Bechaini Shayari In Hindi : कभी कभी पा लेने की बेचैनी से खो देने का सुकून अच्छा होता है।। दर्द होगा , बेचैनी होगी, बेकरारी भी होगी अगर मोहब्बत करते हो तुम्हें भी ये बिमारी जरूर होगी ।।
वक्त चाहे कितना भी बदल जाए लेकिन मेरा प्यार तुम्हारे लिए कभी नहीं बदलेगा
इलाही क्यूँ नहीं आती क़यामत माजरा क्या है, ~ हमारे सामने पहलु में वो दुश्मन के बैठे है.
थोड़ा सुकून भी ढूंढिए जनाबये जरूरतें तो कभी पूरी नहीं होंगी।
आपके दीदार की हसरत सी हो गयी है। इस कदर मिलने की चाहत सी हो गयी है। आपका sms आये या ना आये। मोबाइल उठा कर देखने की आदत सी हो गयी है।
♠♠♠♠ ना तेरा कभी जिक्र हो, ना तेरा कभी फ़िक्र हो ये दिल फिर से वो ही श्मशान हो जाये दिल लगा है तेरा कही और अगर तो चल फिर से हम अनजान हो जाये..!!
सच है तुम्हे किसी से न मतलब न कुछ गरज, ~ दिन रात घर में गैर के महमान हमी तो है
🌹🌷 कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़, किसी की आँख में हमको भी इंतज़ार दिखे। ☘🌞🌺🥀
तेरे प्यार का कितना खूबसूरत एहसास है दूर होकर भी लगता है जैसे तू हर पल मेरे आस
मुझे तुम्हें ही पाना है अपनी ज़िन्दगी में, तुम नहीं तो मुझे मौत को पाना अपनी ज़िन्दगी में.,
कभी भी अपने हुनर पर घमण्ड मत कर क्योकि पत्थर जब पानी में गिरता हैतो खुद के वजन से ही डूबता है
वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे! दुनिया में हम खुश नसीब होंगे! दूर से जब इतना याद करते है आपको! क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे ?
कुछ तो स्पेशल बात है यार तुझमें वरना इतना याद आने का सवाल ही नही उठता Miss You My Love
तेरी जुदाई के गम में हम जार जार रोते रहते हैं…कि तेरा इंतजार करते करते कहीं हम मर ना जाए!!….
दुआ उस ने भेजी है कुछ इस अदा से, ~ सदा ख़ुश रहो तुम हमारी बला से **************************************
प्यार छोड़ो तुम मेरे दोस्तही बने रहोसुना है प्यार मुकर जाता हैलेकिन यार नहीं।
तुम बहुत दिल-नशीन थे मगर जब से किसी और के हो गए हो ज़हर लगते हो!!
अब मुझको आ गए हैं मनाने के सब हुनर यूं मुझसे `कुंअर’ रूठ के जाने का शुक्रिया।
भर आई मेरी आँखे जब भी उसका नाम आया ~ इश्क़ नाकाम सही फिर भी बहुत काम आया
बात लगाव और अहसास की होती है वरना मैसेज तो कंपनी वाले भी करते है.
तुमसे इज़हार ना कर पाने की इतनी सी वजह है ~ मैं तुम्हारे सामने आते ही होश में नहीं रहता
चलो मान लिया हमने की है बेवफाई वो इसलिए ताकि उन पर इल्जाम ना आय कोई!!!
काश कि वो लौट के आयें मुझसे ये कहने कि तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले!!!
♠♠♠♠ कहने वालो का कुछ नही जाता सहने वाले कमाल करते है कौन ढूंढे जवाब दर्दो का लोग तो बस सवाल करते है..!!
तेरे आने का, तुझको पाने का, अपना बनाने का “इंतजार”…कल भी था, आज भी है और मरते दम तक रहेगा!!
