418+ Shayari On Republic Day In Hindi | Happy Republic Day

Shayari On Republic Day In Hindi , Happy Republic Day
Author: Quotes And Status Post Published at: October 14, 2023 Post Updated at: April 2, 2024

Shayari On Republic Day In Hindi : चलो फिर से खुद को जगाते है,अनुसासन का डंडा फिर घुमाते है,सुनहरा रंग है गणतंत्र का शहीदों के लहू से,ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते है। वो शमा जो काम आये अंजुमन के लिए,वो जज्बा जो कुर्बान हो जाये वतन के लिए,रखते है हम वो हौसले भी,जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए।

जमाने भर में मिलते है आशिक कई,मगर वतन से खुबसूरत कोई सनम नही होता।

ये नफरत बुरी है ना पालो इसे दिलों में नफरत है निकालो इसे ना तेरा, ना मेरा, ना इसका, ना उसका ये सब का वतन है बचालो इसे

चलो फिर से खुद को जगाते हैं अनुशासन का डंडा फिर घुमाते हैं याद करें उन शूरवीरों को क़ुरबानी जिनके कारण हम इस लोकतंत्र का आनंद उठाते हैं

ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी हैहमारी पहचान तो बस इतनी हैकि हम सब हिन्दुस्तानी हैं

सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, हम बुलबुले है इसके ये गुलसिता हमारा।

दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान हे सर हमेशा उँचा रखना इसका जब तक दिल मे जान हे. *हैप्पी रिपब्लिक डे* भारत माता की जय….

आन देश की शान देश की, देश की हम संतान है, तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान हैं।

कुछ नशा तिरंगे की आन का है, कुछ नशा मातृभूमि की शान का है, हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा, नशा ये हिंदुस्तान के सम्मान का है।

फना होने की इज़ाजत ली नहीं जाती, ये वतन की मोहब्बत है जनाब पूछ के नहीं की जाती।

बता दो आज इन हवाओं कोजला कर रखो इन चिरागों कोलहू देकर जो ली आजादीटूटने ना देना ऐसे प्रेम के धागों को

तुम तरस नहीं खाते, बस्तियाँ जलाने में लोग टूट जाते हैं, एक घर बनाने में तुम तरस नहीं खाते, बस्तियाँ जलाने में

जो देश के लिए शहीद हुएउनको मेरा सलाम हैअपने खूं से जिस जमीं को सींचाउन बहादुरों को सलाम है

झंडा लहराना है, वंदे मातरम के गीत गाना है! सुन कर देश को ललकारना है, आओ मिलकर अब स्वप्न देखा जो साकार करना है! हॅपी रिपब्लिक डे

वो शमा जो काम आये अंजुमन के लिए,वो जज्बा जो कुर्बान हो जाये वतन के लिए,रखते है हम वो हौसले भी,जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए।

इंडियन होने पर करीए गर्व,मिलके मनाएं लोकतंत्र का पर्व,देश के दुश्मनों को मिलके हराओ,हर घर पर तिरंगा लहराओ

नफरत बुरी है ना पालो इसे, दिलों में खलिश है निकालो इसे, न तेरा, न मेरा, न इसका न उसका, ये सबका वतन है संभालो इसे।

लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमां पर भारत का नाम होगा सब की जुबान पर ले लेंगे उसकी जान या दे देंगे अपनी जान कोई जो उठाएगा आँख हमारे हिंदुस्तान पर

आओ झुक कर सलाम करे उनको, जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है, खुशनसीब होता है वो खून जो देश के काम आता है…..!!

उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं है कोई जिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार है आज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्यूंकि सीमा पे जवान बलिदान को तैयार है।

मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए बस अमन से भरा यह वतन चाहिए जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये।

तैरना है समुद्र में तेरो, नदी नालों में क्या रखा हैं, प्यार करना है तो वतन से करों, इन बेवफा लोगों में क्या रखा हैं।

उन आँखों की दो बूंदों से सातों सागर हारे हैं, जब मेहँदी वाले हाथों ने मंगल-सूत्र उतारे हैं।

लिपट कर बदन कई तिरंगे में आज भी आते हैं, यूँ ही नहीं दोस्तों हम ये पर्व मनाते हैं।

आओ देश का सम्मान करे, शहीदों की शहादत याद करे, एक बार फिर से राष्ट्र की कमान, हम हिन्दुस्तानी अपने हाथ धरे, आओ… गणतन्त्र दिवस का मान करे!!

