Tana Shayari In Hindi : लोगों के तानें मुझे मजबूत करते हैंजैसा हूँ उससे भी अच्छा होने को मजबूर करते हैं जहां लोग थप्पड़ नहीं मारसकते वहां ताना मार देते हैं। उनसे ही रखो रिश्ता जो इसके काबिल है,रिश्तेदारी निभाने में बड़ा टूटा हमार दिल है.
कहीं तुम भी न बन जाना मज़मून किसी किताब का, लोग बड़े शौक से पड़ते हैं कहानियां बेवफाओं की
जिंदगी में अधिकतर रिश्तेओस की बूंद की तरह होते हैं….जरा सी धूप आ जाए तोवह गायब हो जाते हैं।
पागल सा बच्चा हूँ पर दिल से सच्चा हूँ थोड़ा सा आवारा हूँ पर महादेव तेरा ही दीवाना हूँ
सपनो को संजोये हुए बढ़ रही थी खुशियाँ लिए तानो को सुनते हुए ये काम नहीं हैं लड़कियों के लिए कर वही जो तुझे भाता हैं
”माँ के रूप में इतना शक्तिशाली कोई प्रभाव नहीं है।” -सारा जोसेफा हेल
न देखे होंगे रिंद-ए-ला-उबाली तुम ने बेख़ुद से कि ऐसे लोग अब आँखों से ओझल होते जाते हैं
भक्ति में है शक्ति बंधू शक्ति में संसार है त्रिलोक में है जिसकी चर्चा उन शिव जी का आज त्यौहार है…।।
“जंग लगी तलवारो पर अब धार लगानी होगी ! कुछ लोग औकात भूल गए अपनी शायद उन्हें याद दिलाने होगी !”
आज तक बस एक ही बात समझ नहीं आती, जो लोग गरीबों के हक के लिए लड़ते हैं वो कुछ वक़्त के बाद अमीर कैसे बन जाते हैं
तबीबों का एहसान क्यूँ-कर न मानूँ ~ मुझे मार डाला दवा करते करते
ये पानी ख़ामुशी से बह रहा है इसे देखें कि इस में डूब जाएँ
कहने लगी है अब तो मेरी तन्हाई भी मुझसे, मुझसे ही कर लो मुहब्बत मैं तो बेवफ़ा भी नहीं
आँखों में पानी लिये मुझे घूरता ही रहा ~ वो आईने में खड़ा शख़्स परेशान बहोत था
“ज्यादा मत झुको लोग गिरा हुआ समझते है !”
कल थी शहर में बद्दुआओं की महफ़िल जब हमारी बारी आई तो हमने कहा इसे भी इश्क हो इसे भी इश्क हो इसे भी इश्क हो!
हमे मोहब्बत उनसे इस कदर है वो ना मिले तो मर जाऊंगा Hame mohabbat unase is kadar hai wo na mile to mar jaunga
आज तकलीफ़ हो रही है हाल-ए-ज़िंदगी पर ~ काश उस से हद में रह कर मोहब्बत की होती
तेरे पास आने को जी चाहता है ~ नये ज़ख्म खाने को जी चाहता है
चलती फिरती आँखों से अजां देखी हैमैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है।
कभी – कभी मै पाता हूँ खुद को अंधेरे के एक कोने में ~ है ख्वाहिश कि मेरी सिसकियाँ सुन मुझे कोई ढूढ़ने आए
तेरे गिरने में तेरी हार नहीं,तू आदमी है अवतार नहीं।गिर, उठ, चल, फिर भाग,क्योंकि…जीत संक्षिप्त है इसका कोई सार नहीं।
हर परिवार में रोटी लाने की जिम्मेदारीपुरुष की होती है, लेकिन….उस रोटी में मिठास कैसे भरी जाए,यह काम एक स्त्री ही कर सकती है।
“सुन पगली तू मोहब्बत है मेरी इसलिए दूर है ! अगर ज़िद होती तो बाहो में होती !”
दिल से खयाले-यार को टाले हुए तो है, ~ हम जान दे के दिल को संभाले हुए तो है.
