1969+ Baat Shayari In Hindi | ज़माने की 'बात' इन शायरी के साथ

Baat Shayari In Hindi , ज़माने की 'बात' इन शायरी के साथ
Author: Quotes And Status Post Published at: October 4, 2023 Post Updated at: September 2, 2024

Baat Shayari In Hindi : तेवर और जेवर सम्भाल के रखने की चीज है, यूँ बात-बात पे हर किसी को दिखाए नहीं जाते. बहुत जल्दी सीख लेते है जिंदगी के सबक, गरीब के बच्चे बात-बात पर जिद नही करते.

जो हमसे बात किए बिना रह नहीं पाते थे, आज वो हमसे बात ना करने के, बहाने ढूंढते रहते हैं !

मैंने तड़पकर कहा बहुत याद आते हो,तुम वो मुस्कुरा कर बोले तुम्हे और आता ही क्या है।

निगाहों से भी चोट लगती है जनाब जब कोई देखकर भी अनदेखा कर देता है.

तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं।

काश चाहने वाले,हमेशा चाहने वाले ही रहते।पर लोग अक्सर बदल जाते है,मोहब्बत हो जाने के बाद।

उनकी अपनी मर्ज़ी है जो हमसे बात करते है, और हमारा पागलपन तो देखो जो उनकी मर्ज़ी का इंतज़ार करते है!

उस शख़्स के ग़म का कोई अन्दाज़ा लगाए,जिसको रोते हुए देखा न किसी ने।“वकील अख़्तर”

वेद पढ़ना आसान हो सकता है, पर किसी की वेदना पढ़ना आसान नही !

खुल जाता है तेरी यादों का बाजार सुबह सुबह और हम उसी रौनक में पूरा दिन गुजार देते है.

मिले या ना मिले ये मेरे मुकद्दर की बात है, सुकुन बहुत मिलता है तुझे अपना सोचकर।

जिंदगी देने वाले मरता छोड़ गए,अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गए।जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,वो जो साथ चलने वाले,,रास्तो पर मुझे अकेला छोड़ गए।

मोहब्बत कभी ख़तम नहीं होती सिर्फ बढ़ती है या सुकून बन कर या दर्द बनकर। mohabbat kabhi khatam ni hoti sirf badti hai ya sukoon ban kr ya dard bankar.

किस बात पर मिजाज बदला-बदला सा है, शिकायत है हमसे या ये असर किसी और का है!

क्या सुनाएँ हम आपको दास्ताँ-ए-गम; अर्ज किया है; क्या सुनाएँ हम आपको दास्ताँ-ए-गम; जब से आप मिले हो परेशान हो गए हैं हम!

दुख का समा मुझे घेर लेता है,जब तेरी याद में ये पल भर के लिए होता है।ना जाने कब वो दिन आएगा,जब हर पल इस ज़िन्दगी का तेरे साथ गुजर जाएगा।

ये हाथ तो जरिया है बस, ये ख्याल मैं दिल से लिख रहा हूँ।

ढूँढने से वही मिलेंगे जो खो गए हो, वो कभी नहीं मिलते जो बदल गए हो!

मजबूर नहीं करेंगे तुम्हें बात करने को !!क्योंकि हम मोहब्बत जबरदस्त करते हैं, जबरदस्ती नहीं !!

रूबरू होने की तो छोडिये, लोग गुफ्तगू से भी कतराने लगे है, गुरूर ओढ़े हैं रिश्ते अपनी हैसियत पर इतराने लगे है.

हिचकियाँ कहती हैं कि तुम याद करते हो !!पर बात नहीं करोगे तो एहसास कैसे होगा !!

काश ये दिल बेजान होता, ना किसी के आने से धडकता ना किसी के जाने पर तडपता…

जरूरी नही कि तू मेरी हर बात समझे, जरूरी ये है कि तू मुझे कुछ तो समझे.

