Apno Ke Liye Sad Shayari In Hindi : चेहरे पर हंसी और आँखों में नमी शायद किसी अपने की याद आ गयी फिर। कुछ ख़मियाँ है शायद मुझमे तभी कोई अपना अब मुझे याद नहीं करता।
कितना संभलकर चलूंगा मैं कभी ना कभी तो गिरुंगा मैं सौप कर जिंदगी उस खुदा को फिर एक दिन मौत से मिलूंगा मैं
तुम्हारे बाद मेरा कौन बनेगा हमदर्द,मैंने अपने भी खो दिए तुम्हे पाने की जिद में।
क्या रोग दे गई है येनये मौसम की बारिश,बहुत याद आ रहे हैं मुझे भूलजाने वाले ।
तेरी नफरत में वो दम कहा,जो मेरी चाहत को कम करदे..Teri Nafrat mein wo dum kaha,Jo meri chahat ko kam karde..
मेरी निगाहो मे देखके कह देकी हम तेरे काबिल नहीक़सम है तेरी चलती साँसों कीतेरी दुनिया ही छोड़ देंगे ।
किसी की याद दिल में आज भी है,वो भूल गए मगर हमें प्यार आज भी है;हम खुश रहने की कोशिश तो करते हैं मगर,अकेले में आंसू बहते आज भी हैं.
इश्क़ ऐसा था कि उनको बता ना सके,चोट थी दिल पे जो दिखा ना सके,नहीं चाहते थे हम उनसे दूर होना,लेकिन दूरी इतनी थी कि हम मिटा ना सके.
जिंदगी में कुछ हसीन पल यूंही गुजर जाते हैंरह जाती हैं यादें और इंसान बिछड़ जाते हैं।
फिसल रहीं है सारीखुशियाँ पलकों से भिगकर,हर अपना बिछड़ रहा हैमुझसे एक एक कर।
छीन कर अपनों को अपनों से तू ए खुदा कौन सा हिसाब करता है
वक्त नूर को बेनूर कर देता है,छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,कोन चाहता अपनी मोहब्बत से दूर रहना,लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है.
“ गैर थे कौन, अपने थे कौन,हम ये समझ न पाए,हमने देखा जिधर भी,चेहरे बदले से नजर आए….!!!
न सीरत नज़र आती है,न सूरत नज़र आती है।यहाँ हर इंसान को बस,अपनी ज़रूरत नज़र आती है।
उजड़ जाते हैं सर से पाँव तक वो लोग जो,किसी बेपरवाह से बे-पनाह मोहब्बत करते हैं।
तुम्हें जो मुझ में इतनी बुराइयाँ दिखती है तुम्हें याद है कभी हम सुबकुछ थे तुम्हारे
किये जितने सवाल उससे वो उतनी हामी भरता था आशिक़ों की थी कमी नहीं वो कैसी मोहब्बत करता था
आप भले ही हमसे दूर चले गए होमगर दिल से कैसे जाओगे।
टूट जायेगी तुम्हारीजिद की आदत भी उस दिन,जब पता चलेगा कीयाद करने वाला अब याद बन गया ।
जीवन के बारे में कहानी लिखना बहुत आसान है। लेकिन कहानी के मुताबिक जिंदगी बहुत कठिन है ।
साथ माँगा था हमेशा के लिए,अधूरा साथ कब पूरा होता है।जिसकी याद में तड़पे दिल वो न मिले तो,कम्बख्त इश्क़ मुक़म्मल कहाँ होता है।
दर्द तो हम रोज सह रहे हैंपर कम्बखत मौत आती ही नहींखता क्या हुई थी हमसेसाली ये जिंदगी बताती ही नही..
अपनों की दुनिया मेंबस एक अपने की कमी है,मैं औरों की दुनिया हो सकता हूं,पर मेरी दुनिया बस तू है।
तन्हाई में अकेलापन सहा जायेगा,लेकीन महफ़िल में अकेले रहा न जायेगा।आपका साथ न हो तो भी जी लेंगे,पर साथ आपके कोई और हो तो सहा न जायेगा।
जो हमारा साथ छोड़ गएवो सब दोगले लोग थे |
मैंने तेरा हाथ तब पकड़ा था,जब तेरा कोई नहीं थालेकिन मेरा साथ तूने उस वक्त छोड़ा हैजब मेरा तेरे सिवा कोई नहीं है।
खुशी जीवन का नाम नहीं है .. जीवन विपरीत परिस्थितियों पर काबू पाने का नाम है ।
उस मोड़ से शुरू करनी है फिर से जिंदगी जहा सारा शहर अपना था और तुम अजनबी
कहते थे तुम सब हूँ मैं तुम्हारे लिए खुद रब हूँ मैं तुम भी बदल गए मौसमों की तरह तुम कहाँ कहाँ अब हूँ मैं
ज़माना तो जलकर राख हो ही जाएगा जब अपने ही अपनों से जल रहे हैं।
जो जा रहा है उसे जाने ही दो आज अगर रुक भी गया तो कल चला जायेगा
जिन लोगों को तन्हाई पसंद होती है,उन्हें समझना बहुत मुश्किल होता है ।।
आज के बाद ये रात, और तेरी बात नहीं होगी !
