Bechaini Shayari In Hindi : कभी कभी पा लेने की बेचैनी से खो देने का सुकून अच्छा होता है।। दर्द होगा , बेचैनी होगी, बेकरारी भी होगी अगर मोहब्बत करते हो तुम्हें भी ये बिमारी जरूर होगी ।।
किसी की आदत बन जाओमोहब्बत अपने आप हो जाएगी।
टूट कर भी कम्बख्त धड़कता रहता है मैने इस दुनिया मैं दिल सा कोई वफादार नहीं देखा!!!
कोई बतायेगा, कैसे दफ़नाते हैं उनको, वो ख़्वाब, जो दिल में ही मर जाते है
तड़प रही हैं साँसें तुझे महसूस करने कोफिज़ा में खुशबू बनकर बिखर जाओ तो कुछ बात बने
अब तो तेरा इंतजार करते करतेथक सा गया हूं…मेरे सब्र का बांध टूट जाएउससे पहले बस एक बार,मेरे सामने आ जाओ!!
मेरे दिल ने अपनी वसीयत मे लिखा है ~ मेरा कफन उसी दुकान से लाना जहां से वो अपना शादी का जोड़ा लाएगी…
जो ख्वाहिशें दिल से की जाती हैं ~ अक्सर उन्हीं की किस्मत में अधूरापन होता है..
हम दुनिया में घूमते फिरते रह गए मगर सुकून मिला मां के पैरो में Ham duniya me ghumate firate rah gaye magar sukoon mila maa ke pairo me
मेरी कोशिश है कि आँगन में न दीवार उठे, मेरे भाई मेरे हिस्से की ज़मीं भी तू रख ले
आप क्यों नहीं समझते नहीं रहा जाता आपके बिन अपना ख्याल रखा करो जान। Aap kyu nahi samjhte nahi rha jata apke bin apna khayal rkha karo jaan.
कमबख्त मानता ही नहीं दिल उसे भूलने को ~ मैं हाथ जोड़ता हूँ तो ये पांव पड़ जाता है…
तेरे बिना मैं एक पल जिंदा रह नहीं सकता लेकिन…तुझे पाने की आस में एक उम्र “इंतजार” करने को तैयार हूं!!
आखिर गिरते हुऐ आँसुओं ने पूछ ही लिया….. ~ निकाल दिया न मुझे उसके लिऐ जिसके लिए तु कुछ भी नही…
गिले शिकवे मेरे दिल से न लगा लेना, जो कभी रुठू तो मुझे मना लेना, जिंदगी का क्या पता कल हो न हो, लेकिन जब भी मिलूँ मुझे
तुम्हें मालूम था कि मैं गरीब हूँ, फिर भी ~ तुमने मेरी हर चीज़ तोड़ दी…
♠♠♠♠ ना जिन्दगी मिली न वफ़ा मिली क्यों हर ख़ुशी हम से खफा मिली झूठी मुस्कान के लिए दर्द छुपाते रहे सच्चे प्यार की हमें क्या सजा मिली..!!
यादों में तुम, ख्यालों में तुम उदासी में तुम, खुशी में तुम फिक्र में तुम, जिक्र में तुम बस मेरे पास नहीं हो तुम.
बेबी बातें तो रोज करते है चलो आज रोमांस करते है। Baby baten to roj karte hai chalo aaj romance karte hai.
इंतजार कुछ इस हद तक करूंगा मैं तेरा…कि मरने के बाद भी मेरी आंखेंखुली रहेगी… जब तुम मुझे देखोगीतो मुझे इंतजार करता हुआ ही पाओगी!!
मैंने सलीका न सीखा बगीचे की बागवानी का ~ फ़ूल हो या कांटे इश्क बराबर करता हूं मैं!!!
गुरुवर का यह वाक्य आज याद आ रहा है. जब वह हमारे बीच नहीं हैं. इस आघात से मुक्त होने का साहस कहां से लाऊं? काश यह भी वह बता कर जाते-
एक बात बोलूं प्यार करना तुमने सिखाया प्यार पर यकीन करना तुमने सिखाया ख्वाब देखना भी तुमने सिखाया मगर आपके बिना जीयेंगे कैसे ये क्यो नही सिखाया…!!
