Alvida December Shayari In Hindi : लिपट लिपट कर कह रही हैं, दिसम्बर की ये आखिरी शामेंअलविदा कहने से पहले एक बार गले तो लगा लोHappy New Year 2023 ये साल कुछ फैसले के मनिन्द लगता हैया तुम मेरे हो जाओगे, या हम किसी और के।।
कौन कहता है नेचर और सिग्नेचर कभी नही बदलतें हैं,अगर हाथ पर चोट लगे तो सिग्नेचर बदल जाता है,,और चोट अगर दिल पर हो तो नेचर बदल जाता है।
सिगरेट जलाई थी तेरी याद भुलाने को,मगर कम्बख्त धुंए ने तेरी तस्वीर बना डाल।
आज यहां से विदा हो कर चलेजाओगे,पर आशा है यही है किजहां भी जाओगे, खुशियां हीखुशियां पाओगे।
तुम तो डर गए हमारी एक ही कसम से,हमें तो तुम्हारी कसम देकर हजारो ने लूटा है।
एक बात हमेशा याद रखना दुनिया में तुम्हे मेरे जैसे बहुत मिलेंगे,लेकिन उनमे तुम्हे हम नही मिलेंगे।
गया साल जाने वाला,आया नया साल हँसाने वाला,हम अकेले ना मनाएंगे नए साल की ख़ुशीहमे चाहियें साथी आपके जैसा साथ निभाने वाला
मरने के नाम से जो रखते थे मुँह पे उँगलियाँ,अफ़सोस वही लोग मेरे दिल के क़ातिल निकले।
जिंदगी का हर इक पल आपके लिए खास हो, दुनिया की हर खुशी आपके पास हो, रहे ये दिन आपका अच्छा, हो गया है सवेरा अब तुम नींद से जागो।
चलो समेट लेते हैं आज फिर अपने ग़म को,कोई बड़े दिल से अलविदा कह गया है हमको।
उस ने पूछा था क्या हाल है,और मैं सोचता रह गया।
अपनी पीठ से निकलें खंजरों को जब गिना मैंने,ठिक उतने ही निकले जितनो को गले लगाया था मैंने।
सबको अपनी मोहब्बत का सिला मिला,मैं गरीब था साहब मुझे धोखा मिला।
तुम ख्वाबों में इन पर्दों में आया ना करो,हर सुबह जब मुस्कुराकर अलविदा कहना ही है,तो यूँ प्यार से हर रात गले लगाया ना करो।।
इस वर्ष की कर दो विदाई,नए वर्ष का स्वागत करो दिल से,प्यार भरे अफ़साने सुनाओ यारों को,वाह वाह की आवाज गूंज उठे महफिल से।
मैंने वचन दिया भारत माँ कोतेरा शीश नहीं झुकाने दूंगासौगंघ मुझे इस मिट्टी कीमैं देश नहीं मिटने दूंगाये देश नहीं मिटने दूंगाये देश नहीं झुकने दूंगा ..
कभी-कभी इंसान सच में हार जाता है,खामोश रहते-रहते, सबर करते-करते।रिश्तें निभाते-निभाते, सफाइयां देते-देते,अपनों को मनाते मनाते।
कह दो अब तुम चांद-तारों की दुनिया को अलविदा, अब नए दिन की नईं खुशियों में खो जाओ, सुबह हो गई है जानेमन अब तुम जाग जाओ।
“ तेरे साथ मुस्कुराना और ठोकरों सेसंभलना सीखा है,आता नहीं अलविदा कहना बसरोकर जताना सीखा है…!!
“ बेशक अब हम दोनों जुदा है पर,अब भी कुछ है बाकीजिससे ये रिश्ता जुड़ा है…!!