ये कैसा सिलसिला है तेरे और मेरे दरमियाँ ~ फ़ासले तो बहोत है मगर मोहब्बत कम नहीं होती
वजह पूछने कामौका ही नहीं मिलावो लहज़ा बदलते गए और हम अंजनबी होते गए।
अगर निभाने की चाहत दोनों तरफ से हो तो कोई भी रिश्ता कभी ख़त्म नहीं होता।
होठों पर मुस्कान तो दिखाने भर का हैं,बेचैन दिल तो जमाने भर का हैं.Bechaini Shayari
बंद कमरे में रखे गमले नमी को तरस गए ~ बाहर सड़क पे ढेर से बादल बरस गए!!!
कौन कहता है कि दिल सिर्फ सीने में होता है !!तुझको लिखूँ तो मेरी उंगलियाँ भी धड़कती है !!
कुरेद कुरेद कर बड़े जतन से हमने रखे हैं हरे, ~ कौन चाहता है की उनका दिया कोई ज़ख्म भरे…
मेरी आस्तीनें क्या फटीं.. कि कई सांप बेघर हो गये..
ले – दे – के वही है इस शहर में अपना, ~ दुनिया कहीं उसको भ़ी समझदार न कर दे…
अगर मखमल करे गलती तो कोई कुछ नहीँ कहता। फटी चादर की गलती हो तो सारे बोल जाते हैं।।
क्यो करते हो हमसेइतनी खामोश मुहब्बतलोग समझते है इस बदनसीब का कोई नहीं।
“इंतजार” के ये पल अब काटे नहीं कटते…बड़ा मुश्किल है दिल को “सब्र” का सबक सिखाना!!
जो भी Whats app से वक़्त बचता है, ~ तेरी यादों मे बीत जाता है…
सब कुछ खो दूंगा कोई गम नही मगर तेरे बिना हम कुछ नही Sab kuchh kho dunga koi gam nahi magar tere bina ham kuchh nahi
कभी लतीफ़ा, कभी क़हक़हा ,कभी महफ़िल ~ बस एक उसको भुलाने के लिए जतन क्या क्या…
♠♠♠♠ इक शाम इंतजार तुम्हारा नही किया फिर हमने ये गुनाह दोबारा नही किया इक चाँद की तलाश में कटी तमाम रात लेकिन कोई चराग गवारा नही किया..!!
चलो थोड़ा सुकून की ओर चला जाए जो दिल दुखाते है उनसे दूर रहा जाए Chalo thoda sukoon ki or chala jaye jo dil dukhate hai unase door raha jaye
कश्तियाँ मौज़ों में तूफ़ान में लंगर डूबे हम बचे थे तो किनारे पे पहुंच कर डूबे मैं तो कतरा था नज़र उनसे मिलाता कैसे ऐसी आँखें के समंदर के समंदर डूबे…
आज मैंने फिर जज्बात भेजे, तुमने फिर अलफ़ाज़ ही समझे….
तेरी यारी से भाई हम कुछ बिगड़ से गए, शरीफ तो वैसे भी नही थे अब एक्स्ट्रा कमीने हो गए.,
सुकून की जिंदगी वही जीता है जो दिल में दिमाग रख के घूमता है Sukoon ki zindagi wahi jeeta hai jo dil me dimag rakh ke ghumta hai
ये कोई रोग तो नहीं है ना? ~ आजकल Online बहुत हूँ मैं…
जब कभी सिमटोगे तुम… मेरी इन बाहों में आकर,मोहब्बत की दास्तां मैं नहीं मेरी धड़कने सुनाएंगी।
मायूसी,बेचैनी , तन्हाई, ख़ामोशी , ~ तुम्हारे याद के संग इतना लम्बा कारवाँ क्यूँ है….
