3058+ Aaj Use Dekha Shayari In Hindi | आज उस को कुछ दिनों के बाद देखा

Aaj Use Dekha Shayari In Hindi , आज उस को कुछ दिनों के बाद देखा
Author: Quotes And Status Post Published at: August 21, 2023 Post Updated at: June 20, 2025

Aaj Use Dekha Shayari In Hindi : बेक़रार दिल को करार मिल जायगा,जब यह बातो का सिलसिला मुलाकातों में बदल जायगा। क्या हुआ अगर तू मेरी हो ना पाई,चर्चे अक्सर अधूरे इश्क़ के ही हुआ करते है।

“बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी तुम्हारी, पहले पागल किया..फिर पागल कहा..फिर पागल समझ कर छोड़ दिया।”

कमाल की निशानेबाज हो तुम, तिरछी नजर से भी सीधा दिल पे वार करती हो।

माना की तेरी नज़र मेंकुछ नही हु मैं मेरी कदर उनसे पूछो जिनको पलट कर कभी नहीं देखा मैंने सिर्फ तम्हारे लिए।

मेरी पहचान आप हैं, मेरी जमीं और आसमान भी आप हैं पापा।

चल मेरे हमनशीं अब कहीं और चल,इस चमन में अब अपना गुजारा नहीं।बात होती गुलों तक तो सह लेते हम,अब काँटों पे भी हक हमारा नहीं।

रात गयी तो तारे चले गऐ , गैरों से क्या गिला जब हमारे चले गऐ , हम जीत सकते थे कई बाज़िया , बस कुछ अपनों को जीताने के लिए हम हारे चले गऐ.

माना कि तुम लफ्जो के बादशाह हो,लेकिन हम भी खामोशियों पर राज किया करते है.

झूठ बोलकर तो मैं भी दरिया पार कर जाता डुबो दिया मुझे सच बोलने की आदत ने.

भगवान हर जगह नही हो सकतेइसलिए उसने माँ बनायी

जिस्म से नहीं, रूह से तुम्हें चाहते है, मौत तो मुक्कमल है, एक दिन आनी है, पर कुछ पल तेरे साथ जीना चाहते है।

हम भी अपने गाओं में राजा बाबू थे शहर में आकर हम भी मारे फिरते हैं

कोई मिला ही नही हमे कभी हमारा बन कर, वो मिला भी तो हमे सिर्फ किनारा बनकर, हर ख्वाब बन कर टुटा है यहां, अब बस इंतज़ार ही मिला है एक सहारा बन कर।

कोई दुआ असर नहीं करती, जब तक वो हमपर नजर नहीं करती हम उसकी खबर रखे न रखे, वो कभी हमें बेखबर नहीं करती।

आशिक पागल हो जाते हैं प्यार मे। बाकि कसर पुरी हो जाती हैं इंतजार में। मगर ये फौजी दिल रुबा नहीं समझती। गोलगप्पे खाती फिरती हैं बाजार में।

बर्तन माज कर माँ चार बेटो को पाल लेती है, लेकिन चार बेटो से माँ को दो वक्त की रोटी नही दी जाती।

खबर मरने की जन आये, तो यह न समझना हम दगाबाज थे,किस्मत ने गम इतने दिए, बस ज़रा से परेशान थे।

कौन कहता है दिल दो नहीं होते पति की दहलीज़ पर बैठी बाप की बेटी से पूछो।

इजाज़त हो तो तेरे चहेरे को देख लूँ जी भर के..मुद्दतों से इन आँखों ने कोई बेवफा नहीं देखा।

तेरी ख़ुशि के ठिकाने हज़ार होंगे,मगर मेरी मुस्कुराहट की वजह तुम हो..Teri khusi ke thikaane hazar honge,Magar meri muskurahat ki wajah tum ho…

तुमसे बात किये बिना हम कब तक जी पाएंगे, इतना भी सितम न उठाओ हम पर, वरना हम तुम्हारे बिना मर जायेंगे !