लिखा है जो तकदीर में वो मिटा देंगे, भाई का साथ हो तो नयी तकदीर बना देंगे.,
भीड़ काफ़ी हुआ करती थीमेरी जिन्दगी मे भी फिर मैं सच बोलता गयाऔर लोग उठते चले गए।
तो ये तय है के अब उम्र भर नहीं मिलना ~ तो फिर ये उम्र ही क्यूँ गर तुझसे नहीं मिलना…
मैंने रंग दिया हर पन्ना तेरे नाम से,मेरी किताबों से, ~ मेरी यादों से पूछ इश्क किसे कहते हैं।
दूरियां बहुत हैं मगर इतना समझ लो, पास रह कर ही कोई ख़ास नहीं होता, तुम इस कदर पास हो मेरे दिल के, मुझे दूरियों का एहसास नहीं होता.,
चाँद सी शक्ल जो अल्लाह ने दी थी तुम को, ~ काश रौशन मिरी क़िस्मत का सितारा करते
इजाजत हो अगर तो पूछ लूँ मैं तेरी ज़ुल्फ़ों से, सुना है ज़िंदगी एक खूबसूरत जाल है साकी.,
दिल से खयाले-यार को टाले हुए तो है, ~ हम जान दे के दिल को संभाले हुए तो है.
आंसू-सा मां की गोद में आकर सिमट गया नजरों से अपनी मुझको गिराने का शुक्रिया।
सारी शिकायतो का हिसाब जोड़ कर रखा था… उसने मुस्कुराकर सारा गणित बिगाड़ दिया!
ये जो उन में हल्का हल्का ग़रूर है ~ सब मेरी तारीफ़ों का कसूर है
कौन इस दिल की देख-भाल करे, ~ रोज़ थोड़ा-थोड़ा टूट जाता है…
अब यह हुआ कि दुनिया ही लगती है मुझको घर यूं मेरे घर में आग लगाने का शुक्रिया।
धड़कते हुए दिल का करार हो तुमसजी हुई महफिलों कि बहार हो तुम तरसती हुई निगाहों का इंतजार हो तुम मेरी जिंदगी का पहला और आखिरी प्यार हो
इस स्वार्थी दुनिया में जीना है तो सोते हुए भी पैर हिलाते रहो…* ~ वर्ना लोग मरा हुआ समझ कर जलाने में देर नहीं लगाएंगे…
🌹🌹😥😰😕😐😳😞🌹🌷 एक रात वो गया था जहाँ बात रोक के, अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के। 🌺🥀🌮🧀🍹😀🌷☘🌞🌺🥀
घुटना क्या चीज़ हैये पूछिए उस बच्चे सेजो काम करता है, रोटी के लिएखिलोने की दुकान पर।
आज तकलीफ़ हो रही है हाल-ए-ज़िंदगी पर ~ काश उस से हद में रह कर मोहब्बत की होती
खाली हाथों को कभी गौर से देखा है, लोग किस तरह लकीरों से निकल जाते हैं
काश वो पल ही न आये ~ जिस पल तू जाये
इस मरज़ से कोई बचा भी है ~ चारागर इश्क़ की दवा भी है
रखा करो नजदीकियां, ज़िन्दगी का कुछ भरोसा नहीं. . . . ~ फिर मत कहना चले भी गए और बताया भी नहीं…
जो ज़ुबान से बयान नहीं होते ~ उन्हीं लफ़्ज़ों से अश्क़ बनते हैं
छोटी सी एक ज़िंदगी थी, ~ वो भी किसी की नफ़रत में गुज़र गई…
एक मेहबूब बेपरवाह और एक मोहब्बत बेपनाह, यही तक़दीर का नुस्ख़ा है जो करेगा मुझे तबाह
❤❤🌹हद से चल आज गुजर चलते हैं,चाहत के दिए में चल दोनो जलते हैं,हो कर आज इस 💖😍😘कदर एक दूसरे केइस दुनिया को चल भुल चलते हैं।🌹❤❤
हमारे आगे तिरा जब किसू ने नाम लिया दिल-ए-सितम-ज़दा को हम ने थाम थाम लिया
अब लोग पूछते हैं हमसे.. तुम कुछ बदल गए हो ~ बताओ टूटे हुए पत्ते अब .. रंग भी न बदलें क्या..!!
