Bahu Shayari In Hindi : तुम ईश्वर द्वारा हमें दिए गए बेहतरीन तोहफों में से एक हो। लंबी उम्र पाओ बहू। बहू के रूप में तुम्हें पाना हमारा सौभाग्य है। हमेशा खुश रहना हमारी प्यारी बहू।
जिस लड़की के भाग्य बड़े होते है, उसके शौक ससुराल में पूरे होते है.
न तेरे हिस्से आयी न मेरे हिस्से आयी, माँ जिसके जीवन में आयी उसने जन्नत पायी।
भूल कभी हो जाए, तो प्यार से बड़ा समझाती है, मेरी बहू कभी डॉक्टर, तो कभी काउंसलर बन जाती है।
आँसू आ जाते है रोने से पहले,ख्वाब टूट जाते है सोने से पहले,लोग कहते है मोहब्बत गुनाह है,काश कोई रोक लेते गुनाह होने से पहले।
कभी-कभी गलत विकल्प हमें सही स्थानों पर लाते हैं!!
एक ही ईसान था जिंदगी मेंजिसे देख कर लगता थाकि ये कभी साथ नहीं छोड़ेगालेकिन वो भी अकेला छोड़ दिया ।
आप जितने अच्छे व्यक्तित्व के इंसान हैं, उतना ही आसान आपको Hurt करना होता हैं।
मेरी दुआओं में ऐ खुदा असर इतना होना चाहिए,दामन मेरी बहू का भरा हर खुशी से होना चाहिए।
मोहब्बत करने वाले मोहब्बत निभा जाते हैं, बदलने वाले बदल भी जाते हैं, और दिल तोड़ने वाले दिल को Hurtकरके दिल तोड़ भी देते हैं !!
अपने दिल से उसे अपनाकर के देखो, एक बार गले लगाकर तुम उसे देखो, मायका वो भूल जाएगी अपना, तुम अपनी बहू को एक बार बेटी बुलाकर तो देखो।
“बहू को बेटी समझो, घर में ही आये हैं बसे, लेकिन महफिलों में उन्हें भीड़ से छिपाने की ज़रूरत नहीं होती।”
“माँ” की एक दुआ जिन्दगी बना देगी, खुद रोएगी मगर तुम्हे हँसा देगी… कभी भुल के भी ना “माँ” को रूलाना, एक छोटी सी गलती पूरा अर्श हिला देगी…!!
नफरत करनी है तोइस कदर करनाकी हम दुनिया से चले जाए परतेरी आँख मे आंसू ना आए ।
“धोका देने के लिए शुक्रिया, तुम ना मिलते तो दुनिया समझ में ना आती।”
उसको भी हम से मोहब्बत होज़रूरी तो नहीं…इश्क ही इश्क की कीमत होज़रूरी तो नहीं..!
बोलती है दोस्ती, चुप रहता है प्यार,हंसाती है दोस्ती, रुलाता है प्यार।मिलाती है दोस्ती, जुदा करता है प्यार,फिर क्यों दोस्ती छोड़कर लोग करते है प्यार।
हर त्योहार में घर को चमकाने वाली हमारी प्यारी बहू, ईश्वर करे तुम्हारी किस्मत का सितारा भी हमेशा चमकता रहे।
जब भी कोई मेरी बहू की तारीफ कर जाए, तो मेरी आंखें गर्व से भर जाए।
आँखें बता रही है तुम सोए नहीं रात भर किसकी यादों ने तुम्हें बर्बाद कर रखा है
ज़रा भी नहीं आती याद उन्हें वो जो कहते थे तुम्हारे बिना मर जायेंगे
कुछ गीले शिकवे हो तो दूर कर लेने चाहिए,खामोशियां अच्छी नहीं होती रिश्तों के बीच।
ज़ख्म जब बच्चे को लगता है तो माँ रोती है, ऐसी निस्बत किसी और रिश्ते में कहाँ होती है।
हालातो के आगे जब साथ न जुबा होती पहचान लेती है, खामोशी में हर दर्द वो सिर्फ माँ होती है..