हसीनो ने हसीन बनकर गुनाह कियाऔरों को तो ठीक पर हम को भी तबाह कियाअर्ज़ किया जब ग़ज़लों मे उनकी बेवफ़ाई को तोऔरों ने तो ठीक उन्होने भी वा वा किया

दूरियों का गम नहींअगर फासला दिल मे ना होनज़दीकिया बेकर है अगरजगह दिल में ना हो।

तोहमतें तो लगती रहीं रोज नई नई हम पर, मगर जो सबसे हसीन इल्जाम था वो तेरा नाम था।

सोचता रहा ये रातभर करवट बदल बदल कर,जानें वो क्यों बदल गया, मुझको इतना बदल कर।

बहुत अंदर तक बसा था वो शख़्स मेरे,उसे भूलने के लिए बड़ा वक़्त चाहिए।

मालूम है मुझे कीये मुमकिन नहीं मगरएक आषा सी रहती हैकि तुम मुझे याद करोगे।

हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला,हम को जो भी मिला बेवफा यार मिला।अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी,हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला।

तुझपे खर्च करने के लिए बहुत कुछ नहीं है मेरे पास… थोड़ा वक़्त हैं… थोड़ा मैं हूँ…*******

आज उसकी याद न जाने की कसम खाई है, और लगता है नींद ने न आने की कसम खाई है.

मेरे रोने से जिसे ज्यादा तकलीफ होती हैवो कोई और नहीं है मेरी माँ है।

बिन तेरे अधूरा हूँ मैं,तू मिल जाए तो पूरा हूँ मैं..Bin tere adhura hoon main,Tu mil jaye toh pura hoon main..

अंगड़ाईया लेते लेते ही रुक जाते है ये,कमाल करते है सुबह सुबह ही मुझमे खो जाते है ये .

जिंदगी तो कट ही जाती है,बस यही एक जिंदगी भर,,गम रहेगा की हम उसे ना पा सके।

लोगों के शोर में नींद नहीं आती,मुझ तेरी खामोशी ही सोने नहीं देती…Logo ke shor mein nind nahi aati,Mujhe teri khamoshi hi soone nahi deti..

हम पीना चाहते है उनकी निगाहों से, हम जीना चाहते हैं उनकी पनाहों में, हम चलना चाहते हैं उनकी राहों में, हम मरना चाहते हैं उनकी बाहों में!

खुद अपनी ही नज़रो मे गिर जाता हु मैं, जब मेरी हर गलती पे मुस्कुरा के कहती है कोई बात नही.

मुझे माफ़ कर मेरे या खुदा झुक कर करू तेरा सजदा, तुझसे भी पहले माँ मेरे लिए ना कर कभी मुझे माँ से जुदा!

तुम कुछ भी सोचो मेरे बारे में, पर ये दिल तुम्हें याद किये बिना धड़क नहीं सकता।

बिन मां के जीवन कैसे बीतेयह सोचकर जी घबराता हैजिसकी मां नही होती उनकाजीवन कैसे गुजर जाता है..

मुहब्बत का इम्तिहान आसान नहीं, प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं, मुद्दतें बीत जाती हैं किसी के इंतज़ार में, ये सिर्फ पल-दो-पल का काम नहीं.

न करना भरोसा इस दुनिया में किसी पर,मुझे तबाह करने वाला मेरा बड़ा अजीज़ था।

दर-बदर, चोट खाने के बाद…मुझें दवा मिली भी तो… मैखांने मे.!!

मुझको ढूंढ लेता है रोज़ नये बहाने से,दर्द हो गया है वाक़िफ़ मेरे हर ठिकाने से…

ख़ुदा की इतनी बड़ी क़ायनात में मैंने, बस एक शख़्स को मांगा, मुझे वो भी ना मिला.

