Bharosa Todna Shayari In Hindi : वहम था मेरा जो तुम पर भरोसा किया, लोगों ने तो सिर्फ दिल तोड़ा था, तुमने तो मेरा रूह निचोड़ दिया। भरोसा रख मुहब्बत पर, मुहब्बत रंग लाएगी ज़माना हार जाएगा, मुहब्बत जीत जाएगी।
फ़िक्र करते हो क्यों फ़िक्र से क्या होता हे, रखो अपने खुदा पर भरोसा फिर देखो होता हे क्या.
झूठ बोलना भरोसे की नींव तोड़ने की समान है।
मेरी धड़कन हो तुम, मेरी साँसे हो तुम,अगर जानना चाहते हो कि तुम क्या हो।तो सुनलो, मेरी पहली ओर आखिरी,मोहब्बत हो तुम॥ I Love You Forever.
“आज उसने रुलाया है, जिसने मुस्कुराना सिखाया था।”
कभी-कभी आपको पता नहीं चलता कि आप किस पर भरोसा करें और किस पर नहीं।
सूखे पत्तों की तरह बिखरे हैं हम तोकिसी ने समेटा भी तो सिर्फजलाने के लिए
एक बार फ़िर शक भरोसे से सबूत मांग रहा है, हँस रही है क़िस्मत, फ़िर एक रिश्ता दफ़न हो रहा है।
“ एक मित्र ऐसा व्यक्ति है,जिसपर आप विश्वास कर सकते हैं,लेकिन किसी पर अंधाविश्वास करना बेवकूफी है…!!
“मुझे अब किसी से कोई शिकवा नहीं है, क्योंकि अब सीने में मेरे दिल नहीं है।”
“ भरोसा सच के साथ शुरू होता है,और सच के साथ ख़त्म…!!
टूट जातें है भरोसे भी तुम किसी को अपना तो बनाओजल जातें है दिल भी तुम ज़रा किसी से दिल तो लगाओ।
जब आप आत्मविश्वास से भरे होते हैं, तब आप कुछ भी कर सकते हैं !
ये कैसा हवा का झोका आया है,मैने तो विश्वास करके धोखा खाया है.
“ रिश्ता बहुत गहरा हो या ना हो,परन्तु भरोसा बहुतगहरा होना चाहिए…!!!
#विश्वास कच्चे धागे# की तरह होता है जो टूट# जाता है, तो कभी जुड़ता# नहीं, जुड़ता भी है तो उस में गांठ# पड़ जाती है।
अपने सहज ज्ञान पर भरोसा करें,और जो आपका दिल आपसे कहता है,उस पर निर्णय लें। दिल आपको धोखा नहीं देगा..!!
भरोसा दुनिया की सबसे नाज़ुक भी और सबसे भी,एक भावना जो एक बार टूट जाए फिरचाहे जितने भी जतन करो नहीं जुड़ती.
अपने आप पर भरोसा रखें क्योंकि यह भरोसा ही आपको लंबा रास्ता तय करा सकता है !
हमे रोता देखकरवो ये कह के चल दिए कीरोता तो हर कोई हैक्या हम सबके हो जाए ।
जी भर के ज़ुल्म कर लो ,क्या पता मेरे जैसा फिरकोई बेजुबान मिले या न मिले
जिसका कोई नहीं,जो किसी का नहीं,उसपे भरोसा नहीं!!
अबकी बरस तोड़ गया वो विश्वास कई सालो का!, जब से मिला था हर बार बताया करता हाल अपने मन में आने वाले ख्यालो का,
उनपर जितना ज्यादा भरोसा किया, उतना ही ज्यादा धोका देकर वो चले गए.
चाहता हूं मैं लम्हे, वापस वही,भरोसा न करना, बातें जो गैरों ने कही,शिकायत है उन्हे, हमारे न आने की,बेकरार बैठे हैं, पहले बुलाए तो सही।
ईमानदार व्यक्ति का साथ नहीं छोड़ना चाहिए,कभी भी उसका विश्वास नही तोडना चाहिए.
सभी में ये आत्मविश्वास होना चाहियें या तो मुझे कोई रास्ता मिल जायेगा या तो मैं अपना रास्ता खुद बना लूंगा !
बहुत आसान है इश्क़ में हार केखुदखुशी कर लेनाकितना मुश्किल है जीना,ये हमसे पूछ लेना
“इतना दर्द तो मौत भी नही देती, जितनी दर्द तेरी ख़ामोशी दे रही है।”
अफसोस ना करवो था ही नहीं तेरे लिए,अगर था तो बस एक “सबक”
झूठी मोहब्बत.. वफ़ा के वादे..साथ निभाने की कसमें..इतना सब किया तुमने,सिर्फ मेरे साथ वक़्त गुजरने के लिए ।
भरोसा लफ्जो का छोटा सा हैमगर यकीन दिलाने मे पूरीजिंदगी निकल जाती है !
मन से वहम निकाल दो किकोई याद करता है क्योंकिजो रुला सकता हैवो भूला भी सकता है ।
भरोसा खुद पर रखो तो,ताकत बन जाती है,और दूसरों पर रखो तो,कमजोरी बन जाती है।
मैंने लोगों के चेहरे पढ़ रक्खे हैं,फिर भी उनकी बातों में आ जाता हूँ।
“ विश्वास करना काफी कठिन है,इस कारण मेरे दोस्त बहुत कम है,,और मैं नए दोस्त बमुश्किल बनाता हूँ…!!
