Bahu Shayari In Hindi : तुम ईश्वर द्वारा हमें दिए गए बेहतरीन तोहफों में से एक हो। लंबी उम्र पाओ बहू। बहू के रूप में तुम्हें पाना हमारा सौभाग्य है। हमेशा खुश रहना हमारी प्यारी बहू।
कोई ठुकरा दे तो हंसकर जी लेनाक्योंकिमोहब्बत की दुनिया में जबरदस्तीनहीं होती ।
खनकाती चूड़ियां है, छनकाती पायल है, अपनी वो हंसी से घर को हमारे चहकाती है, फैसला कोई लेना हो या कोई रखना हो मत, पल में बहू मेरी गुरु वो बन जाती है।
विषय में विष है. भोग विलास मनुष्य के लिए विष के समान हैं.
हर बात पर ताने वो हर बार सह जाती है, कष्ट अनेको सहकर वो ससुराल में रह जाती है.
अगर हम शब्द है तो वो पूरी भाषा हैमाँ की बस यही परिभाषा है।
मेरे प्यार को दुनिया मे कोई समझ न पाया,रोता था जब तन्हा कोई मेरे साथ न आया।मिटा दिया खुद को उसके प्यार मे,और लोग कहते हैं कि मुझे प्यार करना न आया।
सारी दुनिया फिकर करना छोड़ सकती हैलेकिन मेरी माँ नहीं !!
ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता हो जाऊँ, माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि बच्चा हो जाऊँ।
चलती फिरती आंखों से अजां देखी है, मैंने जन्नत तो नहीं देखी लेकिन मां देखी है।
अजीब है ये मोहब्बत कादर्द… हँसता खेलता इंसानदुआओ में मौत मांगनेलगता है…।
तेरे बदलने कादुःख नहीं है मुझकोमैं तो अपने“यकीन पर शर्मिंदा हूंII😔💔🥀
मिलते रहिए, हाल-चाल पूछते रहिए, ना जाने कब कोई एक याद बन कर रह जाएँ..!!
प्यारी बहू, हम इस दुनिया में रहें या न रहें, लेकिन तुम कभी भी घर की चारदीवारी में मत रहना और हमेशा जमाने के साथ चलना।
“हक़ीक़त क्या है आँखों के सामने नजर आता है धोखे खाने से तजुर्बा अक़्सर बढ़ जाता है।”
आरज़ू नहीं के गम का तूफान टल जाये,फ़िक्र तो ये है तेरा दिल न बदल जाये,भुलाना हो अगर मुझको तो एक अहसान करना,दर्द इतना देना के मेरी जान निकल जाये.
मां तुम्हारे पास आता हूं तो सांसें भीग जाती है, मोहब्बत इतनी मिलती है की आंखें भीग जाती है।
वाह प्रभु क्या तेरी लीला है, बचपन में लड़ते थे.. मां मेरी है मां मेरी है, और आज किसी बड़े को लड़ते देखा ना तेरी है मां तेरी है!
मैं नादानियों को छोड़ अब जिम्मेदार होने चली हूँ, बचपन की दहलीज पार कर मैं ससुराल चली हूँ.
आपके चेहरे की मुस्कान देखकर हम भी मुस्कुराते हैं,सौभाग्यशाली होते हैं वो ससुराल वाले जो आप जैसी बहू पाते हैं।Happy Birthday My Bahu!
