2903+ Bichadne Ki Shayari In Hindi | अपनों से बिछड़ने की शायरी

Bichadne Ki Shayari In Hindi , अपनों से बिछड़ने की शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: September 11, 2023 Post Updated at: March 24, 2025

Bichadne Ki Shayari In Hindi : बिखरी नहीं हु में हमेशा निखरी हूँ,जब भी किसी से बिछ्ड़ी हु. वो कहता था तुम्हारी कसम,कभी न छोडूंगा तुम्हे,आज देखे हम अभी तक ज़िंदा है वाह,यार क्या झूठी कसम खाई थी तूने.

डरते है आग से कही जल न जाये,डरते है ख्वाब से कहीं टूट न जाये।लेकिन सबसे ज़्यादा डरते है आपसे,कहीं आप हमे भूल न जाये।

दोस्ती अच्छी हो तो रंग़ लाती है,दोस्ती गहरी हो तो सबको भाती है।दोस्ती नादान हो तो टूट जाती है,पर अगर दोस्ती अपने जैसी हो।तो इतिहास बनाती है।

खता मत गिन दोस्ती में कि किसने क्या गुनाह किया,दोस्ती तो एक नशा है जो तूने भी किया और मैंने भी किया।

बेवफ़ा कह के बुलाया तो बुरा मान गए ,आईना सामने आया तो बुरा मान गए !उनकी हर रात गुज़रती है दिवाली की तरह ,हमने एक दीप जलाया तो बुरा मान गए !#sad

गीत की जरुरत महफ़िल में होती है,प्यार की जरुरत हर दिल में होती है,बिना दोस्त के अधूरी है जिंदगी,क्योंकि दोस्त की जरुरत हर पल में होती है।

मशवरा तो खूब देते हो की खुश रहा करो कभी खुश रहने की वजह भी दे दिया करो

तुमसे दूर जाने काकोई इरादा न थापर रुकते भी कैसेजब तू ही मेरा न था।‌

यादों का ज़हर दिल में फ़ैल गया, ~ देर कर दी उसे भुलाने में **************************************

तुम से सदियों की वफ़ाओं का कोई नाता न था ~ बस तुमसे मिलने की लकीरें थीं मेरे हाथों में!!!

तरस गये है हम तेरे मुंह से कुछ सुनने को हम प्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे

हर यादें कुछ अलग एहसास दे जाती हैं। जिंदगी जिने का मैका। खुद से ही छीन जाती हैं।

😉 ऐ खुदा रास्ते थोड़े आसान कर देनासाथ देने वाले मेरे दोस्त बिछड़ने लगे है | 🤝

बहुत उदास है कोई तेरे जाने से;हो सके तो लौट आ किसी बहाने से;तू लाख खफा सही पर एक बार तो देख;कितना कचरा जमा है तेरे न आने से!

देखो Rainy Season चल रहा है क्या ऐसा नहीं हो सकता ~ की तुम मेरे प्यार मे slip हो जाओ

क्या तमाशा लगा रखा है तूने ए-बारिशबरसना ही है , तो जम के बरस वैसे भीइतनी रिमझिम तो मेरी आँखो से रोजहुआ करती है.

जैसे भी थे तुमचाहे खफा थेरूठे थेप्यारे थेपर सिर्फ मेरे थे।

अजनबी शहर में एक दोस्त मिला, “वक्त” नाम था, पर जब भी मिला मजबूर मिला…

ऐ जिंदगी तू ही बता कैसे प्यार करू तुझेतेरी हर सुबह मुझे अपने से और दूर ले जाती है।

कुछ पल की शायरी नहीं,जीवन भर की कहानी हो तुम…Kuch pal ki shayari nahi,Jeevan bhar ki kahani ho tum…

वो हर वक्त बहाने ढूंढते हैं मुझसे दूर जाने केमगर हम मोहब्बत में थे उनकी मुश्किल आसान कर दी।