रात का चाँद सलाम करे आपको, परियो की आवाज़ आदाब करे आपको। सारी दुनिया को खुश रखने वाला खुदा, ईयर के हर पल मे खुश रखे आपको ।
माफ करना मुझे दूर तो जाना पड़ेगा, पास होकर भी तुम्हे अब भूल जाना पड़ेगा।
कभी सोचा न था इतनी जल्दी खत्म कर दोगे रिश्ता हमसे,मिले तो यूं थे जैसे सदियों साथ निभाओगे।
“ मेने आजाद कर दिया वो रिश्ताऔर उन लोगो को जोसिर्फ अपने मतलब के लिएमेरे साथ थे…!!
रास्ते अलग हो जाएँगे तेरे-मेरे, अलविदा कहते है बनी रहेगी यादें प्यारी।
जो धड़कन की भाषा सुना करती थी,वो आज नहीं सुनती सिसकियाँ मेरी।
यूँ तो गलत नहीं होते अन्दाज़ चेहरों के,लेकिन लोग वैसे भी नहीं होते जैसे नज़र आते है।
दिसम्बर क्या आया, रह गये दोनो अकेले,एक मैं…. दुसरा वो कैलेण्डर का पेज आखरी
पल-पल हमदर्दी जताने वालें,निभाने के वक़्त बड़े दूर खड़े नज़र आते हैं।
बहुत याद आयेंगे ये कॉलेज के दिन,कैसे दिन गुजरेगी यारा तेरे बिन..!!
आधे से कुछ ज्यादा है – पूरे से कुछ कम,कुछ जिंदगी, कुछ गम, कुछ इश्क़, कुछ हम।
“ अजीब यादें हैं तेरे इश्क की,जो ये तेरा ही इंतजार करती हैं,अलविदा कहते वक्त बेकरार करती हैं…!!
आखिर कैसे भुला दे हम उन्हें,मौत इंसानो को आती है यादों को नहीं।
अभी तो सफर शुरू भी नही हुआ,और तुमनें अभी से अलविदा कहने का मन बना लिया।
दोस्तो आज इस साल का आखरी दिन है,हमने आज जो किया वो भूल जाना है,नये साल मे हम क्या करने वाले है,इस के बारे में सोच ना है।
मिल जाए तो शुक्र करऔर ना मिले तो सब्र कर !
दोस्तों अपने Career पर ध्यान दो,मोहब्बत का क्या है सच्ची कितनी ही हो,,जेब खाली होने एक दिन साथ छोड़ ही देगी।
टूट चुका है दिल और बिखर गए हैं अरमान,मरने से पहले आप सभी को मेरा आखरी सलाम।
हम को कितने ताजमहल हैं और बनानेकितने हैं अजंता हम को और सजानेअभी पलटना है रुख कितने दरियाओं काकितने पवर्त राहों से हैं आज हटाने
जिंदगी की हर सुबह चाय की प्याली और तुम्हारा साथ मिले, बस इतनी सी ख्वाहिश है। गुड मॉर्निंग जान!
दिसम्बर आ गया है अपना ख्याल रखना बुजुर्ग कहते हैं सर्दियों में अक्सर… चोटें ज्यादा असर करतीं हैं…..!!
गम देना पर आंसू मत देना, प्यार के बदले धोखा मत देना, जो चाहे मांग लो पर जिंदगी में, पर कभी अलविदा मत कहना।
हालात ने तोड़ दिया हमें कच्चे धागे की तरह,वरना हमारे वादे भी कभी ज़ंजीर हुआ करते थे।
कभी कभी गुमनाम किया तुमने तो कभी तमाम सोहरतें दी 2022 तुमने बहुत अच्छी यादें दी
लो आ गया जिसका था इंतजार, सब मिल के बोलो मेरे यार, दिसंबर में लाया क्रिसमस बहार मुबारक हो आपको क्रिसमस मेरे यार
कुछ दर्द ज़िंदगी में ऐसे मिले,जिन्होंने जान भी ले ली और जिंदा भी छोड़ दिया।
खुदा तेरे हर गम को खुशी में बदल दे, हो चाहे कितना भी अंधेरा जिंदगी में, ये सवेरा तेरी दुनिया को रोशन कर दे।
पास थे तो रोने की वजह बनते थे, दूर जाकर शायद मुस्कुराना सीख लें !
