Best Shayari For Long Distance Relationship In Hindi : यह कैसा सिलसिला है तेरे मेरे दरमियान.. फासले तोह बोहोत है मगर मोहब्बत काम नहीं होती. वो मुझसे दूर रहती है पर उसकी, तस्वीर मेरी आँखों के, मेरे दिल, के और मेरे सीने के नज़दीक रहती है।
कितना मैं लिखूं तुझे और कितना तू!!‘इस दिल’ को पढ़ेगा!!जितना जाएगा तू दूर मुझसे, मुझसे तेरा!!ईश्क़ और बढ़ेगा !
न जाने किस तरह काइश्क निभा रहे हैं हम,पास रह नहीं सकते फिरभी साथ निभा रह हैं हम।
तुझसे दूर रह कर एक फायदा तो ज़रूर होता है,बहुत दिन बाद तुझे देखता हूँ तो ऐसा लगता हैजैसे तुझ जैसा हसीं चेहरा मैंने पहले बार देखा है।
कौन कहता है दूर रहेने सेप्यार कम हो जाता हैएक बार सॅचा प्यार करके देखो
मीलों की दूरियाँ हैं अभी उनमें और हममें!!पर ये दूरियाँ भी एक दिन मिट जायेंगी!!हर मुश्किल मिटाकर मिलन की रात जरुर आएगी!!
हमसे दूर होकर हमारे पास हो तुम!!हमारी सूनी ज़िन्दगी की आस हो तुम!!कौन कहता है हमसे बिछड़ गए हो तुम!!हमारी यादों में हमारे साथ हो तुम!!
दूर हो रहे है वो धीरे धीरे!!मुझे तडपा रहे है वो धीरे धीरे!!उन्हें तो कुछ पता ही नही!!जान जा रही है मेरी धीरे धीरे!!
दूरियों का ग़म नहीं अगर फ़ासले दिल में न हो!!नज़दीकियां बेकार है अगर जगह दिल में ना हो!!
दूरी कुछ दिनों की है लेकिन हमारी मोहब्बत हमेशा के लिए है।
जानता हूँ तेरे बिन संभल तो नहीं पाऊँगा!!पर तुझसे इतना दूर चला जाऊंगा!!की फिर नज़र नहीं आऊंगा!!
वो मुझसे दूर रहती है पर उसकी तस्वीर मेरी आँखों के,मेरे दिल, के और मेरे सीने के नज़दीक रहती है।
प्यार किसी के साथ रहने के लिए ढूंढना नहीं है।प्यार किसी ऐसे इंसान को ढूंढना है जिसके बिना आप नहीं रह सकते।
रब से हर रोज यही फरियाद करती हूं,जल्द तुमसे मिलने की आस करती हूं,एक दिन भी नहीं गुजरता ऐसा सनम,जिस दिन न मैं तुम्हें याद करती हूं।
दूर रह कर करीब रहने की आदत है!!याद बन के आँखों से बहने की आदत है!!करीब न होते हुए भी करीब पाओगे!!मुझे एहसास बनकर रहने कि आदत है!!
देख अब तू मेरा भी दिल कुछ गुलज़ार हो जाने दे,बहुत बह लिया सैलाब, साहिल तो अब आने दे.
दोस्ती का रिश्ता बडा ख़ास होता है!!अकसर एक दूजे के हमराज होते है!!कोई तीसरा आके लगा जाता है चिंगारी!!दोस्ती का पवित्र रिश्ता वहीं खाक होता है!!
काश मेरी यादों की तरह,मैं भी अभी तेरे पास आ सकता।
दर्द में इस दिल को तरपते देखा!!संन्य हर रिश्ते को बिखरते देखा!!कितने प्यार से सजाये खवाबो की दुनिया!!उसी आँखों से अपने उजरते देखा!!
चाहे तुम दूर हो मुझसे,पर हमेशा मुझमें शामिल हो,इन फासलों के बाद फिरहमारा इश्क होगा कामिल।
मेरी ज़िन्दगी का हरपल हसीन हो जाए।अगर मेरी मोहब्बतमुझे नसीब हो जाये।।
तेरी तस्वीरों को ही सीने से लगा लेते हैं!!दूरियों को हम कुछ इस तरह मिटा लेते हैं!!