अपनी मोहब्बत को ढूंढती रही वो पाती।नहीं दिन में चैन रोती रही वो राती।कहीं कोई शक्स दिख जाये तो पूछूं।बंद लिफाफे में कैसे मोहब्बत समाती

आज जिंदा हैं, कल गुज़र जायेंगे । कौन जानता है कब बिछड़ जायेंगें, नाराज़ ना होना हमारी शरारतों से ए दोस्त,, ये वो पल हैं जो कल बहुत याद आएंगे ।

एक शख्स जो इतना सताता है सुकून भी न जाने क्यों उसी के पास आता है

सुनो.. कहानी में कुछ तो ‘रद्द-ओ-बदल’ करो..मेरा.. तुम से बिछड़ना अब बनता ही नहीं..

लोग बॉडीगार्ड रखते हैं और हम भाई रखते हैं.

मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हुमें आजकल,वरना शौक तो आज भी हेबारिश में भीगने का।

छुप-छुप के देखा है उन्हें ,उनके सामने अक्सर, ~ इज़हार-ए-इश्क़ भी होगा ज़रा बात तो होने दो

कुछ युही चलेगा तेरा मेरा रिश्ता ज़िन्दगी भरमिल गए तिह बाते लम्बीन मिले तो यादें लंबी।

दर्द में भी ये लब मुस्कुरा जाते हैं, बीते लम्हे हमें जब भी याद आते है..!!

तौहीन ना करो नीम को कड़वा कहकर ~ कुछ जिंदगी के तजुर्बे नीम से भी कड़वे होते है!

ये दोस्ती चिराग हैं जलाए रखना, दोस्ती खुशबू हैं महकाए रखना, हम रहे आपके दिल में हमेशा के लिए, इतनी जगह दिल में हमारे लिए बनाए रखना!

खफा रहने का शौक भी पूरा कर लो तुमलगता है तुम्हे हम “जिंदा” अच्छे नहीं लगते…??

मेरी कमी तुझे उस दिन समझ आएगी जिस दिन तेरे पास दिल तो होगा लेकिन दिल से चाहने वाला कोई नहीं होगा।।

सुना है शौक नहीं रखतेतुम मोहब्बत कामगर यकीन मानोंबर्बाद तुम कमाल काकरते हो।

ये आंसू है इन्हें फूलों में शबनम की तरह रखना ग़ज़ल एहसास है एहसास का मातम नहीं होता

जब जिस्म से रूह निकल सकती है,तो दिल से लोग क्यों नहीं।

जहां पर तेरा साथ सब छोड़ देगे , फिकर मत करना मेरे दोस्त वहां तुझे खड़े हम मिलेंगे ।

अगर मगर में सारी उम्र गुजारना है, अभी कहो मुझसे मोहब्बत है या नहीं

दोस्त वह होता है,जो आपके भुतकाल को समझता है।आपके भविष्य पर विश्वास रखता है,और आप जैसे हो वैसे ही आपको अपनाता है।

दर्द की दीवार पर फरियाद लिखा करते हैं हर रात तन्हाई को आवाज किया करते हैं ए खुदा उन्हें खुश रखना जैसे हम तुम्हारे बाद सबसे ज्यादा याद किया करते हैं

तु कर ले किसी से बात तो जल उठा है दिल, तुम पहली मोहब्बत ठहरी, इस लिए डर उठता है दिल।

अजीब किस्सा है जिन्दगी का, अजनबी हाल पूछ रहे हैं और अपनो को खबर तक नहीं.

दिल मैं किसी का भी दुख नहीं,दिल की मेरी आदत नहीं,एक बार इस दिल मे…फिर भी मैं किसी भी तरह से नहीं।

एक लम्हा सौ सवाल, सौ सवालो में सिर्फ तेरा ख्याल

कुछ नहीँ था मेरे पास खोने को, ~ जब से मिले हो तुम डर गया हूँ मैँ..

