326+ Aashiq Shayari In Hindi | आशिकी शायरी

Aashiq Shayari In Hindi , आशिकी शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: October 4, 2023 Post Updated at: September 11, 2024

Aashiq Shayari In Hindi : मेरी नजरों से पूछ तेरी आशिक़ी की हद क्या है,जरा करीब से देख इनमें तेरी तस्वीर की गहराई क्या है हमें भी याद रखें जब लिखों तारीख गुलशन की,की हमने भी लुटाया है चमन में आशियां अपना.

एहसास की नमी बेहद जरुरी है हर रिश्ते में वरना रेत भी सूखी हो तो निकल जाती है हाथों से

हुस्न वालों की नियत जबसे खराब हो गई जिन्दगी आशिकों की तबसे बर्बाद हो गई !!

एक आदत सी हो गयी है चोट खाने की भीगी हुए पलकों संग मुस्कुराने की काश अंजाम वफ़ा का पहले ही जानते तो कोशिश भी नहीं करते दिल लगाने की !!

आज फिर दिल ने इक तमन्ना की,आज फिर दिल को हमने समझाया…

झुकाया तुने झुके हम बराबरी ना रही, ये बन्दगी हुई ऐ दोस्त आशिकी ना हुई..

कोई देखे नही आशिकी उम्र भर मनाती रहा मै नाखुशी इस कदर नाम उसका लबों पर ना आया कभी यूँ निभाती रही आशिकी उम्र भर

हमारे जख्मो की वजह भो वो हैहमारे जख्मो की दावा भी वो हैनमक जख्मो पे लगाये भी तो किया हुआमोहब्बत करने की वजह भी तो वो है.

जिनको नहीं हुई कभी प्रेम की अनुभूति,उनको तो ये दुनिया बदरंग दिखती होगी।

थे बहुत बे-दर्द लम्हे खत्म-ए-दर्द-ए-आशिक़ी के,थीं बहुत बे-मेहर सुबहें मेहरबान रातों के बाद.

जब दिल ने तड़पना छोड़ दिया,जलवों ने मचलना छोड़ दिया

दीदार हमारे सनम का कोई ईद से कम नहीं सनम हमारा यारों कोई चाँद से कम नहीं...!!

दिल की आवाज़ को इज़हार कहते हैं झुकी निगाह को इनकार कहते हैं, सिर्फ पाने का नाम इश्क नहीं कुछ खोने को भी प्यार कहते हैं.

“दिल ने एक उम्मीद बरकरार रखी है….ऐ दोस्तों….,कही पढ़ लिया था कि सच्ची मोहब्बत लौटकर आती है…!!

हमारी तो सिर्फ एक ही ख्वाहिश है हर जन्म मेरे हमसफर तुम ही बनो। Humari to sirf ek hi khwahish ha, har janm mere hum safar tum hi bano.

बेझिझक मुस्कुराये जो भी गम है,जिंदगी में टेंशन किसको कम है,अच्छा या बुरा तो केवल भ्रम है,जिंदगी का नाम ही कभी ख़ुशी कभी गम है।

हमें भी याद रखें जब लिखों तारीख गुलशन कीकी हमने भी लुटाया है चमन में आशियां अपना.

तेरा नाम ही क्यों ये दिल रटता है, क्यों ये दिल सिर्फ तुझ पे ही मरता है, न जाने कितना नशा है तेरी आशिकी में, अब तो तेरी याद में ही ये दिन कटता है।

यह जो आशिकी तुमसे मैं करने लगा हूँ तेरे कहने पर मैं जो बदलने लगा हूँ मुझे तुम ऐसे ही अब संभाल लेना दूर गयी तो समझना में मरने लगा हूँ।

कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझकोचलो ऐसा करो भूला दो मुझको,तुमसे बिछडु तो मौत आ जाये,दिल की गहराई से ऐसी दुआ दो मुझको.

मिल जायेंगा हमें भी कोई टूट के चाहने वाला,अब सारा शहर का शहर तो बेवफा नहीं हो सकता.