जिंदगी गुजर रही है,इम्तिहानों के दौर से,एक ज़ख्म भरता नही,और दूसरा आने की जिद करता है।
कभी भी किसी का प्यार और भरोसा मत खोना, क्योकि प्यार हर किसी से नहीं होता, और भरोसा हर किसी पे नहीं होता.
हम समझदार भी इतने है के उनका झूठ पकड़ लेते है और उनके दिवाने भी इतने के फिर भी यकीन कर लेते है !
यदि रिश्ते अच्छे से निभाने है तो अपनों से उम्मीद कम रखो और विश्वास ज्यादा रखो।
मैंने तुम पर भरोसा किया,पर तुमने मुझे धोखा दिया,अब किसी और पे ना भरोसा होगा,और ना किसी से दोबारा प्यार होगा।
राज जाहिर ना होने दो तो एक बात कहूं,हम धीरे-धीरे तेरे बिन मर जाएंगे..!!
जानकार उनको है इस बात को जाना हमने,किस कदर पलटते हैं,यह खुद को दोस्त कहने वाले।
या तो विश्वास करो या मत ही करो।
हर रिश्तें में विश्वास रहने दो,जुबान पर हर वक्त मिठास रहने दो,यही तो अंदाज हैं जिन्दगी जीने का,न ख़ुद रहो उदास, न दूसरों को रहने दो।
किसी के भरोसे को और अपने दिल को कांच की तरह संभाल कर रखना पड़ता है, वरना टूटने में समय नहीं लगता।
दिल की धड़कन और मेरी सदा हो तुम,मेरे भरोसे की आखरी वफा हो तुम।
“ भरोसा करना मुश्किल है,ये जानना कि किस पर,भरोसा किया जाये,और भी मुश्किल है…!!!
एक में ही था जो,तुम पर भरोसा कर बैठा।वरना बताने वालो ने सब कुछ,ठीक ही बताया था।
भरोसा सब पर करो,पर सावधानी से करो।क्योकि कभी – कभी खुद के,दांत भी जीभ काट लेते हे।
जो चाह कर भी पूरी न हो सकी..उन ख्वाहिशों में एक नाम तुम्हारा भी है..!!
सुनना चाहता हूँएक बार आवाज उनकीमगर बात करने का बहानाभी तो नहीं आता मुझको
किसी भी रिश्ते में Bharosa बुनियाद की तरह है,जितनी मजबूत बुनियाद होगी उतना ही मजबूत रिश्ता होगा।
वक्त वक्त की बात होती हे जनाबजिन्दगी में कौन किसका होता हेअक्शर हमें धोखा वही लोग देते हेजिन पर हम भरोसा करते हे..!!
झूठ बोलने के हर एक अच्छे कारण के बदलेमें सच कहने का उससे भी अच्छा कारण होता है..!!
समझ में ये नहीं आता यक़ीं किस पर किया जाए,जिसे अपना समझता हूँ वो ही दिल तोड़ देता है।
दर्द बताऊँ कब ज़्यादाहोता है दोस्तोंजब आपसे कोई झूट बोल रहा होऔर आपको सच पता हो ।
उस व्यक्ति की उम्मीद कभी नहीं टूटती जिसका ईश्वर पर अटूट भरोसा होता है..!!
अपने आप पर किया गया विश्वास,दूसरों से धोखा खाने से बचाता है।
“ अब ना अपनों पर विश्वास रहा,ना किस्मत पर,क्योंकि दोनों कभीभी पलट सकते हैं…!!
आपको उन लोगों पर विश्वास जरूर करना चाहिए,जिनको अपने आप पर विश्वास हो।
“ना आवाज हुई ना तामाशा हुआ, बड़ी खामोशी से टूट गया एक भरोसा जो तुझ पर था।”
भरोसे के बिना रिश्ता, सिग्नल के बिना फ़ोन के जैसा ही है।
मेरे पिता ने मुझको सबसे महान तोहफादिया जो कोई किसी को नहीं दे सकता हैउन्होंने मुझ पर भरोसा किया..!!
रिश्तें और विश्वास दोनों मित्र हैं,रिश्ते रखो या ना रखो परविश्वास जरूर बनाये रखनाक्योकि जहाँ विश्वास होता हैंवहाँ रिश्ते अपने आप बन जाते हैं…
अन्त में आपको यह चुनना ही पड़ेगा कि विश्वास किया जाए या नहीं -सोफी किंसेला
भरोसा” शब्द जिसका प्रतीक सिर्फ माँ,बाप से है, इस मतलब की दुनिया मेंभरोसा की चाह में किसी पर भरोसानहीं कर सकते ।।
#जिंदगी में रिश्ते बहुत बनते है, लेकिन #विश्वास के रिश्ते कम ही बनते है।
हर कोई तुम्हारा नहीं तुम सब लोगों पर भरोसा मत दिखाया करो,
क्या भरोसा है जिंदगी का,इंसान बुलबुला है पानी का,जी रहे है आज कपडे बदल बदल कर,एक दिन एक कपडे में,ले जाएंगे कंधे बदल बदल कर…
हम समझदार भी इतने हैं,के उनका झूठ पकड़ लेते है,और उनके दिवाने भी इतने हैं,की फिर भी यकीन कर लेते हैं।
एक #आदमी जो खुद पर #भरोसा नहीं करता है वह कभी भी किसी और पर #भरोसा नहीं कर सकता है।
इश्क़ था इसीलिए खोने से डरते थे,बस आदत होती तो छूट ही जाती,खामखां इतने उलझे ना होते।