808+ Badal Gaye Shayari In Hindi | Tum Badal Gaye Ho - Sad Shayari

Badal Gaye Shayari In Hindi , Tum Badal Gaye Ho - Sad Shayari
Author: Quotes And Status Post Published at: August 25, 2023 Post Updated at: July 13, 2024

Badal Gaye Shayari In Hindi : फलक के तारों से क्या दूर होगी जुल्मत-ए-शब,जब अपने घर के चरागों से रोशनी न मिली। तुझे फुर्सत ही न मिली मुझे पढ़ने की वरना,हम तेरे शहर में बिकते रहे किताबों की तरह।

सुहाने मौसम से मैं आज भी डरता हूँ,उसे भूलने की कोशिश आज भी करता हूँ.

शायर बनना बहुत आसान हैं,बस एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री चाहिए।

मिल गई गहरी चोट जो चाहत से..बदल गई सोच तुम्हारी मोहब्बत से..

अब बनायें हम खुद को,तेरे प्यार के काबिल….जब जब हम आदतें बदलतें हैं,तब तुम अपनी शर्तें बदल देते हो

सच्ची मोहब्बत वादों से नहीं,परवाह से जाहिर होता हैं..Sacchi mohabbat wado se nahi,Parwah se jahir hota hain…

कोई दिक्कत नहीं है अगर तुम्हें उलझा सा लगता हूंमैं पहली मर्तबा मिलने में सबको ऐसा लगता हूं

न जाने कब करोगे तुम प्यार की मेरे कदर..वक्त जाएगा बदल रह जाएगी बस मेरी कबर..

हमने तो अपनी यादों के बागीचे में, आपकी यादों को सींच कर रख रखा था… पर आप तो हमे गंदी घास समझ कर भूल गये!!!

फिर चाहे वो रिश्ते दोस्ती के हो या प्यार के हो, इन सभी वक़्त को मैंने भी जीवन में बहुत करीब से देखा है।

ना जाने तूने कैसा जादू करा, ये दिल अब तुझे भूलना ही नहीं चाहता !!!

रात का गहेरा अंधेरामेरे ख्वाबों पर छा गया है…तेरी बेवफाई के गम मेंबस आंसू बहाए जा रहे हैं…

इस मिलावट के जमाने मेंइश्क भी मिलावटी निकला!!बेवफाई दिल में भरी हुई थीप्यार का तो बस दिखावा निकला!!

जो शख्स बदल गयाउसे भुला नही जाता..और दिल में उसी काचलता रहता खाता.

बादलों को गुरुर था कि वो उच्चाई पे है,जब बारिश हुई तो उसे ज़मीन की मिट्टी ही रास आयी।

उदास जिन्दगी लगती है,उदास वक़्त लगता है,उदास ये मौसम लगता है,जब उदास तू लगता है.

मौसम की तरह बदलना तुम्ही ने सिखाया हैतभी तो आज ये चाँद तेरे लिए नहीं…….तेरी दोस्त के लिए आया है

तेरी ख़ुशि के ठिकाने हज़ार होंगे,मगर मेरी मुस्कुराहट की वजह तुम हो..Teri khusi ke thikaane hazar honge,Magar meri muskurahat ki wajah tum ho…

यूं मुझे छोड़ कर जाने कीकोई एक वजह तो बता देतेमुझसे नाराज थे या फिरतुम्हारी जिंदगी में मेरे जैसे बहुत थे।

हर कहानी पर तेरा नाम लिखने वाले थे हम..पर एक आंधी ऐसी आई के कहानी ही बदल दिए तुम.

दिल की बाते कौन जाने,मेरे हालात को कौन जाने,बस बारिश का मौसम है।पर दिल की ख्वाहिश कौन जाने,मेरी प्यास का एहसास कौन जाने?

