True Love Radha Krishna Quotes in Hindi
बिना तेरे ये जीवन उदास है, बेख़बर हैं हम, राधा कृष्ण के बिना ये दिल बे-कारां हैं हम।
राधा कृष्ण का प्यार एक सागर है जिसमें खोने से अपनी असीम शक्ति को पा सकते हैं।
यदि प्रेम का अमृत पाना है तो कर्तव्य की अंजलि बनानी होगी और मन से कहना होगा राधे-राधे!
प्यार तो आत्माओं का मिलन होता है,ठीक वैसे जैसे प्यार में,कृष्ण का नाम राधा तो राधाका नाम कृष्ण होता है।❤️राधे-राधे❤️
राधा कृष्ण का प्रेम विश्वास की अनुभूति को जगाता है।
उसे अयोग्य बनाती है उसकी सोच। इसीलिए स्वयं को जानो, जान जाओगे कि आप क्या हो?
कृष्ण को देख राधा के मन में हुई खुशी, तभी तो राधा के चेहरे पर आई हंसी.
“प्यार की भाषा को समझने के लिए आपको राधा कृष्ण के प्रेम की भाषा में बात करनी पड़ेगी।”
प्रेम का आगामन राधा कृष्ण के प्रेम में होता है, जो सबको जीवन की महत्ता का अनुभव कराता है।
एक तरफ साँवले# कृष्ण,#दूसरी तरफ राधिका गोरी#,जैसे एक-दूसरे से मिल# गए हों चाँद-चकोरी।
इसी प्रकार संसार में छोटी-छोटी बातों को बड़ा करने वाले श्रेष्ठ नहीं होते क्योंकि छोटी-छोटी नोक-झोंको को द्वंद्व में परिवर्तित करना बड़ा ही सरल है।
हमेशा मीठी रहे आपकी बोलीखुशियों से भर जाए आपकी झोलीआप सबको मेरी तरह से,हैप्पी होली.
आज मोहे दरशन से कर दो निहाल… आओ आओ आओ आओ, यशोदा के लाल ।
कृष्ण मिलन है , राधा है विरहकृष्ण चन्द्र है , राधा है चकोरकृष्ण वर्षा है , राधा है मौर🌺🌺
कान्हा तुझे ख्वाबों में, पाकर दिल खो ही जाता हैं, खुदको जितना भी रोक लू, प्यार हो ही जाता हैं.
असमंजस में होंगे ना आप कि मैं ये क्या कर रहा हूँ? क्या लिख रहा हूँ? देखना चाहेंगे? अब आप सोच रहे होंगे कि मैं माटी पर माटी क्यों लिख रहा हूँ?
हे कान्हा, तुम संग बीते वक़्त का मैं कोई हिसाब नहीं रखतीमैं बस लम्हे जीती हूँ, इसके आगे कोई ख्वाब नहीं रखती।
“प्रेम का वो आदान-प्रदान, जो राधा कृष्ण की तरह हो जाए, उसे ही सच्चा प्यार कहा जाता है।”
दूसरा – “साहस” संकट उठाने की क्षमताये आपसे वो करवा सकता है जो आप करना चाहते है। और
प्रेम की महिमा राधा कृष्ण के प्रेम के द्वारा ही ज्ञात होती है।
राधा के प्यार में डूबे कृष्णा को लगता है कि उनकी जिंदगी का मकसद पूरा हो गया है।
राधा का प्यार कृष्णा के लिए उनकी जिंदगी का आधार होता है।
कल आप भी किसी के स्थान पर आये थे और कल आपके स्थान पर भी कोई और अवश्य आएगा। क्योंकि ये परिवर्तन है, ये इस प्रकृति का नियम है, इसमें शोक कैसा?
कन्हैया को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा, पूरे खत में सिर्फ कान्हा का ही नाम लिखा ।
अपने जीवन की तुलना,किसी के साथ नही करनी चाहिए,सूर्य और चंद्रमा के बीच कोई तुलना नही,जब जिसका का वक्त आता है ,तब चमकता है।
राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम है, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम है.
हे कनैया समझ नहीं आता कीतुम दर्द दे रहे हो या ख़ुशीतुम्हे याद करते ही मेरी आँखों में आंसूआ जाते है और होटों पर मुस्कान ❤️राधे-राधे❤️
“बुद्धिमान इंसान” आपका दिमाग खोलता है, “सुंदर इंसान”आपकी आँखें खोलता है, लेकिन आपसे दिल से… ”प्यार करनेवाला इंसान” हृदय खोल देता हैं।”
प्रेम यदि पक्का हो तोविवाद चाहे कितना भी गहरा हो, संबंध शेष रह ही जाता है।
तेरे बिना जीने का ऐसा अहसास है, राधा कृष्ण की दूरियों में ये दिल बेबस है।
हे कान्हा अब ज़िन्दगी चाहे कितने भी पल की मिले बस दुआ है तुम्हारे साथ मिले। जय श्री कृष्णा.
किन्तु श्रेष्ठ सदैव वो होता है जो बड़े से बड़े युद्ध को समझौता बना कर समाप्त कर दे। राधे-राधे!