जिंदगी में जो सबसे खास होते हैं,वो कुछ पल के लिए ही पास होते हैं।
वक्त बदलता है जिंदगी के साथ,जिंदगी बदलती है मोहब्बत के साथ।लेकिन मोहब्बत नहीं बदलती अपनों के साथ,बस अपने बदल जाते हैं वक्त के साथ।
माना कि तू नहीं है मेरे सामने,पर तू मेरे दिल में बसता हैं।मेरे हर दुख में मेरे साथ होता है,और हर सुख में मेरे साथ हसता है।
कभी वो एक दूसरे कोअपना ना समझते हैं..दोगले इंसान हमेशा हीशैतानों के जैसे होते हैं |
अगर आपको इसे अजनबियों के साथ करना था तो आप करीब क्यों आए? विश्वास नहीं था तो प्यार क्यों किया?
चलो ये भी अब काम हो जायेगा मेरा मरना आसान हो जायेगा तुमको भी तुम्हारी मोहब्बत सताएगी तुम्हारा भी आशिक़ों में नाम हो जायेगा
हमने मुहब्बत के नशे में आकर उसे खुदा बना डाला.. होश तब आया जब उसने कहा खुदा किसी एक का नही होता।
एक बार धोखा खाने से हमारे सारे सपने टूट जाते है, बल्कि हम और अधिक मजबूत हो जाते है।
प्यार तो हम बस तुम्हीं से करते हैं तुम्हीं से करेंगे मेरे किस्मत में तुम नहीं तो अपनी किस्मत बदल देंगे
मैं भी एक नासमझी कर बैठा माँ बाप के अलावा भी किसी से प्यार कर बैठा
जख्म भरे दिल में भी बहार लायेगी अपनों की मोहोब्बत........ बस जिन्दगी में प्यार लायेगी।
लोग अपने ढूंढने निकले है, अपनो को पीछे छोडकर।
खामोश रहने से रिश्तेहमेशा उदास हो जाते है,कभी अपनी सुनाओं तोकभी अपनों कि भी सुनो।
ख़्वाबों की दुनिया छोड़ दी हमने, अब हमारे दिल में बसी है तन्हाई सी।
मौत-ओ-हस्ती की कशमकश में कटी उम्र तमाम, गम ने जीने न दिया शौक ने मरने न दिया।
तुम निभा न सके वो अलग बात है,मगर वादे तुमने कमाल के किये थे।
मुद्दत के बाद आज उसे देख कर मुनीर,इक बार दिल तो धड़का मगर फिर सँभल गया।
ज़िंदगी में गुलाब के तरह खिलना हैं,तो काटो से तालमेल बढ़ाना ही पड़ेगा..Zindagi mein gulab ke tarah khilna hain,Toh kato se taalmel badhana hi padega…
अपनों के दिये गम,कह भी नहीं पाते,,सह भी नहीं पाते।
तेरी यादें बहुत सताती हैं,तुम्हें हर रोज़ बुलाती हैं।रात का गहरा रिश्ता है तुमसे,ये तुम्हारी यादें भी साथ लाती हैं।
अपने चाहने वालों को भी हमेशा तड़पाते हैं,दोगले लोग मुलाकातों के बस वादे करते हैं |
बिन बुलाए क्यों आ जाती है मेरी जिंदगी में जुदाई, मेरे अपनों के ही बीच कर देती है मुझे पराई।
उसके सवाल से मेरे जवाब तक सब आसान था बस मुश्किल ये थी की हम एक दूजे को समझ ना सके
ना रास्तों ने साथ दिया…ना मंज़िल ने इंतजार किया…मैं क्या लिखूं अपनी जिंदगी पर…मेरे साथ तो…उम्मीदों ने भी मजाक किया…
अच्छी थी कहानी मगर अधूरी रह गई,इतनी मोहब्बत के बाद भी दूरी रह गई…
जब दर्द सहने कीआदत हो जाती है नातो आंसू आनाखुद ही बंद हो जाते है.!
जिसे दूर जाना हो, वो बस Busy होने का बहाना बनाता है तोड़कर किसी का दिल, किसी और से प्यार जताता है.
खत्म हो गयी सारी लकीरें हाथों की जिनपर कभी मोहब्बत का नाम लिखा था
अगर जाना है तो आगे बढ़ो, लेकिन याद रखना.. मुझे भी पीछे मुड़कर देखने की आदत नहीं है।
कुछ यूँ भी मौत के मंज़र देखें है, अपनों के हाथ में ही जब खंजर देखें है।
धीरे धीरे सब दूर होते गए, वक़्त के आगे सब मजबूर होते गए, हमने इश्क़ में ऐसी चोट खायी, हम बेवफा और वो बेक़सूर होते गए।
अपनों के साथ होने से,जीवन का दुःख कम होता है।जो दिल से अपना मानते हैं,उनके बिना जीवन अधूरा होता है।
दिलों के जज्बात कोअब कोई कहा समझता है!…धोखे का प्यार हैऔर दिल एक खिलौना है!…
ये तो सच है ये ज़िन्दगानी उसी को रुलाती है,जिसके आँसू पोछने बाला कोई नही होता है.
पागलपन और बुद्धिमता के बीच का फ़र्क़,कामयाबी से मापा जाता हैं..Pagalpan aur Budhimta ke bich ka farq,Kamyabi se mapa jata hain..
चेहरे पर हंसी और आँखों में नमी शायद किसी अपने की याद आ गयी फिर।
“जरा सी गलतफहमी पर न छोड़ो किसी अपने का दामन क्योंकि जिंदगी बीत जाती है किसी को अपना बनाने में।”
हर किसी का अपना सूरुर होता है, धोखेबाजी करना उनका गुरुर होता है।
दर्द की राहों में खो गए हम, अब खुशियों को हम कहाँ ढूंढेंगे।
किसी को दबाने से दिक्कत है, किसी को उठाने से दिक्कत है, सारे जमाने को सारे जमाने से दिक्कत है.