😞🌹🌷 बस यूँ ही उम्मीद दिलाते हैं ज़माने वाले, कब लौट के आते हैं छोड़ कर जाने वाले। 🌺🥀🌮🧀🍹😀
इश्क़ वही है जो एक तरफ़ा हो, इज़हार ऐ इश्क़ तो ख्वाहिश बन जाती है है अगर इश्क़ तो आँखों में देखो,जुबां खोलने से ये नुमाइश बन जाती है।
तेरी औक़ात ही क्या….. सुन ले ~ शहर के शहर ज़मीनों के तले दब गए हैं
ऐ खुदा तेरी अदलात मे मेरी जमानत रखना मैं रहु या ना रहु मेरे दोस्तो को सलामत रखना।
मैं शहर में किस शख़्स को जीने की दुआ दूँ ~ जीना भी तो सब के लिए अच्छा नहीं होता
दोस्ती के बाद मोहब्बतहो सकती हैमोहब्बत के बाददोस्ती नहींक्योकि दवा मरने के पहले काम करती हैमरने के बाद नहीं।
चोटों पे चोट देते ही जाने का शुक्रिया पत्थर को बुत की शक्ल में लाने का शुक्रिया।
तूझे पाने की ख्वाइश में हर रोज़ मरते हैं, तु पास हो इंतज़ार करते हैं, जूठा ही सही तुम वादा तो करते हो, हम सच मानकर तेरी हर बात ऐतबार करते हैं।
दिल करता है तेरे सीने में दिल बन के रहें तुम धड़कनों को संभालो और हम धड़कते रहें..
कितना खूबसूरत चेहरा है तुम्हारा, ये दिल तो बस दीवाना है तुम्हारा, लोग कहते है चाँद का टुकड़ा तुम्हें, पर मैं कहता हूँ चाँद भी टुकड़ा है तुम्हारा.,
तुम्हारा क्या बिगाड़ा था जो तुमने तोड़ डाला है ~ ये टुकड़े मैं नहीं लूँगा मुझे मेरा दिल फिर से जोड़ कर दो…
अभी ज़रा वक़्त है उसको मुझे आज़माने दो ~ वो ख़ुद बुलायेगा मुझे बस मेरा वक़्त तो आने दो
तुम्ही से रूठकर तुम्हे ही सोचते रहना मुझे तो ठीक सेनराज होना भी नहीं आता।
मेरे ऊपर सिंगल पन इतना भारी है कि, ~ ताश खेलते वक्त मेरे पास बेगम तक नही आती
प्यार भी बहुत अजीब चीज है.. ये दो अनजान लोगो को इतना पास ले आता है की उनके बगैर सब अधूरा सा लगता है..!!
अकेले रहने का भी एक अलग सकुन है.. ना किसी के लौट आने कि उम्मीद.. ना किसी से अलग होने का डर..
तुझे सुलगा के सिगरेट में मैं तेरे कश लगाता हूँधुआं जब मेरे होंटों से निकल कर रक़्स करता हैमेरे चारों तरफ कमरे में तेरा अक्स बनता है
मेरी जिंदगी तो बस तुम्हारे इर्द गिर्द ही घूमती है, तुम्हारे से शुरू होती है और तुम्हारे पे ख़त्म होती है.,
वो जिसे नींद कहा करते है सब चैन की, ~ तेरे जाने के बाद कभी आँख में उतरी ही नहीं
कुछ प्यार कहते हैं, कुछ आशिकी कहते हैं तो कुछ लोग उसे बंदगी कहते हैं मगर जिसके साथ हम मोहब्बत करते हैं हम उसे अपनी जिंदगी कहते हैं
देखते है अब किस की जान जाएगी……. ~ उसने मेरी और मैंने उसकी कसम खाईं है.
दिये जो जख़्म ,तो मरहम की तकल्लुफ ना करो, ~ कुछ तो रहने दो एहसान अपने…
उसके हाथ की गिरिफ्त ढीली पड़ी… तो महसूस हुआ यही वो जगह है जहाँ रास्ता बदलना है
पिछले बरस था खौफ कि तुझे खो न दूँ ~ अबके बरस दुआ है कि तेरा सामना न हो!