उसकी याद आई हैं साँसों ज़रा धीरे चलो,धड़कनो से भी इबादत में खलल पड़ता है…

मेरी ताकत, मेरी हिम्मत, मेरी शान हैं मेरे पापा।

हुआ इम्तिहान मोहब्बत का और वो दो पल में हार गए

यहां अपने ही लूट कर जा रहे हैं अब किस पर भरोसा करें हम

कभी मुस्कुरा दे तो लगता है ज़िंदगी मिल गयी मुझको, माँ दुखी हो तो दिल मेरा भी दुखी हो जाता है।

कमाल की चीज़ है ये मोहब्बत,अधूरी हो सकती है,,मगर कभी खत्म नहीं हो सकती।

न चाँद की चाहत, न तारों की फरमाइश, हर पल में हो तू मेरे साथ बस यही है मेरी ख्वाइश।

वक्त चाहे कितना भी बदल जाए लेकिन मेरा प्यार तुम्हारे लिए कभी नहीं बदलेगा

दिल को बुझाने का बहाना कोई दरकार तो था,दुःख तो ये है तेरे दामन ने हवायें दी हैं।

गली गली जगह जगह बदनाम कर दिया तूने चलो अच्छा है, कोई तो दिल से एहसान कर दिया तूने

माना कि थोड़ा मुश्किल होता है पर टूट कर समझने की… कोशिश तो कर सकते हैं ना

कुछ तो ख़ास है जोतुझे मुझसे जोड़े रखता हैवर्ना इतना माफ़ तोमैंने खूद को भी नहीं किया।

दिल तोड़ के वो चला गया खुद को उसने रोका ही नहीं उसके बाद मेरा होगा क्या उस बेगैरत ने ये सोचा ही नहीं

अपना बनके जो आया उसको अपना माना था वो तो जाने वाले थे मेरा रूठना तो बहाना था

उन्हें चाहना मेरी कमज़ोरी हैं,उनसे कह नहीं पाना मेरी मज़बूरी हैं।वो क्यों नहीं समझते मेरी खामोशी,क्या प्यार का इज़हार करना जरुरी हैं।

जान से ज्यादा प्यार उन्हें किया करते थे,याद उन्हें दिन रात किया करते थे।अब उन राहों से गुज़रा नहीं जाता,जहाँ बैठकर उनका इंतजार किया करते थे।

जब किसी की रूह में उतर जाता है मोहब्बत का समंदर, तब लोग जिन्दा तो होते हैं लेकिन किसी और के अंदर।

बहुत मन हो रहा है आज उससे मिलने का,या खुदा हो सके तो आज कुछ पल के लिए मुझे हवा बना दे।

तुझे भूल कर भी न भूल पाएंगे हम,बस यही एक वादा न निभा पाएंगे हम।मिटा देंगे खुद को भी जहा से,लेकिन तेरे नाम को दिल से न मिटा पाएंगे हम।

अब तो मेरे दुश्मन भी मुझे ये कह कर अकेला छोड़ गये,की जा तेरे अपने ही बहुत हैं तुझे रुलाने के लिए।

सूना-सूना सा मुझे ये घर लगता है, माँ जब नहीं होती तो बहुत डर लगता है।

अपनी ज़िन्दगी की बस इतनी सी कहानी है,कुछ हम खुद बबाॅद हुवे थे और कुछ उनकी मेहरबानी थी…

बहुत चाहा उसको जिसे हम पा न सके,ख्यालों में किसी और को हम ला न सके।उसको देखकर आँसू तो पोंछ लिए,लेकिन किसी और को देखकर हम मुस्कुरा न सके।

मोहब्बत और भरोसा जिंदगी में कभी मत खोना क्योंकि मोहब्बत हर किसी से नहीं होती और भरोसा हर किसी पर नहीं होता

पिता बनने के लिए धैर्य और प्रेम की बहुत आवश्य्कता होती है और अपने स्वार्थी रवैये का त्याग करना पड़ता है। -कैथरीन पल्सीफेर

बुलंदी देर तक किस शख्स के हिस्से में रहती है, बहुत ऊंची इमारत हर घड़ी खतरे में रहती है

एक आंसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है तुम ने देखा नहीं आंखों का समुंदर होना.

पता है इंसान अकेले रहने से क्यों डरता है,क्योंकि जब वह अकेला होता है,,उसे खुद का सामना करना पड़ता है।

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