना न होगा,जो हमें दोस्ती ने दिखलाया।

वो पूछते है हमसे की क्या हुआ है, कैसे बताये की उन्ही से इश्क़ हुआ है.

तुम्हारे जाने के ख़्याल से ही कलेजा मुँह को आ रहा तुम चले जाओगे तो मेरी जान ही निकल जाने वाली है।

अपना कोई मिल जाये तो हम फूट के रो लें ~ सब गैर हैं तो हंस के गुजर जायेगी…

मोहोब्बत से अब थोड़ा संभल कर रहता हूँ, तुझसे अलग होने के बाद अब सबसे अलग ही रहता हूँ।

ज़िन्दगी में आप जैसा दोस्त मिल जाये, तब ये ज़िन्दगी जन्नत से कम नही लगती है.

इतनी ठोकरे देने के लिए शुक्रिया ए ज़िन्दगी, ~ चलने का न सही सम्भलने का हुनर तो आ गया।

एक ना एक दिन हासिल कर ही लूंगा तुझे ए मोहब्बत, तु जेहर तो नहीं जो मैं खा के मर जाऊंगा।

मेरी हर पहेली का राज हो तुम,सुबह का पहला का आगाज हो तुम,ए-दोस्त तुम पूरी जिंदगी हो मेरी।

Recent Posts