भडुए को भी मुंह पर भडुआ नहीं कहते. नीच व्यक्ति को भी उस मुँह पर नीच नहीं कहना चाहिए. भडुआ – वेश्याओं का दलाल या साज बजाने वाला.
माँ के लिए शायरी घर में धन, दौलत, हीरे, जवाहरात सब आए, लेकिन जब घर में माँ आई तब खुशियां आई.
उसके होंठों पे कभी बद्दुआ नहीं होती, बस इक माँ है जो कभी खफा नहीं होती।
जिनको सोच कर अकेले,में मुस्कुराया करते थे..अब उन्हीं को सोच करअकेले में रोया करते हैं…🙂💔🥀
“लोग शोर से जाग जाते है और मुझे एक शख्स की ख़ामोशी सोने नहीं देती।” – Sad Status In Hindi
इस शहर के लोग बहुत मतलबी है, टूटते तारे को देख अपने लिए कुछ नायाब मांगते है।
गुस्सा तो बहुत हैमुझे यूँ छोड़ के जाने का,उम्मीद भी उतनी हैफ़िर से लौट कर आने की।
दुनिया की बेतुकी बातों से आप रहे आजाद,खुशियों से भरा हो जन्मदिन आपकाऐसा देते हैं हम आशीर्वाद।
औकात से ज्यादामोहब्बत करलीइसलिए बर्दाश्त से ज्यादादर्द मिला ।
हर बात का जवाब पता होता था उसे मगर अब वो कैद हर इक सवाल में है, किसी ने पूछा वो किस हाल में है धीमें से आवाज आई वो ससुराल में है.
ना मौत से दूर हूं, नाजिंदगी के पास हूं, साँसेचल रही हैं, एक जिंदालाश हूं.!!
“बुरा वक़्त दर्द नहीं देता बुरे वक़्त में साथ छोड़ने वाले दर्द देते है।” – Sad Status In Hindi
कस्तूरी की गंध सौगंध की मोहताज नहीं. जो वास्तविक गुण होते हैं उन्हें किसी के द्वारा प्रमाणपत्र दिए जाने की आवश्यकता नहीं होती.
कुछ लड़कियाँ ससुराल पहुँचते ही, ऐसा काण्ड कर देती है, कि ससुराल वाले हमेशा डरते रहते है.
कुछ भी बोले बिनाजो हमारा दुख समझ जाए वह है “माँ”
मिनटों में कुछ यूं निकल जाता है पल, बीत जाता है साल, क्योंकि अब बेटी बनकर आई है मेरी प्यारी बहू ससुराल।
“तुम अपने ज़ुल्म की इन्तेहा करदो, क्या पता फिर कोई हमसे बेज़ुबाँ मिले न मिले।”
• औरत की पीड़ा वो क्या समझेगा साहब, जिसकी आंखें भी नम नहीं हुई मां की अर्थी उठने के बाद....!!
अपना एक ही नियत बहुत बुरा है साहब, अगर सामने वाला अपनी औकात भूल जाए हम सामने वाले को ही भूल जाते हैं ।
नौकरी मिल गयी न तो सबसे पहलेअपंनी माँ के कानो के लिए झूमके लूंगा !!
देवों से दानव बड़े. भले लोगों के मुकाबले दुष्ट लोग अधिक प्रभावशाली हों तो.
रूह के रिश्तो की यह गहराइयां तो देखिए, चोट लगती है हमें और दर्द मां को होता है।
आँखों मे आँसू तभी आते हैजब आप सच्चे होआपको समझने वाला कोई ना हो ।
सख्त राहों में भी आसान सफर लगता है, यह मेरी मां की दुआओं का असर लगता है।
“मै वैसा इंसान थोड़ा ही हू, जो सब को पसंद आ जाऊ, मैं भगवान थोड़ा ही हू।”
उदास हूँ, पर आपसे नाराज नहीं;आपके दिल में हूँ, पर आपके पास नहीं;झूठ कहूँ तो सब कुछ मेरे पास हैं,और सच कहूँ, तो आपकी यादो केसिवा कुछ भी नहीं.