ख़ूँ शहीदान-ए-वतन का रंग ला कर ही रहा… ख़ूँ शहीदान-ए-वतन का रंग ला कर ही रहा आज ये जन्नत-निशाँ हिन्दोस्ताँ आज़ाद है

सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्ताँ हमारा हम बुलबुलें हैं इसकी, यह गुलिस्ताँ हमारा

कुछ कर गुजरने की गर तमन्ना उठती हो दिल में, भारत माँ का नाम सजाओ दुनिया की महफिल में

बलिदानों का सपना जब सच हुआ, देश तभी आजाद हुआ, आज सलाम करे उन वीरों को, जिनकी शहादत से ये भारत गणतंत्र हुआ।

दाग गुलामी का धोया है जान लुटाकर, दीप जलाये है कितने दीप भुझाकर, मिली है जब यह आज़ादी तो फिर इस आज़ादी को, रखना होगा हर दुश्मन से आज बचाकर!!

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में है

चलो फिर से खुद को जगाते है, अनुशासन का डंडा फिर घुमाते है, सुनहरा रंग है गणतंत्र का शहीदों के लहू से, ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते है!!

देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें अखंड भारत के सपने का जूनून है हमें ।

झंडा लहराना है, वंदे मातरम के गीत गाना है! सुन कर देश को ललकारना है, आओ मिलकर अब स्वप्न देखा जो साकार करना है! हॅपी रिपब्लिक डे

दहर से क्यों खफा रहें, चर्ख का क्यों गिला करें सारा जहां अदू सही आओ मुकाबला करें

देशभक्तों से ही देश की शान है, देशभक्तों से ही देश का मान है, हम उस देश के फूल है यारों, जिस देश का नाम हिंदुस्तान है!!

मेरे देश का मान हमेशा बनाये रखूँगा दिल तो क्या जान भी इस पर निछावर करूँगा अगर मिले मौका देश के काम आने का तो बिना कफ़न के ही देश के लिए सो जाऊंगा ।

वो शमा जो काम आये अंजुमन के लिए, वो जज्बा जो कुर्बान हो जाये वतन के लिए, रखते है हम वो हौसले भी जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए।

तिरंगा लहरायेंगे, भक्ति गीत गुनगुनाएंगे, वादा करो इस देश को, दुनिया का सबसे प्यारा देश बनायेंगे!!

राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे, हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे, देश के लिए एक-दो तारीख नही, भारत माँ के लिए ही हर सांस रहे। गणतंत्र दिवस की बधाई!

इस दिन के लिए वीरो ने अपना खून बहाया है, झूम उठो देशवासियो गणतंत्र दिवस फिर आया है | गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

नफरत करना है बुरी बात, देश की उन्नति के लिए चाहिए सबका साथ, न करो तेरा-मेरा ये देश तो है हम सबका!!

देश भक्तो की बलिदान से स्वतंत्रा हुए है हम कोई पूछे कोन हो तो गर्व से कहेंगे भारतीय है हम

ऐ शांति अहिंसा की उड़ती हुई परी आ तू भी आ कि आ गई छब्बीस जनवरी-नजीर बनारसी

दिल एक है जान एक है हमारी,हिंदुस्तान हमारा है ये शान है हमारी।

याद रखेंगे वीरो तुमको हरदम,यह बलिदान तुम्हारा है,हमको तो है जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा है

ना सरकार मेरी है, ना रौब मेरा है, ना बड़ा सा नाम मेरा है, मुझे तो एक छोटी सी बात का गर्व है, मैं “हिन्दुस्तान” का हूँ और “हिन्दुस्तान” मेरा है।

भलाई ये कि आज़ादी से उल्फ़त तुम भी रखते हो बुराई ये कि आज़ादी से उल्फ़त हम भी रखते हैं ।

बता दो आज इन हवाओं को, जलाकर रखो इन चिरागों को, लहू देकर जो ली आजादी, टूटने ना देना ऐसे प्रेम के धागों को!!

राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे देश के लिए एक-दो तारीख नही भारत माँ के लिए ही हर सांस रहे

ना जियो धर्म के नाम पर, ना मरो धर्म के नाम पर, इंसानियत ही है धर्म वतन का बस जियों वतन के नाम पर।

गांधी स्वपन जब सत्य बना देश तभी गणतंत्र बना जरा याद करों वीरो की कुर्बानी जिससे देश गणतंत्र बना।

तैरना है समुद्र में तेरो,नदी नालों में क्या रखा हैं,प्यार करना है तो वतन से करों,इन बेवफा लोगों में क्या रखा हैं।

कहते हैं तुझसे ए-दुश्मन मत ले हमारा इम्तेहान… तू क्या जाने ताकत वतन की जिसे सब कहते हैं हिन्दुस्तान

कुछ नशा तिरंगे की आन का है, कुछ नशा मातृभूमि की शान का है, हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा, नशा ये हिंदुस्तान के सम्मान का है!!

ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे पिछड़े चमन तुझ पे दिल कुर्बान।

तिरंगा हमारा है शान-ए-जिंदगी, वतन परस्ती है वफ़ा-ए-जिंदगी, देश के लिए मर मिटना कबूल है हमें, अखण्ड भारत के स्वप्न का जूनून है हमें।

कर जज्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम । हर दुश्मन को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बँटवाएंगे ।

उसे यह फिक्र है हरदम नया तर्जे जफा क्या है उसे यह फिक्र है हरदम नया तर्जे जफा क्या है हमें यह शौक हैं देखें सितम की इंतहा क्या है

भारत माता तेरी गाथा, सबसे उँची तेरी शान, तेरे आगे शीश झुकाए, दे तुझको हम सब सम्मान! हैप्पी रिपब्लिक डे 2023

गाँधी स्वप्ना जब सत्य बना,देश तभी जब गणतंत्र बना,आज फिर से याद करे वह मेहनत,जो थी की वीरो ने और भारत गणतंत्र बना।

अलग है भाषा, धर्म जात और प्रांत, पर हम सब का एक है, गौरव राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठ।

वो शमा जो काम आये अंजुमन के लिए वो जज्बा जो कुर्बान हो जाये वतन के लिए रखते है हम वो हौसले भी जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए

एक है अपना जहाँ, एक है अपना वतन अपने सभी सुख एक हैं, अपने सभी ग़म एक हैं आवाज़ दो हम एक हैं।

दहर से क्यों खफा रहें, चर्ख का क्यों गिला करें सारा जहां अदू सही आओ मुकाबला करें।

याद रखेंगे वीरो तुमको हरदम, यह बलिदान तुम्हारा है, हमको तो है जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा है

अफ़सोस होता है आज वतन की हालत देख कर .! क्या इसी दिन के खातिर शहीदों ने खून क़ुरबान किया था.!!

मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए बस अमन से भरा यह वतन चाहिए जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये।

तिरंगा है आन मेरीतिरंगा ही है शान मेरीतिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारातिरंगे से है धरती महान मेरी

आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगेशहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगेबची हो जो एक बूंद भी लहू कीतब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे

ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम सब हिन्दुस्तानी हैं ।

इंडियन होने पर करीए गर्व, मिलके मनाएं लोकतंत्र का पर्व, देश के दुश्मनों को मिलके हराओ, हर घर पर तिरंगा लहराओ!!

दाबोगे अगर और उभर आयेगा भारत, हर वार पर कुछ और निखर जायेगा भारत दस-बीस जाहिलों को ग़लतफ़हमी हुई है, दो-चार धमाको से ही डर जायेगा भारत।

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