ना तो तेरी शान कम होतीना रूतबा ही घटा होता ,जो गुस्से में कहा तुमनेवही हंस के कहा होता ।
अहसासों की सेज सजी है, यादो का फ़साना है, अपने घर को छोड़कर साजन के घर जाना है.बेटी पर शायरी
ख़ुदा ने ये सिफ़त दुनिया की हर औरत को बख्शी है, कि वो पागल भी हो जाए तो बेटे याद रहते है।
सिखा कर गया वो जाने वाला मुझे यूँ ही किसी से इतना प्यार नहीं करते
वीरान-सा लगने लगता है घर का हर एक कोना, बहू न हो घर में, तो घर लगता है बिलकुल सूना।
जब तुम पर बीतेगी तो तुम भीजान जाओगे किकितना दर्द होता है नज़र अंदाज़करने से ।
“बहुत अलग सा है मेरे इश्क़ का हाल, तेरी एक ख़ामोशी और मेरे लाखों सवाल।”
“जब लोगों के दिल भर जाते हैं.. तो दूर जाने के बहाने अपने आप मिल जाते हैं।”
“बहु को बेटी समझने से यह संघर्ष अंत होगा, उन्हें समझाना तभी जरूरी है, जब तक हम समाजिक बदलाव नहीं करते।”
तनहाई में इतना क्यों याद आती हो, थोड़ा मुझे चैन से भी सो लेने दिया करो !
कभी बिजली जैसी तो कभी आंधी जैसी चाल रखती है, सूरज सी कभी बनकर उभरती है, तो कभी सांझ सी ढल जाती है।
मन से वहम निकाल दो किकोई याद करता है क्योंकिजो रुला सकता हैवो भूला भी सकता है ।
पत्थरों से प्यार किया नादान थे हम,गलती हुई क्योकि इंशान थे हम।आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती हैं,कभी उसी सक्स की जान थे हम।
ऐसे गये दिल की ज़मी बंजर कर के,आज तक कोई फूल ना खिल सका।बस्ती बस्ती लोग मिले हमराह मगर,फिर कभी तेरा पता ना मिल सका।
बहू के साथ सास का रिश्ता हो जैसे चाय में चीनी हो जाती है घर की रौनकें फीकी, अगर न हो दोनों बातूनी।
सब की जरूरत और इच्छाओं का ख्याल रखते रखते, वो खुद को भूल जाती है, अपनी इच्छाओं और ख्वाबों को मारकर, वो कब बेटी से बहू बन जाती है।
चूल्हा-चौका और घर का सारा काम, सीखने की कोशिश में मेरी बहू लगी है, मुझे तो अब वो मेरी बेटी जैसी लगने लगी है।
देखों इस अजीब तरह सेभी इश्क़ हमसें निभाती है वो,हमी पे गुस्सा कर फ़िर कंधेपर सर रख सो जाती है वो।
मेरे अस्कों से भीगी हैं,जाने कितनी तस्वीर तुम्हारी।तुम झलक दिखाकर चली गयी,और बदल गयी तकदीर हमारी।
दुल्हन वही अच्छी जो पिया मन भाये, ससुराल वही अच्छी जहाँ मायके की याद न आये.
मै बदला नही ,आजकल बस अंदाज सही है ,खामोश रहता हूँ पर गुस्से का मिजाज वही है ।
बेटी हूँ इसलिए गर्भ में ही मेरा कत्ल कर दिया, ना जाने क्यों खुदा ने तुम्हे माँ बनने का हक दिया।
मन्नते और मिन्नते कुछ काम नही आता,चले ही जाते हैं वो जिन्हे जाना होता है।
मोहब्बत करके खुद तबाह हुए हैं बहुत मिलकर हम जुदा हुए हैं
“मुझे गिरते हुए पत्तों ने ये समझाया है, बोझ बन जाओगे तो अपने भी गिरा देते है।”
अगर मैं किसी को भी अनजाने में भी चोट पहुँचाता हूँ, तो मैं उन्हें गले लगा लेता हूँ।
सबका खूब ख्याल रखती है, सबको खूब प्यार देती है, वो कोई परी नहीं, बल्कि बहु है मेरी, जो हर दुख-दर्द दूर कर देती है।
गम हो दुःख हो या खुशिया माँ जीवन की हर किस्से मे साथ देती है,खुद सो जाती है भूखी, और बच्चो मे रोटी अपने हिस्से की बाँट देती है।
दुनिया की सारी खुशियां आपको मिल जाए, हम सबसे मिलकर आपका मन खिल जाए, चेहरे पर कभी मेरी बहू के शिकन ना हो, आप हमारे साथ हमारे पास हमेशा यूं ही रहो।
ज़िंदगी में खुद को कभी किसीइंसान का आदी मत बनाना,क्यूंकि इंसान केवल अपने मतलब सेही प्यार करता है ।
माँ मेरी खातिर तेरा रोटी पकाना याद आता है,अपने हाथों को चूल्हे में जलाना याद आता है।
बेटी है कुदरत का उपहार,जीने का इसको दो अधिकार.
