Aaj Use Dekha Shayari In Hindi : बेक़रार दिल को करार मिल जायगा,जब यह बातो का सिलसिला मुलाकातों में बदल जायगा। क्या हुआ अगर तू मेरी हो ना पाई,चर्चे अक्सर अधूरे इश्क़ के ही हुआ करते है।
ये पागल पागल फिरता है इसको तू समझा दे अब या तो अपना बना ले इसे या फिर दिल जला दे अब
इंसान की ख़ामोशी ही काफ़ी है,ये बताने के लिये की वो अंदर से टूट चूका है.
किसी को मिला कोई किसी को ढूंढता ही रह गया मुझमें एक मुझसे गूंजता ही रह गया
इंतज़ार की आरज़ू अब खो गई हैं,खामोशियो की आदत हो गई हैं,न सीकवा रहा न शिकायत रहा किसी से,अगर है तो एक मोहब्बत,,जो अब इन तन्हाइयों से हो गई हैं।
नहीं रहा जाता है तुम्हारे बिना इसलिए बार-बार तुम्हें हम मेसेज करते हैं… वरना हमें कोई शौक नहीं है तुम्हें यू सताने का
सारी दुनिया की खुशी अपनी जगह,उन सबके बीच तेरी कमी अपनी जगह।
दिन हुआ हे तो रात भी होगी हो मत उदास बात भी होगी इतने प्यार से दोस्ती की हे आपसे ज़िन्दगी रही तो मुलाक़ात भी होगी.
बेटी के दिल की बात पिता एक पल में लेते हैं समझ,क्योंकि बेटी और पिता का रिश्ता ही अनूठा होता है।
औकात नहीं थी ज़माने में जो मेरी कीमत लगा सके,कम्बख़्त इश्क में क्या गिरे, मुफ्त में नीलाम हो गये।
खुद को इतना मज़बूत कर लिए है हमने वो क्या उसकी याद भी आना मुश्किल है
नाम नहीं लूंगा मैं मगर, सुनो मैं तुमसे बहुत नफरत करता हूं
इश्क हमें जीना सिखा देता है,वफा के नाम पर मरना सिखा देता है।इश्क नहीं किया तो करके देखो जालिम,हर दर्द सहना सीखा देता है।
“कभी इरादा हो हमे छोड़ के जाने का तो पहले बता देना… क्योंकि, अचानक के हादसे बेमौत मार देते हैं।”
उनके देखे से जो आ जाती है मुंह पर रौनक, वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है।
ना जाने इतनी मुहब्बत कहां से आई है उसके लिये,,कि मेरा दिल भी उसकी खातिर मुझसे रूठ जाता है …
आपके साथ जिंदगी बितानी हैं वक़्त नहीं..Aapke sath zindagi bitaani hain waqt nahi…
कभी हंसना, कभी रोना, कभी हैरान हो जाना, मोहब्बत क्या भले चंगे को दीवाना बनाती है
आपके दर्द में सबसे पहले जिसकी आंखों में आंसू बहाते हैं, वह है पिता।
मैंने प्यार किया बड़े होश के साथमैंने प्यार किया बड़े जोश के साथपर हम अब प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथक्योंकि कल उसे देखा मैंने किसी और के साथ
ना हंसने को ज़ी चाहता है, ना रोने को ज़ी चाहता है, क्या लिखुँ मैं तुम्हारी याद में ए सनम, बस तुम्हारे पास आ जाने को ज़ी चाहता है
किसी से प्यार करो तो इतना करो कि वो,आपको छोड़ के जाए तो किसी का हो न पाए।
जब जज़्बात अपने होते हैं तो वो जज़्बात हैं,और दूसरो के जज़्बात खिलौना हैं.