प्यार वो जो जज्बात को समझे !!मोहब्बत वो जो एहसास को समझे !!मिल तो जाते हैं बहुत अपना कहने वाले !!पर अपना तो वो है जो बिना कहे हर बात को समझे !!

कोई किसी के बिना नही मरता, आदत की बात है तुम्हारी भी, छूट जाएगी मेरी भी छूटजाएगी !

ये जो तुम मुझसे बात नहीं करती ये नफरत की निशानी है या प्यार हो जाने का डर।

उस ने पूछा था क्या हाल है,और मैं सोचता रह गया।“अजमल सिराज”

मोहब्बत कभी ख़तम नहीं होती सिर्फ बढ़ती है या सुकून बन कर या दर्द बनकर। mohabbat kabhi khatam nahi hoti sirf badti hai ya sukoon ban kar ya dard bankar.

शायर बनना बहुत आसान हैं,बस एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री चाहिए।

जब मिलो तो किसी से तो ज़रा दूर का रिश्ता रखना बोहोत तड़पाते है अक्सर सीने से लगाने वाले।

अब तुम हमसे बात नहीं करतेहमें इसका शिकवा नहीं है,आपको अपना कीमती वक्त दिया था बस इसी बात का दुःख है।

ऐ-मौत ठहर जा तू ज़रा ,यार का इंतज़ार है मुझको।आएगा वो ज़रूर आज अगर,उससे सच्चा प्यार है मुझको।

बात करते-2 चुप हो जाती हो। गुस्सा करती नही बस ऑफलाइन हो जाती हो। जान लेने पर तुले है,2नो मेरी।

मेरे लफ़्ज़ों पर रूठने वाले अब मेरी ख़ामोशी पर जश्न मना।

उनसे की हुई एक दो मुलाकातें,हम भूल पाएंगे ना उम्र भर।जब दिल को दर्द होगा,लबों पे खुद व खुद आ जायेगा उनका जिकर।

ये कैसी जिद है तुम्हारी हमसे बात न करने की क्यों है तुम्हें आरज़ू हमें खुद से दूर करने की.!

कितना फर्क हैं ना हम दोनो की चाहत मेंमुझे तुम्हे याद करने से फुर्सत नही औरतुम्हे मुझे याद करने की फुर्सत नही।

चाहे कितना भी क्यूँ ना हम नराज हो जाए,लेकिन तुमसे बात किये बिना जी नही लगता हैं,दर्द भी तुमसे मिलता हैं और खुशी भी तुमसे ही मिलती है..!!

वो बात करने तक तो राजी नहीं, और हम होली पर रंग लगाने की हसरत लगाये बैठे है!

बात न करने की हमसे ये कैसी जिद पकड़ी है आपने मानाने के लिए आपको कायनात सर पे उठा ली हमने.!!

ना दुनिया को ना किसी महफ़िल को पता है, हाल-ऐ-दिल का हाल बस हाल ऐ-दिल का पता है।

क्या खूब ही होता अगर दुःख रेत के होते ,मुट्ठी-से गिरा देते पैरों से उड़ा देते।

ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया,जाने क्यूँ आज तिरे नाम पे रोना आया।“शकील बदायुनी”

जिस्म से रूह तक जाए तो हकीकत है इश्क़,और रूह से रूह तक जाए तो इबादत है इश्क़।

तू दिल के करीब होकर भी दूर है,दिल तेरी ही वजह से इतना मजबूर है।तेरे बिना मेरा बहुत बुरा हाल है,ये दिल अब पत्थर की तरह चूर चूर है।

छोड़ जाओ तनहा कोई गम नहीं, जिंदगी में परेशानियों का सितम यूँ भी कम नहीं।

मुझे तुमसे बात ही नहीं करनी !!ऐसा कहकर वो call काट देते हैं !!मैं मनाऊं उनको ऐसा सोच कर !!मेरी कॉल का इंतजार करते हैं !!

