1227+ Aansu Shayari In Hindi | आँसू शायरी

Aansu Shayari In Hindi , आँसू शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: September 23, 2023 Post Updated at: October 20, 2023

Aansu Shayari In Hindi : अभी से क्यों छलक आये तुम्हारी आँख में आँसू,अभी छेड़ी कहाँ है दास्तान-ए-ज़िंदगी मैंने जब लफ्ज़ थक गए तो फिर आँखों ने बात की,जो आँखें भी थक गयीं तो अश्कों से बात हुई।

वो नदियाँ नहीं आँसू थे मेरे,जिस पर वो कश्ती चलाते रहे,मंजिल मिले उन्हें ये चाहत थी मेरी,इसलिए हम आँसू बहाते रहे।

दर्द होता नहीँ दुनिया को बताने के लिए हर कोई रोता नहीँ आँसू बहाने के लिए रुठने का मजा तो तब है जब कोई अपना हो मनाने के लिए…

आज आँसू तुमने पोंछे भी तो क्याये तो अपना उम्रभर का काम है।

आई जो तेरी याद आँखें छलक पड़ी , आंसूं तेरी यादों के कितने क़रीब थे |

अब तुझे भी होगा मेरी कमी का एहसास,बस एक बार मुझे मर्दों जाने दो

कदर करलो उनकी जो तुमसे बिना मतलब की चाहत करते है,दुनिया में ख्याल रखने वाले कम और तकलीफ देने वाले ज्यादा होते है।

आँखो से आंसू क्यों छलक जाते हैं।तन्हाईयों में गम क्यों याद आते हैं।आँसू पोछ कर कोई ये बता दे हमसे।दुर रहने वाले अक्सर क्यों याद आते हैं।

अभी से क्यों छलक आये तुम्हारी आँख में आँसू, अभी छेड़ी कहाँ है दास्तान-ए-ज़िंदगी मैंने।

आईने से रूबरू जब कभी मै होता हूँ,अपनी बेरुख़ी से ज्यादा… तब कहीं मै रोता है….!!

ज़िन्दा था तो एक नज़र न देखा प्यार से फराज़, मर गए हैं तो अब कब्र पे आँसू बहाने आ गए…!!

आँखों में कुछ जाने पर आए आंसू झूठे होते हैं, मगर जब कोई आँखों के सामने से चला जाए तो आंसू कभी झूठे नहीं होते।

वही हम थे कि रोते हुओं को हंसा देते थे,वही हम हैं कि थमता नहीं एक आँसू अपना।

आँसू आ जाते हैं आँखो में,पर लबो पे हसी लानी परती है,यह मोहब्बत भी क्या चिज हैं यारो,जिससे करते हैं उसी से छुपानी परती है,

भीगी भीगी-सी ये जो मेरी लिखावट✍️ हैस्याही में थोड़ी सी मेरे अश्कों की मिलावट🤨 है

तकदीर ने मुझको क्या दिया आंसू छलकाए जीवन में मैं तड़प-तड़प कर रह गई फ़रियाद मिलने की अधरन में…

जब तेरी याद आती है अश्क बह निकलते हैं हम भटक जाते हैं तेरी यादों के वीराने में तू तो रहती है हमेशा महफिल में हम भटक जाते हैं जान वीराने में…

अच्छा लगता हैं मुझे उन लोगों से बात करनाजो मेरे कुछ भी नहीं लगते पर फिर भी मेरे बहुत कुछ हैं

डूब जाते हैं उम्मीदों के सफ़ीने इस में, मैं नहीं मानती आँसू..ज़रा सा पानी है..

मेरी आंखों के आंसू कह रहे हैं मुझसे,अब दर्द इतना है कि सहा नहीं जाता,मत रोक पलको से खुल कर छलकने दे,अब इन आँखों में थम कर रहा नहीं जाता।

जब आपसे मिलने की उम्मीद नज़र आयी„ मेरे पाँव में ज़ंजीर नज़र आयी… गिर पड़े आँसू आँख से„ और हर एक आँसू में आपकी तस्वीर नज़र आयी…

किसी ने क्या खूब लिखा था कि मुझे छोड़ दो, और मुझसे खूबसूरत मिलेंगी और मैंने कहा, मुझे और खूबसूरत की जरूरत नहीं, बल्कि तुम्हारी जरूरत है

मैं आज ढूंढ रही हूँ वजूद मेरा तुझसे थीलिपटी जैसे बनकर तेरी परछाई रुसवाई का इल्जाम भी हैतेरा कभी दिए आँसू तो कभी विरासत में तन्हाई!