एक ख्वाब पर गुजार देंगेअपनी सारी जिंदगी,बस वो एक ख़्वाब पूराकर दे मेरा हमसफ़र।
कहानी मुश्किल है तेरी मेरी मोहब्बत की,हम एक दूसरे से मुलाक़ात कमऔर एक दूसरे को याद ज्यादा करते हैं।
तुम्हे देख लेने से मुझेइतना सुकून मिलता है,की दिल करता हैकि बस तुम्हे ही देखता रहूँ।
सुक्रिया आए खुदा तूने एसा जो दिन लाया ,सपनो मैं जो देखा था ,आज उसे हक़ीकत पे पाया
मेरी नजरों को रहता है सिर्फ तेरा इंतजार,तुझे देखे बिना न आए मेरे दिल को करार,कब आओगे? कब थामोगे मेरा हाथ?तेरी सूरत देखने को ये आंखें हैं बेकरार।
कितना प्यार है तुझसे,ये लफ्जों के सहारे मैं तुझको कैसे बताऊँ,खुद ही महसूस कर ले मेरे एहसास को,दूर रहकर मैं कैसे बताऊँ।
यह कैसा सिलसिला हैतेरे मेरे दरमियानफासले तोह बोहोत हैमगर मोहब्बत कम् नहीं होती।
यह कैसा सिलसिला है तेरे मेरे दरमियान फासले तोह बोहोत है मगर मोहब्बत कम् नहीं होती.
हमारे बीच की ये दूरी अब सही नहीं जाती, शाम सवेरे अब सिर्फ तेरी याद है आती, तेरे साथ की आदत लगी थी इस कदर, मुझेइन दिनों अपनी सहेलियां भी नही भाती।
महबूबा हम भी कभी अपने!!दिल की दास्तान बताते!!अगर तुम पास होते तो!!दूरियों का एहसास कराते!!
ये दिल दे रहा है ये सदा,तू मेरे पास आ जरा,देख आकर क्या है मेरा हाल,जैसे बिन अंबर ये धरा।
कैसे रखूँ मैं तेरी यादों की गिनतीअपनी साँसों का भी कोई हिसाब होता हैं क्या..
आप खुद नहीं जानती आप कितनी प्यारी होजान तो हमारी, पर जान से प्यारी हो.दूरियों के होने से कोई फर्क नहीं पड़ताआप कल भी हमारी थी आज भी हमारी हो
कह दिया चांद ने कि मेरा इंतजार करना,मैं आऊंगा झलक दिखाने कुछ पल के लिए,पलकें बिछाए रखना मिलन को ख्वाबों में,या इंतजार करना मेरा रुबरु दीदार के लिए.
मोहब्बत करने वालेना जीते, ना मरते है,फूलो की चाह में वोकाँटों पर से गुज़रते है।
बात तो रोज होती हैपर थोड़ी देर भी अगर बात ना होतो मेरी दुनिया थम्सि जाती है
दिलो जान से करेंगे हिफ़ाज़त तेरी,बसएक बार तू कह दे कि, मैं अमानत हूं तेरी.
जो फ़ुरसत मिली तो मुड़कर देख लेता!!मुझे एक दफा तेरे प्यार में पागल होने!!की चाहत मुझे आज भी हे!!
माना की दूरियां कुछ बढ़ सी गई है लेकिन!!तेरे हिस्से का वक्त आज भी तन्हा ही गुजरता है!!
तुम्हारे यादें भी इतनी प्यारी हैकभी मुझे चैन्से सोने हे न्ही देती
ये दूरी अब हमसे और सही नहीं जाती!!बस पास तेरे आने का जी चाहता है!!तोड़ कर दुनियां कि सारे रस्मों-रिवाजों को!!तुझे अपना बनाने को जी चाहता है!!
तू नराश मत होना,ये वक़्त हमे एक दिन एक दसरे से मिलवा ही देगा।
शाम-ओ-सहर मेरा मन तुम्हें पुकारता है,ये दूरियों का मौसम इतना क्यों सताता है?
तुझसे दूरी का एहसास सताने लगा!!तेरे साथ गुज़रा हर पल याद आने लगा!!जब भी कोशिश की तुझे भूलने की!!तू और ज्यादा दिल के करीब आने लगा!!
मैं जानता हूँ तुझे लग रहा होगा मैं तेरे पास ही हूँ,क्यूंकि मैं यहा पर हूँ, पर मेरी रूह तो तेरे ही पास है।
मुझसे दूर जाने के लिए!!उसे कोई ना कोई बहाना तो बनाना हीं था!!मुझे क्या पता था!!बेवफाई का इल्जाम भी मुझ पर हीं आना था!!