अलविदा कहते डर लगता है, मन क्यूँ दीवाना सा लगता है !
कौन करता है यहाँ प्यार निभाने के लिये,दिल तो बस एक खिलौना है जमाने के लिये।
इंसान किसी चीज की कीमत बस दो बार समझता है,मिलने से पहले और खोने के बाद।
काश कोई अपना संभाल ले मुझको,बहुत कम बचा हूँ बिल्कुल दिसम्बर की तरह।
भुला देंगे तुमको ज़रा सब्र तो कीजिये,आपकी तरह मतलबी बनने में थोड़ा वक़्त तो लगेगा हमे।
जिस दिन उसपे दिल आया था,उस दिन मौत आ जाती तो अच्छा था।
भुला कर सारे दुःख भरे पल दिल में बसा लो आने वाले कल को मुस्कुराओ खुल कर चाहे जो भी हो पल क्युकी आ रहा हैं नया साल लेकर खुशियों के पल।
ना छेड़ो ग़मों की राख को,इसमें भी अंगारे होते हैं।
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानीनए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानीहम हिंदुस्तानी, हम हिंदुस्तानी
होने वाले ख़ुद ही अपने हो जाते हैं,किसी को कहकर अपना बनाया नही जाता।
इतना दर्द तो मौत भी नही देती,जितनी दर्द तेरी ख़ामोशी दे रही है।
तेरे साथ मुस्कुराना और ठोकरों से संभलना सीखा है, आता नहीं अलविदा कहना बस रोकर जताना सीखा है।
हर नया साल आएगाहर पुराना साल जाएगापर तेरा यह यार तुझकोकभी भुला ना पाएगा..!!!नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं
गलतियां रिश्तों को उतना कमज़ोर नहीं करती,जितना की ग़लतफ़हमियाँ करती हैं।
तुम्हारे जैसा अब कोई मुझे मिलेगा ही नहीं क्यूंकि तुम्हारे जाने के बाद मैं किसी को ढूंढूंगा ही नहीं।
लोगों की बातें सुनकर छोड़ जाने वाले,हम कितने बुरे थे तुम पता तो कर लेते।
यह दिल से निकली दुआ है हमारीजिंदगी में मिलें आपको खुशियां सारीगम ना दे खुदा आपको कभीचाहे खुशी कम कर दे हमारी
हर साल आता हैहर साल जाता हैइस साल आपको वो सब मिलेजो आपका दिल चाहता है31 दिसंबर की शुभकामनाएं, नया साल मंगलमय हो।
तुम्हारे बाद ग़ुज़रे हैं भला कैसे हमारे दिननवम्बर से बचे हैं तो दिसम्बर ने मार डाला!!!
कमाए हुए दोस्त बिछड़ गए,कमाने के चक्कर में।
आज उंगलियां उठाते हैं वो,जिन्हें कभी हाथ उठा उठाकर मांगा था।
दिलो की धड़कनो को जोर से धड़कने दो,जो सोये सोये से हैं अरमान, अब भड़कने दो।उठो और देखो ख़ुशी से झूमकर आया हैं नया सालखिला दो फूल तमन्नाओ को, महकने दो।
बिना मुहूर्त के पैदा होकर !!जिंदगी भर शुभ मुहूर्त के !!चक्कर में फंसा इंसान !!एक दिन बिन मुहूर्त के !!संसार को अलविदा बोल जाता है !!
“ साथ रहकर तूने संभाला है इतना,अब अलविदा कह फिरकमजोर न बना देना…!!!
नफ़रत भी नहीं है तुमसेगुस्सा भी नहीं हूऔर तेरी जिंदगी का अबहिस्सा भी नहीं हू!