Bahu Shayari In Hindi : तुम ईश्वर द्वारा हमें दिए गए बेहतरीन तोहफों में से एक हो। लंबी उम्र पाओ बहू। बहू के रूप में तुम्हें पाना हमारा सौभाग्य है। हमेशा खुश रहना हमारी प्यारी बहू।
क्यूँ करते हो मेरे दिल पर इतना सितम, याद करते नहीं तो याद आते ही क्यूँ हो !
मुस्कुराओगे तुम हमें याद करके हम यूँ तुम्हें अपनी मोहब्बत दिखाएंगे
बरबाद करना था तो किसी औरतरीके से करतेजिन्दगी बनकर जिन्दगी से जिन्दगीही छीन ली तुमने.!
“उनके हाथ पकड़ने की मजबूती जब ढीली हुई तो एहसास हुआ शायद ये वही जगह है जहां रास्ते बदलने है।”
गर्म चाय भी देती है एक सीख हरदम, मतलबी है दुनिया बहुत इसलिए फूंक फूंक कर रखना हर कदम।
“जब बेटी को बहु बनाकर घर लाओगे, तब उन्हें हमेशा समझना चाहिए कि वो घर की लक्ष्मी हैं।”
माँ के आँचल सा साया और कहा मिलता हैमाँ की एक मुश्कुराहट देखमेरा रोम-रोम खिलता है !!
दिल में हो तुम दिमाग में हो तुम,बस एक कमी है मेरे पास नहीं हो तुम..!
साल कुछ लम्हों में बीत जाते हैं, वक्त जब हम अपनी बहू के साथ बिताते हैं।
बहू में तुम अपनी बेटी को देखना, फिर वो अपने सास-ससुर में, पिता और मां को देखेगी देखना।
आलम ये है की अब वो तो क्या उसकी यादों को भी आने की इजाज़त नहीं है
• खुदा की इबादत तब सफल होगी जब घर की औरतें खुश होंगी ....!!
बेटी भार नही है आधार,जीवन हैं उसका अधिकार,शिक्षा हैं उसका हथियारबढ़ाओ कदम, करो स्वीकार.Beti Shayari in Hindi
यह मत पूछो कि कोई तुम्हें Hurt क्यों करता है। अपने आप को पूछें कि आप उन्हें हर्ट करने की अनुमति क्यों देते हैं।
मैं उस किताब का आखरीपन्ना थामैं ना होता तोकहानी खत्म न होती ….।
माँग लूँ यह दुआ कि फिर यही जहाँ मिले, फिर वही गोद मिले फिर वही माँ मिले।
नींद से कोई शिकवा नहीं जो आती नहीं रात भर कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता।
दर – ब -दर तलाश कर खुद को में बापस घर कोआ गयी दिखी ना जब मुझे पूरी दुनिया में जन्नत तबमाँ से मिलकर वो भी नज़र आ गयी।
“जब लोग बदल सकते हैं, तो किस्मत क्या चीज है।”
आप महान हैं, प्रभु के समान हैं. अपने आप को बहुत महान समझने वाले व्यक्ति का मज़ाक उड़ाने के लिए.
कभी गुनगुनाती तो कभी खिलखिलाती है, जो करते हैं खुल कर उसकी तारीफ, तो हमारी बहू शरमा जाती है।
ससुराल में बहू को डांट दो तो अपराध होता है, बेटियों को डांट दो तो कोई सवाल नही होता है.
जिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँ, मैं खुदा से पहले मेरी माँ को जानता हूँ।
वो बोली मै तुम्हे सबसे ज्यादा प्यार करती हुबगल में खड़ी मेरी माँ मुस्कुराने लगी !!
तुम क्या उसकी बराबरी करोगे वो तुफानो में भी रोटिया सेक देती है,और वो माँ है जनाब डरती नहीं है मुस्किलो को तो चूल्हे में झोक देती है
नन्हे कोमल अंगों वालाखिल आया गोद में इंदीवर।पूर्ण हुआ मन का मनोरथजीवन हुआ आपका सुन्दर।।
मां भले ही पढ़ी-लिखी हो या नहीं, पर संसार का दुर्लभ व महत्वपूर्ण ज्ञान हमें मां से ही प्राप्त होता है…
इतनी हिम्मत तो नहीं मुझमे,की दुनिया से छीन लू तुझे।लेकिन तुझे मेरे दिल से कोई निकाले,इतना हक़ तो मैने खुद को भी नहीं दिया।
हाथों से लगावे, पैरों से बुझावे. खुद ही आग लगाना और फिर बुझाने का नाटक करना.
बेटी की हर ख्वाहिश पूरी नहीं होती फिर भी बेटिया कभी भी अधूरी नहीं होती
नौकरी की जड़ आसमान में. (नौकरी की जड़ धरती से सवा हाथ ऊंची). नौकरी का कोई भरोसा नहीं होता कब चली जाए.