तेरे जाने के गम में रो कर रात गुजरती है,आखिर क्यों तूने मुझे धोखा दिया,तेरे बिना जिंदगी अब अधूरी सी लगती है,किस लिए तूने मुझे अकेला छोड़ दिया.
हमारी किस्मत में तो सिर्फ यादें हैं तुम्हारी, जिसके नसीब में तू है उसे जिंदगी मुबारक !
हर शख़्स मुझे जिंदगी जीने का सलीका सिखाता है, कैसे कहूँ इक ख़्वाब अधूरा है मेरा वरना जीना तो मुझे भी आता है.
इतनी रात को जागते हुएअहसास हुआअगर मोहब्बत ना होती तो हम भीसौ जाते ।
बहुत तकलीफ देते हैवो ज़ख़्मजो बिना कसूर केमिले हो ।
दास्तान मेरे लाड – प्यार की बस एक हस्ती के इर्द – गिर्द घुमती है,प्यार जन्नत सा इसलिए लगता है क्योकि ये भी मेरी माँ के कदमो को चूमती है.
वक्त नूर को बेनूर कर देता है,छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,कौन चाहता है अपनों से दूर होना,लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है.
तुम ईश्वर द्वारा हमें दिए गए बेहतरीन तोहफों में से एक हो। लंबी उम्र पाओ बहू।
मेरी बहू के द्वार से कोई भी भूखा प्यासा नहीं लौटता। हमें तुम पर गर्व है प्यारी बहू।
याद जब भी आ जाती है, आँखों से आँसू छलक ही जाते है, वो खुशनसीब होते है, हर पल जिनकी माँ साथ होती है.
जमाने भर का दुःख उसी के झोली में आई है, औरत को ना जाने खुदा ने किस मिट्टी से बनाई है.
क्यूँ नहीं महसूस होतीउसे मेरी तकलीफ,जो कहते थे,बहुत अच्छे से जानते है तुझे “
कागा कहा कपूर चुगाए, श्वान न्हवाए गंग. कौवे को कपूर खिलाओ और कुत्ते को गंगा में नहलाओ तो भी इनका स्वभाव नहीं बदलेगा.
बेटी होने का कर्ज चुकाया, अब बहू होने का फर्ज निभा रही है, आज भी कहीं किसी कोने में वो छुपकर अपने सारे ख़्वाब छुपा रही है. बेटी पर शायरी
चांद के पास जिस तरह से होता है सितारा, बहू मेरी उसी तरह है हमारी खुशियों का पिटारा।
अब बस चाय से याराना है, क्यूंकि खुदगर्ज़ ये ज़माना है, मतलबी लोगों से दूरी बनाना है, उनको उन्हीं की भाषा सिखाना है।
हमारे बेटे ने जीवन साथी के रूप में तुम्हें चुनकर पहली बार बुद्धिमानी का कोई काम किया है।
उन्हें पता है उनके बिना एक पल भी नहीं रह सकते फिर भी उन्हें अच्छा लगता है रूठ कर चले जाना।
अपना बनाकर भुला रहा है कोई,ख्वाब दिखा कर रुला रहा है कोई,उसकी मौजूदगी से चलती है मेरी साँसे,ये जानते हुए भी दूर जा रहा है कोई।
घर में धन, दौलत, हीरे, जवाहरात सब आए, लेकिन जब घर में मां आई तब खुशियां आई।
तड़पोगे तुम एक दिन यह सोच करकी थी कोई जिद्दी चाहनेवाली…!कहां चली गई अब वोअपनी जिद छोडकर…
घर का बच्चा, काना भी अच्छा. अपना बच्चा कुरूप हो तब भी प्यारा लगता है.
आप ना केवल मेरे पोते की अच्छी देखभाल करने वाली और मेरे बेटे की प्यारी पत्नी है बल्कि आप इस संसार की सबसे अच्छी बहू है। आपको जन्मदिन की मुबारकबाद!