True Love Radha Krishna Quotes in Hindi
प्रेम सुख के साथ दुख भी लाता है। पर जो उस दुख को सुख समझता है, उसका प्रेम शुद्ध और सच्चा है.
“जब हम अकेले हों तब अपने विचारों को संभालें, और जब हम सबके बीच हों तब अपने शब्दों को संभालें..!”
राधा मुरली-तान सुनावें,छिनी लियो मुरली कान्हा से,कान्हा मंद-मंद मुस्कावें,राधा ने धुन, प्रेम की छेड़ी,कृष्ण को तान पे, नाच नचावें।
राधा ने किसी और की तरफ देखा हीं नहीं,जब से वो कृष्ण के प्यार में खो गईकान्हा के प्यार में पड़कर,वो खुद प्यार की परिभाषा हो गई।
यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता तो हर ह्रदय में राधा कृष्ण का नाम नहीं होता.
कान्हा को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा, पुरे खत में सिर्फ कान्हा कान्हा नाम लिखा.
सारे संसार की खुशियां आपकी झोली में आ जाए, इसी शुभकामनाओं सहित सुबह का नमस्कार.
सच्चे प्रेम का दावा बहुत लोग करते है,लेकिन सच्चे प्रेम की शक्ति उन्हें प्राप्त होती है,जो बिना किसी भय के प्रेम निभाने का सहस रखते हैं।
ठीक इसी प्रकार हमें संबंधों को भी निभाना है इस पाषाण की भांति निष्ठा से गहराई में जाना है। संबंध कभी नहीं बिखरेंगे। राधे-राधे!
कान्हा को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा पुरे खत में सिर्फ कान्हा कान्हा नाम लिखा.
पहली बात – आनंद में कभी वचन मत दो। आनंद आपके तर्क को हर लेता है और फिर आनंद में दिया गया ये वचन बाद में गले की फास बन जाता है।
जो हैं माखन चोर, जो हैं मुरली वाला,वही हैं हम सबके दुःख दूर करने वाला।
प्यार मे कितनी बाधा देखी, फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी !
उत्तर है- इसमें जल मिला कर, जल की भांति बहने दीजिये इसे। ठीक वैसे ही जैसे सूर्य अपनी अग्नि को तेज बनाकर आप तक पहुंचाता है।
“राधा कृष्ण का प्यार अद्वितीय है, जो जीवन को नवीनता और रंग भर देता है।”
राधा की हृदय में श्री कृष्ण, राधा की साँसों में श्री कृष्ण,राधा में ही हैं श्री कृष्ण, इसीलिए दुनिया कहती हैं, “राधे कृष्ण।
जिस पर राधा को मान हैं,जिस पर राधा को गुमान हैं,यह वही कृष्ण हैं जो राधा के दिल हर जगह विराजमान हैं.
प्रेम की ज्योति राधा कृष्ण के बीच ही प्रज्वलित होती है।
राधा कृष्ण की मोहब्बत ने लुटा दिया हैं दिल, उनकी यादों में रंग भरे हुए हैं हम।
राधा के सच्चे प्रेम का यह हैं ईनाम कान्हा से पहले लोग लेते है राधा का नाम.
इसलिए जीवन में यदि कुछ संचय करना है तो ज्ञान संचय कीजिये, प्रेम संचय कीजिये और मेरे साथ प्रेम से कहिये राधे-राधे!
हम तब तक नहीं हारते जब तक हम कृष्ण को नहीं छोड़ते.
मंज़िलें मुझे छोड़ गई,रास्तों ने संभाल लिया,जा जिंदगी तेरी जरूरत नहीं,कृष्ण ने मुझे संभाल लिया।
इसलिए अपने क्रोध पर वश रखे कहीं ऐसा ना हो कि मूर्खता के कारण जन्मा ये क्रोध आपको पश्चाताप के अंत तक ले जाये। राधे-राधे!
“राधा कृष्ण के प्यार में बसने से जीवन में आनंद और खुशी की बरसात होती है।”
जिस पर राधा को मान हैं,जिस पर राधा को गुमान हैं, यह वही कृष्ण हैं जोराधा के दिल में विराजमान हैं…!!—-राधे-राधे
“राधा कृष्ण के प्यार में विश्वास, आस्था और सांत्वना का साम्राज्य होता है।”
राधा कृष्ण के प्रेम में सबको सच्चा सुख और आनंद प्राप्त होता है।
इसलिए जहां तक हो सके युद्ध को टालो, इस शक्ति को संग्रहित रखो। ताकि जब ये युद्ध धर्म बन के सामने आये आप उससे पूरे बल के साथ लड़ सको। राधे-राधे!
यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता, तो हर ह्रदय में राधा कृष्ण का नाम नहीं होता.
प्रेम तो सदियों से चला आ रहा है साहब फिर चाहे वो राधा का हो या सती का.
तो जिसने चाह, साहस और अनुभव इन तीन गुणों की तिकड़ी पा ली उनके लिए इस संसार में ऐसा कुछ भी नहीं जो वो ना पा सके। वो सदा प्रसन्नता से कहेंगे राधे-राधे!
राधा कृष्ण का प्रेम सबको परम आनंद और प्रीति का अनुभव कराता है।
एक तरफ साँवले कृष्ण, दूसरी तरफ राधिका गोरी… जैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद-चकोरी…!!
“राधा कृष्ण का प्यार ज्ञान, भक्ति और समर्पण का प्रतीक है।”
हे कृष्ण मुझे सिर्फ तू चाहिए ना तेरे जैसा ना कोई तेरे सिवा.
