Bahu Shayari In Hindi : तुम ईश्वर द्वारा हमें दिए गए बेहतरीन तोहफों में से एक हो। लंबी उम्र पाओ बहू। बहू के रूप में तुम्हें पाना हमारा सौभाग्य है। हमेशा खुश रहना हमारी प्यारी बहू।
तू अपना काम कर, तबलया भूँसन दे. तू अपना काम करता रह तबेले में बैठे कुत्ते को भौंकने दे. आलोचकों से बिना डरे काम करने की सलाह.
मां तुम्हारे पास आता हूं तो सांसें भीग जाती है, मोहब्बत इतनी मिलती है की आंखें भीग जाती है।
वो करीब भी ना आए, तो इजहार क्या करते,खुद बने निशाना, तो शिकार क्या करते,मर गए पर खुली रखी आंखे,इससे ज्यादा किसी का इंतजार क्या करते ।
जब कीमती की धोखा देने वालों की तो इत्तेफाक देखो कोई भी बेगाना नहीं निकला।
जब दवा काम नहीं आती है, तब माँ की दुआ काम आती है।
नफ़रत करना तो हमने कभी सीखा ही नहीं,मैंने तो दर्द को भी चाहा है अपना समझ कर.
सारी रात जागा जिसके लिएवो अबकिसी और के लिएजागने लगी है।
गुस्से में जो छोड़ जाये वोवापस आ सकता है ,मुस्कुराकर छोड़कर जानेवाला कभी वापस नही आता ।
जिस फूल की परवरिश हम नेअपनी मोहब्बत से की,जब वो खुशबु के काबिल हुआतो औरो के लिए महकने लगा.।
हर गली, हर शहर, हर देश-विदेश देखा, लेकिन मां तेरे जैसा प्यार कहीं नहीं देखा।
इंसान इसलिये अकेला हो जाता हैक्योंकि अपनों को छोड़ने की सलाहगैरों से ले लेता है ।
बहू के रूप में तुम्हें पाना हमारा सौभाग्य है। हमेशा खुश रहना हमारी प्यारी बहू।
• अगर औरत सुंदर है, इसलिए प्रेम हुआ तो वासना हुई अगर औरत सुंदर नहीं फिर प्रेम हुआ तो यह कि वह सच्चा प्रेम है...!!
लक्ष्मी आई आपके द्वारखुशियों ने किया श्रृंगार।फूले फले समृद्धि सेआपका परिवार अपार।।“पुत्री के जन्म पर बहुत बहुत बधाई”
गम न हो तो बकरी पाल लो. बकरी पालने में बहुत परेशानियाँ उठानी पडती हैं.
तुमसे होकर मुझ तक आएगी तुम्हारी नाराज़गी ये रिश्ता तबाह कर जाएगी
सर पर जो हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाये, माँ एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल जाये।
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम,अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम.
ख़ामोश फ़ज़ा थी कहीं साया भी नहीं था,इस शहर में हमसा कोई तनहा भी नहीं था।किस जुर्म पे छीनी गयी मुझसे मेरी हँसी,मैंने किसी का दिल तो दुखाया भी नहीं था।
भले ही मैंने तुम्हें अपनी कोख से जन्म नहीं दिया है, लेकिन तुम मेरी बेटी के समान नहीं मेरी बेटी ही हो। ईश्वर तुम्हें दीर्घायु दे।
“हमें रोता देखकर वो ये कह कर चल दिए कि रोता तो हर कोई है क्या हम सबके हो जाये।”
मरता नहीं कोई किसी के बग़ैर,ये हक़ीक़त है, पर क्या सिर्फसांस लेने को ही जीना कहतेहैं! !
“कई बार हमारी Feelings इतनी Hurt हो जाती हैं, कि हमें ऐसा महसूस होता है की हमारे शरीर का खून बह रहा है”।।- लेडी गागा
मैं तो एक कांच का शीशा हूं टूटना मेरी फितरत है इसीलिए मैं पत्थरों से कोई शिकायत नहीं करता।
उनका गुस्सा और मेरा प्यार एक जैसा है ,क्यूंकि ना ही उनका गुस्सा कम होता है ,ना ही मेरा प्यार ।
बेटों को घी भरपूर और बेटियों को खट्टी छाछ. पुराने समय में बेटे बेटी में बहुत भेदभाव होता था.
मन मयूर नाच उठा हमाराजब सुना आया कोई नया महेमानहो आपके सपने पूरेजो मिला आपको माता पिता का नाम
“फिर एक दिन ऐसा भी आया जिंदगी में की मैंने तेरा नाम सुनकर मुस्कुराना छोड़ दिया।”
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम।अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।
तन्हाई क्या होती उस माँ से पूछो, जिसका बेटा घर लोट कर नही आया।
“नफरत करके क्यों किसी की एहमियत बढ़ानी, माफ़ करके उसको शर्मिंदा कर देना भी बुरा नहीं।”
गुस्सा कर बेशक जितना मर्जी पर इतना भी मत करना कि नफरत में बदल जाए।
उसके रहते जीवन में कभी कोई गम नहीं होता,दुनिया साथ दे या ना दे पर माँ का प्यार कभी कम नहीं होता.
“दुखी सब है संसार में कौन है जो सुखी है, किसी को अपना, दुख दर्द देता है तो किसी को दूसरों का सुख दर्द देता है।”
जो मन बना चुके थे हमसे दूर जाने का और हमें लगा कि हमें मनाना नहीं आता।
भूसी बहुत आटा थोड़ा. कायदे में आटे में थोड़ी सी ही भूसी (चोकर) होना चाहिए. अगर भूसी अधिक और आटा कम है तो उसे घटिया माना जाएगा.