जब से उसने शहर को छोड़ा, हर रस्ता सुनसान हुआ, अपना क्या है सारे शहर का एक जैसा नुक़सान हुआ
ये शराब भी एक अजब चीज़ बनायी है ऐ खुदा, पीते ही चेहरे धुंधले और किरदार साफ नज़र आते है…
अपना कार-ए-जहाँ मुकम्मल है आपकी खूब मेहरबानी है ~ रोज़ बस इंतज़ार करना है रोज़ बस आस टूट जानी है!!!
वो जो ख़ामोशी की एक पतली लकीर उभरी थी न.. अब ~ ~ सरहद बन चुकी है.. तेरे मेरे दरमियाँ…..
इज़हार से नहीं इंतज़ार से पता चलता है मोहब्बत कितनी गहरी है। Izahar se nahi intzaar se pata chalta hai mohabbat kitni gahri hai.
रोता देखकर वो ये कह के चल दिए कि रोता तो हर कोई है क्या हम सब के हो जाएँ!!!
वो भले कितना भी दर्द दे मगर सुकून उसे देखने पर ही मिलता है Wo bhale Kitana bhi dard de magar sukoon use dekhane par hi milata hai
हमारे बगैर भी आबाद थीं महफिलें उनकी; ~ और हम समझते थे कि उनकी रौनकें हम से है!
तुम कुछ ना कर सकोगे मेरा मुझसे दुश्मनी करके मोहब्बत कर लो मुझसे अगर मिटाना ही चाहते हो!!
अगर मोहब्बत हो तो गरीब से हो तोहफे न सही धोके तो नहीं मिलेंगे। Agar mohabbat ho to garib se ho tohfe na sahi dhoke to nahi milenge.
मैने तो बस तुमसे बेइंतहा मोहब्बत की है ~ ना तुम्हे पाने के बारे मे सोचा है ना खोने के बारे मे!!!
अपने सिवा कोई मिला कभी तुम्हे हज़ारों बार ली तुमने मेरे दिल की तलाशियां!!!
कहीं बाजार में मिल जाये तो लेते आना वो चीज़ जिसे दिल का सुकून कहते हैं.
तुम जानते हो मेरे दिल की बातखैर छोड़ो जानते तो मेरे होते।
लोग कहते है….. दुआ कबुल होने का भी वक्त होता है हैरान हु मै ,किस वक्त मैने तुझे नही माँगा
***** अपने मन में डूबकर पा जा सुराग ए ज़िन्दगी तू अगर मेरा नही बनता न बन अपना तो बन।
वक़्त के सागर में खड़े हैं हम, इंतज़ार की घड़ी का करते हैं गुज़ारिश। मिल जाए वो जिंदगी की राहों में, हो जाए सब कुछ सारी दुनिया का हमें।
सो जाओसब तकलीफ कोसिरहाने रख करक्योकि सुबह उठते ही इन्हेफिर से गले लगाना है।
रंग दुनियाने दिखाया है निराला, देखूँहै अंधेरे में उजाला, तो उजाला देखूँआईना रख दे मेरे सामने, आखिर मैं भीकैसा लगता हूँ तेरा चाहने वाला देखूँ !!
बेचैन इस कदर था कि सोया ना रात भर,पलकों से लिख रहा था तेरा नाम चाँद पर.Bechain Shayari
जैसे मेरी निग़ाह ने देखा न हो तुझे ~ महसूस ये हुआ तुम्हें हर बार देखकर
कभी कभी बोहोतसताता है मुझे ये सवाल हम मिले ही क्यों थे जब मिलना ही नही था।