सोचिये, यदि इस मटकी की माटी ठीक ना हो, यदि इसे भली प्रकार रौंधा ना गया हो, आकार देकर इसे अग्नि में ठीक से पकाया ना गया हो तो क्या होगा?
अब नींद प्यारी नहीं तू प्यारी है, सोने नहीं देती मुझे क्या करूं.. आती याद तुम्हारी है ।
प्रेम यदि पक्का हो तो, विवाद चाहे कितना भी गहरा हो, संबंध शेष रह ही जाता है !!
जो है माखन चोर.. जो है मुरली वाला.. वही है, हम सब के दुख को हरने वाला ।
राधा कृष्णख्वाईश बस इतनी सी…..चाहिए एक छोटा सा पलऔर साथ तुम सिर्फ तुम
कर लो भरोसा राधे नाम का, धोका कभी ना खायेगाहर मौके पर कृष्ण तेरे घर सबसे पहले आयेगा।❤️राधे-राधे❤️
कृष्ण की प्रेम बाँसुरिया सुन भई वो प्रेम दिवानी, जब-जब कान्हा मुरली बजाएँ दौड़ी आये राधा रानी.
राधा कृष्ण का प्रेम जब साथ होता है, तो इस जहां का कुछ भी नहीं रहता।
ना हमें पीने का शोक था ना हमें पिलाने का शोक था,हमें तो केवल नज़रे मिलाने का शोक था और नज़रें भी,किस से मिला बैठे जिन्हे नज़रों से पिलाने का शोक था।
श्री कृष्ण जी कहते है कि पार्थ – “जहां इंतजार ना हो वहां प्रेम व्यर्थ है… कृष्ण प्रेम है तो राधा प्रेम का अर्थ है।”
दूर होकर भी जो समाया है मेरी रूह में पास वालों पर वो शख्स कितना असर रखता होगा जय श्री राधे कृष्णा. सुप्रभात.
हर सच्ची मोहब्बत यदि मुकम्मल होती तो निसंदेह राधे भी श्रीकृष्ण की होती.
कृष्ण प्रेम का वो सागर है, जिसका प्रेम राधा है.
राधा कृष्ण के प्रेम में सबको दिव्यता और पवित्रता का अनुभव होता है।
मिलने की आस जब भी जगाती है, राधा कृष्ण की याद सताती है।
संसार में सबसे कठिन कार्य क्या है? कोई कहेगा पर्वत पर चढ़ना, कोई कहेगा तैरना, कोई कहेगा उड़ना। किन्तु क्या ये वास्तव में कठिन है ?
जो छूटा उसका शोक मनाने के स्थान पर जो मिलेगा या जो आपके पास है उसका आनंद उठाइये। राधे-राधे!
प्रेम ज़िद से नहीं किस्मत# से मिलता है#वरना पूरी दुनिया का# मालिकअपनी राधा# के बिना नहीं रहता।
एक तरफ साँवले कृष्ण, दूसरी तरफ राधिका गोरी, जैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद-चकोरी।
राधा कृष्ण का प्रेम सबको प्रेम और समर्पण की ओर प्रेरित करता है।
सारे संसार की खुशियां आपकी झोली में आ जाए, इसी शुभकामनाओं सहित सुबह का नमस्कार.
प्यार मे कितनी बाधा देखी, फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी.
प्यार और तकदीर कभी,साथ साथ नहीं चलते,क्योकि जो तकदीर में,होते है उनसे कभी प्यार नहीं होता,और जिससे हमे प्यार हो,जाता है वह तकदीर में नहीं होता।
राधा कृष्ण का प्रेम एक ऐसा रहस्य है, जो समझने की कोशिश करने वाले को भी हर बार हार माननी पड़ती है।
अधुरा है मेरा इश्क तेरे नाम के बिना जैसे अधूरी है राधा, श्याम के बिना…!! श्री राधे-राधे
“परीक्षा” एक ऐसी व्यवस्था जिससे मुझे, आपको, सबको कहीं ना कहीं दो-चार होना ही पड़ता है। स्मरण कीजिये अपना “बालपन” आप परीक्षा देने बैठे है।
किन्तु नहीं समय पड़ने पर शाखाओं से निकलने वाली ये बेलें धरती की ओर बढ़ती है और फिर स्वयं जड़ बन कर इस वृक्ष को सहारा देती है।
किन्तु जो व्यक्ति अपनी भूल स्वीकार करता है, अपना दोष स्वीकार करता है, संसार में कुछ भी पाने के लिए कोई उसके सामने कोई भी बाधा नहीं रहती।
राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था, दुनियाँ को प्यार का सही मतलब जो समझाना था.
आज के समय हो या कल के समय जहा पे प्रेम की बात होती है वह पे सिर्फ Radha Krishna का ही नाम आता है, आज भी लोग राधा कृष्ण के प्रेम की बाते करते है।
कान्हा को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा पुरे खत में सिर्फ कान्हा कान्हा नाम लिखा.
अधुरा है मेरा इश्क तेरे नाम के बिना, जैसे अधूरी है राधा श्याम के बिना.
प्रेम जिद्द से नहीं किस्मत से मिलता है,वरना पूरी दुनिया का मालिक अपनी राधा के बिना नहीं रहता…
राधा कृष्ण का प्रेम सभी को पूर्णता के साथ मिलता है, जैसे कि नदी खरे गंगा में मिलती है।
स्वास्थ्य को दाव पर लगाते है धन कमाने के लिए और फिर वही धन गंवा देते है स्वास्थ्य को पुनः सुधारने के लिए, बताइये।
तेरी यादें बहुत याद आती हैं, राधा कृष्ण की यादों में दिन बिताती हैं।