ज़िन्दगी में सबसे ज्यादा दुःख दिल टूटने पर नहीं…!!भरोसा टूटने पर होता है…!!
तेरे क़दमो मे ये सारा जहां होगा एक दिनमाँ के होठो पे तबस्सुम को सजाने वाले !
छन-छन करती पूरे घर में चहकती है, हवा इस घर की बहू के कारण महकती है।
बहू, पत्नी और मां वो बन जाती है, माता रानी की तरह मेरी बहू भी, अपने अनेक रूप दिखाती है।
बेटियों के पास भी पंख होते है कभी उनके अरमान देखों, एक मौका और थोड़ा सा हौसला दो फिर उसकी ऊँची उड़ान देखो। Beti Shayari
जमाने में एक हुनर ये भी रखना, अपने आसुओं को छुपाये रखना क्योंकि जब किसी की याद आती है तो, नमी गालों पे छा जाती है !
अच्छा लगता है अपने आप को नीचा दिखाना आते जाते लोग बड़ा कुछ सिखा जाते हैं।
बहुत बेचैन हो जाता है जब कभी दिल मेरा,मैं अपने पर्स में रखी माँ की तस्वीर को देख लेता हूँ।
अमृत लागे राबड़ी जा में दांत हिले ना जाबड़ी. रबड़ी सबसे बढ़िया खाद्य पदार्थ है जिसे खाने में बिल्कुल मेहनत नहीं होती.
लड़कियाँ बहुमुखी प्रतिभा की धनी होती है, ससुराल सबसे पहले पति को बस में करती है.
जासु राज में प्रजा दुखारी, सो नृप अवसि नरक अधिकारी. जासु – जिसके, अवसि – अवश्य. जिस राजा के राज में प्रजा कष्ट पाती है वह नर्क में जाता है.
कुत्ते को टुकड़ा डालते तो क्यूँ भूँकता. नीच हाकिम को रिश्वत दे देते तो वह तुम पर नहीं गुर्राता.
एक कहानी थी जो दिल पर लिखी रह गई,ये नजर बस उसे ही देखती रह गई।वो आंखो के सामने किसी और के हो गए,हमारी मोहब्बत फिर एक बार अधूरी रह गई।
लड़के शुरू-शुरू में जितनी तैयारी ससुराल जाने के लिए करते है, उतनी तैयारी UPSC की कर ले. तो परीक्षा पास कर लेंगे.
यदि मुझे भगवान ने बहू के रूप में तुम्हें न दिया होता, तो मैं तुम्हें एक सच्चे दोस्त के रूप में मांगती।
गुस्से में भी उसका प्यार दिखता है,तकलीफ़ भले मुझको दे, दर्द उसको होता है।
मेरा गुस्सा वही पर खत्म हो जाता है जहाँ ,प्यार से वो पगली बोलती है “ Sorry बाबा Sorry ”.
“कोई नही आऐगा मेरी जिदंगी मे तुम्हारे सिवा,एक मौत ही है जिसका मैं वादा नही करता।”
कभी-कभी बहुत सताता है मुझे एक सवाल हम मिले ही क्यों जब मिलना ही नहीं था।
क्या कहती हो ठहरो नारी संकल्प अश्रु-जल-से-अपने तुम दान कर चुकी पहले ही जीवन के सोने-से-सपने।
शिकायत है उन्हें कि,हमें मोहब्बत करना नही आता।शिकवा तो इस दिल को भी है,पर इसे शिकायत करना नहीं आता।