बेटियों की बदौलत ही आबाद है घर-परिवार,अगर न होती बेटियाँ तो थम जाता यह संसार.Ma Beti Shayari
“मोहब्बत तो दिल से की थी, दिमाग उसने लगा लिया…. दिल तोड दिया मेरा उसने और इल्जाम मुझपर लगा दिया।”
हम, हम हैं जनाब हमसे दुश्मनी भारी पड़ेगी हम प्यार में जन्नत दिखा देते हैं और नफ़रत में औकात ।
मेरे अलावा काफ़ी लोग है उसकीजिंदगी में,अब मैं रहूं याँ ना रहूं क्या फ़र्कपड़ता है।
आपका यह नन्हा मेहमानऐश्वर्य समृद्धि बढ़ाये अपार।मिले खूब वात्सलय आपकासर्वगुण संपन्न करे हर वार।।“बच्चे के जन्म की बहुत बहुत शुभकामनाये”
हां मैं लफ़्ज़ों से खेल लेता हूं.हां तुम्हारी तरह दिलों से नहीं..!!
हमेशा खुद को मजबूत दिखाते है पापा, बिदाई के समय ऐसा लगा जैसे जी भर कर रोना चाहते है पापा।Papa Beti Shayari
जो बात हमें आहत करती है, वह हमें ठीक करती है। – पाउलो कोइल्हो
अकेले रहना ज्यादा अच्छा है, कम से कम कोई आपको दुखी तो नहीं कर सकता।
कभी भी किसी को अपनी इतना नजदीक मत आने दो कि जब वह आपको छोड़कर जाए तो आप जीते जी मर जाए।
टूट जायेगी तुम्हारीजिद की आदत भी उस दिन,जब पता चलेगा कीयाद करने वाला अब याद बन गया ।
“लोग अक्सर मुझसे कहते हैं कि बदल गए हो तुम, मैं मुस्कुरा कर कहता हूं कि “टूटे हुए फूलों” का रंग अक्सर बदल जाया करता है।”
बिन मां के जीवन कैसे बीतेयह सोचकर जी घबराता हैजिसकी मां नही होती उनकाजीवन कैसे गुजर जाता है..
एक दुनिया है जो समझाने से भी नहीं समझती,एक माँ थी बिन बोले सब समझ जाती थी– अज्ञात
प्यार के उजाले में गम का अंधेरा आता क्यों है?जिसको हम चाहे वही रुलाता क्यों है?अगर वह मेरा नसीब नही?तो खुदा ऐसे लोगों से मिलाता क्यों है।
विवाहित व प्रेग्नेंट महिलाओ, कुंवारी लडकियों को करवा चौथ के दिन क्या करना चाहिए क्या नहीं
चलती फिरती आंखों से अजां देखी है, मैंने जन्नत तो नहीं देखी लेकिन मां देखी है।
जमाने ने इतने सितम दिए की रूह पर भी जख्म लग गया,माँ ने सर पर हाथ रख दिया तो मरहम लग गया.
मेरी माँ की मुस्कान के बिनामेरी जिंदगी ही अधूरी हैमाना कभी-कभी डाँट लगाती रहती हैमगर उसकी डाँट में भी मेरी फ़िक्र रहती पूरी है
खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी,जब मैंने मुस्कुराती हुई माँ देखी !!
ना किया कर अपने दर्द को शायरी में बयान ऐ दिल,कुछ लोग टूट जाते हैं इसे अपनी दास्तान समझकर।
बेटा अंश हैं तो बेटी वंश हैं,बेटा आन हैं तो बेटी शान हैं.Beti Shayari in Hindi
ये क्या है, जो आँखों से रिसता है,कुछ है भीतर, जो यूँ ही दुखता है।कह सकता हूं, पर कहता भी नहीं,कुछ है घायल, जो यहाँ सिसकता है।
जिंदगी की तलाश में मौत कीराह चलते गए,समझ आया जब तक, तब तकतन्हाइयों में डूबते चले गए।
चाहे मार चाहे तार. ईश्वर के सब आधीन हैं, वह चाहे मारे चाहे तार दे.
उतावला सो बावला. धीरा सो गम्भीरा. जल्दबाजी करने वाला अक्सर मूर्खतापूर्ण कार्य कर देता है. धैर्य से काम करने वाला गंभीर व्यक्ति ही सफल होता है.
माँ की तरह कोई और ख्याल रख पाए,ये तो बस ख्याल ही हो सकता है..!!
जब से तूम हमारे आंगने आई, खुशियों की है बहार छाई, बहू ही नहीं अब तुम इस घर की, बन चुकी हो हमारी परछाई।
बाहरी दिखावे और शानो-शौकत से वो परहेज किया करती है, बहू मेरी सादे जीवन में उच्च विचार रखा करती है।
तुम्हारा Message आये ना आये,तुम्हारी याद रोज आती है..!
बालाएं आकर भी मेरी चौखट से लौट जाती हैं,मेरी माँ की दुआएं भी कितना असर रखती हैं।
हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने,तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने,तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला,बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने.
दूसरों की गोदी में जाता हूँ रो अन्जान हो जाता हूँ,माँ नहीं होती है तब अपने ही घर में मेहमान हो जाता हूँ।
आधे आंगन सासरो और आधे आंगन पीहर. मुसलमानों में बहुत निकट सम्बन्धियों में विवाह सम्बन्ध हो जाते हैं उस पर व्यंग्य. सासरो – ससुराल, पीहर – मायका.
एक सेर की मुंडी हिले, एक तोले की जबान न हिले. जो लोग मुँह से बोले बिना सिर्फ सर हिला कर जवाब देते हैं उन के लिए.
गुस्सा भी समय-समय परकरना ठीक होता है ,पर कहां और कब करना हैये समझना मुश्किल होता है ।