प्रेम कृष्ण की बांसुरी,राधा बंशी की तान…!सुर है राधे बंशी की,कृष्ण प्रेम का धाम……!!प्रेम से बोलिए ” राधे राधे🌺🌺
प्रेम की राह पर चलते हुए मनुष्य अपनी असली देवता को पहचानता है।
राधा कृष्ण की मोहब्बत में खो गए हैं हम, उनकी यादों में बहक गए हैं हम।
अभी तो बस इश्क़ हुआ है कान्हा से, मंजिल तो वृंदावन में ही मिलेगी. श्री राधे-राधे…
कर भरोसा राधे नाम का धोखा कभी ना खायेगा, हर मौके पर कृष्ण तेरे घर सबसे पहले आयेगा।
जब कृष्ण राधा के साथ होता है, तो संसार के सारे दुख भूल जाता है।
.राधा ने श्री कृष्णा से पूछा प्यार का# असली मतलब क्या होता है#,#श्री कृष्णा ने हंस कर कहा जहाँ मतलब# होता है वहां प्यार ही कहाँ होता है।
जिसके प्यार को तभी समझा जा सकता है जब आप उससे प्यार करते हो.
ये है सुई और ये है तलवार। अब आप बताइये आपके दृष्टिकोण से इन दोनों वस्तुओं में से क्या अधिक शक्तिशाली और महत्त्वपूर्ण होगा?
राधा कृष्ण का प्रेम दिल की गहराइयों में समाया होता है।
यदि कोई आपके पास अभाव में आये तो उसकी आवश्यकता समझे और जितना हो सके स्वयं से उसकी सहायता करे और
जबसे जीव अस्तित्व में आये है तबसे एक और शब्द अस्तित्व में आया है “संघर्ष” जन्म लेते ही व्यक्ति को जीवन जीने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
इश्क तो राधा ने किया था जिसको कृष्ण की दूरियां भी मंजूर थी और रुक्मणी भी कबूल थी.
विचित्र बात ये है कि हम फिर भी समय को ही नष्ट करते है। स्मरण रखियेगा समय केवल जाता है कभी आता नहीं है।
यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता, तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता।
नन्हा सा फूल हूँ मैं, चरणों की धुल हूँ मैं, आया हूँ तेरे द्वार कान्हा मेरी पूजा करो स्वीकार।
“प्रेम की दुनिया में किस्सा मशहूर है राधे जो दिल के करीब है वह नजरों से दूर है।”
हे कान्हा, तुम्हे पाना जरूरी तो नहीं, तुम्हारा हो जाना ही काफी हैं मेरे लिए।
ये दो भाव ऐसे है जिसमें आपको कुछ चाहिए नहीं होता, बस देना होता है। आपका समय, आपकी भावनाएं, आपका सुख।
कान्हा तुझे ख्वाबों में, पाकर दिल खो ही जाता हैं, खुदको जितना भी रोक लू, प्यार हो ही जाता हैं.
प्रेम की पराकाष्ठा वो नहीं जान सकतेजो गहराई में नहीं उतर सकतेप्रेम की गहराई ‘”राधे कृष्णा”‘ में है🌺🌺
मटकी तोड़े,#माखन खाए फिर भी सबके# मन को भाये;राधा के वो# प्यारे मोहन,#महिमा उनकी दुनिया# गाये…!!!!
हम तब तक नहीं हारते जब तक हम कृष्ण को नहीं छोड़ते.
प्रेम तो सदियों से चला आ रहा है साहब फिर चाहे वो राधा का हो या सती का.
राधा का नाम सुनते ही कृष्णा के चेहरे पर खुशी का नया अड्डा जुड़ जाता है।
इसलिए जब तक श्वास है “आशा” रुपी प्रकाश का संचार करते रहिये, विश्वास कीजिये मृत्यु के पश्चात भी अमर रहेंगे। तो प्रेम से बोलो राधे-राधे!
बहुत खूबसूरत है मेरे ख्यालों की दुनियाबस कृष्ण से शुरू और कृष्ण पर ही ख़त्म🌺🌺
राधा कृष्ण के प्रेम में अनंत संतोष है, जो मन को पूर्णता देता है।
देखिये, संसार में कठिन कुछ भी नहीं है बस एक-दूसरे से भिन्न है जैसे कुछ लोग हो, संबंध, किसी की सोच या विचारधारा हो।
पाने को ही प्रेम कहे, जग कि ये है रीत, प्रेम का सही अर्थ समझायेगी राधा कृष्णा की प्रीत ।
राधा-राधा जपने से हो जाएगा तेरा उद्धार, क्योंकि यही वही वो नाम हैं जिससे कृष्ण को हैं प्यार।
प्यार मे कितनी बाधा देखी, फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी.
तो यदि किसी का सत्य जानना है तो विश्वास कीजिये, प्रेम का धरातल बन जायेगा और मन प्रसन्न होकर बोलेगा राधे-राधे!
कर्तव्य पथ पर जाते-जाते केशव गये थे रूक,देख दशा राधा रानी, ब्रम्हा भी गये थे झुक।
राधा का प्यार कृष्णा के लिए अनमोल है, जो कभी खत्म नहीं होगा।
प्रेम का दावा बहुत लोग करते हैं किन्तु, प्रेम की शक्ति केवल उन्हें प्राप्त होती है, जो बिना किसी के भय के प्रेम निभाने का साहस रखते है. राधे राधे…
कभी सोचा है जब माता संतान को जन्म देती है तो क्या होता है? नौ माह का गर्भ, प्रसव की तीव्र पीड़ा।
सुना है कोई ओर भी चाहने लगा है तुमको,अगर हम से बढ़कर चाहे तो उसी के हो जाना.
पाने को ही प्रेम कहे, जग की ये है रीत प्रेम का सही अर्थ समझायेगी, राधा-कृष्णा की प्रीत।
कृष्ण अपनी राधा से इतना मोहब्बत करते हैं कि उनके बिना उनकी जिंदगी अधूरी हो जाती है।