वक़्त चाहे कितना भी बदल जाए,पर मेरी मोहब्बत तेरी लिए कभी नही बदलेगी..Waqt chahe kitna bhi badal jaye,Par meri mohabbat tere liye kabhi nahi badlegi…

तूने कभी पूछा था कि कितना प्यार है तुमसे, लो आज गिनलो गिरते आंसुओं को।

वफा करके भी हालातों ने हमेंबेवफ़ा बना दिया है…सच्चा प्यार करके भी हमेंरुसवा कर दिया है…

खमोश भी क्यों रहे साहब, यहाँ तो हमें अपने ही भुला बैठें है !!!

Good Bye…😔😔तुम खुश रहो उनके साथ जोतुम्हें हमसे भी ज्यादा प्यार करते हैं😔😔💔💘

आज पता नहीं क्यों ऐसा लग रहा हैकी इस दुनिया में मेरा कोई नहीं है।

तेरी पहचान ही न खो जाये कहीं….इतने चहरे भी न बदलो थोड़ी शोहरत के लिए….

लुत्फ़ जो उस के इंतज़ार में है।वो कहाँ मौसम-ए-बहार में है।।

किसी को भूल कर सो जाना इतना असान नहीं होता, ये दिल के दर्द हैं जनाब ये दिखाई नहीं देता।

साहिल. रेत. समंदर लहरें बस्ती .जंगल सहरा दरियाखुशबू मौसम फूल दरीचे बादल सूरज चाँद सितारेआज ये सब कुछ नाम तुम्हारे।।

माना मेरे खातिर तुम अपनों से दूर गए, मगर दूर जाकर अपने में मसरुफ हो गए इतना, अब मेरा जन्म दिन भी भूल गये।

अधरों पे दबी-दबी सी मुस्कान है,दिल में छुपाए बैठा तू सारा जहान है,ऐ-दोस्त हमसें न छुपा हमे भी कुछ बता,क्या तेरे दिल में है और क्या तेरी दास्तान है।

कितनी उलझन है मेरे हाथों की लकीरों में सफर इतना है मंजिल एक भी नहीं मेरे हाथों की लकीरों में।

फ़र्क़ है ज़रा हम दोनों के बदलने में, तुम ज़रुरत देख कर बदले हो और मैं तुम्हे देख कर।

कीसी के छोड़कर चले जाने सेकोई तंहा नहीं रह जाता…मगर ये दिल एकबार बर्बाद हो जाता हैतो वह दोबारा नहीं बस पाता…

इतनी सी ज़िन्दगी है पर ख्वाब बहुत है जुर्म तो पता नहीं साहब पर इल्जाम बहुत है।।

अच्छा लगता है अपने आप को नीचा दिखाना आते जाते लोग बड़ा कुछ सिखा जाते हैं।

कौन कहता है हम झूठ नहीं बोलते एक बार खैरियत पूछ कर तो देखोKon kehta hai Hum jhut nhi bolte Ek bar kheriyat Puch kar to dekho

ज़माने की बातें चुपचाप तौलती है,आँखे ही हैं जो सच बोलती है।

हजारों उलझनें राहों में और कोशिशें बेहिसाब,इसी का नाम है ज़िन्दगी चलते रहिये जनाब।

आज मेरे तो कल किसी और के साथ चलते देखा है, मैंने कुछ इस तरह अपनों को बदलते देखा है।

भले प्यार हमसे न करो लेकिन तुम नहीं बदलना..चाहें रास्ता हो कांटो भरा तुम अपनी राह से गुजरना…

खुदकुशी हराम है साहब, मेरी मानो तो इश्क़ कर लो

वाह मौसम तेरी वफा पे आज दिल खुश हो गया,,याद-ए-यार मुझे आयी और बरस तू पड़ा

अब हम तुम्हें अपने दर्द नहीं बताएंगे क्योंकिमेरे दर्द की दवा तुम्हारे पास है ही नहीं हांलेकिन तुम्हारे पास नमक जरूर हैउस पर छिड़कने के लिए।

बेवफाओं को बेवफाई काकुछ इस कदर से शौक होता है किउन्होंने कितनों से बेवफाई कीउन्हें याद तक नहीं होता!!