किसी के बहते आसुओं को पोछोगे,तभी खुद का दर्द भूलकरदुसरो के दर्द की सोचोगे..

आँसू बहे तो एहसास होता है,दोस्तो के बिना जीवन कितना उदास होता है,ज़िंदगी आपकी रहे सितारो जितनी लंबी,ऐसा दोस्त तो कहा किसी के पास होता है.

मुझको रुला कर दिल उसका रोया तो होगा, उसकी आँखों में भी आँसू आया तो होगा…!!! अगर न किया कुछ भी हासिल हमने प्यार में, कुछ न कुछ उसने भी खोया तो होगा…!!!

हमारे आंखो ने कभी आंसू ना देखे थे ,और तुम आये हमारी जिंदगी में आंसुओं की बरसात हो गई..!!

कहीं अँधेरा तो कहीं शाम होगी, मेरी हर ख़ुशी तेरे नाम होगी, कुछ मांगकर तो देखो हम से, सारी जिंदगी तेरे नाम होगी

मेरी आंखों के आंसू कह रहे हैं मुझसे,अब दर्द इतना है कि सहा नहीं जाता,मत रोक पलको से खुल कर छलकने दे,अब इन आँखों में थम कर रहा नहीं जाता।

मज़ा बरसात का चाहोतो इन आँखों में आ बैठो,वो बरसों में कभी बरसेंये बरसों से बरसती हैं।

कभी खुद के दिल से भी वार्तालाप करोउसके बाद मेरी मोहब्बत का सही हिसाब करो

नींद मे भी बहने लगते है हमारे आँख़ों से आंसू !जब कभी तुम ख़्वाबों मे मेरा हाथ छोंड़ देते हो !!

एक दिन तुम्हें भी एहसास होगाकि क्या था तुम्हारे लिए है .पर उस समय तकतुम्हारी जिंदगी से मैं बहुत दूर हो चुका हूंगा

पलकों से अश्क़ गिरा है तो उसे गिरने दो,सीने में कोई पुरानी तमन्ना पिघल रही होगी।

ज़माने से ना पूँछों हाल-ए-दिल, आँसू बयान करते हैं ज़ख़्मों की गहराई ।

फिर आज आँसुओं में नहाई हुई है रात, शायद हमारी तरह ही सताई हुई है रात।

सोचा ही नहीं था ज़िन्दगी मेंऐसे भी फसाने होंगे,रोना भी जरुरी होगाआँसू भी छुपाने होंगे।

अश्क बहाने से, दिल का दर्द कम तो नहीं होताबस थोड़ी देर के लिए बह जाता है

हम तो हंसते हैं दूसरों को हंसाने की खातिर, वरना दिल पे ज़ख़्म इतने हैं के रोया भी नहीं जाता !

हमें आँसुओं से ज़ख्मों को धोना नहीं आता,मिलती है ख़ुशी तो उसे खोना नहीं आता,सह लेते हैं हर ग़म को जब हँसकर हम,तो लोग कहते है कि हमें रोना नहीं आता।

आगोश-ए-सितम में छुपाले कोई, तन्हा हूँ तड़पने से बचा ले कोई…!!! सूखी है बड़ी देर से पलकों की जुबां, बस आज तो जी भर के रुला दे कोई…!!!

बस ये हुआ के उसने तकल्लुफ से बात की,और हम ने रोते रोते दुपट्टे भिगो लिए..!!

होगा अफसोस जब हम ना होगे,तेरी आँखों से आँसू कम ना होगे,बहुत मिलेगे तेरे अरमानो से खेलने वाले,लेकिन उस वक्त तेरी परवाह करने वाले हम ना होगे,

बह जाती काश यादें भी आँसुओ के साथ,तो एक दिन हम भी रो लेते तसल्ली से बैठ कर।

भीगी आँखों से धुंधला गई है नज़रें या फिर सचमे पास मेरे कोई अपना नहीं है।

जब दर्द सहने की आदत हो जाती हैतो आंसू निकलने खुद-ब-खुद बंद हो जाते है

मेरी दोस्ती हमेशा याद आएगी कभी चेहरे पे हँसी,कभी आँखो मे आँसू लाएगी भूलना भी चाहोगे,तो कैसे भुलोगे मेरी कोई तो बात होगी जो हमेशा याद आएगी.

आया नहीं था कभी मेरी आँख से एक अश्क भी ……मोहब्बत क्या हुई अश्कों का सैलाब आ गया …!!