फ़ुरसत अगर मिले तो मुझे पढ़ना ज़रुर,,मैं नायाब उलझनों की मुकम्मल किताब हुँ…
“किस किस से वफ़ा के वादे कर रखे हैं तूने ? हर रोज़ एक नया शख्स मुझसे तेरा नाम पूछता है।”
कहा वफा मिलती है इन हसीं इंसानो मैं ये लोग बिगैर मतलब के तू खुदा को भी याद नहीं करते
बुजदिल हैं वो लोग जो मोहब्बत नहीं करते, जिगर चाहिए खुद को बर्बाद करने के लिए।
“सोचा था प्यार में बस खुशियाँ ही खुशियाँ मिलेंगी, नहीं पता था कि दर्द और गम से रिश्ता हो जायेगा।”
जिस चेहरे को देख कर हसते थे हम…. आज उसी ने रुला दिया… खुद ने तो फोन किया नहीँ… हमने किया तो कौलर ट्युन “तुझे भुला दिया”…*******
बातें तो हर कोई समझ लेता है, मगर हम वो चाहते हैं, जो बात ना करने पर हमारी खामोशी को समझे !
हमारे जीवन में जो भी दृढ और स्थायी खुशी है उसके लिए 90% प्रेम उत्तरदायी है।
मुद्दत के बाद आज उसे देख कर मुनीर,इक बार दिल तो धड़का मगर फिर सँभल गया।
मत ढूढ़ना मुझे इस जहाँ की तन्हाई में,ठण्ड बहुत हैं मैं हूँ अपनी रजाई में.
मोहब्बत की हवा जिस्म की दवा बन गयी दूरी आपकी मेरी चाहत की सज़ा बन गयी कैसे भूलूँ आपको एक पल के लिए भी आपकी याद हमारे जीने की वजह बन गयी।
तड़प के देखो किसी की चाहत में,तो पता चले कि इंतजार क्या होता है।यूं ही मिल जाए अगर कोई बिना तड़पे,तो कैसे पता चले कि प्यार क्या होता है।
मेरी आँखों को सुर्ख़ देख कर कहते हैं लोग,लगता है तेरा प्यार तुझे आज़माता बहुत है।
ज़िंदगी से बस यही एक गिला है,ख़ुशी के बाद न जाने क्यों गम मिला है,हमने तो की थी वफ़ा उनसे जी भर के..पर नहीं जानते थे कि वफ़ा के बदले बेवफाई ही सिला है। ?
माँगी थी दुआ मैंने रब से देना कुछ ऐसा जो अलग हो सबसे खुदा ने मिला दिया आपसे और कहा अनमोल यही सबसे
ख्वाबो में मेरे आप रोज आते हो,कभी दर्द, कभी खुशियाँ दे जाते हो,कितना प्यार करते हो आप मुझ से,शिर्फ़ मेरे इस सवाल का जबाब टाल जाते हो.
जिंदगी समझ नहीं आई तो “मेले” में “अकेला” और समझ आ गई तो “अकेले” में “मेला”
मुझे नहीं मालूम वो पहली बार कब अच्छा लगामगर उसके बाद कभी बुरा भी नहीं
कैसे रोने दे सकता हूँ मैं उस शख्स को जिसे मैंने खुदा से रो रो कर माँगा है
किसी के द्वारा अत्यधिक प्रेम मिलने से आपको शक्ति मिलती है, और किसी को अत्यधिक प्रेम करने से आपको साहस मिलता है।
हुकूमत पर्दा-पोशी में बहुत मसरूफ़ है लेकिन कहां से आ रहा है ये धुआं, बच्चे समझते हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा योद्धा पिता होता है और वही बच्चों को योद्धा बनना भी सिखाता है।
मोहब्बत की आजतक बस दो ही बातें अधूरी रही, इक मै तुझे बता नही पाया, और दूसरी तूम समझ नही पाये ।।
सितारो को रोशनी की क्या ज़रूरत,ये तो खुद को जला लेते हे।आशिक़ो को वफ़ा की क्या ज़रूरत,वो तो बेवफा को भी प्यार कर लेते हे।
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकान, आई मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई..।।
दिल की धड़कनो को एक लम्हा सब्र नहीं,शायद उसको अब मेरी ज़रा भी कदर नहीं।हर सफर में मेरा कभी हमसफ़र था वो,अब सफर तो हैं मगर वो हमसफ़र नहीं।
यादो में कभी आप खोये होंगे;खुली आँखो से कभी आप भी रोये होंगे;माना हमे आदत हैं, गम छुपाने की;पर हँसते हुए कभी आप भी रोये होंगे.