तू कितना दूर है मुझसे,मैं कितना पास हूँ तुझसे,तेरे पास आना भी कितना मुश्किल औरतुझे पास बुलाना भी कितना मुश्किल।
दूरियां ही नजदीक लती है, दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती है, दूर होकर भी कोई करीब है कितना, दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती है
प्यार के लिए नज़दीक होना ज़रूरी नहीं है,नज़दीकियां होना ज़रूरी है।
तेरे दिल में होने का येएहसास ही काफ़ी है,तेरे सीने से लगने काख्वाब अभी बाकी है।
सामने बैठे रहो तुम मेरे, तभी इस दिल को करार आएगा,जितना देखेंगे हम तुम्हें उतना ही हमे तुम पर प्यार आएगा।
जिस दिन मिलेंगे दोबारा वो भी क्या हसीं शाम होगी ,तू भरोसा रख मेरी बात का ये दूरियां हमेदूर करने में नाकाम होंगी।
फासला रख कर भी इन दूरियोंको क्या हासिल हुआ,मैं तो आज भी उसका ही कहलाता हूँ,और उसी का कहलाऊंगा।
बेहद दूर रहकर भी तुम्हारे!!हर पल की खबर रखते है!!हम दिल के पास तुम्हे कुछ!!इस कदर रखते है!!
इन दूरियों की ना परवाह कीजिये,दिल करे जब हमे पुकार लीजिये,ज्यादा दूर नहीं हैं हम आपसे,बस एक कॉल करके हमे बुला लीजिये।
अगर नाराज़ हो खफ़ा हो शिकायत करो हमसें!!खामोश रहने से दिलों की दूरियां मिटा नहीं करती!!
हमने तो तुम्हे अपना खुदा माना हैचाहे जहा भी रहेंतेरा हे नाम जाब्ते रहेंगे
रहते थे पनाहों में जिनकी,उनसे अब मीलों की दूरी है,प्यार के रास्ते में हो गए यूं जुदा,ये कैसी हमारी मजबूरी है।
की थी जो टूट कर मोहब्बत!!आज उसमें इतनी दूरियां क्यों हैं!!तुम ‘तुम’ ही हो, मैं ‘मैं’ ही हूँ!!तो फिर इतनी गलतफहमियां क्यों हैं!!
दूरियों से फर्क नहीं पड़ता!!बात तो दिल की नजदीकियों की होती है!!दिल के रिश्ते तो किस्मत से बनते हैं!!वर्ना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है!!
कभी सुबह होती थी आपको देखकर, आपको देखकर ही चांद निकलता, अब आलम कुछ यूं है मेरे महबूब, कि ये जुदाई का मौसम है हमें खलता।
लिखें हैं लाखों ख़त मैंने तुम्हारे नाम,हर ख़त में लिखा है, बस एक ही अरमान,रहूं तुम्हारे पास, अब दूर कहीं न जाऊं,तू ही दिल है, तू ही है मेरी जान।
प्यार न हो तभी इश्क़ मरता है,वरना दूरियां कभीमोहब्बत की कातिल नहीं होती हैं।
बहुत ख़ास है ये प्यार और तेरे प्यार का एहसास के लिए तेरा मेरे पास होना ज़रूरी नहीं।
तुम पूछती हो न मुझे सोने जाने की इतनी जल्दी क्यों होती है, तो सुनों क्यूंकि रोज़सपनों में मेरी तुम से मुलाक़ात होती है।
दिल में आप हो और कोई खास कैसे होगा!!यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा!!हिचकियां कहती हैं आप याद करते हो!!पर बोलोगे नहीं तो मुझे एहसास कैसे होगा!!
गलतफहमियां समाई बातों में!!तो तेरी मोहब्बत भूल गया हूं!!जब से दूरियां आई है तेरी!!मुस्कुराहट भूल गया हूं!!
दूर तो हम बस नज़रों से हैं एक दूसरे की, वैसे तो हम एक दूसरे के दिल के पास ही है।
माना की तेरा हाथ मेरे हाथ में नहीं है,पर इसका मतलब ये तो नहीं की तू मेरे साथ में नहीं है।
वो मुझसे दूर रहती है पर उसकी, तस्वीर मेरी आँखों के, मेरे दिल, के और मेरे सीने के नज़दीक रहती है।
तेरे पास मैं भले ही कम आ पाता हूँ,पर तेरा मेरे सपनों में आना तो लगा रहता है।