तेरी आंखो मे समा जाऊगा काजल की तरह,तू ढूढती रह जाऐगी पागल की तरहधोखा दिया मुझको धोखा दिया, उस पगली ने अपने जाल में फंसा कर मुझको धोखा दिया,

टूटे हुए प्याले में जाम नहीं आता और इश्क में, मरीज को आराम नहीं आता,अरे बेवफा दिल तोड़ने से पहले,सोच लिया होता कि टूटा हुआ दिल,किसी के काम नहीं आता

रोकने की कोशिश तो बहुत की पलकों ने !पर इश्क में पागल थे आंसू खुदकुशी करते रहे !!

गुस्ताखी की थी दिल लगाने की जिसके बदले में अश्कों की सौगात पाई है सच्ची वफ़ा के बदले ही ता उम्र की जुदाई पाई है…

जिनके प्यार बिछड़े है उनका सुकून से क्या ताल्लुक़, उनकी आँखों में नींद नहीं, सिर्फ आँसू आया करते है…!!!

तू इश्क की दूसरी निशानी दे दे मुझको,आँसू तो रोज गिर कर सूख जाते हैं।

जो मेरा था वो मेरा हो नहीं पाया !आँखों में आंसू भरे थे पर मैं रो नहीं पाया !!

अब मुझे जागना भी कबूल है तेरी यादों में रात भर,,तेरी एहसासों में जितना सुकून है वह इस नींद में कहां

जिनके प्यार बिछड़े है,उनका सुकून से क्या ताल्लुक़,उनकी आँखों में नींद नहीं,सिर्फ आँसू आया करते है..!!

लगता है भूल चूका हूँ, मुस्कुराने का हुनर !कोशिश जब भी करता हूँ, आंसू निकल ही आते है !!

देख उनको चश्म-ए-नम, मैं खुश हुआ हूँ आज यूँ…!!! है अभी उम्मीद-ए-उल्फत, कायम अपने दरमियां…!!!

काँटों की सेज पर चलने की हमें अब आदत हो गई है,न रोये कोई हमे देख कर, हमें अब आँसू बहाने की आदत हो गई है।

मुझको ऐसा दर्द😔 मिला जिसकी दवा💊 नहींफिर भी खुश😊 हूँ मुझे उस से कोई गिला नहींऔर कितने आंसू बहाऊँ😭 मैं उसके लिएजिसको खुदा ने मेरे नसीब😇 में लिखा नहीं

पढ़ने वालों की कमी हो गयी है आज इस ज़माने में,नहीं तो गिरता हुआ एक-एक आँसू पूरी किताब है..!!

बह जाती काश यादें भी आँसुओ के साथ,तो एक दिन हम भी रो लेते तसल्ली से बैठ कर।

वैसे तो एक आँसू ही बहाकर ले जाए मुझे,ऐसे कोई तूफ़ान भी हिला नहीं सकता मुझे..!!

तेरी जुबान ने कुछ कहा तो नहीं था,फिर न जाने क्यों मेरी आँख नम हो गयी।

यादों की फरमाइश भी बड़ी कमाल की होती हैंसजदा वही होता हैं जहाँ दिल की हार होती हैं

तुम भुलाकर मेरी वफ़ा एक रोज घर गैर का आबाद करोगी क्यों करती हो प्यार मेहबूब को देकर अश्कों के मोती हमें बर्बाद करोगी…

अब तुमसे क्या गिला करूँ तुम तो मुझसे बिछड़ गयीं मेरी जिंदगी की तरह भर दिए मेरी पलकों पे आंसू तुमने जिन्हे हमने संभाल रखा है जिंदगी की तरह…

मेरे आँशुओं की कीमत, तुम चुका न पाओगे,मोहब्बत न ले सके, तो दर्द क्या खरीदोगे।

काश बनाने वाले ने हमको आँसू बनाया होता,और मेहबूब की आँखों में बसाया होता,जब गिरते उनकी आँखों से उनकी ही गोद में,तो मरने का मज़ा कुछ अलग ही आया होता।

तेरी उम्मीद पे ज़िन्दगी काट दी मैंने, आंसूं के क़तरों से मुस्कान छांट ली मैंने , वो तेरी याद थी जो कभी कम नहीं होती , बस इस ख्याल पे उम्र काट दी मैंने|

मुझे पढ़कर भी तुम जो जवाब नहीं देते हो नायाद करोगे जब हम तेरे लिए लिखना छोड़ देंगे

आया नहीं था कभी मेरी आँख से एक आँसू भी, मोहब्बत क्या हुई आँसुओं का सैलाब आ गया।

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