जब-जब कागज पर लिखा मैंने माँ का नाम, कलम अदब से बोल उठी हो गये चारों धाम।
मोहब्बत की आज यूँ बेबसी देखी, उसने तस्वीर तो जलाई मगर राख नहीं फेकी.
“बहुत खास होते है वो लोग जो आपकी आवाज से आपकी खुशी और दुःख का अंदाजा लगा लेते है।”
रहने दो कि अब तुम भी मुझे पढ़ न सकोगे,बरसात में काग़ज़ की तरह भीग गयी हूँ।
तेरे इश्क़ में में इस तरह नीलाम हो जाऊ….आख़री हो तेरी बोली और में तेरे नाम हो जाऊ!!💟
तेरा पता नहीं पर मेरा दिल कभी तैयार नहीं होगा, मुझे तेरे अलावा कभी किसी और से प्यार नहीं होगा.
मेरी प्यार की कहांनी तो उसने ख़तम करदी, मुझे मेरी बर्बादी का कोई गम नहीं है , हशर यही तो होता है दीवानो का!!
अगर तुम न होते तो ग़ज़ल कौन कहता, तुम्हारे चहरे को कमल कौन कहता, यह तो करिश्मा है मोहब्बत का, वरना पत्थर को ताज महल कौन कहता।
मेरी तरफ ना आ मुझे प्यार ना कर। दिल का कहना ना मान दिमाग का कहाँ कर। मिल सकते हैं बहुत तुझे प्यार करने वाले। मैं तेरे लायक नहीं मेरा इंतजार मत कर।
वो कुछ रातों से मेरे नींदों में दबे पाँव चलके आती हैं…और फिर सुबह को शिकायत करती हैं कि उसे नींद ठीक से आई नहीं…
आप कभी किसी के लिये ऑंसू मत बहाना, क्योंकि वो आपके काबिल नहीं होगा , और जो आपके काबिल होगा वो तो आपको कभी रोने ही नहीं देगा.
अब काश मेरे दर्द की कोई दवा न हो बढ़ता ही जाये ये तो मुसल्सल शिफ़ा न हो बाग़ों में देखूं टूटे हुए बर्ग ओ बार ही मेरी नजर बहार की फिर आशना न हो
बिछड़ कर फिर से मिलेंगे यकीन कितना थाख्वाब ही था मगर हसीन कितना था
ज़ुल्फों को उंगलियों से किनारे किया ना करदिल मेरा आवारा है इसे और बिगाड़ा ना कर।
हाथ पकड़ कर रोक लेते अगर,तुझ पर ज़रा भी जोर होता मेरा।ना रोते हम यूँ तेरे लिए अगर,हमारी जिंदगी में तेरे सिवा कोई ओर होता।
जब तीर दिल पे लगी तो दर्द ना हुआऐ दोस्त…दर्द का एहसास तो तब हुआजब कमान देखी अपनों क हाथो में।।
उसके जाने के बाद ये दर्द ठहर क्यों नही जाता, वो मेरे ही अंदर कहीं मर क्यों नही जाता
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, बेटी को समझ में आता है पिता का प्यार,इसलिए समय के साथ पिता के लिए बेटी के दिल में बढ़ता है अनुराग।
एक ही ख्वाब देखा है कई बार मेने, तेरी साडी में उलझी है चाबियां मेरे घर की.
मम्मा-पापा ने मुझे पैदा किया है, लेकिन वो तुम हो जिसने मुझे जिंदा रखा है।
पिता के बिना जिंदगी वीरान है,सफर तन्हा और राह सुनसान है।वही मेरी जमीं वही आसमान है,वही खुदा वही मेरा भगवान है।
दोस्ती दिल का हर गम भुला देती है, बंद आँखों में सपना सजा देती है, दोस्ती की दुनिया जरुर बनाए रखना, क्योंकि मोहब्बत की दुनिया अक्सर रुला देती है।
“मंज़िल आज नहीं तो कल मिल ही जाया करती है, पर जिसे चाहो वो हमेशा दूर जाया करती है।”