ना जाने कितनी जिंदगी उजाड़ चुका है कमबख्त इश्क को मौत क्यों नहीं आती Na jane kitani zindagi udaas chuka hai kambakht ishq ko maut kyo nahi ati
अमीर इतना बनो की कितनी भी कीमती चीज को जब चाहो तब खरीद सको,और कीमती इतना बनो कि इस दुनिया का कोई अमीर से अमीर भी आपको खरीद ना सके।
“ मेरा प्रेमी हमेशाहर रात एसी चलाताहै और मुझे ठंड से बचाता है….!!
सबसे बड़ा तेरा दरबार है तू ही सब का पालनहार है सजा दे या माफी महादेव तू ही हमारी सरकार है
तेरी नफरतों ने आज मेरा जीना आसाँ कर दिया ~ तेरी मोहब्बत में तो जीना दुश्वार ही था मेरा,.,!!
कुछ भी हो वो अब दिल से जुदा हो नहीं सकते ~ हम मुजरिम-ए-तौहीन-ए-वफ़ा हो नहीं सकते!!!
ये मत सोचो की रो रही हूं, तो पिघल रही हूं मैं,मेरा हर बहता हुआ आंसू, मुझे तुमसे दूर कर रहा है।
“😝😋😜 इन्सान कितना भी मजबुत हो ताने हिला ही देती हैं! 😝😋😜”
मिजाज़ अच्छा है आज हमारा,,, ऐ_दोस्त,,,,, सितम करना हो तो लौट आओ…..
“ मिलेगे बहुत सफलता के रास्ते परतुम्हें ताना मारने वालेकुछ ही लोग होगेंतुम्हें सही राह बताने वाले…!!
मेरे हालत ने कर दिया था मुझे खामोश ~ हम ज़रा चुप क्या हुए सभी ने तो याद करना ही छोड़ दिया……
हम प्यार से पैदा हुए हैं; प्यार हमारी माँ है। ” – रूमी
जो ख्वाहिशें दिल से की जाती हैं ~ अक्सर उन्हीं की किस्मत में अधूरापन होता है..
तुम करते प्राइवेट जॉबमै सरकारी जॉब प्रिये,तुम बढ़ता हो काम प्रिये,मै हूँ, घटना दाम प्रिये..
इतना गुमान मत रखो गोरे रंग का हम दूध से ज़ादा चाय के दीवाने हैं !
इतनी शिकायत , इतनी शर्तें , इतनी पाबन्दी … ~ तुम , मोहब्बत कर रहे हो या एहसान….
करीब आने की उन्हें फुरसत नहीं, ~ और मुझपे इलज़ाम लगा है दूरियाँ बनाने का !!
नासमझ तो ये दिल है जो उस वक़्त तेरे साथ जब तू मायूस थी और आज भी जब तू मेरा दिल दुखाकर खुश है।
दूसरों की हर बात मानकर,हम लोभ के चक्कर में,,लाभ को भी खो देते हैं।
“😝😋😜 ज़िन्दगी बोली, ताने तुझे अपने ही क्यों मारते है चलो मैं भी मारती हूँ। 😝😋😜”
वो लगातार आप पर फ़ब्तियां कसता हो या आपकी छोटी-मोटी बातों का बेहूदा जवाब देता हो. आपकी नाकामी का मज़ाक़ बनाता हो.
“ क्या शौचालय कीसीट को नीचे रखने केलिए एक लड़के केलिए एक उन्नत डिग्री है….!!
असल में वही जिंदगी की चाल समझता है,जो सफर में धूल को गुलाल समझता है।
मौत ही देदे ए खुदा उसके बिना ज़िंदगी किस काम की Maut hi dede e khuda usake bina zindagi kis kaam ki
यह सब तो है बस सब्र मेरा, लेकिन मैं तुमसे डरा नहीं हूं, दुश्मनी कर भेले ही छोड़ गए तुम मुझे, मैं जिंदा हूं अभी तक मरा नहीं हूं।
फ़ुरसत में याद करना हो तो कभी ना करना ~ हम तन्हा ज़रूर है मगर फ़ज़ूल नहीं
दुश्मनों ने सोचा कि नहीं आऊंगा मैं, क्योंकि बहुत गहरी चोट खाया हूं, नजरें उठाकर सलाम करो मुझे, क्योंकि मैं वापस लौट आया हूं।
तुम से सदियों की वफ़ाओं का कोई नाता न था ~ बस तुमसे मिलने की लकीरें थीं मेरे हाथों में!!!