जिस दिल पे चोट न आई कभी,वो दर्द किसी का क्या जाने,खुद शम्मा को मालूम नहीं,क्यूँ जल जाते हैं परवाने.
बहू हमारी लाखों में एक है, सास ससुर को लगती नेक है, इतनी मधुर, इतनी शीतल, जैसे जून की गर्मी में मैंगो शेक है।
हाँजी हाँजी सबकी कीजै, करिए अपने मन की. शिष्टाचार वश सब की हाँ में हाँ मिलाइए पर कीजिए अपने मन की.
कुछ इस तरह वो मेरे गुनाहों को धो देती है, माँ बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है।
वो आएगी नहींमैं फिर भी इंतेज़ार करता हूँएक तरफ ही सही पर सच्चा प्यार करता हूँ ।
यदि आप मुझसे बात किए बिना दिन गुजार सकते हैं, तो मैं स्पष्ट रूप से आपके लिए महत्वपूर्ण नहीं हूं।
अगर खामोश रहता हूं तो ये मत समझना कि कमजोर हूं, अगर बोल उठा मैं तो धज्जियां उड़ा दूंगा।
जिस घर मे होती है बेटियांरौशनी हरपल रहती है वहांहरदम सुख ही बरसे उस घरमुस्कान बिखेरे बेटियां जहाँ.Beti Shayari
“बहु को बेटी समझो, जिस घर में उसे अपनाया जाए, वह घर खुशहाल होता है।”
घर घर शादी, घर घर गम (जहाँ ख़ुशी वहाँ रंज). यह संसार है, जहाँ ख़ुशी है वहाँ कुछ न कुछ दुःख भी है.
यादों के भरोसे बैठा ये कोई बात थोड़ी है कल भी सवेरा होगा दोस्त सिर्फ ये रात थोड़ी है
मांगने पर जहाँ हर मन्नत पूरी होती है,माँ के पैरो में ही तो जन्नत होती है !!
“आज उसने रुलाया है, जिसने मुस्कुराना सिखाया था।”
कभी उनकी याद आती है कभी उनके ख्वाब आते हैं, मुझे सताने के सलीके तो उन्हें बेहिसाब आते हैं !
हर मंदिर, हर मस्जिद और हर चौखट पर माथा टेका, दुआ तो तब कबूल हुई जब मां के पैरों में माथा टेका।
तुम्हारा दिल तुम्हारे चेहरे की तरह बेहद सुंदर व प्यारा है। जीती रहो मेरी बहू।
डाँटकर बच्चो को खुद अकेले में रोटी हैवो माँ है साहब,उसकी ममता की कुछ ऐसी होती है
इतना गुस्सा करोगे जोहमसे तो और दिल में बस जाऊंगा ,तुम्हारा ही हूँ मै जब चाहोगे तुम्हारे पास आ जाऊंगा ।
प्यार को निराकार से साकार होने का मन हुआ, तो इस धरती पर माँ का सृजन हुआ।”
उलझी शाम को पाने की ज़िद न करो,जो ना हो अपना उसे अपनाने की ज़िद न करो।इस समंदर में तूफ़ान बहुत आते है,इसके साहिल पर घर बनाने की ज़िद न करो।
कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे।यूं घुट घुट के जीने से तो मौत बेहतर है,मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे।
समय संपत्ति है. समय का सदुपयोग करने वाला ही धनवान बन सकता है.
मुझे तुम्हारा किस्सा पसंद है,इस किससे में मेरा हिस्सा पसंद है,ये जो तुम चेहरा लाल कर देखती हो मुझे,खुदा कसम ! मुझे ये तुम्हारा गुस्सा पसंद है।
माना कि तुझको मै हासिल ना कर सका,मोहब्बत थी तुझसे बयां ना कर सका।लेकिन किसी को पा लेना ही मोहब्बत नहीं होता,चाहे मै तेरे काबिल ना बन सका।
बड़े ही अजीब हैं ये जिंदगी के रास्ते,अंजान मोड़ पर कुछ लोग अपने बन जाते हैं,मिलने की खुशी दें या न दें,मगर बिछड़ने का गम ज़रूर दे जाते हैं।
घुटनों से रेंगते-रेंगते जब पैरों पर खड़ा हुआ, माँ तेरी ममता की छाँव में जाने कब बड़ा हुआ।
मौत के लिए बहुत रास्ते है पर,जन्म लेने के लिए केवल माँ है..!!
इस दिल की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती है,बड़ी मुस्किल से इसे ख़ुशी नसीब होती है,किसी के पास आने पर ख़ुशी हो न हो,पर दूर जाने पर बड़ी तकलीफ होती है.
दिल से निकाले जाने वाले यादों को भी अपने साथ ले जाना
“यही सोचकर सफाई नहीं दी हमने, इल्ज़ाम भले ही झूठे हैं पर लगाए तो तुमने हैं।”