मुझसे नाराज है इसलिए मेरा फोन नहीं उठाते है, पर ये सब वो करते है मुझे सताने के लिए, मैं जानता हूँ वो मेरे कॉल का इंतजार भी करते है.

ऐ दिल थोड़ी सी हिम्मत कर ना यार दोनो मिलकर उसे भूल जाते है.

हर रात जान बूझकर रखता हूँ दरवाज़ा खुला, शायद कोई लुटेरा मेरा गम भी लूट ले..

रूबरू होने की तो छोङिये, लोग गूफ्तगू से भी कतराने लगे हैं…गुरूर ओढे हैं रिश्ते, अपनी हैसियत पर इतराने लगे हैं

दिल टूटेगा तो फ़रियाद करोगें तुम हम ना रहे तो हमें याद करोगें तुम आज कहते हो हमारे पास वक़्त नहीं पर एक मेरे लिए वक़्त बर्बाद करोंगे तुम।

उससे ऐसा भी क्या रिश्ता हैदर्द कोई भी हो याद उसी की आती है

बस लोग नहीं मानते वरना, इस ज़माने में सच्चा इश्क़ नामुमकिन है

मजबूर नहीं करेंगे तुम्हें बात करने के लिए,चाहत होती तो दिल तुम्हारा भी करता बात करने का..!!

तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है,जिसका रास्ता बहुत खराब है।मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा,दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।

मुझसे नफ़रत करनी है तो इतनी करो की जब मै ना रहू, तो आपकी जुबान से यही निकले अच्छा हुआ!

उनसे बात नहीं होती किसी और से बात करने का मन नहीं करता

अब ओर आँसुओं को आँखों में लाना नही है,अपने मासूम दिल को दुखाना नही है।अगर तकलीफ देने लगा है तुम्हे रिश्ता हमारा,तो इस रिश्ते को ओर निभाना नही है।

वो छोड़ के गए हमें,न जाने उनकी क्या मजबूरी थी।खुदा ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं,ये कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी।

दुख भरी मेरी ज़िन्दगी को उसने,खुशियों से भरी जन्नत बना दिया।खुदा ने सुनी मेरी ऐसी पुकार,मेरे दोस्त को मेरी मांगी हुई मन्नत बना दिया।

जिस दिन तेरी मेरी बात नहीं होती दिन नहीं गुज़रता और रात नहीं होती

अब मजबूर नहीं करेंगे तुम्हें बात करने को !!सच्चा प्यार होगा तो !!दिल तुम्हारा भी होगा बात करने को !!

ख्वाहिश ए ज़िंदगी बस इतनी सी है अब मेरी, कि साथ तेरा हो और ज़िंदगी कभी ”खत्म” न हो!

इतर से कपड़ों का महकाना कोई बड़ी बात नहीं है,मज़ा तो तब है जब आपके किरदार से खुशबु आये…!!

सुना हैं काफी पढ़ लिख गए हो तुम,कभी वो भी पढ़ो जो हम कह नहीं पाते हैं।

जख्म तो नहीं भरते वक्त के साथ !!पर सहना सीख जाते हैं लोग अक्सर वक्त के साथ !!

मोहब्बत में हम उन्हें हारे हैं,जो कहते थे बस हम तुम्हारे हैं…Mohabbat mein hum unhe haare hain,Jo kahte the bas hum tumhare hain…

कब आ रहे हो मुलाकात के लिए मैंने चांद टोका है एक रात के लिए

कोई किसी के #बिना नही मरता, आदत की बात है. तुम्हारी भी #छूट जाएगी, मेरी भी “छूट” जाएगी।

कभी भी किसी को अपनी इतना नजदीक मत आने दो कि,जब वह आपको छोड़कर जाए तो आप जीते जी मर जाए..!!

मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना, कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना।

चलो अब जाने भी दो….क्या करोगे दास्तां सुनकर ख़ामोशी तुम समझोगे नही….और बयां हमसे होगा नही !!

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