कभी कभी किसी इंसान सेइतना लगाव हो जाता है किजब उससे बात ना हो तो दिन क्याजिंदगी भी अच्छी नहीं लगती

किस्मत बुरी थी या मैं बुरा यह फैसला ना हो सका मैं हर किसी का हो गया कोई मेरा ना हो सका।

उन्हें पता है उनके बिना एक पल भी नहीं रह सकते फिर भी उन्हें अच्छा लगता है रूठ कर चले जाना।

बेपरवाह करा था प्यार मैंने मगर, वो तो एक दगाबाज निकली भुलकर मेरी इन यादों को, वो जालिम थी धोखेबाज निकली !!!

मेरी कब्र की मचान पर आईना लगा देना,उसे देखने की आखरी उम्मीद बाकी हैं…Meri kabra ki machan par aayna laga dena,Use dekhne ki akhiri ummeed baki hain…

ना रोने का मन करता है और ना ही हसने का मन करता हैजिंदगी ऐसी चल रही है कि अब तो बस मरने को मन करता है

गमों के बादल घिरते हैं दिल के आसमान पर,फिर भी आसूंओं कि बरसात नहीं होती

जमाने भर का गम अपने कंधो पर उठा रखा हैनज़रों का कहर दिल में दबा रखा हैअपने मौसम को तो तूने सुहाना बना रखा हैहमारे मौसम को धुंए में जला रखा है

हम सब किरदारों में अटके हैंकिरदार जो किसी के सपने हैंतो किसी के अपने हैंऔर इन्ही सपनो और अपनो मेंहम अटके हैं ।

नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यों नही, इतनी ही फिक्र है तो फिर हमारे होते क्यों नही।

खुद के लिए एक सजा चुन ली मैंने,तेरी खुशियों की खातिर तुझसे दूरियां चुन ली मैंने।

दुआ करो यारोंआज ऐसी नींद आए कीकल मेरी आंख ही ना खुले

सुहाना मौसम भी बिगड़ जाता हैआँधियों के चलने सेधोखेबाज भी बदल जाते हैधोखेबाजियों के चलने से

तेरे तसव्वुर की धूप ओढ़े खड़ा हूँ छत पर।मिरे लिए सर्दियों का मौसम ज़रा अलग है।

और खामोश हो जाऊं माना कि मौसम भी बदलते हैं मगर धीरे-धीरे तेरे बदलने की रफ्तार से हवाएं भी हैरान है

में चुप रहूं और तू समझ जानामें कहूं हां ठीक हूं तू चले आनाचले आना और कहना क्यों चुप हो तुमक्यों हैं तुम्हारे चेहरे की खुशी कहीं गुम।

हाथ छुटे भी तो रिश्ते नहीं नहीं छोड़ा करते, वक्त की शाख से लम्हें नहीं तोडा करते।

रिश्ता तोड़ केसारे हक खत्म कर दिएकिस हक से मैं तुमसेथोड़ा वक्त मांगू??..

जो नजरें कभी इन नजरों मेंदेखते थकती नहीं थी…आज इन आंखों को हमारी ओरदेखने की फुर्सत तक नहीं है!!

तुझे भूलने की कोशिश तो कई बार की हमने, पर ये दिल तुझे बलून ही नहीं चाहता !!!

इस सुहाने मौसम का थोड़ा एहतराम तो कर लेघर तेरे आयें है थोड़ा इंतजाम तो कर लेइन झूठी बातों पर थोड़ा लगाम तू कर लेसोचेगा क्या इतना अरे ……..इंतजाम तो कर ले।

एक “बेवफा” को क्या पताकि दर्द क्या होता है…उसे तो हर हमसफरवफा करने वाला ही मिलता है…

हादसे इतनी नजाकत से होते गये, हम पुराने और जख्म ताज़ा होते गये।

किसी के समझाने से पहले समझ जाना इस बार, कोई और बदले इससे पहले तुम बदल जाना इस बार।

देखकर भी अनदेखा कर दिया, मुझसे देखा ही ना जा सका तुझे बदलते हुआ।

जाता हुआ मौसम लौटकर आया है,काश वो भी कोशिश करके देखे?

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