Apne To Apne Hote Hai Shayari In Hindi : ये जो आज पैसा है दौलत है, सब माँ-बाप की ही बदौलत है। पैसा होने पर किसी को बेइज़त मत करना याद रखना पैसा किसी का नहीं होता।
इस ज़िन्दगी के सफर में कुछ बेगाने अपने बन गये, जो रिश्तों में थे अपने वो अब बेगाने बन गये।
मेरी बुराई जरा संभल कर करना,क्योंकि, तुम्हारे अपनों में मेरे भी कुछ सामिल हैं |
बहुत बोझ था अपनो की ख़्वाहिशों का, मेरे ख़्वाब कहाँ खुला आसमान देख पाते।
“कुछ को सौ में तो कुछ को हज़ारों में, इंसान और इंसानियत को बिकते देखा है, मैंने बाज़ारों में”
“ अल्फाज सिर्फ़ कानों तक पहुंचते हैं,अपनों की खामोशीअक़्सर रूह तक पहुंचती है….!!!
खुदको खोके किसी को पाने में..जो मजा है, वो मजा…हमको नहीं चाहिए!!!
अपनों के साथ ज़िन्दगी का हर पल जीना है,खुशी और गम दोनों का सामना करना है।अपने अपने होते हैं, दोस्त,जिनके होने से ही ये जिन्दगी खूबसूरत होती है |
आज कल अपने साथ नहीं सिर्फ राय दिया करते हैं।
रेगिस्तान भी हरे हो जाते हैं जब अपने साथ अपने खड़े हो जाते हैं।’
दर्द हमेशा अपने ही देते है,वरना गैरो को क्या पता कि,तकलीफ किस बात से होती है।
छोड़ देते हैं लोग जब समय ख़राब होता है,तभी कोई होता है जो आपको और मजबूती से पकड़ता है,और इन्ही को हम अपने कहते हैतभी तो अपने तो अपने होते हैं |
बिन बुलाए क्यों आ जाती है मेरी जिंदगी में जुदाई, मेरे अपनों के ही बीच कर देती है मुझे पराई।
एक सपना था, जो पूरा न हो पाया,एक शक्श था, जो अपना न हो पाया,कुछ पराए थे, जो अपने होने को तरस गए,कुछ अपने थे, जो बिछड़ कर पराए हो गए!!!
नसीब भी क्या बिगाड़े का उसका यारों,जिसके पास साथ हो उसके अपने लोगो का |
ज़िन्दगी में यह हुनरभी आजमाना चाहिए,अपनों से अगर होजंग तो हार जाना चाहिए।
ठहरती नहीं ज़िन्दगी कभी किसी के बिना,पर ये गुजरती भी नही अपनों के बिना।
जहाँ प्यार और अपने लोगो के एक ही माइने हों,वहा हमेशा सुख का वास होता है |
पैसा कुछ इस क़दर बोलता है साहब की पैसे वालों से तो गूंगे भी आकर हाल पूछते हैं।
“ छोटी सी है जिंदगी हँस के जियो,भुला के सारे गम दिल से जियो,उदासी में क्या रखा है मुस्कुरा के जियो,अपने लिए न सही अपनों के लिए जियो…!!
“ आजकल अपने भी कह रहे हैंकि ख़ुदग़र्ज़ इंसान हूं मैं,उनको कौन समझाए आजकलखुद में ही परेशान हूं मैं….!!
ज़माना तो जलकर राख हो ही जाएगा जब अपने ही अपनों से जल रहे हैं।
“ आखिर क्यों बनाया मुझे ए बनाने वाले,बहुत दर्द देते हैं ये जमाने वाले,मैंने आग के उजाले में कुछ चेहरे देखे,मेरे अपने ही थे मेरे घर को जलाने वाले….!!!
जिंदगी से हर कदम पर लड़ तो जाता हूं मैं, पर अपनों से हर बार हार जाता हूं।
धोकेबाज़ लोगों की एक निशानी ये भी हैवो जब भी आपको गिराना चाहेंगेतो वो आपको धक्का नहीं सहारा देंगे
सो जा ऐ दिल कि अब धुन्ध बहुत है तेरे शहर में, अपने दिखते नहीं और जो दिखते हैं वो अपने नहीं।
ये जो आज पैसा है दौलत है, सब माँ-बाप की ही बदौलत है।
इतना भी कीमती ना बना अपने आप को,हम गरीब लोग हैं महँगी चीज़ छोड़ दिया करते हैं।
“ चुभ जाती हैं बातें कभी,कभी लहजे मार जाते हैं साहब,गैरों से ज्यादा हमयहां अपनों से हार जाते हैं….!!
मैंने सुना है की पैसा बोलता है, उसे बता देना की मैं बहरा हूँ। कागज़ की क़ीमत जान से ज्यादा है, पैसों की क़ीमत आज कल भगवान से ज्यादा है।
रेगिस्तान भी हरे हो जाते हैं जब अपने साथ अपने खड़े हो जाते हैं।’
अब निकल आओ तुम मेरे अंदर से,अब मुझको मेरी जरूरत है..!!