एक चाहत होती है दोस्तों के साथ जीने की जनाब,वरना पता तो हमें भी है की मरना अकेले ही है।

अपने से नज़दीकिया बनाकर रखनाक्योकि दूरिया बोहोत तकलीफ देता है।

इक तुम्हारे सिवा कौन है मेरा ~ फ़िर तन्हा किस के सहारे छोड़ देते हो

तेरी ज़ुल्फ़ों की छाओ मिले तो इनमें पूरी शाम गुजारा करूं,पूरी उम्र का सफर उस एक पल के सहारे गुजारा करूं।

तू आये या ना आये तेरी याद हर पल आती है क्यों गई है दूर मुझे ये सोच कर पछताती है

मिटा दिये हैं सभी फासले तुम्हारी मोहब्बत ने, ~ मेरा दिमाग धड़कता है मेरे दिल की तरह…

ढूंढती है ये आँखें इस अंजान सहर में, एक चेहरा, याद दिलाती है माँ की, जब पड़ोस वाले घर से गुज़रता हूं में।

रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है, ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है।

सुनाऊ क्या? किस्सा थोड़ा अजीब है, जिसने खंज़र मारा है वही दिल के करीब है

उन लम्हों की हवा में एक शाम हमारा हो,उगते चमन में एक गुल हमारा हो,जब सोचे हम अपने दोस्तों के बारे में,उन नामों में बस एक नाम तुम्हारा हो।

चलते फिरते हुए मेहताब दिखाएँगे तुम्हे हमसे मिलना कभी पंजाब दिखाएँगे तुम्हे

सो जाइये सब तकलीफों को सिरहाने रख कर,सुबह उठते ही इन्हें फिर से गले लगाना है..।

एक पहचान हज़ारो दोस्त बना देती हैं,एक मुस्कान हज़ारो गम भुला देती हैं।ज़िंदगी के सफ़र मे संभाल कर चलना,एक ग़लती हज़ारो सपने जला कर राख देती है।

सफ़र दो कदम है जिसे इश्क लोग कहते है ~ मगर इश्क वाले हर सफ़र में ही रहते है!!!

समझते है सब उसे मसखरा चार्ली चेपलीन जैसा दिल में छिपे दुःख-दर्द किसी को परखने नहीं देता …

ऐ दोस्त जब कभी तू बहुत उदास होगा,मेरा ख्याल तेरे दिल के आस-पास होगा,दिल की गहराईयों से जब भी करेगा याद,तुझे हमारे करीब होने का एहसास होगा।

संवर गए थे संग तेरे अब बिखर गए हैं, साथ थे तो जान थे अब जान से बिछड़ गए हैं।

भुट्टे सी हो गयी है ज़िंदगी अपनी, ~ लोग अपनी मर्ज़ी के मुताबिक़ भुंजते हैं

बारिश और मोहब्बत दोनोंही यादगार होते हेबारिश में जिस्म भीगता हे औरमोहब्बत में आँखे।मुलाकात शायरी

किसी के लिए कभीखुद को न बदलोजमाना ख़राब हैवो तुम्हें बदल करतुम्हारा साथ छोड़ जाएंगे।

बनके सावन वो कही बरसते रहेइक घटा के लिए हम तरसते रहेआस्तीनों के छाए में पाला जिनकोसाँप बनके वही रोज डसते रहे।

मेरे हिस्से आया भटकना उसके हिस्से आराम आया भूल गया थे उनको मैं लबों पर आज जिनका नाम आया

इश्क़ की मेरे जो शोहरत हो गई ~ यार से मुझ को नदामत हो गई!!!

मायूसी,बेचैनी , तन्हाई, ख़ामोशी , ~ तुम्हारे याद के संग इतना लम्बा कारवाँ क्यूँ है….

एक बात हमेशा याद रखना दोस्तोंढूंढने पर वही मिलेंगे जो खो गए थे,वो कभी नहीं मिलेंगे जो बदल गए है.

इंतजार है मौके काहिसाब होगा हर धोखे का ।।

किसी के पास Ego है तो किसी के पास Attitude है पर मेरे पास तो पक्के दोस्त है जो करोड़ों के खज़ानों से बढ़कर है ।

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