तुम पूछ लेना सुबह से, न यकीन हो तो शाम से,ये दिल धड़कता है तेरे ही नाम से...!!

आशिकी की किताब का एक उसूल बताते हैं, मुड़ कर देखा तो इश्क़ माना जाएगा.

जिंदगी जला दी हमने ,जब जैसी जलानी थी,अब धुऐं पर तमाशा कैसा और राख पर बहस कैसी.

ख्वाब दिल ने तुझे पाने के देख लिये…..वरना खुशमिजाज हुआ करते थे,हम भी कभी

दूरियों से ही एहसास होता है कि नज़दीकियां कितनी खास होती है..!!

मरते होंगे लाखों तुझ पर मगर मैं तुम्हारे साथ मरना चाहता हूं। Marte honge nakhun tujh per magar main tumhare sath marna chahta hun.

हमें भी याद रखें जब लिखों तारीख गुलशन की की हमने भी लुटाया है चमन में आशियां अपना...!!

वादो से बंधी जंजीर थी जो तोड दी मैँने अब से जल्दी सोया करेंगे आशिकी छोड दी मैँने।

समुंदर बहा देने का जिगर तो रखते है लेकिन, हमें आशिकी की नुमाइश की आदत नहीं है दोस्त.

मोहब्बत में महबूबा संग आशिक आवारा हो गया डुबा दिया दरिया में दुश्मनों ने कुदरत के कमाल से किनारा हो गया।

आशिकी की किताब का एक उसूल बताते हैं मुड़ कर देखा तो इश्क़ माना जाएगा।

आशिक़ी दिल-लगी नहीं दिल की लगी होती है,मुहोब्बत जब भी होती है बे-मुरव्वत से होती है

झुकाया तुने झुके हम बराबरी ना रही, ये बन्दगी हुई ऐ दोस्त आशिकी ना हुई.

प्रेम यक़ीन दिलाने का मोहताज नहीं होताएक दिल धड़कता है तो दुजा समझता है.

होंठो पर हंसी आंखों में नमी है हर सांस कहती है बस तेरी कमी है। Hothon par hansi ankhon me nami ha har sans kehti ha bas teri kami hai.

धडकनो को भी रास्ता दे दीजिए जनाब * * * * *आप तो सारे दिल पर कब्जा किए बैठे है

बात जब मोहब्बत की आती है,पत्थर भी पानी पे तैर जाती है.

मोहब्बत अगर सच में हकीकत हैतो ये किसी बदसूरत से क्यों नहीं होती?

न खबर होगी तुम्हे मेरी आशिकी की,सुना है सांसो की हद सिर्फ मौत होती है.

शराब तो यूँ ही बदनाम है। हमने तो आशिकी के नशे में लोगों को मरते हुए देखा है।

फिर से तेरी आशिकी का मेरे दिल में उमड़ा समुन्दर है

हर लम्हा तेरी याद का पैगाम दे रहा है, अब तो तेरा इश्क मेरी जान ले रहा है. Har lamha teri yad ka pegam de rha hai ab to tera ishq meri jaan le rha hai.

गज़ब की आशिकी है तेरी इन निगाहो में जब भी देखती है डूबने को मजबूर कर देती है...!!

दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती हैदोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती हैरूठ भी गऐ हम तो दिल पर मत लेनाक्योकि दोस्ती जरा सी नादान होती है

ये मदमस्त रात और ये बरसात का आलमहम भी चैन से सोते अगर तेरी बाहों में होते

जन्नत-ए-इश्क मैं हर बात अजीब होती है, किसी को आशिकी तो किसी को शायरी नसीब होती है.

ना चाँद अपना था और ना तू अपना था काश दिल भी मान लेता की सब सपना था

इश्क़ की गलियों में गुमनाम अच्छे-अच्छे होते है,आशिकी उन्हीं से होती है जो दिल के बड़े सच्चे होते है.