दुसरो को रुला कर मज़ा लेने वालोसबर रखो एक दिनज़िनदगी तुम्हारे मज़े लेगी
चुभ जाती हैं बातें कभी, कभी लहजे मार जाते हैं साहब, गैरों से ज्यादा हम यहां अपनों से हार जाते हैं।
जरा सी बात पर बरसों के याराने गए, मगर इतना तो हुआ कि कुछ लोग पहचाने गए।
अपनापन छलके जिसकी बातो में,सिर्फ कुछ ही लोग ऐसे होते है लाखो में।
वही लोग अपने और अनमोल होते है, जो लोग रूठ कर भी आपको मना लेते है।
गैरों से मुहब्बत होने लगी है आजकल मुझे,जैसे जैसे अपनों को आजमाता जा रहा हूँ।
इस ज़िन्दगी के सफर मेंकुछ बेगाने अपने बन गये,जो रिश्तों में थे अपनेवो अब बेगाने बन गये।
मुझे गुमान थाकि चाहा बहुत सबने मुझे,मैं अज़ीज़ सबको थामगर ज़रूरत के लिए।
“ अपनों की दुनिया मेंबस एक अपने की कमी है,मैं औरों की दुनिया हो सकता हूं,पर मेरी दुनिया बस तू है….!!
लिखना एक आदत है इसे आदत ही रहने दो, दिल की ही बात है इसे अपनों से कहने दो।
तेरा दूर चले जाना ही अच्छा था,तेरे साथ से ज्यादा में अपने आप के साथ खुश हु!!!
“ दर्द हमेशा अपने ही देते है,वरना गैरो को क्या पता कि,तकलीफ किस बात से होती है….!!
“ सुना था दर्द का एहसासअपनों को ही होता हैपर जब दर्द ही अपने देतो एहसास कौन करे…!!!
बाक़ी सब रिस्ते तो होते ही हैं,पर अपने तो अपने होते हैं |
“ अपनों के साथ वक़्त का पता नहीं चलता,पर अपनों का पता चलता है वक़्त के साथ,वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ, परअपने ज़रूर बदल जाते हैं वक़्त के साथ….!!
किसी को सच या झूठ नहीं दिखता, पैसों के आगे किसी को कुछ नहीं दिखता।
“ रिश्ते का ना होनाइतनी तकलीफ नहीं देताजितना रिश्ते के होते हुएएहसास का मर जाना देता है…!!
अपने में जीने में इतनी ख़ुशी नहीं मिलती जितनी की अपनेपन में जीने में मिलती है।
कभी जो अपना कहते थे,आज दूर से ही किनारा करते है।
वक्त लगता है खुदको बनाने में,वक्त बर्बाद मत करो किसी को मनाने में..!!
कभी कभी दुश्मन अपनों का भेष बनाकर वार करता है।
“ ज़िन्दगी देने वाले मरता छोड़ गएअपनापन जताने वाले तनहा छोड़ गएजब पड़ी ज़रूरत हमें अपने हमसफ़र कीवो जो साथ चलने वाले थे सब रास्ता मोड़ गए….!!
आखिर क्यों बनाया मुझे ए बनाने वाले,बहुत दर्द देते हैं ये जमाने वाले,मैंने आग के उजाले में कुछ चेहरे देखे,मेरे अपने ही थे मेरे घर को जलाने वाले।
ज़माना तो जलकर राख हो ही जाएगा जब अपने ही अपनों से जल रहे हैं।
ज़िन्दगी में अपनापनतो हर कोई दिखाता हैपर अपना कौन हैये वक्त बताता है
रंग पैसे ने अपना कुछ ऐसा जमाया है, की इंसान भूल गया पैसे ने उसे नहीं उसने पैसे को बनाया है।
जादा अपनापन दिखने वाले एक दिन जता ही देते हैं की वो पराये है
ज़माना तो जलकर राख हो ही जाएगा जब अपने ही अपनों से जल रहे हैं।
जो अपने तकलीफ के वक्त ही काम ना आये तो भला वो अपने कैसे हुए।
“ फिसल रहीं है सारीखुशियाँ पलकों से भिगकर,हर अपना बिछड़ रहा हैमुझसे एक एक कर…..!!!
जिसके पास पैसा होता है उनके सब क़रीब होते है, उनका कोई नहीं होता जो गरीब होते हैं।
मेरी जंग है मेरे अपनों से, नतीजा सिर्फ एक ही होगा,अगर हारूँ तो भी मैं ही हारूँ, और जीतूँ तो भी मैं ही हारूँ।
पैसे से ज्यादा पेशा क्या हैं ये देखना ज़रूरी होता है।
हमेशा वही लोग अपने और खास होते है,जो लोग खुद रूठ कर हमेशा आपको को मना लेते है।
जोश में हों कर होश खोना नहीं,अपने है अपनों को धोखा देना नहीं।
कुछ लोग ख़्वाब खरीदने के लिए नींद बेच देते हैं, कुछ लोग ज़मीन खरीदने के लिए ज़मीर बेच देते हैं।
रिश्ते का ना होनाइतनी तकलीफ नहीं देताजितना रिश्ते के होते हुएएहसास का मर जाना देता है
“ सब रंग हम्हारे अपने हैजैसे सुनहरे सपनें हैं,पर उनको ही रास नहीं आताजो कहते मेरे अपने हैं….!!!
“ ख्वाब अक्सर पूरे होते हैं,बस सपनों में जान होनी चाहिए,अपने अक्सर खास होते हैं,उनसे ही तो पहचान होनी चाहिए…!!
“ ज़िन्दगी में यह हुनरभी आजमाना चाहिए,अपनों से अगर होजंग तो हार जाना चाहिए…!!
कुछ लोग तो इसलिये अपने बने हैं अभी,कि मेरी बर्बादी का दीदार नजदीक से हो।