बेरोजगारी के दौर में बेवजह मुस्कुराया नही जाता है,दिल में छुपे हुए दर्द को किसी से बताया नही जाता है,
कुछ दिनों तक बड़े मज़े से कटी, ~ और फिर इश्क़ हो गया मुझको…
जब लोगों के दिल भर जाते है, ~ तो बहाने अपने आप मिल जाते है !!
देखते हैं ये जिंदगी हमें कब तक भटकाएगी,किसी दिन तो कोशिशें हमारी भी रंग लाएंगी।उस रोज हम आराम से बैठेंगे अपने घर में,और कामयाबी बहार दरवाजा खटखटाएगी।
बेलिना कहती हैं कि जब दफ़्तर में चुहलबाज़ी या मज़ाक़, बेहूदगी में तब्दील होता है तो माहौल ख़राब हो जाता है. इससे लोगों के रिश्ते भी ख़राब हो जाते हैं.
आपका विशेष दिन हमारे लिए बहुत खास है..एक अविश्वसनीय BOSS और अविश्वसनीय दोस्त के भी रूप मेंआप हमारे लिए विशेष हैं।जन्मदिन की शुभकामनाएं Sir.
मुश्किलों का पहाड़ किसी दिन कट ही जाएगा,मुझे सर मार कर जमीन से मर जाना नहीं आता।
कटी हुआ टहनियाँ भी कहीं छाँव देती है, हद से जायदा उम्मीद हमेशा घाव देती है।
मेरी आवारगी में कुछ कसूर तुम्हारा भी है…. ऐ.. दोस्त जब तुम्हारी याद आती है तो घर अच्छा नही लगता……..
खुद को अच्छा बना लीजिये, ~ दुनिया से एक बुरा इंसान कम हो जायेगा..!!
मैंने कभी सोचा नहीं कि मैं इसे आपसे कहूंगा,लेकिन मैं हमेशा सोमवार को इंतजार करता हूं!यह आपके कारण है सर!Happy Birthday Sir
आखिर गिरते हुऐ आँसुओं ने पूछ ही लिया….. ~ निकाल दिया न मुझे उसके लिऐ जिसके लिए तु कुछ भी नही…
जिन्हें नहीं समझना होता हैउन्हे दुनिया भर के ग्रंथ भी नहीं समझा सकते।और जिन्हे समझना होता हैवह मौन से भी समझ जाते हैं।
आंधियाँ सदा चलती नहीं,मुश्किलें सदा रहती नहीं।मिलेगी तुझे मंजिल तेरी,बस तू ज़रा कोशिश तो कर।
शर्त थी रिश्ते बचाने की ~ यही वजह थी हार जाने की…
ना चाहत के अंदाज़ अलग, ना दिल के जज़्बात अलग, थी सारी बात लकीरों की, तेरे हाथ अलग मेरे हाथ अलग
ज़िन्दगी एक Ice-Cream की तरह है,इसे जितना Taste करना है करलो,,वरना पिघल तो वो रही ही है।
मुकद्दर में रात की नीद नही तो क्या हुआ जब मौत आयेगी तो जी भर के सो लूंगा Mukaddar me raat ki nid nahi to kya hua jab maut ayegi to ji bhar ke so lunga
खूब मेहनत की और आगे बढ़ गया,लेकिन अपनी नजरें कहीं नहीं झुकाई,मेरे दुश्मन खुद जले और खूब जलते रहे,मैंने किसी के जीवन में आग नहीं लगवाई।
अब रातभर ये उधम मचाएंगी, ख्वाहिशे दिन में खूब सोयीं हैं..!!