कितनी है आशिकी तुमसे ये कह नहीं पाते बस इतना कह सकते हैं के तुम बिन रह नहीं पाते.

आशिकी में सुकून ढूँढ़ता हूँ,रात भर जागकर नींद ढूँढ़ता हूँ.

कब तक वो मेरा होने से इंकार करेगा,खुद टूट कर वो एक दिन मुझसे प्यार करेगा,इश्क़ की आग में उसको इतना जला देंगे,कि इज़हार वो मुझसे सर-ए-बाजार करेगा।

अगर आशिकी हो तो गरीब से हो तोहफे न सही धोके तो नहीं मिलेंगे..!!

खामोश तुम्हारी नजरों ने एक काम गजब का कर डाला पहले थे हम दिल से तन्हा अब खुद से ही तन्हा कर डाला..

हमारे जख्मो की वजह भो वो है हमारे जख्मो की दवा भी वो है नमक जख्मो पे लगाये भी तो किया हुआ मोहब्बत करने की वजह भी तो वो है !!

उनकी चाल हीकाफी थी इस दिल के होश उड़ने के लिए, अब तो हद हो गयी जब से वो पाँव में पायल पहनने लगे.

वो ही मौसम, वो ही सर्दी, वो ही दिलकश दिसम्बर है…!!

अब क्यों न ज़िन्दगी पे मुहोब्बत को वार दें,इस आशिक़ी में जान से जाना बहुत हुआ।

वो दो लोग बड़े ही खुशनसीब होते है, जो आशिकी में इक-दूजे के करीब होते है. Wo do log bade hi khushnasib hote ha jo Aashiqui me ik duje ke karib hote ha.

हुस्न वालों की नियत जबसे खराब हो गई जिन्दगी आशिकों की तबसे बर्बाद हो गई।

इश्क़ करना है तो फिर हद से गुज़ारना होगा…लहू लहू हो जाए दिल पर आँख न भरने पाए

अभी तक मौजूद हैं इस दिल पर तेरे कदमों के निशान,हमने तेरे बाद किसी को इस राह से गुजरने नहीं दिया…

जन्नत-ए-इश्क मैं हर बात अजीब होती है किसी को आशिकी तो किसी को शायरी नसीब होती है !!

मेरी बेचैनियों को चैन मिल जाए तेरा चेहरा जब नज़र आए। Meri bechainiyon ko chain mil jaye tera chehra jab nazar aayen.

आप सामने हो और हम हद में रहे मोहब्बत में कोई इतना भी शरीफ नहीं होता। Aap samne ho aur hum had me rhe mohabbat me koi itna bhi sharif nahi hota.

आशिक़ी में ‘मीर’ जैसे ख़्वाब मत देखा करो,बावले हो जाओगे महताब मत देखा करो !!

हमें कोई ग़म नहीं था,ग़मे-आशिक़ी से पहले,न थी दुश्मनी किसी से,तेरी दोस्ती से पहले.!!

क़भी चुपके से मुस्कुरा कर देखना, दिल पर लगे पहरे हटा कर देख़ना,ये ज़िन्दग़ी तेरी खिलखिला उठेगी, ख़ुद पर कुछ लम्हें लुटा कर देखना |

सब्र करो इतना के आशिकी भी बेहूदा न लगे खुदा मेहबूब न लगे और मेहबूब खुदा न लगे।

नज़रों से ना देखो हमें.. तुम में हम छुप जायेंगे..अपने दिल पर हाथ रखो तुम.. हम वही तुम्हें मिल जायेंगे..!

मेरे दिल की धड़कन तेज हो जाती हैं जब तुम आ जाते हो सामने। Mere Dil ki Dhadkan Tej Ho jaati hai jab Tum aa jate Ho samne.

दुश्मनी में दोस्ती का थोड़ा सा सिलसिला रहने दियाउसके सारे ख़त जलाए बस पता बाकी रहने दिया.

दीदार हमारे सनम का कोई ईद से कम नहीं सनम हमारा यारों कोई चाँद से कम नहीं..

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